Salient points of speech of Hon'ble BJP National President Shri J.P. Nadda while releasing the Outlook Group's Coffee Table Book "Sikhs and Modi (A Journey of 9yrs)" at NDMC Convention Centre New Delhi


by Shri Jagat Prakash Nadda -
28-08-2023

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में Outlook Group's Coffee Table Book "Sikhs and Modi (A Journey of 9yrs)" पुस्तक का विमोचन किया

 

समाज को इक्ट्ठा रखने, देशभक्ति एवं एकता का जज्बा पैदा करने एवं धर्म के प्रति समर्पित रहने में सिख समुदाय और सिख गुरुओं का योगदान अविस्मरणीय है। इससे  हम सभी को काफी प्रेरणा मिली है।

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कुर्सी की नहीं, बल्कि देश की चिंता की और हमेशा उसी दिशा में काम किया है। उन्होंने सर्वजन हिताय की दृष्टि को लेकर काम किया है।

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पहले भी लोग हेमकुंड के महत्व से परिचित थेलेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 1,163 करोड़ रुपये से हेमकुंड की एक दिन की यात्रा को 45 मिनट में पूरी करने की आधारभूत संरचना बनाई।

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने लाल किले की प्राचीर से गुरू तेगबहादुर जी की 400वीं सालगिरह मनाई। प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि लाल किले का पत्थर उस वक्त भी साक्षी था और आज भी गुरु तेगबहादुर जी के त्याग की गाथा सुन रहा है।

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जब तालिबान ने अफगानिस्तन का टेकओवर कर लिया, तब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने व्यक्तिगत पहल करते हुए निर्देश दिया कि जो भी सिख भाई वहां से आना चाहते हैं, उसे आने में कोई दिक्कत न हो। उन्हें वहां से लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी। गुरु ग्रंथ साहिब को भी सम्मानपूर्वक वापस लाया गया।

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मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि मुझे भी पवित्र गुरुग्रंथ साहिब के सरूप को अपने सर पर रख कर दिल्ली में गुरुद्वारे में प्रतिस्थापित करने का महान अवसर प्राप्त हुआ।

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आज यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि श्री श्री हरमंदिर साहिब के लिए एफसीआरए ग्रांट मंजूर किया गया, लंगर से जीएसटी खत्म हुआ और सिखों को ब्लैकलिस्ट से निकाला गया।

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श्री श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाने का सौभाग्य भी आदरणीय प्रधानमंत्री जी के सहयोग से ही संभव हो पाया। देश के सभी उच्चायोगों के माध्यम से गुरुनानक देव जी की सीख को दुनिया भर में प्रचारित-प्रसारित करने की शुरुआत भी मोदी जी ने की।

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जिस तरह से कांग्रेस की सरकारों ने 1984 के सिख नरसंहार में पीड़ित सिख भाइयों के दर्द पर मरहम लगाने के बजाय दर्द को और भड़काने का पाप किया, इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने समाज में दरिंदगी करने वालों को जेल में डालने का काम किया, इस पर एसआईटी जांच बिठाई और दोषियों पर कार्रवाई की।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज सोमवार को नई दिल्ली स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में Outlook Group's Coffee Table Book "Sikhs and Modi (A Journey of 9yrs)" पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के साथ जस्टिस जीएस सिस्तानी जी, लेफ्निट जनरल हरपाल सिंह जी, सासंद सरदार सुखदेव ढिंढसा जी, पूर्व सांसद सरदार त्रिलोचन सिंह जी, हरमित सिंह कालका जी, मनजिंदर सिंह सिरसा जी और पुस्तक के लेखक डॉ प्रबलीन सिंह जी एवं आउटलुक के प्रकाशक श्री संदीप घोष जी भी उपस्थित रहे।

 

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल' के पवित्र उद्घोष के साथ अपने उद्बोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि जिस प्रकार से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा पिछले 9 वर्षों में सिख समुदाय, सिख धर्म और मुख्यधारा को आगे बढ़ाने के लिए काम किये हैं, वे देश और दुनिया के सामने बखूबी आए, इस सराहनीय प्रयास के लिए मैं Coffee Table Book "Sikhs and Modi (A Journey of 9yrs) पुस्तक के लेखक डॉ प्रबलीन सिंह जी एवं आउटलुक के प्रकाशक संदीप घोष जी को बधाई देता हूँ और धन्यवाद भी।

 

जिस प्रकार सिख समुदाय ने देश की एकता-अखंडता के लिए काम किये हैं और राष्ट्रीय एकता के लिए सिख गुरुओं ने देश के लिए जो योगदान दिया है, वे सारी बातें इस पुस्तक के माध्यम से देश-दुनिया के सामने आएगा।

 

समाज को इक्ट्ठा रखने, देशभक्ति एवं एकता का जज्बा पैदा करने एवं धर्म के प्रति समर्पित रहने के लिए सिख समुदाय और सिख गुरुओं का योगदान अविस्मरणीय है और इससे  हम सभी को काफी प्रेरणा भी मिली है। माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी  भले हिन्दू परिवार में जन्मे हैं, किन्तु साहस के दृष्टिकोण से वे सिख हैं। देश में कई मसले 75 साल, 30 साल, 35 साल से अटके थे, जिसे प्रधानमंत्री मोदी जी निर्णयक मोड़ तक पहुंचाया है। यह उनकी साहस, शौर्य एवं कार्य क्षमता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कुर्सी की नहीं, बल्कि देश की चिंता की और हमेशा उसी दिशा में काम किया है। उन्होंने सर्वजन हिताय की दृष्टि को लेकर काम किया है। पहले भी लोग हेमकुंड के महत्व से परिचित थे लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 1,163 करोड़ रुपये से हेमकुंड की एक दिन की यात्रा को 45 मिनट में पूरी करने की आधारभूत संरचना बनाई। यह 12.5 किलोमीटर का रास्ता अब 45 मिनट में तय होगा।

 

सभी प्रधानमंत्रियों ने लाल किले की प्राचीर से अपना वक्तव्य रखा है। किन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने लाल किले की प्राचीर से गुरू तेगबहादुर जी की 400वीं सालगिरह मनाई। प्रधानमंत्री जी ने उस समय कहा कि लाल किले का पत्थर उस वक्त भी साक्षी था और आज भी गुरु तेगबहादुर जी के त्याग की गाथा वो लाल किले का पत्थर सुन रहा है।

 

सीएए पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे देशों की आज की स्थिति को देखते हुए यह महसूस होता है कि सीएए कितना जरूरी था। जब तालिबान ने अफगानिस्तन का टेकओवर कर लिया, तब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने व्यक्तिगत पहल करते हुए निर्देष दिया कि जो भी सिख भाई वहां से आना चाहते हैं, उसे आने में कोई दिक्कत न हो। उन्हें वहां से लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी। गुरु ग्रंथ साहिब को भी सम्मानपूर्वक वापस लाया गया। मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि मुझे भी पवित्र गुरुग्रंथ साहिब के सरूप को अपने सर पर रख कर दिल्ली में गुरुद्वारे में प्रतिस्थापित करने का महान अवसर प्राप्त हुआ।

 

अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी अपनी रक्षा के लिए भारत आये लोगों को सम्मान से रहने का अधिकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने दिया है। पश्चिमी पाकिस्तान से जो भाई जम्मू-कश्मीर आकर बस गए थे, उनके पास कोई अधिकार नहीं थे। धारा 370 ख़त्म कर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उन्हें भी सम्मान से जीवन यापन का अधिकार दिया है।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आर्टिफैक्ट लाने के लिए कई देशों से बात की, अमेरिका से बातचीत कर उन्हें सहमत किया और कई आर्टिफैक्ट को स्वदेश वापस लाया। 150 से ज्यादा आर्टिक्लस, जो हमारे देश  से बाहर चले गए थे, वो आर्टिफैक्टस थे, ऐतिहासिक थे, उसे वापस लाने का काम माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी की पहल से हुआ। इन वापस लाये गए आर्टिफैक्ट्स में 18 वीं सदी की तलवार है जिसमें शिलालेख के साथ फारसी में गुरु हरगोविंद सिंह का उल्लेख है। राष्ट्रीय खेल 2023 में गटका प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल होगा। श्री नड्डा ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने 345 लोगों में से 343 लोगों को ब्लैकलिस्ट से बाहर निकाला है। यह सब बताता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के निर्णय ने इन चीजों को मुख्यधारा में लाने का काम किया है।

 

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हमें ये समझना पड़ेगा कि आखिर आजादी के 70 सालों तक सिख धर्म के लिए सरकारों ने क्यों विशेष कदम नहीं उठाये? या तो उनकी सोच नहीं थी या इसके प्रति उनकी उदासीनता थी। क्यों श्री श्री हरमंदिर साहिब को विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम की मंजूरी श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के आने से पहले नहीं दी गई थी जबकि इसकी मांग तो वर्षों से की जा रही थी। क्यों सिख समाज को अपने ही श्री श्री हरमंदिर साहिब के साथ जुड़ाव के लिए एफसीआरए ग्रांट से महरूम रखा गया? आज यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने श्री श्री हरमंदिर साहिब के लिए एफसीआरए ग्रांट मंजूर किया गया जिससे दुनियाभर के सिख भाईअयों को अरदास में योगदान करने का अवसर दिया है। अब तक लंगर पर भी टैक्स लगता था। मानवता के इतने बड़े कार्य पर टैक्स लगता था। किसी ने इसके बारे में नहीं सोचा। ये माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने लंगर को टैक्स से मुक्त किया और सालाना 325 करोड़ रुपये का जीएसटी रिम्बर्स लंगर पर दिया जा रहा है।

 

श्री नड्डा ने कहा कि आजादी के समय यदि भारत सरकार ने चाहा होता तो पवित्र ननकाना साहिब भारत का अंग होता। लेकिन 75 सालों से यह फैसला क्यूं नहीं हो रहा था? क्योंकि यह फैसला पेचीदा था। विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, सिक्यूरिटी फ़ोर्स और गुप्तचर सेवाओं की पेचीदगियों से गुजरना था और इस कारण से कोई इस मामले में हाथ नहीं लगाता था। आजादी के 70 साल लग गए हमारे सिख भाइयों को करतारपुर साहिब का दर्शन करने में। श्री श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाने का सौभाग्य भी आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सहयोग से ही संभव हो पाया। 4.2 किलोमीटर की करतारपुर कॉरिडोर बनाया गया। फ्री टेवल की वीजा आदि की व्यवस्था की गयी। करतारपुर साहिब जाने के लिए पैसेंजर टर्मिनल भी बनाया गया, सुल्तानपुर लोधी रेलवे स्टेशन का भी आधुनिकीकरण किया गया। आज 15 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन कारतारपुर साहिब जा सकते हैं।

 

550वां प्रकाश पर्व पर सुल्तानपुर लोदी का रिनोवेशन हुआ। रेलवे स्टेशन का रिनोवेशन हुआ। अंतरराष्टीय स्तर पर सिख विचारधारा का शिक्षण व्यवस्था हो, इसके लिए गुरूनानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर में नेशनल इंस्टीच्यूट आफ इंटरफेथ्स  स्टडीज की स्थापना की गयी।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश के सभी उच्चायोगों के माध्यम से गुरुनानक देव जी की सीख को दुनिया भर में प्रचारित-प्रसारित करने की शुरुआत भी आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने की। पवित्र गुरबानी को विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में अनुवादित करके प्रचारित-प्रसारित करने का अभियान भी माननीय प्रधानमंत्री जी ने अपने हाथ में लिया है। इसका पांच भाषाओं में अनुवाद हो चुका है और 15 अन्य भाषाओं में अनुवाद हो रहा है। उन्होंने पूरे देश में गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश वर्ष को धूम-धाम से मनाया गया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी स्वयंपटना साहिब गए । इसके लिए बजट में अलग से आवंटन किया गया। माननीय प्रधानमंत्री जी ने जामनगर में दशम पिता के नाम पर 750 बेड्स का अस्पताल बनाया।  अमृतसर नादेंड की एयर फ्लाइट शुरूरू करने का प्रयास हुआ। इसके अलाव अन्य जगहों पर फ्लाइट शुरू करने का प्रयास इस बात को ध्यान में रखकर किया गया कि अपने सिख भाईयों को धार्मिक स्थल पर पहुंचने में सहूलियत हो।

 

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश की आजादी में सिख गुरुओं और वीर साहिबजादों की शहादत का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने देश में जो जन-जागरण किया, उसी के बल पर आज हम आजाद हैं।  इससे दुनिया के समक्ष यह बात सामने आयी कि गुरू गोविंद सिंह जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए कितनी बड़ी कुर्बानी दी। साहिबजादे जोराबर सिंह जी, साहिबजादे फतेह सिंह जी की शहादत को 26 दिसंबर को याद करते है।

 

आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से दूसरी सरकारों ने 1984 के सिख नरसंहार में पीड़ित सिख भाइयों के दर्द पर मरहम लगाने के बजाय दर्द को और भड़काने का पाप किया, उसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने समाज में दरिंदगी करने वालों को जेल में डालने का काम किया, इस पर एसआईटी जांच बिठाई और दोषियों पर कार्रवाई की जबकि दूसरी सरकारों में गुनाहगार दनदनाते फिरते थे। साथ ही, हमारी सरकार ने पीड़ितों को पांच लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता और अपना स्थान छोड़ने वाले पीड़ितों के लिए भी अलग से आर्थिक सहायता देने का प्रावधान किया है।

 

देश के गुरूद्वारे आपने आप में एक अच्छा प्रबंधन व्यवस्था है। वहां बेहतर पर्यटकीय सुविधा हो, सड़क व कनेक्टीविटी हो, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पर्यटन विभाग ने धार्मिक पर्यटन सर्किट के तहत अनंतपुर साहिब - करतापुर साहिब - चमकौर साहिब - फिरोजपुर - अमृतसर और कालानौर आदि को जोड़ा गया है।

 

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