Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sudhanshu Trivedi


द्वारा डॉ. सुधांशु त्रिवेदी -
06-10-2023
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

न्यायालय ने ईडी द्वारा संजय सिंह की प्रथम दृष्टया गिरफ्तारी को सही ठहराया है। इससे साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी (आप) में भ्रष्टाचारआमबात हो गयी है।आपके भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का खुलासा होना भीआमहै, उसमें कोईखासनहीं है।

****************

दारू (भ्रष्टाचार) की दरिया में एक के बाद एक डूबते चले जा रहे हैं - पहले एक मंत्री, तो उसके बाद उप-मुख्यमंत्री और अब संसदीय दल के नेता भ्रष्टाचार में जेल जा रहे हैं। इसपर एक पुराने गीत की एक पंक्ति पूरी तरह चरितार्थ होती है कि जिसको देखो वही आज बेहोश है, आज तोयेदीवाना ग़ज़ब ढा गया।

****************

भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी का चाल, चरित्र और चेहरा आये दिन उजागर हो रहा है। अरविंद केजरीवाल के बातों की निर्लज्जता और धृष्टता पूरी तरह जनता के सामने गयी है।

****************

आम आदमी पार्टी भारत के राजनीति में मूल्यों की राजनीति स्थापित करने का दावा करके आयी थी, किंतु आज वह अत्यंत मूल्यहीन पार्टी दिखाई पड़ रही है। अपने आप को कट्टर ईमानदार का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी की ईमानदारी का किरदार अब तार-तार हो गया है।

****************

पहले केजरीवाल सरकार के स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए और फिर उसके बाद उनके उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के आरोपी के रूप मे जेल गए। अब आम आदमी पार्टी के संसदीय दल के नेता संजय सिंह भी भ्रष्टाचार के आरोप में ईडी रिमांड पर हैं।

****************

नई शराब नीति में नीतिगत बदलाव के भी साक्ष्य उभरकर सामने आए हैं। यदि नीतिगत बदलाव शराब घोटाले करने के लिए किया गया है, तो इसमें पूरी आम आदमी पार्टी संलिप्त है, कि सिर्फ संजय सिंह शामिल है।

****************

आम आदमी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि संजय सिंह पर शराब घोटाले केस में कोई आधार नहीं बनता है जबकि कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि संजय सिंह पर भ्रष्टाचार का मामला बनता है और उनकी गिरफ्तारी को अनुचित नहीं बताया जा सकता है।

****************

राउज एवन्यू कोर्ट ने अपने निर्णय में पेज नंबर 10 पर लिखा है कि अदालत ने प्रथम दृष्टया यह माना है कि यह कहीं से नहीं दर्शाता है कि वर्तमान मामले में यह गिरफ्तारी अनपेक्षित, अनुचित या गैर-तार्किक है। यह कहना कि यह गिरफ्तारी अनपेक्षित या अनावश्यक है, यह उचित नहीं है।

****************

अदालत के आदेश के पेज नंबर 11 पर लिखा है कि आरोपी संजय सिंह पर जो आरोप लगे हैं, उसके इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य भी मौजूद हैं कि आरोपी से नेता की मुलाकात हुई है, मुलाकात होने के बाद पैसों के लेन-देन का आरोप भी इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य से मेल खाता है।

****************

अदालती आदेश के पेज नम्बर- 12 पर उल्लेखित प्वाइंट नंबर -13 के अंतिम दो लाइन में लिखा है कि वास्तव में दोष का निर्धारण जांच के बाद होगा लेकिन प्रथम दृष्टया साक्ष्य विश्वास करने और कार्रवाई करने योग्य हैं। इसमें किंतु और परंतु की कोई बात नहीं है।

****************

अदालती आदेश के प्वाइंट नंबर -14 में लिखा है कि जिस प्रकार से साक्ष्य और पैसों के लेन-देन को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं, उसके अनुसार आरोपी को हिरासत में रखकर पूछताछ करना आवश्यक प्रतीत होता है।

****************

शराब घोटाले की सीबीआई जांच शुरू होते ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने नई शराब नीति क्यों वापस ली? आखिर सबकुछ सही था तब नई शराब नीति को वापस क्यों ली? वापस लेने के बाद भी नई शराब नीति को सही ठहरा रहे हैं, ऐसा क्यों?

****************

आम आदमी पार्टी शराब घोटाले के दलदल में निरंतर धंसती ही जा रही है। आम आदमी पार्टी ने जैसा कर्म किया है, वह कर्म अब पूरी चुनौती के साथ उनके सामने रही है।

****************

नए राजनीतिक प्रयोग का परिणाम कितना दुखद और देश के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, यह सबके सामने गया है। आम आदमी के चेहरे पर चढ़ा हुआ ईमानदारी का मुखौटा भी कितनी जल्दी उतर गया है, जो भारत की राजनीति के लिए कितना खतरनाक है।

****************

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने आज शुक्रवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह की शराब घोटाले मामले में गिरफ्तारी पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया और कहा कि न्यायालय ने ईडी द्वारा संजय सिंह की गिरफ्तारी को प्रथम दृष्टया सही ठहराया है। इससे साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी (आप) में भ्रष्टाचारआमबात हो गयी है।आपके भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का खुलासा होना भीआमहै, उसमें कोईखासनहीं है।

 

भाजपा प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा कि दारू (भ्रष्टायचार) की दरिया में एक के बाद एक डूबते चले जा रहे हैं - पहले एक मंत्री, तो उसके बाद उप मुख्यमंत्री और अब संसदीय दल के नेता भ्रष्टाचार के आरोपी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉ त्रिवेदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी का चाल, चरित्र और चेहरा आये दिन उजागर हो रहा है। अरविंद केजरीवाल के बातों की निर्लज्जता और धृष्टता पूरी तरह से जनता के सामने गयी है। देश की जनता भी राजनीति के इस तरह के नए प्रयोग पर जरूर विचार करेगी, क्योंकि दिल्ली की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है। आम आदमी पार्टी भारत के राजनीति में मूल्यों की राजनीति स्थापित करने का दावा करके आयी थी, किंतु आज वह अत्यंत मूल्यहीन पार्टी दिखाई पड़ रही है।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि अपने आप को कट्टर ईमानदार का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी की ईमानदारी का किरदार अब तार-तार हो गया है। पहले केजरीवाल सरकार के स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए और फिर उसके बाद उनके उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के आरोपी के रूप मे जेल गए। अब आम आदमी पार्टी के संसदीय दल के नेता संजय सिंह भी भ्रष्टाचार के आरोप में ईडी रिमांड पर हैं। आम आदमी पार्टी को उसके भ्रष्टाचार का आईना दिखाते हुए उन्होंने कहा कि कि कल न्यायालय के आदेश से स्पष्ट हो रहा है कि शराब घोटाले के पैसे का लेन-देन हुआ है, चुनाव में उसका प्रयोग किया गया है और उससे भी खास बात ये कि घोटाला करने के लिए नई शराब नीति में नीतिगत बदलाव के भी साक्ष्य उभरकर सामने आए हैं। यदि नीतिगत बदलाव शराब घोटाले करने के लिए किया गया है, तो इसमें पूरी आम आदमी पार्टी संलिप्त है, कि सिर्फ संजय सिंह शामिल है।

 

डॉ त्रिवेदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि संजय सिंह पर शराब घोटाले केस में कोई आधार नहीं बनता है जबकि ईडी द्वारा संजय सिंह की गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद,  दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि संजय सिंह पर भ्रष्टाचार का मामला बनता है और उनकी गिरफ्तारी को अनुचित नहीं बताया जा सकता है।

 

       राउज एवन्यू कोर्ट ने अपने निर्णय में पेज नंबर 10 पर लिखा है कि अदालत ने प्रथम दृष्टया यह माना है कि यह कहीं से नहीं दर्शाता है कि वर्तमान मामले में यह गिरफ्तारी अनपेक्षित, अनुचित या गैर-तार्किक है। यह कहना कि यह गिरफ्तारी अनपेक्षित या अनावश्यक है, यह उचित नहीं है।

 

       अदालत के आदेश के पेज नंबर 11 पर लिखा है कि आरोपी संजय सिंह पर जो आरोप लगे हैं, उसके इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य भी मौजूद हैं कि आरोपी से नेता की मुलाकात हुई है, मुलाकात होने के बाद पैसों के लेन-देन का आरोप भी इलेक्ट्रॉनिक्स साक्ष्य से मेल खाता है।

 

       अदालती आदेश के पेज नम्बर- 12 पर उल्लेखित प्वाइंट नम्बर-13 के अंतिम दो लाइन में लिखा है कि वास्तव में दोष का निर्धारण जांच के बाद होगा लेकिन प्रथम दृष्टया साक्ष्य विश्वास करने और कार्रवाई करने योग्य हैं। इसमें किंतु और परंतु की कोई बात नहीं है।

 

       अदालती आदेश के प्वाइंट नंबर -14 में लिखा है कि जिस प्रकार से साक्ष्य और पैसों के लेन-देन को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं, उसके अनुसार आरोपी को हिरासत में रखकर पूछताछ करना आवश्यक प्रतीत होता है।

 

डॉ त्रिवेदी ने अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछा कि शराब घोटाले की सीबीआई जांच शुरू होते ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने नई शराब नीति क्यों वापस ली? आखिर सबकुछ सही था तब नई शराब नीति को वापस क्यों ली? वापस लेने के बाद भी नई शराब नीति को सही ठहरा रहे हैं, ऐसा क्यों? सच्चाई यह है कि आम आदमी पार्टी शराब घोटाले के दलदल में निरंतर धंसती ही जा रही है। आम आदमी पार्टी ने जैसा कर्म किया है, वह कर्म अब पूरी चुनौती के साथ उनके सामने रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एक के बाद एक नेता भ्रष्टाचार मामले के आरोपी के रूप में उभरकर सामने आ रहे हैं। भ्रष्टाचार में कोई मंत्री, तो उसके बाद उप मुख्यमंत्री और उसके बाद संसदीय दल के नेता भ्रष्टाचार के आरोपी बन रहे हैं, तो भगवान जाने क्या होगा? इस पर पुराने गीत की पंक्ति चरितार्थ होती नजर आ रही है कि जिसको देखो, वही आज मदहोश है, आज तोयेदीवाना गजब ढा गया।

 

वैश्विक पटल पर भारत की सशक्त पहचान और भारतीय राजनीति में आम आदमी पार्टी जैसे भ्रष्टाचारी पार्टी होने की कड़ी को आपस में जोड़ते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एक ओर, आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत प्रखरता और दृढ़ता के साथ नई भूमिका को निभाने के लिए विश्व पटल पर उभर रहा है। वहीं दूसरी ओर, देश की जनता के लिए यह भी एक विचारणीय विषय है, जो राजनीति में नए प्रयोग की बात करते हैं, अब उसका दौर नहीं रहा। नए राजनीतिक प्रयोग का परिणाम कितना दुखद और देश के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, यह सबके सामने गया है। आम आदमी के चेहरे पर चढ़ा हुआ ईमानदारी का मुखौटा भी कितनी जल्दी उतर गया है, जो भारत की राजनीति के लिए कितना खतरनाक है।

 

******************

To Write Comment Please लॉगिन