आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दमन एवं दीव में आयोजित भाजपा की दो दिवसीय क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् के उद्घाटन सत्र को दिए गए वर्चुअल संबोधन के मुख्य बिंदु
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज शुक्रवार को दमन (दमन एवं दीव) में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के दो दिवसीय क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् का वर्चुअली उद्घाटन किया। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा सहित पार्टी के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा और दमन और दीव से लगभग 600 जिला पंचायत सदस्य शामिल हुए। विगत 15 दिनों में भाजपा की क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् की यह तीसरी महत्वपूर्ण बैठक है।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के उद्बोधन के मुख्य बिंदु:
● हम संगठन में विश्वास करते हैं, हम संस्कारों में विश्वास करते हैं, हम समर्पण में विश्वास करते हैं। हम सामूहिकता के मूल्यों और सामूहिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ते हैं। हमें जो भी जिम्मेदारी मिले, उसके लिए निरंतर अपनी योग्यता, अपनी क्षमता और अपना कौशल बढ़ाते रहना चाहिए।
● आपने पार्टी के भीतर और भारत की राजनीति में भी राजनीतिक कार्यसंस्कृति बदल दी है। आज लोग इस भावना के साथ काम कर रहे हैं कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को कैसे ताकत मिले, हम उनकी सेवा कैसे कर सकें।
● भारतीय जनता पार्टी की जो मूलभूत शक्ति है, वह उसके कार्यकर्ता हैं और कार्यकर्ता एक ऐसा पद है जो जीवन भर हमारे साथ रहता है। हमें एक-दूसरे से निरंतर सीखना चाहिए।
● हमारे साथ हजारों की तादाद में जो हमारे पंच, सरपंच और जिला के सदस्य हैं, उनका भी अभ्यास का काम चल रहा है। ये सब हम चुनाव जीतने के लिए नहीं कर कर रहे हैं बल्कि ये सब हम इसलिए कर रहे है ताकि 2047 में हम मिल कर विकसित भारत का निर्माण कर सकें।
● लोकतंत्र की मजबूती शिखर पर जितनी है, उससे ज्यादा नींव पर होती है। हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं की नींव जितनी मजबूत होगी, उतना ही पल-पल लोकतंत्र को हम जीते रहेंगे। हम अपनी कार्यसंस्कृति से, सेवा भाव और समर्पण से अधिक से अधिक जनसमर्थन हासिल करेंगे और नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेंगे।
● पंचायतें देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के स्तंभ हैं। आपको (जिला पंचायत सदस्यों को) आम नागरिकों की समस्याओं को हल करने की दिशा में काम करना चाहिए। आपको अपने-अपने राज्यों में लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए काम करना चाहिए और उसमें योगदान देना चाहिए।
● आपको इस बात पर विचार करना चाहिए कि आपके जिले के छात्र 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में कैसे टॉप कर सकते हैं, खेलों में ख्याति प्राप्त कर सकते हैं या टीकाकरण कवरेज में कैसे आगे बढ़ सकते हैं। आप दुर्गापूजा पर सफाई अभियान चला सकते हैं।
● जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मैंने एक अलग कार्यशैली बनाई थी। इसका मुझे बड़ा फायदा होता था। मैं हर साल एक विषय तय करता था। जैसे मैंने गर्ल चाइल्ड एजुकेशन का विषय चुना तो पुलिस विभाग, होमगार्ड और डॉक्टर्स, सभी को अपने काम के अतिरिक्त कुछ समय इस पर भी काम करना होता था। जब पूरी शक्ति लगती थी तो बहुत बड़ी सफलता मिलती थी। इससे इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुए।
● मेरा एक अनुभव रहा है। मेरा एक संगठन का व्यक्ति था, उसके कारण मुझे राज्य की ग्रासरूट लेवल की जानकारी जल्दी मिलती थी और जब मैं उन बातों को अधिकारियों के सामने रखता था तो उन्हें आश्चर्य होता था। इसके चलते वे हमेशा अर्लट रहते थे। आपको भी अपने जिले की हर जानकारी लगातार मिलती रहेगी तो वह आपकी परफॉर्मेंस को बढ़ा सकती है।
● मैं चाहता हूं कि आप सब लोग एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं और उस व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए एक-दूसरे से जुड़ें, एक-दूसरे के संपर्क में रहें। एक-दूसरे को अपने जिले में हो रहे विकास कार्यों के बारे में बताएं। आपके क्षेत्र में क्या कुछ नया हो रहा है, इसकी जानकारी भी एक-दूसरे को जरूर दें।
● हमें हर जिले के स्तर को ऊपर ले जाना है। इसके लिए 5 साल का लक्ष्य तय करें। आप एक साल में तीन सामाजिक योजनाओं का चुनाव करें और हर योजना को चार-चार महीने का वक्त दें और योजना के तहत सभी विभाग से मिलकर विकास कराने पर फोकस करें। जो भी काम करें, उसे जन-आंदोलन बना कर करें। इस तरह पांच साल में आप कम से कम 15 योजनाओं की समस्याओं को सुलझा सकेंगे। साल भर में हमें चार-पांच अवसर ऐसे निकालने चाहिए, जिसमें सरकार के नेतृत्व में, पंचायत के नेतृत्व में पूरे जिले का जन सामान्य उससे जुड़ जाएं।
● पहले पंचायती राज विकास के लिए 70 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाती थी लेकिन अब यह बढ़कर लगभग तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। हमने देशभर में 30 हजार से ज्यादा पंचायत भवनों का निर्माण किया है। मनरेगा फंड के उचित इस्तेमाल पर हमने जोर दिया। इसका इस्तेमाल विकास कार्यों के लिए होना चाहिए फिर चाहे वो तालाबों का निर्माण हो या फिर सड़कों का निर्माण या पेड़ लगाने का काम।
● 15 अगस्त को लाल किले से मैंने ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ का ऐलान किया था। लगभग 13 हजार करोड़ रुपये का एक प्रारंभिक बजट बनाया गया और पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी गई। 17 सितंबर को एक बड़ा समारोह करके हम इस योजना को आगे बढ़ाने वाले हैं। इससे देश के लगभग 30 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।
● हमारा इरादा यह है कि हम पांच साल में जो काम करें उसे जनता याद रखे। हमें ऐसे काम करने होंगे जिन्हें देश के लोग याद रखें। किसी भी तरह के जन-कल्याण का काम करते समय हमें यह देखना होगा कि उसे लोग कैसे याद रखें। हमें उस हिसाब से काम करना चाहिए जिससे वो सभी का एक हिस्सा बन जाए। जो भी हम काम करें उसे जन-आंदोलन बना देना चाहिए।
● हमारा देश 2047 में विकसित भारत बने - इसके लिए हर गाँव में विकसित गाँव बनाने की ज्योति जलानी है, हर तहसील में विकसित तहसील बनाने की ज्योति जलानी है।
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