आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित “महाराष्ट्र एवं झारखंड के विधान सभा चुनाव एवं अन्य राज्यों में हुए उपचुनावों में भाजपा को अभूतपूर्व आशीर्वाद देने के लिए जनता का हृदय से आभार” कार्यक्रम में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज शनिवार को भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित “महाराष्ट्र एवं झारखंड के विधान सभा चुनाव एवं अन्य राज्यों में हुए उपचुनावों में भाजपा को अभूतपूर्व आशीर्वाद देने कके लिए जनता का हृदय से आभार” कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं के हुजूम को संबोधित किया और भारतीय जनता पार्टी की जीत को सत्य एवं न्याय की जीत बताते हुए जनता-जनार्दन को नमन किया। कार्यक्रम में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह सहित पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी, नेतागण तथा भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने “जय भवानी, जय शिवाजी” के नारे के साथ अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में विकासवाद व सुशासन की जीत हुई, सच्चे सामाजिक न्याय की जीत हुई है। महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मजबूत किया है।
● आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब पूरी तरह से हारा है। विभाजनकारी ताकतें पूरी तरह से हारी हैं। निगेटिव पॉलिटिक्स और परिवारवाद की हार हुई है। मैं देशभर के भाजपा, एनडीए के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई देता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं।
● आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के नतीजे आए। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर एक बार और समर्थन जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश सिर्फ विकास चाहता है। मैं माताओं-बहनों, किसानों का, युवाओं का, देश की जनता का नमन करता हूं। मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। वहां के विकास के लिए और काम करेंगे।
● छत्रपति शिवाजी महाराज, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर, सावित्री फुले, बाला साहेब ठाकरे की पावन धरती महाराष्ट्र ने जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। बीते 50 साल में किसी भी पार्टी, किसी भी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है।
● ये लगातार तीसरी बार है जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने विजयी बनाया है। ये भी लगातार है जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गर्वनेंस मॉडल पर जनता के विश्वास की मुहर है।
● महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है जिसने भाजपा को लगातार तीन बार जनादेश दिया है। गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को तीन बार लगातार जनादेश मिला है।
● महराष्ट्र में अकेले भाजपा को कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से ज्यादा सीटें मिली है। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है तो देश सिर्फ भाजपा और NDA पर भरोसा करता है। इस विश्वास को बनाए रखने के लिए हम कोई कसर नहीं रखेंगे। मैं आज महाराष्ट्र का जनता का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं।
● महाराष्ट्र देश का एक बहुत जरूरी ग्रोथ इंजन है। इसलिए यहां के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वह विकसित भारत का बहुत बड़ा आधार बनेगा। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र चुनाव का जनादेश है एकजुटता - एक हैं तो सेफ हैं। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है - एक हैं तो सेफ हैं।
● विपक्ष ने सोचा था संविधान और आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर एससी एसटी, ओबीसी को समूहों में बांट देंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सीधे से खारिज कर दिया है।
● महराष्ट्र ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सजा दी है। ओबीसी, दलित, आदिवासी सहित सभी वर्ग ने भाजपा-एनडीए को वोट दिया। जनता ने कांग्रेस और उसके साथियों की सोच के इकोसिस्टम पर करारा जवाब दिया है जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे हैं।
● हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। इसलिए हमें वोट मिला है। छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा आबेडकर, महात्मा फुले, सावित्री फुले को माना है।
● कांग्रेस को सालों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को क्लासिकल लेंग्वेज का दर्जा दिया। मातृभाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान, इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार और इतिहास में हैं। मैं तो हमेशा कहता हूं कि मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान।
● इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य मतदाता के विवेक को कम आंकते हैं। देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश के मतदाता ‘नेशन फर्स्ट’ के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट के साथ हैं, उन्हें देश का नेचर पसंद नहीं आ रहा।
● जो राजनीतिक दल एक राज्य में बड़े-बड़े वादे करता है, जनता दूसरे राज्य में उसकी performance देखती है। इसलिए, कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के सीएम मैदान में उतारे, तब भी इनकी चाल कामयाब हुई। इनके झूठे वादे नहीं चले।
● महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है। वह यह कि पूरे देश में एक ही संविधान चलेगा - वह है बाबा साहेब का संविधान, भारत का संविधान। देश में जो दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा।
● कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से धारा 370 की दीवार बनाने का काम किया। यह संविधान का अपमान है। कांग्रेस और उसके सहयोगियों को स्पष्ट कहना चाहता हूँ कि कान खोलकर सुन लो, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को जम्मू-कश्मीर में वापस नहीं ला सकती है।
● महाराष्ट्र चुनाव ने इंडी वालों का, अघाड़ी वालों का दोमुंहां चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं कि बाला साहेब ठाकरे का देश-समाज के लिए कितना बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने अपने लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ ले लिया लेकिन बाला साहेबकी तस्वीर निकाल दी। कांग्रेस का कोई भी नेता बाला साहेब की प्रशंसा नहीं करता है।
● कांग्रेस का मकसद सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है। कांग्रेस ने पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया, उन्हें गालियां दी।
● भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस के लिए अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। आंध्र, अरुणाचल, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया है।
● कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति लगातार fail हो रही है लेकिन उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। कांग्रेस परजीवी पार्टी बन चुकी है। वह अपने साथियों का नाव भी डुबो देती है।
● महाराष्ट्र में कांग्रेस के गठबंधन ने यहां की हर पांच में से 4 सीटें हारी हैं। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 फीसदी से कम है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने अपनी जान छुड़ा ली, वरना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।
● हमारे संविधान निर्माताओं ने 1947 में विभाजन की विभिषिका के बीच में भी हिंदू संस्कार और परंपरा को निभाते हुए पंथ निरपेक्षता की राह को चुना था। कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्युलरिज्म के नाम पर उसे बदनाम किया। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला है। संविधान के साथ कांग्रेस के एक परिवार ने विश्वासघात किया है।
● कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए। इसके लिए उसने सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की भी परवाह नहीं की। वक्फ बोर्ड इसका उदाहरण है। हालात ये था कि 2014 में सरकार से जाते-जाते कांग्रेस ने दिल्ली की कई संपत्ति वक्फ बोर्ड को सौंप दी थी। बाबा साहेब के संविधान में वक्फ कानून को कई स्थान नहीं है। फिर भी कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड की व्यवस्था पैदा कर दी।
● कांग्रेस के शाही परिवार की सोच इतनी विकृत हो गई है कि उन्होंने सामाजिक न्याय की व्यवस्था को चूर-चूर कर दिया। आज यही कांग्रेस और उसका परिवार खुद ही स्वार्थ में सत्ता भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला घोंट दिया है। एक परिवार की सत्ता भूख इतनी चरम पर है कि उन्होंने अपनी पार्टी को ही खा लिया है।
● देश के अलग-अलग भागों में कांग्रेस के पुराने लोग हैं जो अपने जमाने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं लेकिन आज की कांग्रेस की आदत, व्यवहार से साफ पता चल रहा है कि ये वो कांग्रेस नहीं है। कांग्रेस में आतंरिक रूप से असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। एक परिवार को कांग्रेस चलाने का हक है, केवल वही काबिल हैं, बाकी सब नहीं - इनकी इसी सोच ने कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल कर दिया है।
● कांग्रेस का परिवार सत्ता के बिना जी नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को, उत्तर में जाकर दक्षिण को और विदेश में जाकर देश को गाली देना - यही इनका काम है।
● हर दिन नया झूठ बोलते रहना, कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद भारत के सामने चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इसका रिमोट देश के बाहर है। इससे बचना जरूरी है। कांग्रेस की हकीकत जानना जरूरी है।
● हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर हमने बात की थी। आज महाराष्ट्र के सभी शहरों ने आज स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब, मिडिल क्लास ने भाजपा का समर्थन किया है। आधुनिक भारत का संदेश दिया है। हमारे महानगरों ने विकास को चुना है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को चुना है। विकास की बाधाओं को नकार दिया है।
● आज का शहरी भारत इज ऑफ लिविंग चाहता है, इसके लिए उनका भरोसा भाजपा-एनडीए पर है। आज भाजपा देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर में अवसर देने का काम कर रही है। स्टार्टअप के लिए बीजेपी नीतियां बना रही है। निर्णय ले रही है।
● हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास का इंजन हैं। शहर के विकास से गांव को ताकत मिलती है। हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों के लिस्ट में आए हैं। बीजेपी-एनडीए की सरकारें इसी लक्ष्य के लिए काम कर रही है।
● मैं एक लाख ऐसे युवाओं को भाजपा में लाना चाहता हूं जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। ऐसे उम्मीदवारों को आज जनता ने समर्थन दिया है। लोकतंत्र में जय-पराजय चलती रहेगी। चुनाव आएंगे-जाएंगे लेकिन भाजपा का ध्येय देश बनाने का है, केवल सरकार का बनाने का नहीं। हम विकसित भारत बनाने के लिए निकले हैं।
● भाजपा का हर कार्यकर्ता देश के विकास में जुटा है। आप विश्वास इसको और मजबूत करता है। हमारे प्रतिनिधि विकास के संकल्प के प्रतिबद्ध हैं। हमें सेवक बनकर देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। उन सपनों को पूरा करना है जो देश की आजादी के मतबालों ने भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत के सपने को साकार करना है।
● केवल 10 सालों में हमने भारत को दुनिया की सबसे 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बना दिया है। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे। एकजुट होकर आगे बढे़ंगे। तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ - एक हैं तो सेफ हैं - भारत माता की जय। वंदे मारतम।
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