
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह द्वारा गोपालगंज, बिहार में आयोजित विशाल जनसभा में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
बिहार में प्रचंड बहुमत से एक बार फिर NDA सरकार बनेगी।
****************
बिहार की जनता आरजेडी के जंगलराज को कभी नहीं भूल सकती।
****************
मोदी जी ने देश के 60 करोड़ गरीबों को सशक्त बनाया जबकि लालू यादव जी ने सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाया।
****************
लालू यादव की सरकार ने बिहार में जातीय नरसंहार, सत्ता पोषित भ्रष्टाचार और चारा घोटाला कर बिहार को देशभर में बदनाम किया
****************
RJD की सरकार ने बिहार को रंगदारी, जंगलराज, दबंगई, डकैती, अपहरण, फिरौती और अराजकता में धकेल दिया था।
****************
एनडीए की सरकार बनाएगी बाढ़ मुक्त बिहार।
****************
बिहार में घोटाले पर घोटाले कर RJD ने नए कीर्तिमान बनाये।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज रविवार को बिहार के गोपालगंज में आयोजित विशाल जनसभा संबोधित करते हुए विगत 10 वर्षों में बिहार के लोगों और युवाओं के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए जनकल्याण एवं विकास कार्यों का उल्लेख किया और आरजेडी के जंगलराज पर जमकर हमला बोला। श्री शाह ने कहा कि लालू यादव ने केवल अपने परिवार को सेट किया और बिहार युवाओं के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी बिहार को विकसित करने का काम कर रहे हैं और युवाओं को रोजगार दिया। श्री शाह ने बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए को समर्थन देने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव श्री विनोद तावड़े, उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, राज्यसभा सांसद श्री दीपक प्रकाश, सांसद डॉ. संजय जयसवाल, सांसद व वरिष्ठ नेता श्री राधा मोहन सिंह, श्री जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, भाजपा राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रभारी डॉ संजय मयूख सहित अन्य नेतागण मंच पर उपस्थित रहे।
श्री शाह ने देशवासियों को हिंदु नव वर्ष, गुड़ी पड़वा, वर्ष प्रतिपदा और नवरात्रि की शुभकामनाएं दी। श्री शाह ने कहा कि बिहार की यह भूमि, विशेषकर गोपालगंज और आसपास के जिलों ने हमेशा देश को नया रास्ता दिखाने का काम किया है। चाहे वह स्वतंत्रता संग्राम हो या जयप्रकाश नारायण का लोकतंत्र बचाने का आंदोलन, गोपालगंज की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है। श्री शाह ने 1917 के चंपारण सत्याग्रह के महान स्वतंत्रता सेनानियों बाबू गंगा विष्णु राय जी, सुंदरलाल जी, भोपाल पंडित जी सभी का स्मरण किया।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस साल 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। बिहार की जनता को यह तय करना है कि उन्हें लालू-राबड़ी के “जंगलराज” की ओर जाना है या आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के विकास के रास्ते पर आगे बढ़ना है। बिहार में जब से भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार बनी, तब से विकास की गति तेज हुई है। जब भी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट मांगने आए, बिहार की जनता ने उनकी झोली कमल के फूल से भर दी। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी पिछले दस वर्षों में विकास कार्यों को बिना रुके आगे बढ़ाया है। जो 65 साल तक कांग्रेस पार्टी नहीं कर पाई, वह यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पिछले 10 सालों में कर दिखाया है। केन्द्रीय बजट में 2024-25 बिहार को पटना पूर्णिमा एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे, बोधगया-राजगीर-वैशाली-दरभंगा एक्सप्रेसवे और बक्सर में गंगा नदी पर पुल निर्माण जैसी 26 हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएँ दी गई हैं। 21 हजार करोड़ रुपये की लागत से पीरपैंती में ₹2400 मेगावॉट का नया संयंत्र और 11 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत से कोसी-माची लिंक बाढ़ नियंत्रण व सिंचाई परियोजना को आगे बढ़ाया गया। अगर राज्य में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनी तो बिहार को हमेशा के लिए बाढ़ से मुक्त किया जाएगा और बिहार के लिए बाढ़ अतीत बन जाएगा। मोदी सरकार ने पश्चिमी कोसी नहर के लिए भी वित्तीय सहायता प्रदान की है, जिससे 5,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी।
श्री शाह ने कहा कि सिर्फ बुनियादी विकास ही नहीं, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सांस्कृतिक विकास और बिहार की धरोहरों का सम्मान भी होगा। वर्षों से लोगों को भगवान राम के मंदिर निर्माण का इंतजार था। लालू यादव एंड कंपनी ने कई अड़चनें डालीं, लेकिन 500 साल बाद आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने रामलला को अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजमान कराया। अब बारी माता सीता की है। बिहार में माता सीता का भव्य मंदिर बनेगा और पूरी दुनिया को आकर्षित करेगा, जो मातृशक्ति का संदेश देगा। अयोध्या-जनकपुर रामायण सर्किट बिहार के पर्यटन को बढ़ावा देगा। बोधगया, नालंदा, विक्रमशिला सहित कई सर्किट विकसित किया जा रहा है। विक्रमशिला विश्वविद्यालय का पुनरुद्धार किया जा रहा है और नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पहले ही कर चुके हैं। वैशाली महोत्सव की शुरुआत की गई है। श्रद्धेय अटल बिहार वाजपेयी जी ने मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया था। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मधुबनी पेंटिंग को जीआई टैग प्रदान किया। भाजपा शासित राज्यों में छठ पूजा को पूरे देश का उत्सव बनाने की दिशा में कार्य हो रहा है। गुजरात में शाश्वत मिथिला महोत्सव की शुरुआत हुई। बिहार में राजगीर महोत्सव और सोनपुर मेला को फिर से शुरू किया गया। मोदी सरकार ने बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को पद्म भूषण दिया था और उनकी मृत्यु के बाद उन्हें पद्म विभूषण देकर सम्मानित किया।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 15 साल तक बिहार में लालू-राबड़ी की सरकार रही, 10 साल तक केंद्र की सोनिया-मनमोहन सरकार में लालू यादव केंद्रीय मंत्री रहे। लालू यादव बताएं कि उन्होंने बिहार के लिए क्या किया? 2004-05 में बिहार का बजट 23 हजार करोड़ रुपये था, जिसे एनडीए सरकार ने 13 गुना बढ़ाकर 3 लाख 23 हजार करोड़ रुपये किया। प्रति व्यक्ति आय 8 हजार रुपये से बढ़ाकर 66 हजार रुपये की गई। गरीबी रेखा से नीचे की आबादी, जो 56% थी, उसे घटाकर 33% तक लाया गया। 10 साल तक लालू यादव जी के केन्द्रीय मंत्री रहते हुए, उन्होंने बिहार को क्या दिया? यूपीए सरकार ने अपने 10 सालों में बिहार की जनता को केवल 2 लाख 80 हजार करोड़ रुपए दिए, मगर पिछले 10 वर्षों में भाजपा-एनडीए सरकार ने बिहार को 9 लाख 23 हजार करोड़ रुपए दिए। मोदी सरकार ने 4 लाख करोड़ रुपए सड़क और निर्माण, 1 लाख करोड़ रुपए का रेलवे विकास, 2 हजार करोड़ रुपए के नए एयरपोर्ट और 13 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने का कार्य किया। आज बिहार में 8 हजार करोड़ रुपये की लागत से सात पुल का निर्माण हो रहा है। 12 हजार 400 करोड़ रुपये की लागत से चार पुलों का डीपीआर तैयार हो रहा है। महात्मा गांधी सेतु के समांतर एक नया पुल, भागलपुर विक्रमशिला सेतु के समानांतर दूसरा पुल, 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से मनिहारी-साहिबगंज-झारखंड को जोड़ने वाला पुल, मोकामा के पास एक अन्य पुल और कोसी नदी पर पुल्लोद के पास एक चार लेन पुल का निर्माण किया गया। 31 हजार करोड़ रुपये की लागत से 5 हजार किलोमीटर की नई रेल लाइन बिछाई गई। मोदी सरकार ने मखाना बोर्ड बनाकर बिहार के किसानों को सशक्त किया और हर किसान को प्रति वर्ष ₹6 हजार रुपए किसान सम्मान निधि उनके खाते में भेजा। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मक्का संशोधन केंद्र में 1100 करोड़ रुपए खर्च कर मक्का को एमएसपी पर खरीददारी किया। 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से बरौनी में हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड स्थापित करने का कार्य किया गया। बिहार के 87 लाख किसानों को हर साल 6 हजार रुपए दिए गए। 1 करोड़ 60 लाख घरों में जल जीवन मिशन के तहत नल से जल पहुंचाया गया। 3 करोड़ 52 लाख लोगों को 5 लाख तक की स्वास्थ्य सुविधाएं दी गईं। 1.5 करोड़ शौचालय बनाए गए। 9 करोड़ लोगों को हर माह पांच किलो अनाज दिया गया। 1 करोड़ 17 लाख बहनों को गैस सिलेंडर देने का काम भाजपा सरकार ने किया। 40 लाख पक्के घर बनाए गए।
श्री शाह ने आरजेडी पर तंज कसते हुए कहा कि जब बिहार में आरजेडी की सरकार थी, तब बिहार को रंगदारी, जंगलराज, दबंगई, डकैती, अपहरण, फिरौती और अराजकता में धकेल दिया गया था। आरजेडी शासन में घोटाले ही घोटाले किए गए। अलकतरा घोटाला, बाढ़ राहत घोटाला, रेलवे होटल घोटाला, मिट्टी घोटाला और चारा घोटाला हुआ। आरजेडी के नेता गौ माता का चारा भी खा गए। इन लोगों को न शर्म आई, न ही लाज। बिहार के लोग फिर से अपहरण, हत्या और भय के शासन में नहीं जाना चाहते हैं। बिहार की जनता चारा घोटाले को कभी नहीं भूल सकती है और न ही बूथ कैप्चरिंग कर लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश को भुलाया जा सकता है। बिहार के युवा नौकरी के बदले जमीन का षड्यंत्र को नहीं भूल सकते हैं। लालू यादव जी ने केवल अपने परिवार को सेट किया है। उनके दोनों बेटे आज बिहार में मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हैं। एक बेटी राज्यसभा सांसद हैं, दूसरी बेटी को लोकसभा चुनाव लड़ाया गया। उनकी पत्नी राबड़ी देवी जी पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और उनके दोनों भाई मंत्री रह चुके हैं। लालू यादव जी ने अपनी भाभी को भी नेता बनाया और उनके भाई भी विधायक रहे। पूरे परिवार में कोई नहीं बचा, लालू जी ने सभी को सेट कर दिया। लालू यादव जी ने अपने परिवार को तो आगे बढ़ाया, मगर बिहार के युवाओं के लिए कुछ नहीं किया। लेकिन यह काम आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देशभर में ऐसे कई काम किए हैं, जिनकी आजादी के बाद की राजनीति में कोई तुलना नहीं है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 60 करोड़ गरीबों को आगे बढ़ाया, जबकि लालू यादव ने सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाया। मोदी सरकार ने धारा 370 समाप्त कर कश्मीर को भारत के साथ स्थायी रूप से जोड़ दिया। नक्सलवाद और आतंकवाद अब अंतिम सांस ले रहे हैं। जब श्रद्धेय अटल बिहार वाजपेयी जी ने आईटी क्रांति की शुरुआत की, तब लालू यादव जी ने कहा था कि आईटी-व्हाईटी क्या होता है? क्या कंप्यूटर दूध दे सकता है? आज बिहार के हर युवा के हाथ में मोबाइल है, सस्ता इंटरनेट उपलब्ध है और गोपालगंज का बच्चा ऑनलाइन पढ़कर दुनिया के बड़े पदों तक पहुँच सकता है। यह सुविधा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र जी ने उपलब्ध करवाई है और सहकारिता के माध्यम से पशुपालन, कृषि और ग्रामीण विकास को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने बिहार को बदलने में अहम भूमिका निभाई है और अब एनडीए एक बार फिर बिहार की जनता के सामने आने वाला है। श्री शाह ने साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कमल निशान पर बटन दबाकर फिर से एनडीए की सरकार बनाने की अपील की और बिहार को एक बार पुनः विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
*********************
To Write Comment Please लॉगिन