Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra in Bhubaneswar (Odisha).


by Shri Sambit Patra -
05-10-2023
Press Release

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचारियों का डॉन है। केजरीवाल सरकार में शराब घोटाला करने वाला एक भी भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, क्योंकि दिल्ली सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है।

********************

मोदी सरकार में कानून अपना काम करेगी, लेकिन आम आदमी पार्टी की राजनीति है कि सीना ठोक कर घोटाला करो और पकड़े जाओं, तो उस पर सवाल उठाओ।

********************

मीडिया के सूत्रों के अनुसार संजय सिंह के घर से बरामद कागजात से शराब घोटाले के तार आम आदमी पार्टी के बहुत बड़े नेताओं तक पहुंच रहा है।

********************

क्या कारण था कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने पुराने शराब नीति को बदल दिया? क्या कारण था कि शराब उत्पादक को रिटेल कारोबार करने का अधिकार दिया गया? क्या कारण था कि शराब की बिक्री पर पहले 2 प्रतिशात कमीशन था, जिसे बढ़कार 12 प्रतिशत कर दिया गया?

********************

केजरीवाल सरकार ने शराब बिक्री पर कमीशन बढ़ाकर निजी कारोबारियों के पास पैसा पहुंचाया और उसके बाद कमीशन का वह पैसा घूम कर आम आदमी पार्टी के पास पहुंच जाता है। इस घोटाले की साजिश के पीछे मनीष सिसोदिया और संजय सिंह प्रमुख भूमिका निभा रहे थे।

********************

दिल्ली की जनता की 30 करोड़ रुपए शराब कारोबारी लाइसेंस होल्डरों को वापिस क्यों की गयी? क्या कारण था कि केजरीवाल सरकार को नई शराब नीति वापस लेनी पड़ी? अगर नई शराब नीति इतनी अच्छी थी, तब वापस क्यों ली गयी?

********************

क्या कारण था कि केजरीवाल सरकार में शराब कारोबारियों का 145 करोड़ रुपए माफ कर दिए गए, वह भी बिना कैबिनेट की मंजूरी के? किसने माफ करने की इजाजत दी? यदि संयज सिंह और मनीष सिसोदिया इस घोटाले के लिए जिम्मेदार है, तो क्या कानून उन्हें छोड़ देगी?

********************

केजरीवाल जी के पास उनकी सरकार में भ्रष्टाचार होने का तथ्य होता, तो सत्येन्द्र जैन और मनीष सिसोदिया आज जेल में होते और दोनों जेल में वीआईपी सुविधा नहीं ले रहे होते।

********************

संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा को केजरीवाल सरकार के तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया से भी मुलाकात कराई। तब, दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के बार एंड रेस्टॉरेंट मालिकों से मिलकर लाखों रुपए इकट्ठा करके संजय सिंह एवं मनीष सिसोदिया को पहुंचाया।

********************

दिनेश अरोड़ा ने सीबीआई के सामने स्वयं स्वीकार किया है कि आम आदमी पार्टी के लिए पैसा इकठ्ठा करने के बदले तत्कालीन शराब मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिनेश अरोड़ा को एक्ससाइज मामले में मदद की।

********************

आम आदमी पार्टी से जब भी कोई राशन कार्ड, फर्जी डिग्री या भ्रष्टाचार के मामले में पकड़ा गया हो, अरविंद केजरीवाल उन भ्रष्ट मंत्रियों के साथ ही खड़े होते हें और उसके बाद टांय-टांय फिस्स।

********************

संजय सिंह के साथ भी यही होने वाला है। केजरीवाल जी ने बस औपचारिकता निभा दी, प्रेस कांफ्रेंस कर दी, अब वे मुड़कर भी संजय सिंह को देखने वाले नहीं हैं।

********************

पंजाब जब कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की ड्रग के एक पुराने केस में गिरफ्तारी होती है, तब आम आदमी पार्टी प्रेस कांफ्रेंस करके कहती है किकानून अपना काम करेगी।अब जब उसके सांसद शराब घोटाले में गिरफ्तार हुए हैं तो कह रही है किकानून अपना काम नहीं कर रही है, मोदी सरकार बौखलाहट में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

********************

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज भुबनेश्वर, ओडिशा में आयोजित प्रेसवार्ता में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रेस कांफ्रेंस करने पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचारियों का डॉन है। केजरीवाल सरकार में शराब घोटाला करने वाला एक भी भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, क्योंकि दिल्ली सरकार को करोड़ों रुपए की राजस्व का नुकसान हुआ है। मोदी सरकार में कानून अपना काम करेगा, लेकिन आम आदमी पार्टी की राजनीति है कि सीना ठोककर घोटाला करो और पकड़े जाओं, तो उस पर सवाल उठाओ।

 

भारतीय जनता  पार्टी ने आम आदमी पार्टी के संयोजक से सवाल पूछा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की ड्रग के एक पुराने केस में गिरफ्तारी होती है, तब आम आदमी पार्टी प्रेस कांफ्रेंस करके कहती है किकानून अपना काम करेगी।आप के विधायक या सांसद जब शराब घोटाले में गिरफ्तार होते हैं, तब आप कहती है किकानून अपना काम नहीं कर रही है, मोदी सरकार बौखलाहट में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

 

अरविंद केजरीवाल की शराब घोटाले में संलिप्त होने की ओर इशारा करते हुए डॉ संबित पात्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी कोई जेबकतरा या चेन स्नैचर नहीं है, यह कोई चिंदी चोर या डकैत भी नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार का डॉन है। ईडी कार्रवाई के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं में बौखलाहट स्पष्ट रूप से दिख रहा है। मीडिया के सूत्रों के अनुसार संजय सिंह के घर से बरामद कागाजात से शराब घोटाले के तार आम आदमी पार्टी के बहुत बड़े नेताओं तक पहुंच रहा है।

 

शराब घोटाले के पन्ने पलटते हुए डॉ संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने 22 मार्च 2019 को नयी शराब नीति बनायी और 17 नंवम्बर 2021 को लागू किया। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता करके कहा था कि दुनिया में ऐसी शराब नीति कहीं नहीं है, इससे हम मालामाल हो जाएंगे। दुनिया में पहली बार ऐसा हुआ है कि शराब की बोतले तो ज्याद बिकी, किन्तु दिल्ली सरकार को राजस्व कम आया। दुनिया में कहीं ऐसा हुआ है कि शराब की बोतले ज्यादा बिके और राजस्व कम आए, पूरे विश्व ऐसा नहीं हुआ है।

 

भारतीय जनता पार्टी ने अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और आम आदमी पार्टी से सवाल पूछे और उनसे जवाब की उम्मीद की।

 

       क्या कारण था कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने पुराने शराब नीति को बदल दिया? जबकि, दिल्ली सरकार के एक्ससाईज विभाग ने कानूनी सलाह दी थी कि दिल्ली सरकार के पुरानी शराब नीति को नहीं बदला जाए। विभागी सुझाव के बावजूद पुराने शराब नीति को बदल दिया  गया।

 

       क्या कारण था कि शराब उत्पादक को रिटेल कारोबार करने का अधिकार दिया गया? शराब उत्पादकों के हाथ में रिटेल कारोबार देना, गैर कानूनी है, मगर केजरीवाल सरकार ने शराब उत्पादकों को रिटेल कारोबार का अधिकार दिया।

 

       क्या कारण था कि शराब की बिक्री पर पहले 2 प्रतिशात कमीशन था, जिसे बढ़कार 12 प्रतिशत कर दिया गया? हिन्दुस्तान के किसी राज्य में इस तरह कमीशन बढ़ाने की घटना पहली बार हुआ है। इस 12 प्रतिशत कमीशन में से 6 प्रतिशत घुमफिर कर आम आदमी पार्टी की तिजोरी में पहुँच जाती थी।

 

       केजरीवाल सरकार ने शराब बिक्री पर कमीशन बढ़ाकर निजी कारोबारियों के पास पैसा पहुंचाया और उसके बाद कमीशन का वह पैसा घूम कर आम आदमी पार्टी के पास पहुंच जाता है। इस घोटाले की साजिश के पीछे मनीष सिसोदिया और संजय सिंह प्रमुख भूमिका निभा रहे थे। भ्रष्टाचारियों को मालूम होना चाहिए कि कानून अपना काम करेगी, जो लोग भी जनता की गाढ़ी कमाई के पैसा को शराब के माध्यम से लूटा है, उन सभी भ्रष्टाचारियों को छोड़ा नहीं जाएगा।

 

       क्या कारण था कि केजरीवाल सरकार में शराब कारोबारियों का 145 करोड़ रुपए माफ कर दिए गए, वह भी बिना कैबिनेट की मंजूरी के? किसने माफ करने की इजाजत दी? यदि संयज सिंह और मनीष सिसोदिया इस घोटाले के लिए जिम्मेदार है, तो क्या कानून उन्हें छोड़ देगी? कानून का हाथ ऐसे भ्रष्टाचारियों के गिरेबान तक पहुंचेगा ही।

 

       एयरपोर्ट ऑथरिटी ने दिल्ली एयरपोर्ट जोन में शराब के ठेके खोलने से मना कर दिया था। उसके बाद एयरपोर्ट जोन में शराब ठेका खोलने वाले लाइसेंस होल्डर की जमा राशि 30 करोड़ रुपए वापिस लौटा दिए गए, जबकि उस जमा-राशि को जब्त होनी चाहिए थी। सांसद संयज सिंह जवाब दें कि दिल्ली की जनता की 30 करोड़ रुपए शराब कारोबारी लाइसेंस होल्डरों को वापिस क्यों की गयी?

 

       क्या कारण था कि ठीक-ठाक तरीके से रिसर्च करके केजरीवाल सरकार ने नई शराब नीति लायी थी और अन्तोत्वगत्वा, केजरीवाल सरकार को नई शराब नीति क्यों वापस लेनी पड़ी? अगर नई शराब नीति इतनी अच्छी थी तब वापस क्यों ली गयी?

 

डॉ पात्रा ने कहा कि शराब घोटाले को लेकर 2022 में सीबीआई ने 2022 में दिल्ली में एक केस दर्ज किया। शराब घोटाले में मनी लॉंडिंग हुई थी, इस वजह से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी केस दर्ज की। शराब घोटाले में आप के संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, अधिकारी एवं शराब कारोबारी सहित अन्य लोग जेल गए।

 

       शराब घोटाले का एक आरोपी कारोबारी दिनेश अरोड़ा है, जो शराब घोटाले का अप्रूवर बना है, उसने बताया कि 2020 में संजय सिंह ने उसे फोन करके मुलाकात की। संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा से कहा कि हमलोगों को मोटा पैसा इक्ट्ठा करने है, इसके लिए बार एडं रेस्टोरेंट मालिकों से बात करके मोटा पैसा इकट्ठ करो।

 

       संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा को केजरीवाल सरकार के तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया से भी मुलाकात कराई। तब, दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के बार एंड रेस्टॉरेंट मालिकों से मिलकर लाखों रुपए इकट्ठा करके संजय सिंह एवं मनीष सिसोदिया को पहुंचाया।

 

       जांच में सामने आया है कि दिनेश अरोड़ा ने सीबीआई के सामने स्वयं स्वीकार किया है कि उनका एक मामला एक्ससाइज डिपार्टमेंट में फंसा हुआ था। इस वजह से दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह और मनीष सिसोदिया की बात मानी और पैसा इकठ्ठा करके आप नेताओं को पहुंचाया, इसके बदले तत्कालीन शराब मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिनेश अरोड़ा को एक्ससाइज मामले में मदद की।

 

       जांच के बाद जनवरी 2023 में ईडी ने संजय सिंह के नाम को चार जगहों पर अपने चार्जशीट में दर्ज किया। इसके बाद अरविंद केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के नेताओं जमकर ड्रामा और हो-होल्ला मचाया था, जबकि ईडी के चार्जशीट में एक जगह पर टाइपिंग गलती से संजय सिंह का नाम जुड़ गया था,  जबकि तीन जगहों पर संजय सिंह के नाम का जिक्र किया गया था। आप नेता यहां तक कह डाला कि संजय सिंह ने ईडी को हड़का दिया और ईडी डर गया।

 

       कल मुझे आश्चर्य लगा कि अरविंद केजरीवाल कह रहे थे कि संजय सिंह के घर से कुछ नहीं निकला। अगर कुछ नहीं निकला तो संजय सिंह की गिरफ्तारी कैसे हो सकती है? जब जेबकतरा पकड़ा जाता है, तो उसके घर या जेब से बटुआ-पर्स निकलता है। जब चेन स्नैचर पकड़ा जाता है तो उसके घर या जेब से लोगों से छीनी हुई सोने की चेन मिलता है। जब चिंदी चोर निकलता है, तो उसके घर से टोटी और चोरी अन्य सामन मिलता है। जब डकैत पकड़ा जाता है, तो उसके घर से कट्टे और छररे बरामद होता है। जब भ्रष्टाचार का डॉन पकड़ा जाता है, तो उसके घर से बटुआ, सोने की चेन, टोटी या कट्टे और छररे नहीं बरामद होता है, बल्कि उसके घर से पक्षपात करने वाला कागजात निकलता है। कई बार मोबाइल फोन के अंदर या लैपटॉप में बंद आपत्तिजनक डिजिटल कागजात बरामद होता है।

 

अरविंद केजरवाल पर लूट-खसोट की राजनीति करने का आरोप लगाते डॉ संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल जी सिर्फ इधर-उधर की बात करते हैं किन्तु वे काम की बात नहीं करते है। अगर अरविंद केजरीवाल जी काम की बात करते और न्यायालय में जाकर सही कागजात और सही आंकड़े पेश कर देते, तो क्या तत्कालीन शराब मंत्री और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल में होते? केजरीवाल जी कहते थे कि मनीष सिसोदिय सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री हैं। जब मनीष सिसोदिया गिरफ्तार हुए तो केजरीवाल जी उनके घर गए थे, जैसे वे आज संजय सिंह के घर गए हैं। लेकिन केजरीवाल जी के पास उनकी सरकार में भ्रष्टाचार होने का तथ्य होता, तो सत्येन्द्र जैन और मनीष सिसोदिया आज जेल में होते और दोनों जेल में वीआईपी सुविधा नहीं ले रहे होते।

 

डॉ संबित पात्रा ने अरविंद केजरीवाल पर स्व-केंद्रित स्वार्थ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी से जब भी कोई राशन कार्ड मामले में पकड़ा गया हो, या फर्जी डिग्री के लिए पकड़ा गया हो, या भ्रष्टाचार के लिए पकड़ा गया हो, अरविंद केजरीवाल जी उन मंत्रियों के साथ खड़े होते हें और उसके बाद टांय-टांय फिस्स। संजय सिंह के साथ भी यही होने वाला है, केजरीवाल जी ने बस औपचारिकता निभा दी, प्रेस कांफ्रेंस कर दी, अब वे मुड़कर भी संजय सिंह को देखने वाले नहीं हैं।

 

************************

To Write Comment Please Login