भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद श्री रवि शंकर प्रसाद की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु
कांग्रेस और इंडी एलायंस मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति में अंधी हो चुकी है। महाराष्ट्र, झारखंड से लेकर वायनाड और कर्नाटक तक कांग्रेस ऐसी राजनीति को हवा दे रही है।
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इंडी गठबंधन मुस्लिम तुष्टिकरण और उनके वोट लेने के लिए कई संगठनों और एनजीओ बनाकर कांग्रेस और इंडी गठबंधन के पक्ष में मुस्लिमों को वोट डलवाने का एजेंडा चला रहा है।
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मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों को वोट बैंक के नाम पर छीना जाएगा तो भारतीय जनता पार्टी इसका जोरदार विरोध करेगी।
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जमाते उलमा, मराठी मुस्लिम सेवा संघ और ऑल इंडिया उलमा बोर्ड, महाराष्ट्र जैसे संगठनों का पर्चा मीडिया में घूम रहा है। प्रियंका वाड्रा वायनाड में जमात-ए-इस्लामी के समर्थन से चुनाव लड़ रही हैं।
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कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता उन सभी संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों को लेकर आगे बढ़ रही है, जो लोग मुस्लिम समाज में सुधार का भी विरोध करते हैं। ये सारी जामत वही है, जो तीन तलाक और शाहबानो के विरोध में खड़ी थी।
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आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहते हैं कि “एक रहोगे, तो सेफ रहोगे लेकिन कांग्रेस और इंडी एलायंस की सच्चाई यह है कि उनको एकता में परेशानी है लेकिन वे देश को तोड़ने वाली ताकतों का खुला समर्थन लेने का षडयंत्र कर रहे हैं।
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जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी, महाविकास अघाड़ी और इंडी एलायंस अभियान चला रही है, उससे यही लगता है कि ये एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों को छीनना चाहते हैं ताकि मुसलमानों को आरक्षण मिले।
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धर्म के आधार पर आरक्षण हो नहीं सकता है क्योंकि यह असंवैधानिक है लेकिन ऐसी ख़बरें हैं कि कर्नाटक की कांग्रस सरकार सरकारी ठेके में भी मुस्लिम के लिए अलग से आरक्षण देने पर विचार कर रही है।
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कर्नाटक में पहले ही ओबीसी में कई मुस्लिम जातियों को घुसा कर ओबीसी के अधिकारों का हनन किया जा रहा है और मुसलमानों को ओबीसी वाला आरक्षण दिया जा रहा है।
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव देश की एकता का पोस्टर लगवाते हैं और उनके पूर्व सांसद देश तोड़ने की कहते हैं कि वरना पाकिस्तान लखनउ तक होता। यह है समाजवादी पार्टी और इंडी एलायंस की सोच। ये लोग कहां तक जाएंगे? ये देश की एकता को तोड़ने वाला बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बयान है।
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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद श्री रवि शंकर प्रसाद ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में मुस्लिम संगठनों द्वारा भारतीय कानून का विरोध करने वाले कांग्रेस और इंडी एलायंस को वोट देने की अपील करने पर जमकर आलोचना की। उन्होंने मुसलमानों को आरक्षण देने की घोषणा को असंवैधानिक बताते हुए कांग्रेस पार्टी, महाविकास अघाड़ी और इंडी एलायंस को वोट बैंक के लिए समाज एवं देश के विघटनकारी तत्वों को समर्थन करने के लिए जमकर निंदा की। श्री प्रसाद ने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए ओबीसी, अतिपिछड़ा, एससी और एसटी के अधिकारों को वोट बैंक के नाम पर छीना जाएगा तो भारतीय जनता पार्टी इसका जोरदार विरोध करेगी।
श्री प्रसाद ने कहा कि देश में उलेमा बोर्ड ने शर्तों पर कांग्रेस एवं महाविकास अघाड़ी को समर्थन करने के लिए पत्र जारी किया है। अब मराठी मुस्लिम सेवा संघ का पर्चा घूम रहा है। उस पर्चा में लिखा है कि अगर आप देश के संविधान, देश की एकता एवं अखंडता की खातिर अपना मत का प्रयोग सही करोगे। क्या शरियत में दखलदांजी मंजूर है? क्या मुसलमानों से अलीगढ़ यूनिवर्सिटी छीनने वालों को वोट करोगे? क्या समान नागरिक संहिता थोपने वालों को वोट करोगे? वक्फ के खिलाफ वालों को वोट करोगे? इसके अलावा ऐसी कई चीजें लिखी हुई है। इस तरह की बातें बहुत जोरो से चल रहा है और चलाया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन के सहयोगी मुस्लिम तुष्टिकरण और उनके वोट लेने के लिए इस तरह का एजेंडा चलवा रहे हैं। कई जगहों पर एनजीओ बनाकर इस तरह का एजेंडा चलवाया जा रहा है।
श्री प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र की कहानी की तरह ही छोटानागरपुर की कहानी है। इसी तरह जमाते उलेमा, लोहरदगा का एक पैगाम लोगों के बीच चल रहा है। जिसमें लिखा है कि “मौजूदा मुल्क के हालात को देखते हुए मरकजी हुक्मत का मुसलमानो के ताल्लुक में जो रवैया है, जिस तरह से मुसलमानों को एनआरसी, यूनिफॉर्म सिविल कोड, वक्फ कानून लाकर घुसपैठिए के बहाने डराया-धमकाया जा रहा है। उस सिलसिले में जमाते उलमा झारखंड से मशविरा के बाद जमाते उलमा मुसलमानों से अपील करती है कि वक्त का तकाजा है कि मुसलमान मुनिद होकर इंडिया गठबंधन के पक्ष में अपना वोट दें।“
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि प्रियंका वाड्रा वायनाड लोकसभा के उप चुनाव लड़ रही हैं। जमात-ए-इस्लामी प्रियंका गांधी के समर्थन में जोरशोर से लगी हुई है। यह आरोप भाजपा ने नहीं लगाया है बल्कि सीपीआई के वरिष्ठ नेता एवं केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने यह आरोप लगाया है कि जमात-ए-इस्लामी प्रियंका गांधी को समर्थन कर रहा है।
श्री प्रसाद ने कहा कि एक प्रकार से कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन के नेता उन सभी संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों को लेकर आगे बढ़ रही है, जो लोग मुस्लिम समुदाय के समर्थक छोडिए, बल्कि मुस्लिम समाज में सुधार का भी विरोध करते हैं। श्री प्रसाद ने कहा कि ये सारी जामत वही है, जिन्होंने तीन तलाक का विरोध किया। ये सारी जामत वही है, जो शाहबानो के विरोध में खड़ी थी। इतने सालों बाद भी कांग्रेस पार्टी कुछ न समझती है और न सुधरती है, बल्कि ऐसे ही तत्वों के भरोसे चुनाव जीतने का विरोध करती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहते हैं कि “एक रहोगे, तो सेफ रहोगे।“तब कांग्रेस और इंडी एलायंस के नेता इस पर टोंट मारते हैं और फिर चुनाव आयोग में जाते हैं। कांग्रेस और इंडी एलायंस की सच्चाई यह है कि उनको एकता में परेशानी है किन्तु देश को तोड़ने वाली ताकतों का खुला समर्थन लेने का षडयंत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और इंडी एलायंस को अपनी हार दिखाई पड़ रह है तो सिर्फ वोट पाने के लिए मुस्लिम समुदाय के कट्टरवादी और विभाजनकारी तत्वों से समर्थन लेने का षडयंत्र कर रहे हैं। श्री प्रसाद ने कांग्रेस और इंडी एलायंस से सवाल पूछे और उनसे जवाब की उम्मीद की-
· यदि धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे तो क्या ओबीसी का हक मारेंगे? क्या कांग्रेस और इंडी एलायंस चहती है कि ओबीसी को रोजगार मिले, अवसर मिले?
· क्या कांग्रेस और इंडी एलायंस अल्पसंख्यकों को अनुसूचित जाति (एससी) और एसटी के अधिकारों का लाभ देगी? क्योंकि एससी और एसटी को सिर्फ नौकरी में आरक्षण नहीं मिलता है बल्कि विधानसभा और लोकसभा के सीटें भी आरक्षित रहती है।
श्री प्रसाद ने कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी, महाविकास अघाड़ी और इंडी एलायंस अभियान चला रही है, उससे यही लगता है कि वे गरीब ओबीसी के अधिकारों को छीनना चाहते हैं, ताकि मुसलमानों को आरक्षण मिले। क्योंकि, आरक्षण देने की अधिकतम सीमा तय है। राहुल गांधी कहते हैं कि आरक्षण देने की अधिकतम सीमा को तोड़ देंगे और खूब आरक्षण देंगे। भारतीय जनता पार्टी सिर्फ वोट बैंक के लिए देश के वंचित, पिछड़े और अतिपिछड़े ओबीसी के अधिकारों को छीनने का हर प्रयास का विरोध करेगी। कांग्रेस और इंडी एलायंस के चुनावी घोषणा पत्र में अल्पसंख्यक, अल्पसंख्यक और अल्पसंख्यक लिखा हुआ है। रंगनाथन कमीशन ने कहा कि कन्वर्टेड मुसलमानों को भी अनुसूचित जाति का दर्जा दे दीजिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि अनुसूचित जाति 1950 के आर्डर से है। उसमें लिखा हुआ है कि अनुसूचित जाति आरक्षण का लाभ सिर्फ हिन्दू को मिलेगा। और, बाद में उसमें बौद्ध और सिख धर्म को जोड़ा गया। इसका कारण क्या था? हमारे आदिवासी भाइयों को आरक्षण देने के पीछे मुख्य उद्देष्य था कि जंगल से षहर में आए, पढ़-लिखकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके। अनुसूचित जाति के लोगों को सैकड़ों वर्षो से विभेद किया गया और अपमानित किया गया, उसके मुआवजे के रूप में आरक्षण की सुविधा दी गयी, ताकि वे लोग समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके। क्या कांग्रेस और इंडी एलायंस सबको आरक्षण देना चाहती है? भारतीय जनता पार्टी हिन्दुओं के पक्ष में दिए गए आरक्षण को छीनने का प्रयास करने पर जमकर विरोध करेगी। क्योंकि धर्म के आधार पर आरक्षण हो नहीं सकता है, धर्म के आधार पर आरक्षण असंवैधानिक है।
श्री प्रसाद ने कहा कि तमिलनाडु हाई कोर्ट में एक मामला आया थ, जिसमें एक अनुसूचित जाति के सज्जन ईसाइ धर्म अपना लिया और रेलवे में आरक्षण पर नौकरी ले लिया। इसके खिलाफ कोर्ट में मामला पहुंचा। मद्रास हाईकोर्ट में हार जाने पर मामला सुप्रीम कोर्ट आया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश में कहा गया कि जबतक यह स्थापित नहीं करते हैं कि धर्म परिवर्तन के बाद भी उसी समस्याओं को झेल रहे हैं जो हिन्दू समाज में झेल रहे थे, तबतक आरक्षण की सुविधा नहीं मिलेगा। इसके विपरती राहुल गांधी कह रहे हैं कि सबको आरक्षण देंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए ओबीसी, अतिपिछड़ा के अधिकारों को वोट बैंक के नाम पर छीना जाएगा तो भारतीय जनता पार्टी इसका जोरदार विरोध करेगी। अगर अनुसूचित जाति के आरक्षण में मुसलमानो को दिया जाएगा तो उसका असर क्या पड़ेगा? इलेक्टोरल आरक्षण सिर्फ एससी और एसटी को है, ओबीसी को नहीं है। यदि मुसलमानो को आरक्षण देंगे तो एससी-एसटी के इलेक्टोरल आरक्षण के अधिकार को भी छीना जाएगा। राहुल गाँधी न पढ़ते हैं और न समझते हैं सिर्फ संविधान के प्रति लेकर चलते हैं, जो पता नहीं कौन सी किताब है।
श्री प्रसाद ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने ठेकेदारी में भी मुसलमानों को 4 प्रतिशत आरक्षण देने में लगी है। बिहार में कहा जाता है कि चलो बढ़ा के, हचका बचा के। नौकरी में आरक्षण कम थी क्या, जो ठेकेदारी में भी आरक्षण दे रहे हैं। मीडिया में खबर आयी कि सिद्धारमैया सरकार ठेकेदारी में भी मुसलमानो करो 4 फीसदी आरक्षण देने के लिए नियमों में परिवर्तन कर रहे हैं, तब सीएम सिद्धारमैया जी ने सफाई दी कि ऐसी मांग आयी है किन्तु हमने इसे अभी रोका हुआ है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि कर्नाटक में 32 फीसदी ओबीसी आरक्षण है। कैटगरी वन, टू-ए, टू-बी, थ्री-ए और थ्री-बी में बांटा गया है। कैटगरी वन में 351 जातियां हैं, जिसमें मुस्लिम की 17 जातियां हैं, वहां 4 प्रतिषत आरक्षण है। कैटगरी टू-ए में 93 जातियां है और मुसलमानों की 19 जातियां है, वहां 15 प्रतिशत आरक्षण है। कैटगरी टू-बी में सभी मुसलमानों को आरक्षण दे दिया गया है। कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक को कमाल का स्टेट बना दिया है। कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के लिए किस स्तर पर पहुच रही है। नौकरियों से संतुष्ट नहीं थे तब अब ठेकेदारी में भी आरक्षण देने की कोषिष कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ये सभी काम वोट बैंक के नाम पर देश को तोड़ने और कमजोर करने के लिए कर रही है। कांग्रेस और इंडी एलायंस संविधान के उद्देष्य को कमजोर करने में लगी कांग्रेस और इंडी एलायंस कहती है कि संविधान बचाना है। आर्टिकल-44 में यूनिफार्म सिविल कोड के बारे में स्पष्ट लिखा है। महिला सशक्तिकरण आर्टिकल 15 में आता है और कांग्र्रेस तीन तलाक का विरोध करते हैं। इसलिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नारा दिया है कि “एक रहोगे तो सेफ रहोगे।“ यह नारा बहुत ही प्रासंगिक है और बहुत ही जरूरती भी है, क्योंकि ऐसे विघटनकारी तत्व वोट बैंक के लिए किसी भी सीमा तक चले जाते हैं। कांग्रेस पार्टी हर जगह से सफाया हो रहा है तब भी कांग्रेस पार्टी 1950 के मॉडल पर चल रही है। शाहबानो प्रकरण के मद्देनजर कहा जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी अभी भी 1986 में अटकी पड़ी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब ने बयान दिया है कि अहसान मानिए हमारा, वरना पाकिस्तान लखनउ तक होता। क्या बदतमीजी है? ये लोग कहां तक जाएंगे? देश की एकता को तोड़ने वाली बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बयान है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव देश की एकता का पोस्टर लगवाते हैं और उनके पूर्व सांसद देश तोड़ने की कहते हैं कि वरना पाकिस्तान लखनउ तक होता। यह है समाजवादी पार्टी और इंडी एलायंस की सोच। देश तोड़ने की बात करने वालों के खिलाफ पुलिस केस होना चाहिए और कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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