Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Shri Pratyush Kanth.


द्वारा श्री प्रत्यूष कंठ -
19-04-2025
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रत्यूष कंठ की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

कांग्रेस करप्शन की एक पाठशाला चला रही है। इस पाठशाला से देश की जनता परेशान है और इनकी पूरी चोरी धीरे-धीरे पकड़ी जा रही है।

******************

ईडी की रिपोर्ट में यह सामने आया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बेल लेने के बाद भी नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जारी रही। जब कोर्ट ने बेल दी, तब भी ये सिलसिला रुका नहीं। इसका मतलब है कि भ्रष्टाचार इनके लिए कोई घटना नहीं, बल्कि एक आदत बन चुकी है।

******************

कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड मामले में तीन तरीकों से चोरी की - फर्जी किराया, बोगस अग्रिम किराया और फर्जी विज्ञापन। किसी को भी सार्वजनिक संपत्ति को लूटने का अधिकार नहीं है।

******************

2010-11 से 2022-23 तक, एजेएल को ₹142 करोड़ किराए के रूप में प्राप्त हुए, जिनमें से ₹58.79 करोड़ अग्रिम किराया था। असलियत में ये किराया दिखावे के लिए बनाई शेल कंपनियों से लिया गया।

******************

एजेएल ने दावा किया कि उसे 2018 से 2021 के बीच ₹29.45 करोड़ के विज्ञापन मिले। गौरतलब है कि इनमें से ₹15.86 करोड़ कांग्रेस से जुड़ी संस्थाओं से और ₹13.59 करोड़ अन्य संस्थाओं से मिले। अखबार भी 2008 में ही बंद हो गया था।

******************

जीप घोटाले से लेकर अगस्ता वेस्टलैंड तक, कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में महारत हासिल कर ली है।

******************

50 लाख रुपये देकर 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति गांधी परिवार’ ने हड़प ली। गांधी परिवार की “मॉडल ऑफ डेवलपमेंट” है- ₹50 लाख लगाओ और ₹2000 करोड़ की प्रॉपर्टी हड़प लो।

******************

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ईडी से नहीं, राहुल गांधी से सवाल करना चाहिए कि जनता का पैसा कहाँ और क्यों गया? कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को तो राहुल गाँधी के घर के बाहर धरना देना चाहिए। ये संपत्ति अखबार चलाने के लिए दी गई थी, कि गांधी परिवार की कमाई के लिए।

******************

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने 2 करोड़ रुपए विज्ञापन के रूप में AJL के उन अखबारों या मैगजीन को दिए, जिसका प्रकाशन ही नहीं हो रहा है। ये विज्ञापन भी तब दिया गया जब भ्रष्टाचार का ये मामला कोर्ट में है, आरोपी बेल पर बाहर हैं और ED जांच कर रही है।

******************

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रत्यूष  कंठ ने आज केंद्रीय कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी द्वारा बेल लेने के बाद भी मनी लॉन्ड्रिंग होना जारी है। कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड मामले में तीन तरीकों से मनी लॉन्ड्रिंग करना जारी रखा - फर्जी किराया, बोगस अग्रिम किराया और फर्जी विज्ञापन। स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार इनके लिए कोई घटना नहीं, बल्कि एक आदत बन चुकी है।

 

श्री कंठ ने कहा कि नेशनल हेराल्ड घोटाला करके कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा लड़ी गई लड़ाई और उनके सपने का साथ खिलवाड़ किया है। सिर्फ ‘एजेएल’ कंपनी ही नहीं, बल्कि “एक परिवार” ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने के लिए बनी कांग्रेस पार्टी पर भी कब्जा कर लिया है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक स्वतंत्र मीडिया और एक ईमानदार मीडिया की परिकल्पना पूरा करने के लिए “एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड” की स्थापन कर नेशनल हेराल्ड, नवजीवन और कौमी आवाज नामक तीन अखबारों का प्रकशन शुरू किए थे, लेकिन एक परिवार यानि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने उसे अपनी निजी संपत्ति बना लिया। यह दर्शात है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी जी किस तरह से सब कुछ को अपनी निजी संपत्ति बना लेते हैं।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री कंठ ने कहा कि गांधी परिवार ने ₹50 लाख रुपये देकर ₹2000 करोड़ की प्रॉपर्टी अपने नाम कर ली, जो भले ही गाँधी परिवार के लिए “मॉडल ऑफ़ डेवलापमेंट” होगा, लेकिन उनके मन छुपी भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को उजागर करता है। गांधी परिवार ने एक पल के लिए भी यह नहीं सोचा कि बहादुर शाह जफर मार्ग जैसी प्राइम लोकेशन पर दी गई जमीन के पीछे क्या पवित्र सोच थी। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कभी भी यह विचार नहीं किया कि जो वे कर रहे हैं, वो नैतिक है या नहीं। गांधी परिवार के दामाद जी रॉबर्ट वाड्रा के 'बिजनेस स्कूल' की खासियत है कि 3 करोड़ लगाने पर 57 करोड़ मिलता है! ऐसा तो हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में भी नहीं सिखाया जाता। प्रियंका गांधी जी की पेंटिंग्स करोड़ों रुपए में बिकती है! जीप घोटाले से लेकर अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले तक, कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में महारत हासिल कर ली है। कांग्रेस एक 'करप्शन की पाठशाला' में करप्शन के पाठ्यक्रम का सीरिज है। एजेंसियों, अदालतों को वक्त लगता है, लेकिन अंत में चोरी पकड़ी जाती है। इसे गांधी मॉडल ऑफ डेवलपमेंट नहीं, बल्कि 'गांधी फैमिली मॉडल ऑफ लूट' कहा जाए तो ज्यादा ठीक होगा, जहां ₹50 लाख दो और ₹2000 करोड़ की प्रॉपर्टी अपनी जेब में डाल लो, और सोचो कि कोई पकड़ेगा नहीं। सबसे दुखदः बात यह है कि जब यह सब उजागर होता है, तो कांग्रेस पार्टी धरने पर बैठ जाती है। कांग्रेस ने कंपनी यंग इंडिया लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई, ताकि एसोसिएटेड जर्नल्स की संपत्तियां हड़पी जा सके, जिनका उद्देश्य एक से पैसे निकालने, दूसरे में डालने और फिर वहां से किसी और को भेजने का था।

 

श्री कंठ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के धरने से कोई आपत्ति नहीं है, धरना देना इस देश में हर नागरिक का मौलिक अधिकार है। लेकिन किसी को भी सार्वजनिक संपत्ति को लूटने का मौलिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस चाहती है कि चोरी भी करे, घोटाले भी करे और फिर उसके बाद धरना- प्रदर्शन भी करे। अब देश में ऐसा नहीं चलेगा। प्रवर्तन निदेशालय ने इस पूरे मामले में परिश्रम के साथ साक्ष्य इकट्ठा किए हैं। आज भारत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन्वेस्टिगेशन एजेंसियां इतनी सशक्त हो चुकी हैं कि सबूत इकट्ठा करने की प्रक्रिया बेहद सटीक हो गई है और आखिरकार, चोर-भ्रष्टाचारी पकड़ा ही जाता है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री कंठ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहती है कि " कोई पैसा आया, कोई पैसा गया, मनी ट्रेल हुआ, तो मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हुई?" कांग्रेस के बड़े नेता मीडिया से कहती है कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड और यंग इंडिया लिमिटेड में कोई पैसा नहीं आया, तो फिर मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हुई? यही ईडी ने जाँच कर सच्चाई कोर्ट में रखी गई है। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि ईडी की रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बेल लेने के बाद भी मनी लॉन्ड्रिंग जारी रही। जब कोर्ट ने बेल दी, उसके बाद भी ये सिलसिला रुका नहीं। इसका मतलब है कि भ्रष्टाचार इनके लिए कोई घटना नहीं, बल्कि एक आदत बन चुका है। इन्हें आज भी लगता है कि वही पुराना भारत है, जहां चोरी-लूट करके कोई भी बच जा सकता है। लेकिन यह नया भारत है, जहां हर चोरी का हिसाब देना पड़ेगा, और हर मनी ट्रेल पकड़ में आएगा।"

 

श्री कंठ ने कहा कि चोरी तीन तरीकों से हुई - फर्जी किराया समझौता, अग्रिम किराया और फर्जी विज्ञापन। ईडी रिपोर्ट के अनुसार एजेएल को ₹38.41 करोड़ रुपए बतौर फर्जी अग्रिम किराया अलग-अलग संस्थाओं से प्राप्त हुए। कई नेताओं ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के फोन पर पैसे भेजने को कहा गया, जबकि उन्हें किराए या संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं था। दूसरी चोरी अग्रिम किराये के माध्यम से हुई। 2010-11 से 2022-23 तक, एजेएल को ₹142 करोड़ किराए के रूप में प्राप्त हुए, जिनमें से ₹58.79 करोड़ अग्रिम किराया था। जांच में पता चला कि इन सभी लेन-देन के पीछे कोई असली किराया समझौता नहीं हुआ था। ये सभी शेल कंपनियां थीं, सिर्फ दिखावे के लिए बनाई गईं, ताकि पैसे का लेन-देन दिखाया जा सके। तीसरी चोरी फर्जी विज्ञापनों के जरिए हुई। एजेएल ने दावा किया कि उसे 2018 से 2021 के बीच ₹29.45 करोड़ का विज्ञापन इनमें से ₹15.86 करोड़ कांग्रेस से जुड़ी संस्थाओं से और ₹13.59 करोड़ अन्य संस्थाओं से मिले। अखबार का छपना भी 2008 में ही बंद हो चुका था।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री कंठ ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार का उदाहरण लें तो वहाँ दो करोड़ रुपए विज्ञापन में दे दिए गए, जबकि कोई अखबार, मैगजीन या साप्ताहिक प्रकाशन नहीं हो रहा था। यह साफ दर्शाता है कि कांग्रेस ने किस तरह योजनाबद्ध तरीके से भ्रष्टाचार किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ईडी या भाजपा के खिलाफ नहीं, बल्कि राहुल गांधी के घर के बाहर धरना देना चाहिए। उन्हें पूछना चाहिए कि जनता का पैसा कहाँ गया और क्यों गया? बहादुर शाह जफर मार्ग पर जो इमारतें कांग्रेस को दी गई थीं, वो अखबार या पत्रिकाओं के संचालन के लिए थीं, न कि गांधी परिवार के लिए प्रॉपर्टी कमाने के लिए।

 

श्री कंठ ने कहा कि पिछले कई दशकों में कांग्रेस पार्टी ने भ्रष्टाचार और व्यवस्थित लूट की कला में महारत हासिल कर ली है। बड़े वित्तीय घोटालों से लेकर संस्थागत पक्षपात तक, उनकी विरासत व्यक्तिगत और राजनीतिक लाभ के लिए सत्ता का दोहन करने के पैटर्न से प्रभावित है। स्वतंत्रता सेनानियों की पार्टी के रूप में शुरू हुई यह पार्टी कई लोगों की नज़र में वंशवादी राजनीति और कुशासन का प्रतीक बन गई है। लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने के बजाय, कांग्रेस ने अक्सर उन्हें अपने गलत कामों को छिपाने के लिए एक टूल्स के रूप में इस्तेमाल किया है। पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए प्रयासरत राष्ट्र के लिए, ऐसा ट्रैक रिकॉर्ड बेहद परेशान करने वाला है।

 

***********************

To Write Comment Please लॉगिन