रेल मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अश्विनी वैष्णव की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु
अरविन्द केजरीवाल जनता से झूठ बोलकर और धोखा देकर फिर से सत्ता में आना चाहते हैं, ताकि घपले-घोटाले कर सके। शकूर बस्ती समेत दिल्ली की अन्य झुग्गियों में जाकर केजरीवाल वहां रहने वालों को गुमराह करने के लिए किसी भी हद तक झूठ बोल रहे हैं।
*********************
केजरीवाल शकूर बस्ती में जाकर कहते हैं कि रेलवे ने झुग्गियों को हटाने के लिए टेंडर पास कर दिया है, जबकि रेलवे ने ऐसा कोई टेंडर नहीं निकाला है और न ही टेंडर अवार्ड किया है। जिस प्रॉजेक्ट की अरविन्द केजरीवाल बात कर रहे हैं, वह पूरी तरह से भ्रामक और गलत है।
*********************
दरअसल, शकूर बस्ती के पास खाली पड़ी जमीन को स्टेशन के लिए विकसित किया जा रहा है।
*********************
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने दिल्ली में रेलवे के विकास के लिए 27 गुना राशि बढ़ाकर 2,582 करोड़ रुपए दी। जबकि कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में दिल्ली में रेलवे के विकास के लिए केवल 96 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे।
*********************
दिल्ली में 13 ऐसे महत्वपूर्ण स्टेशन हैं जो दूर-दराज क्षेत्र से आने वाले यात्रियों को सुविधाएं देते हैं। उन 13 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है।
*********************
सफ़दरगंज में बड़े स्तर पर विकास कार्य चल रहे हैं, बिजवासन स्टेशन का कार्य करीब पूरा हो चुका है जो पश्चिम की ओर जाने वाली ट्रेनों का टर्मिनल बनेगा। हज़रत निजामुद्दीन को दक्षिण की ओर जाने वाली गाड़ियों के लिए मेगा टर्मिनल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। *********************
आनंद विहार स्टेशन को आरआरटीएस से जोड़ने के लिए ‘स्काई-वॉक’ का निर्माण किया जा रहा है, ताकि मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्रियों की यात्रा और ज्यादा सुविधाजनक हो सके। *********************
दिल्ली में करीब 20 नए फ्लाईओवर और अंडर पास बनाए जा रहे हैं, जिनके लिए 75 करोड़ का निवेश किया गया है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 2023-24 में 1 हजार से अधिक रिकार्ड संख्या में देश भर में नए फ्लाईओवर और अंडर पास बनाए गए।
*********************
रेल मंत्री मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं श्री अश्विनी वैष्णव ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजीय प्रेसवार्ता में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा शकूरबस्ती को हटाए जाने का झूठी एवं भ्रामक बातें बोलने के लिए जमकर आलोचना की। श्री वैष्णव ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल जनता से झूठ बोलकर और धोखा देकर फिर से सत्ता में आना चाहते हैं, ताकि घपले-घोटाले कर सके। शकूरबस्ती समेत झुग्गियों में जाकर केजरीवाल वहां रहने वालों को गुमराह करने के लिए किसी भी हद तक झूठ बोल रहे हैं।
रेल मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि केजरीवाल शकूरबस्ती में जाकर कहते हैं कि रेलवे ने झुग्गियों को हटाने के लिए टेंडर पास कर दिया है, जबकि रेलवे ने ऐसा कोई टेंडर नहीं निकला है और न ही टेंडर अवार्ड किया है। जिस प्रॉजेक्ट की अरविन्द केजरीवाल बात कर रहे हैं, वह पूरी तरह से भ्रामक और गलत है। दरअसल, शकूर बस्ती के पास खाली पड़ी जमीन को स्टेशन के लिए विकसित किया जा रहा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री वैष्णव ने कहा कि प्रयागराज में महाकुम्भ महोत्सव दुनिया में एक मिसाल साबित हुआ है। महाकुम्भ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बहुत विस्तृत व्यवस्थाएं की गई हैं और भारतीय रेलवे ने भी करीब 13 हजार स्पेशल गाड़ियां चलाई हैं। प्रयागराज के आस पास के इलाकों के विकास के लिए करीब 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। पहले जहां 40 लाख लोगों को एक दिन में प्रयागराज से बाहर ले जाने की क्षमता थी, वो अब 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को सकुशल गंतव्य स्थान तक पहुँचाने की क्षमता विकसित हो गयी है। आज से शाही स्नान के साथ महाकुम्भ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा।
रेल मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि दिल्ली प्रदेश में भी रेलवे का विकास कार्य बड़े स्तर पर चल रहा है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने दिल्ली में रेलवे के विकास के लिए 27 गुना राशि बढ़ाकर 2582 करोड़ रुपए दी। जबकि कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में दिल्ली में रेलवे के विकास के लिए केवल 96 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। दिल्ली प्रदेश के लिए बहुत सारे नए प्रॉजेक्ट शुरू किए गए। प्रदेश के अधिकतर स्टेशन बहुत पुराने हो चुके थे, उनके पुनर्विकास का कोई कार्य नहीं किया गया था। दिल्ली में 13 ऐसे महत्वपूर्ण स्टेशन हैं जो दूर-दराज क्षेत्र से आने वाले यात्रियों को सुविधाएं देते हैं। उन 13 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। सफ़दरगंज स्टेशन पर बड़े स्तर पर विकास कार्य चल रहे हैं, बिजवासन स्टेशन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और पश्चिम की ओर जाने वाली ट्रेनों का टर्मिनल बनेगा। हज़रत निजामुद्दीन, जो दक्षिण की ओर जाने वाली गाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण स्टेशन है। उसे एक मेगा टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा रहा है ताकि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की तरफ आने वाली भीड़ कम हो। पहले से ही इन प्रोजेक्ट्स पर कार्य चल रहा है, इसलिए इन पर आचार सहिंता के उल्लंघन जैसा कोई विषय नहीं है।
श्री वैष्णव ने कहा कि आदर्श नगर रेलवे स्टेशन और आनंद विहार रेलवे स्टेशन को और अधिक विकसित किया जा रहा है, जो पूर्वांचल की जाने वाले ट्रेन के लिए प्रमुख मार्गों में शामिल हैं। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसकी क्षमता बढ़ाने और तीसरी व चौथी पटरियों के निर्माण का कार्य जारी है। इसके अलावा, आनंद विहार स्टेशन को आरआरटीएस से जोड़ने के लिए ‘स्काई-वॉक’ का निर्माण किया जा रहा है, ताकि मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्रियों की यात्रा और ज्यादा सुविधाजनक हो सके। दिल्ली के सराय रोहिल्ला और दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन को भी सुदृढ़ किया जा रहा है, जो राजस्थान और गुजरात जाने वाले यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। जमीन की कमी होने के कारण यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए और यात्रियों की सुगमता के लिए इन स्टेशनों पर फ्लाईओवर जैसे ढांचे बनाकर इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जा रहा है। दिल्लीवासियों के लिए यह खुशी की बात है कि कई कठिनाइयों और प्रयासों के बाद, दिल्ली सरकार और सर्वोच्च न्यायालय से अनुमति प्राप्त कर यमुना नदी पर 1.2 किलोमीटर लंबा पुल बनकर तैयार हो गया है। यह पुल जल्द ही जनता के उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी होने की कारण यहाँ लोगों का आवागमन बहुत ज्यादा है। दिल्ली में प्रदेश के बाहर से आने-जाने वालों के आलावा दिल्ली के अंदर प्रतिदिन सफर करने वालों की संख्या बहुत बड़ी है, इस कारण लगभग 700-800 गाड़ियां प्रतिदिन दिल्ली के अंदर आती-जाती हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार दिल्ली में इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़िया करके इस संख्या को बढ़ाकर 1000-1200 से 1400 गाड़ियों की क्षमता के पास पहुंचाना चाहती है। इसके लिए केंद्र सरकार एक ऐसा मास्टरप्लान बना रही है, ताकि आने वाले 20-30 साल दिल्ली की जनता को ट्रैफिक की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। दिल्ली में जाम की समस्या को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण भी शामिल है। इस कॉरिडोर के माध्यम से पूर्वी क्षेत्रों से आने-जाने वाले मालवाहक वाहनों को अब दिल्ली के अंदर प्रवेश करने के बजाय बाहरी मार्गों से गुजरने की व्यवस्था की गई है, जिससे यातायात का दबाव कम हुआ है।
श्री वैष्णव ने एक नक्शा के माध्यम से दिल्ली के आसपास विकसित किए जा रहे बुनियादी ढांचे के बारे में बताया कि सोनीपत से मानेसर तक ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के निर्माण किया गया है। इस परियोजना से विशेष रूप से मालगाड़ियां दिल्ली को बायपास करते हुए बाहरी मार्गों से गुजर सकेंगी। दूसरा ऑर्बिटल कॉरिडोर मानेसर से पृथला तक बनाया जा रहा है, जो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ेगा। यह मार्ग दक्षिण, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले यातायात को पूर्वी दिशा की ओर सुगमता से जाने का विकल्प देगा। इन कॉरिडोर का प्राथमिक उद्देश्य दिल्ली के निवासियों को जाम की समस्या से राहत प्रदान करना है।
रेल मंत्री श्री वैष्णव ने कहा कि दिल्ली में करीब 20 नए फ्लाईओवर और अंडर पास बनाए जा रहे हैं, जिनके लिए 75 करोड़ का निवेश किया गया है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 2023-24 में 1 हजार से अधिक रिकार्ड संख्या में देश भर में नए फ्लाईओवर और अंडर पास बनाए गए थे। तीन ऐसे भी जगह हैं जहां नए डिजाइन के फ्लाईओवर बनाए गए हैं, जिनपर दो पहिया वाहनों के भी जाने की व्यवस्था की गई है। रेलवे कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं। नई दिल्ली स्टेशन का भी एक कार्य शुरू किया जा चुका है और दूसरे कार्य के लिए माननीय उच्च न्यायालय में कुछ अनुमतियों के लिए आग्रह किया गया है, अनुमति मिलने के बाद वो कार्य भी शुरू किए जाएंगे।
*******************
To Write Comment Please Login