Salient points of the address given by Hon'ble Prime Minister Shri Narendra Modi in the felicitation program by the elected women representatives and women karyakartas of BJP on the passing of "Nari Shakti Vandan Adhiniyam"


द्वारा श्री नरेंद्र मोदी -
22-09-2023
Press Release

 

नारी शक्ति वंदन अधिनियमके संसद से पारित होने पर भाजपा की निर्वाचित महिला जन प्रतिनिधियों एवं महिला कार्यकर्ताओं द्वारा अभिनंदन कार्यक्रम में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

 

नारी शक्ति वंदन अधिनियमके संसद से पारित होने पर भाजपा की निर्वाचित महिला जन प्रतिनिधियों एवं महिला कार्यकर्ताओं ने आज शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय विस्तार में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का स्वागत एवं अभिनंदन किया। भाजपा केंद्रीय कार्यालय विस्तार पहुंचते ही आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने महिला कार्यकर्ताओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। ज्ञात हो के महिला आरक्षण संबंधी संविधान संशोधन के संसद के दोनों सदनों से पारित होने पर आज सुबह से ही पार्टी के केंद्रीय कार्यालय विस्तार में महिलायें अपने प्रधानमंत्री जी का स्वागत करने के लिए पूरे उत्साह एवं उमंग के साथ एकत्रित थीं। इस कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा, केंद्र सरकार में वरिष्ठ महिला मंत्रिगण, भाजपा की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष, महिला सांसदगण, विधायक से लेकर भाजपा की बूथ स्तर की महिला कार्यकर्ता भी उपस्थित थीं।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के उद्बोधन के मुख्य बिंदु:

 

       20 और 21 सितंबर को हमने इतिहास को बनते देखा है। मैं पूरे देश को नारीशक्ति वंदन अधिनियम, संसद के दोनों सदनों से पास होने की बधाई देता हूं। हम सबका सौभाग्य है कि ये इतिहास बनाने का अवसर कोटि-कोटि जनों ने हमें दिया है। आने वाली हर पीढ़ी तक इस दिवस की और इस निर्णय की चर्चा होगी।

 

       संसद के दोनों सदनों द्वारा नारीशक्ति वंदन अधिनियम को रिकॉर्ड मतों से पारित किया जा चुका है। कभी-कभी किसी निर्णय में देश का भाग्य बदलने की क्षमता होती है। हम ऐसे ही निर्णय के साक्षी हैं। जिस बात का देश को पिछले कई दशकों से इंतजार था, वो सपना अब साकार हुआ है। ये पूरे देश के लिए बहुत ही खास समय है। यह भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए भी खास है।

 

       आज हर नारी का आत्मविश्वास आसमान छू रहा है। पूरे देश की माताएं, बहनें बेटियां खुशी मना रही हैं। हमें आशीर्वाद दे रही हैं। करोड़ों माताओं बहनों के सपनों को साकार करने का आशीर्वाद हम भाजपा के कार्यकर्ताओं को मिला है। यह हमारे लिए गौरव करने का दिन है।

 

       नारी शक्ति वंदन अधिनियम कोई सामान्य कानून नहीं है। ये नए भारत की नई लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता का उद्घोष है। यह बहुत बड़ा और मजबूत कदम है। महिलाओं का जीवन सुधारने के लिए जो गारंटी मोदी ने दी थी, उसका यह प्रत्यक्ष प्रमाण है। ये अमृतकाल में सबका प्रयास से विकसित भारत के निर्माण की तरफ बड़ा कदम है। मेरे देश की हर माता,बहन और बेटी को मैं फिर से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

 

       लोकतंत्र में महिलाओं की भागीदारी के लिए, इस कानून के लिए भारतीय जनता पार्टी तीन दशकों से अथक प्रयास कर रही थी। ये हमारा कमिटमेंट था। इसे हमने पूरा करके दिखाया है। इसमें कई बाधाएं थीं लेकिन जब नीयत पवित्र हो तो परेशानियों को पार करके भी परिणाम लाती है।

 

       यह अपने आप में रिकॉर्ड है कि इस कानून को संसद के दोनों सदनों में व्यापक समर्थन मिला। पक्ष-विपक्ष ने भी राजनीति से उठकर इसका समर्थन किया। मैं सबको धन्यवाद देता हूं।

 

       भारत को विकसित बनाने के लिए, आज भारत की नारीशक्ति को खुला आसमान दे रहा है। आज देश, माताओं-बहनों-बेटियों के सामने आने वाली हर अड़चन को दूर कर रहा है।

 

       बीते 9 वर्षों में हमने माताओं-बहनों से जुड़ी हर बंदिशों को तोड़ने का प्रयास किया है। हमारी सरकार ने एक के बाद एक ऐसी योजनाएं बनाई हैं, ऐसे कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिससे हमारी बहनों को सम्मान, सुविधा, सुरक्षा और समृद्धि का जीवन मिले।

 

       नारीशक्ति वंदन अधिनियम का दोनों सदनों से पास होना, इस बात का भी साक्षी है कि जब पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार होती है, तो देश कैसे बड़े फैसले लेता है, बड़े पड़ावों को पार करता है।

 

       पहले ये बिल संसद में तो लाया गया, लेकिन लीपापोती हुई, सिर्फ नाम दर्ज कराए गए। बिल को पास कराने के तब निष्ठापूर्वक प्रयास नहीं किए गए क्योंकि इनकी मंशा नहीं थी पास कराने की। इस बार भी, कुछ विपक्षी दलों ने इसका समर्थन तो किया लेकिन कुछ लोगों की आपत्ति थी कि नारी शक्ति वंदन शब्द क्यों लाए? क्या माता-बहनों का वंदन नहीं करना चाहिए?

 

       जो बिल फाड़ा करते थे उनको भी इस अधिनियम का समर्थन करना पड़ा क्योंकि आज की नारी सभी पर भारी है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम देश को बदलने का काम करेगा।

 

       हमने मातृशक्ति के सशक्तिकरण के लिए हर स्तर पर फैसले लिए, किसी के राजनीतिक स्वार्थ को महिला आरक्षण के सामने दीवार नहीं बनने दिया। इससे पहले जब भी ये बिल संसद में आया, अक्सर बवाल हुआ, हंगामा हुआ लेकिन अब आज जब देश में पूर्ण बहुमत की स्थिर सरकार है तो महिला आरक्षण बिल- नारीशक्ति वंदन अधिनियम एक सच्चाई बन गया है।

 

       आज परिवार से लेकर पंचायत तक, economy से लेकर education और entrepreneurship तक, हमारी बहन-बेटियाँ हर क्षेत्र में अभूतपूर्व काम कर रही हैं। भारत को चांद तक पहुंचाने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका रही है। आज हमारे स्टार्टअप्स हो, सेल्फ हेल्प ग्रुप्स हो या स्वच्छता जैसे सामाजिक अभियान, महिलाओं की भागीदारी और भूमिका देश की ताकत बन रही है।

 

       ये कानून देश के लिए काम करने का जज्बा और देश को आगे बढ़ाने की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। अमूल जैसे डेयरी में बड़े बड़े नाम सुनते हैं, उनके मूल में महिलाएं हैं। हम लोग लिज्जत पापड़ जानते हैं, आज मल्टी नेशनल कंपनियों को टक्कर दे रहा है। ये हमारी महिलाओं की क्षमता का प्रतीक है।

 

       नारी शक्ति जब कोई काम को करने की ठान लेती है तो उसे पूरा करके ही मानती है। देश की माताएं-बहनें आशीर्वाद दे रही हैं। मातृशक्ति हम सभी के लिए प्रेरणा है। जब ये शक्ति राष्ट्र निर्माण में लगती है तो कितना विकास हो सकता है इसका अंदाजा भी लगाना मुश्किल है।

 

*******************

To Write Comment Please लॉगिन