Salient points of press conference of senior BJP Leader Shri Ravi Shankar Prasad


by Shri Ravi Shankar Prasad -
25-03-2023
Press Release

 

 

भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री रवि शंकर प्रसाद की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

·       यह प्रेस कांफ्रेंस राहुल गाँधी की झूठी, बेबुनियाद बातों का जवाब देने के लिए आहूत की गई है. राहुल गांधी का वक्तव्य झूठ का पुलिंदा हैं। झूठे आरोप लगाना, बदनाम करना, अपमानित करना और आगे बढ़ जाना राहुल गांधी जी की फितरत बन गई है.

 

·       अपनी आदत की मुताबिक राहुल गाँधी ने आज भी प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से उन्होंने गलत बयानी कर देश को भटकाने की कोशिश की है. वह अपने आप को देश से बड़ा समझते हैं. अपने को संवैधानिक संस्थाओं से बड़ा समझते हैं, न्यायालय से और संसद से भी बड़ा समझते हैं.

 

·       राहुल गाँधी को सजा हुई है 2019 में दिए गए उनके भाषण पर. आज अपनी प्रेस वार्ता में राहुल गांधी ने कहा कि मैं सोच समझ कर बोलता हूं, तो राहुल गांधी 2019 में जो बोले थे, वह सोच समझ कर बोले थे! 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक में कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? आखिर राहुल गाँधी के इस वक्तव्य का तात्पर्य क्या था?

 

·       ‘मोदी’ सरनेम जाति सूचक शब्द है, जो देश के अति पिछड़े समाज से आते हैं। इस प्रकार, राहुल गाँधी ने अति पिछड़े समाज का अपमान किया था. उन्हें आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन गाली देने का नहीं. राहुल गांधी ने ‘मोदी’ सरनेम पर अपशब्द कहा, तो क्या उन पर कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए ?

 

·       यदि राहुल गाँधी सोचते हैं कि किसी को भी गाली देने और अपमानित करने का उन्हें अधिकार है, तो उनकी गाली से पीड़ित व्यक्ति को भी मानहानि का मुकदमा दर्ज करने का अधिकार है। भारतीय दंड संहिता के अनुसार, कोई भी व्यक्ति यदि किसी संगठन या किसी व्यक्ति विशेष को गाली देता या अपमानजनक शब्द कहता है, तो पीड़ित व्यक्ति या संस्था द्वारा उसके खिलाफ मानहानी का मुकदमा दायर करने का अधिकार होता है। क्या कांग्रेस पार्टी को इस कानून से भी परेशानी है?

 

·       कोर्ट में राहुल गाँधी को भी उनके वकील के माध्यम से बात रखने का भरपूर मौका मिला. कोर्ट ने राहुल गाँधी से पूछा आप माफ़ी मांगेंगे, उन्होंने स्पष्ट कहा माफ़ी नहीं मांगेंगे, तब कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया. वैसे भी, मानहानि मामले में राहुल गाँधी पर 7 और मुकदमे देश के विभिन्न भागों में चल रहे हैं. भाजपा नेता श्री सुशील कुमार मोदी ने भी सरनेम मामले को लेकर पटना में राहुल गांधी के खिलाफ एक केस दर्ज कर रखा है। उस मामले में भी राहुल गांधी बेल पर हैं।

 

·       राहुल गाँधी यदि सोच समझकर बोलते हैं, तो इस आधार पर भारतीय जनता पार्टी मानती है कि उन्होंने जान बूझकर पिछड़ों का अपमान किया जिसकी हम कड़ी भर्त्सना करते हैं. राहुल गाँधी द्वारा पिछड़ों के अपमान के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी पूरे देश भर में आंदोलन करेगी.

 

·       कांग्रेस पार्टी में बड़े बड़े वकीलों की फ़ौज है। वे सूरत सेशन कोर्ट, हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाकर राहुल जी के लिए स्टे आर्डर के लिए आग्रह क्यों नहीं किये? राहुल जी को कोर्ट जाने से किसने मना किया था? भाजपा इस सवाल का जवाब जानना चाहती है.

 

·       क्या राहुल गाँधी नाख़ून कटा कर शहीद होने की कोशिश कर रहे हैं? भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट आरोप है कि जान बूझकर स्टे आर्डर नहीं लिया गया ताकी कर्नाटक विधान सभा चुनाव में राहुल गाँधी प्रकरण को भुनाया जा सके. ऐसा संकेत राहुल गाँधी की बहन और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी दिया है.

 

·       कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा जी की गिरफ्तारी मामले में चंद घंटों में ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया और कोर्ट से उन्हें राहत भी मिली।

 

·       राहुल गाँधी के आज की प्रेस कांफ्रेंस एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा था कि राहुल गाँधी को एक बलिदानी बताओ और कर्नाटक चुनाव में इसका लाभ लो.

 

·       या फिर दूसरी बात क्या ये भी है कि कांग्रेस कि कांग्रेस पार्टी की अंदरुनी राजनीति के तहत यह कवायद हो कि राहुल गाँधी को हटाओ, कांग्रेस बचाओ? इस सवाल का जवाब तो कांग्रेस पार्टी को देना पड़ेगा.

 

·       संसद सदस्यता जाने के मामले में राहुल गाँधी अकेले नहीं है, बल्कि अब तक 32 सांसदों की सदस्यता गयी है, जिसमें भाजपा के 6 नेता हैं और देश के अन्य पार्टियों के भी नेता शामिल हैं.

 

·        जहां तक राहुल गांधी की सदस्यता जाने की बात है, जनप्रतिनिधि कानून पर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने लिलि थॉमस केस में बहुत स्पष्ट आर्डर दिया है कि यदि दो साल की सजा हुई और दोष सिद्ध होने के बाद उसके ऊपर रोक नहीं लगी, तो जनप्रतिनिधि की सदस्यता खत्म हो जाती है। लोकसभा में केवल इसकी पुष्टि होनी थी।

 

·        लोकसभा अध्यक्ष ने सिर्फ कानूनी स्थिति को स्पष्ट किया है। उनको निर्णय लेने की जरूरत नहीं है, बल्कि कानून के आधार पर उन्होंने आदेश जारी किया है। संविधान के अनुच्छेद 102 (1) (ई) के प्रावधानों के संदर्भ में जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 8 के आदेश निकाला गया है।

 

·       राहुल गाँधी ने आज एक अन्य झूठ बोला कि मैंने लन्दन में देश के खिलाफ कुछ नहीं बोला था. राहुल गाँधी को राजनीति बिलकुल स्पष्ट है. जब उनकी पार्टी चुनाव में हारती है तो विदेश में जाकर विलाप करते हैं. उनकी यही सोच है कि हम जीतेंगे तो भारत का लोकतंत्र ठीक है, हारेंगे तो लोकतंत्र ख़राब है. जीतेंगे तो चुनाव आयोग ठीक, हारेंगे तो चुनाव आयोग ख़राब. राहुल जी की यही राजनीति है कि उनके पक्ष में फैसला आएगा तो न्यायलय निष्पक्ष है, विपक्ष में फैसला आया तो न्यायालय कमजोर है.

 

·       राहुल जी विदेशों में जाकर इसलिए विलाप करते हैं क्योंकि देश की जनता ना उन्हें सुनती है और ना समझती है। देश में राहुल गांधी को बार-बार हार का सामना करना पड़ रह है, तो क्या वे विदेश जाकर झूठी बातों का प्रचार करेंगे?

 

·       हाल ही में उत्तर पूर्व भारत के अल्पसंख्यक बहुल राज्यों में हुए चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। राहुल जी, सिर्फ इसलिए कि लोग आपको वोट नहीं देते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको उन्हें अपमानित करने का अधिकार है, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको विदेशी धरती पर भारत और उसके लोकतांत्रिक मूल्यों को बदनाम करने का लाइसेंस मिल गया है।

 

·       राहुल गांधी ने विदेश जाकर जाकर भारत को बदनाम करने देश के खिलाफ नफरत के बीज बोते रहे हैं। अभी हाल ही में राहुल गांधी ने लंदन में कहा था कि भारत एक राष्ट्र नहीं, बल्कि राज्यों का संघ है। इससे पता चलता है कि राहुल गांधी को भारत राष्ट्र के बारे में कितनी समझ है? दरअसल, यह एक माओवादी सोच है कि भारत कोई देश नहीं, बल्कि राज्यों का समूह है, जिसे संवैधानिक दबाव में एक रखा गया है।

 

·       आज राहुल गांधी ने फिर झूठ बोला कि मैंने लंदन में कुछ नहीं कहा था। दरअसल, झूठ बोलना राहुल गांधी की फितरत हो चुकी है। राहुल गांधी ने लंदन में कहा था कि भारत में लोकतंत्र कमजोर हो रहा है और अमेरिका तथा यूरोपियन देश ध्यान नहीं दे रहे हैं। राहुल गाँधी ने यह भी कहा कि भारत में लोकतंत्र पर बर्बर हमले हो रहे हैं, पुलवामा हमला आतंकी नहीं बल्कि कार धमाका था. लंदन में राहुल गांधी ने चीन की तारीफ के पुल बांधते हुए कहा कि चीन सद्भावना से भरा देश है, जो प्रकृति के साथ विकास कर रहा है। एक ओर राहुल गाँधी सेना की शहादत का सबूत मांगते हैं, दूसरी ओर, चीन से अपने ट्रस्ट के लिए पैसे लेते हैं.

 

·       राहुल गांधी ने कहा कि उनके और कांग्रेस नेताओं के फोन में पेगासस लगे हैं। जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप अपना फोन दे दीजिए ताकि जांच हो सके। तब राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं को जांच के लिए फोन देने की हिम्मत नहीं हुई।

 

·       प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा जीवन ईमानदारी की खुली किताब है. एक धब्बा अब तक नहीं लगा उन पर. 9 साल से भारत के प्रधानमंत्री हैं और उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में निराधार टिप्पणी करते हुए कांग्रेस पार्टी के नेताओं को शर्म आनी चाहिए जिनके कुशल नेतृत्व में भारत विकास यात्रा की नई ऊंचाइयों पर जा रहा है और जिनके नेतृत्व ने भारत को दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है।

 

·       राहुल गांधी को शर्म आनी चाहिए जब वे करप्शन की बात करते हैं, जबकि वे खुद भ्रष्टाचार के मामले में बेल पर हैं। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी और उनकी माता जी बेल पर हैं. क्वात्रोची को बचाने और देश से उन्हें भगाने में किसका हाथ था, राहुल जी? राहुल जी, आपकी सरकार ने क्वात्रोची को भगाने और दलाली के पैसे से उसे छुडवाने में मदद की, क्योंकि आपके परिवार से उसके सम्बन्ध थे. आदर्श घोटाला, 2G घोटाला, कोयला घोटाला, हेलीकाप्टर और सबमैरीन घोटाला मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में ही हुए, और राहुल जी भ्रष्टाचार की बात करते हैं. कांग्रेस पार्टी का परिचय है 4C- Cut, Commission, Corruption & Congress.

 

·       राहुल गाँधी ने अडानी प्रकरण पर आज पुनः कुछ बोला है. राहुल जी को स्मरण रहे कि 2008 में यूपीए कार्यकाल में अडानी ने इंडोनेशिया में बुनयु कोयला खदान ख़रीदा था. यूपीए कार्यकाल में ही, 2010 में ऑस्ट्रेलिया में कारमाइकल कोयला खदान अदानी समूह ने ख़रीदा था. 2010 में ही अडानी समूह ने 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश इंडोनेशिया में रेल और पोर्ट की आधारभूत सुविधा के लिए किया था. 2011 में ही अडानी समूह ने ऑस्ट्रेलिया में गैलिली माइन और अब्बोट पॉइंट पोर्ट ख़रीदा. ये सारे सौदे तो यूपीए कार्यकाल में ही हुए, तो क्या राहुल जी इसके लिए आपकी सरकार के ही लोग उनके साथ गए थे. अडानी समूह कांग्रेस शासित राजस्थान में 65 हजार और 15 करोड़ रुपये का निवेश बंगाल में कर रही है. कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में अडानी समूह के कोयला खदान को विस्तार 2022 में मिला. केरल में भी अडानी समूह निवेश कर रही है. ये तो अच्छी बात है, बिजनेसमैन कहीं भी अपना व्यापार करे. देश के विकास में भाजपा अडानी को न बचाती है, न फंसाती है.

 

·       दरअसल, राहुल गाँधी यह सच्चाई समझ नहीं पा रहे कि देश आज कांग्रेस पार्टी की नीतियों से ऊब चूका है. राहुल गाँधी की समस्या यही है कि उन्हें अब वोट नहीं मिलता. यदि उन्हें वोट नहीं मिलता तो भाजपा इसमें क्या करे! क्या भाजपा उनके लिए जाकर जनता से वोट मांगे? राहुल गाँधी जब तक झूठ और बेबुनियाद बातें करना बंद नहीं करेंगे, उन्हें वोट नहीं मिलेगी और आगे भी कांग्रेस पार्टी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा.

 

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