भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा आदिचुंचनगिरि, नागामंगला (मांड्या, बेंगलुरु) में जगदगुरु श्री श्री श्री डॉ बालगंघाधरनाथ महास्वामी जी महाराज के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' के लोकार्पण अवसर पर दिए गए उद्बोधन के मुख्य


13-08-2017
Press Release

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा आदिचुंचनगिरि, नागामंगला (मांड्या, बेंगलुरु) में जगदगुरु श्री श्री श्री डॉ बालगंघाधरनाथ महास्वामी जी महाराज के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' के लोकार्पण अवसर पर दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

 

‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' पुस्तक देश के करोड़ों लोगों को सेवा एवं धर्म के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करेगी और आने वाले अनेकों वर्ष तक लोग पूजनीय बालगंगाधरनाथ स्वामी जी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को उन्नति के रास्ते पर ले जाने में सफल होंगे ***********

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार आज दुनिया भर में एक राजदूत बनकर भारत की संस्कृति को पुनर्स्थापित करने में सफल रही है ***********

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एक आह्वान पर दुनिया के 170 से अधिक देशों ने योग को अपनाया और आज तीन साल से दुनिया हमारी संस्कृति को एक प्रकार से स्वीकार करते हुए 21 जून को योग दिवस मनाती है ***********

 

किसी छोटे राज्य में शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में जितना काम हुआ है, उतना काम अकेले आदिचुंचनगिरि महासंस्थान मठ ने किया है ***********

 

इतनी तन्मयता से मठ के संन्यासी पूजनीय बालगंगाधरनाथ महास्वामी जी के नेतृत्व में सेवाकार्य में लगे हुए हैं कि कुछ ही सालों में 464 से अधिक शिक्षण संस्थान (जिसमें 1,35000 से अधिक छात्र और 1800 फैकल्टी हैं) और 2,000 से अधिक अस्पतालों का निर्माण केवल और केवल इस मठ के माध्यम से हुआ है ***********

 

कई सारे देशों में वेलफेयर स्टेट की रचना हुई है लेकिन वेलफेयर सोसायटी बनाने की प्रक्रिया भारतवर्ष में वर्षों से चली आ रही है क्योंकि हमारे मठ, मंदिर और धार्मिक संस्थानों ने हमेशा से शासन से भी दो कदम आगे बढ़कर समाज के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है ***********

आज जब मैं यहाँ श्री आदिचुंचनगिरि महासंस्थान मठ में आया हूँ तो मैं इस मठ के अनुयायी नादाप्रभु हिरिया केम्पेगौड़ा जी का पूज्य स्मरण करना चाहूंगा ***********

जब श्री केम्पेगौड़ा जी विजयनगर साम्राज्य से यहाँ एक शहर बसाने की कल्पना के साथ आये थे तो लोगों ने उनसे पूछा था कि आप कैसा नगर चाहते हैं तो उन्होंने उत्तर में कहा था कि मैं एक ऐसे नगर की स्थापना करना चाहता हूँ जो धर्म का केंद्र बने ***********

‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' - प्रेरणास्रोत पुस्तक को प्रकाशित करने और लोगों तक पहुंचाने के लिए मैं मठाधीश पूजनीय निर्मलानंदनाथ जी को बहुत-बहुत साधुवाद देता हूँ ***********

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज श्री आदिचुंचनगिरि, नागामंगला (मांड्या, बेंगलुरु) में जगदगुरु श्री श्री श्री डॉ बालगंघाधरनाथ महास्वामी जी की बायोग्राफी पुस्तक ‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' का विमोचन किया और श्री श्री श्री बालगंघाधरनाथ महास्वामी जी महाराज को देश के करोड़ों लोगों के जीवन का प्रेरणास्रोत बताया। इसके पश्चात् उन्होंने आदिचुंचनगिरि इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल सायंस कैम्पस, बीजी नगर में श्री शाह बीजीएस इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के बीई और श्री आदिचुंचनगिरि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के प्रथम वर्ष के छात्रों के इंडक्शन प्रोग्राम को संबोधित किया। विदित हो कि श्री शाह देश के सभी राज्यों में कुल 110 दिनों के अपने विस्तृत प्रवास कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय दौरे पर अभी कर्नाटक में हैं। श्री शाह ने कहा कि मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मुझे आज पहली बार आदिचुंचनगिरि महासंस्थान मठ की पवित्र भूमि को प्रणाम करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि यह प्रभु शिव की तपस्या का स्थान है, इस पवित्र भूमि को महायोगी मछेंद्रनाथ और योगी गोरखनाथ जी के साथ भी जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि तब से चली आई उस महान परम्परा को पहले डॉ बालगंगाधरनाथ स्वामी जी महाराज और अब पूजनीय निर्मलानंदनाथ जी पूरी तन्मयता और सेवाभाव के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस महान परम्परा के सान्निध्य में लोगों को सेवा, स्वास्थ्य, शिक्षा के साथ - साथ आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करने के कारण जो अभिनव ऊर्जा यहाँ प्रवाहित होती है, उस ऊर्जा का अनुभव मैंने अपने जीवन में पहली बार किया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया के कई देशों में समाज को आगे ले जाने एवं समाज के कल्याण की व्यवस्था पूर्णरूप से शासन पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि कई सारे देशों में वेलफेयर स्टेट की रचना हुई है लेकिन वेलफेयर सोसायटी बनाने की प्रक्रिया यदि कहीं पर सालों से चल रही है तो वह भारतवर्ष है क्योंकि हमारे मठ, मंदिर और धार्मिक संस्थानों ने हमेशा से शासन से भी दो कदम आगे बढ़कर समाज के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज भारत कई क्षेत्रों में इतना आगे बढ़ता हुआ दिखाई देता है। श्री शाह ने कहा कि आदिचुंचनगिरि महासंस्थान मठ ने आठ ‘अ' (अन्न, अक्षर, आरोग्य, अध्यात्म, आश्रम, अनुकम्पा, अरण्य आदि) के आधार पर वर्षों तक अनेकानेक लोगों के जीवन में एक प्रकाशपुंज बनने का काम किया है। उन्होंने कहा कि किसी छोटे राज्य में शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में जितना काम हुआ है, उतना काम अकेले आदिचुंचनगिरि महासंस्थान मठ ने किया है। उन्होंने कहा कि इतनी तन्मयता से मठ के संन्यासी पूजनीय बालगंगाधरनाथ महास्वामी जी के नेतृत्व में सेवाकार्य में लगे हुए हैं कि कुछ ही सालों में 464 से अधिक शिक्षण संस्थान (जिसमें 1,35000 से अधिक छात्र और 1800 फैकल्टी हैं) और 2,000 से अधिक अस्पतालों का निर्माण केवल और केवल इस मठ के माध्यम से हुआ है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज जब मैं यहाँ श्री आदिचुंचनगिरि महासंस्थान मठ में आया हूँ तो मैं इस मठ के अनुयायी नादाप्रभु हिरिया केम्पेगौड़ा जी का पूज्य स्मरण करना चाहूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे यह तो मालूम है कि बेंगलुरु शहर की स्थापना केम्पेगौड़ा जी ने की थी लेकिन मैं यहाँ एक प्रसंग का उल्लेख अवश्य करना चाहूंगा। उन्होंने कहा कि जब श्री केम्पेगौड़ा जी विजयनगर साम्राज्य से यहाँ एक शहर बसाने की कल्पना के साथ आये थे तो लोगों ने उनसे पूछा था कि आप कैसा नगर चाहते हैं तो उन्होंने उत्तर में कहा था कि मैं एक ऐसे नगर की स्थापना करना चाहता हूँ जो धर्म का केंद्र बने। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इसी मठ के परंपरा से ही उन्हें भी प्रेरणा मिली होगी क्योंकि हमारे शास्त्रों में धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की जो परिकल्पना है, उसमें इसके नींव में सबसे पहले धर्म को स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि धर्म को इसलिए पहले रखा गया है क्योंकि धर्म से बाकी सभी तीन पुरुषार्थ को अर्जित किया जा सकता है और इसलिए केम्पेगौड़ा जी ने नगर की रचना के वक्त केंद्रबिंदु में धर्म की ही परिकल्पना की। श्री शाह ने कहा कि आज भारतवर्ष में अनेकानेक धर्माचार्य, मठ एवं मंदिर लोगों के आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ उनके जीवन स्तर में सुधार लाने तथा जीवन की कई सारी समस्याओं के समाधान के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि उसी वक्त आज भारत में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार आज दुनिया भर में एक राजदूत बनकर भारत की संस्कृति को पुनर्स्थापित करने में सफल रही है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वर्षों से कई धर्माचार्यों ने योग को विदेशों में प्रचारित-प्रसारित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि धर्माचार्यों ने 2011 में बेंगलुरु में ही यह प्रस्ताव पारित किया था कि योग को वैश्विक मान्यता दिलाने के लिए योग दिवस मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब श्री नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने और पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा में गए तब उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों एवं हमारे मनीषियों ने एक ऐसी महान परंपरा का आविष्कार किया है जो दवाई बगैर जीवन को संभव बना सकती है, साथ ही, आत्मा, मन, बुद्धि व शरीर को एकाकार करके आत्मा को परमात्मा से मिलाने का मार्ग प्रशस्त करती है और इस पद्धति का नाम है - योग। उन्होंने कहा कि दुनिया के 170 से अधिक देशों ने योग को अपना सहर्ष समर्थन दिया और आज तीन साल से दुनिया हमारी संस्कृति को एक प्रकार से स्वीकार करते हुए 21 जून को योग दिवस मनाती है। श्री शाह ने कहा कि आज यहाँ पर पूज्यपाद गुरु बालगंगाधरनाथ स्वामी जी महाराज की जीवनी पर आधारित पुस्तक ‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' का लोकार्पण किया गया है जिसमें पूजनीय स्वामी जी महाराज के जीवन के अनेकों प्रसंगों को उद्धृत किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत की यह परंपरा है कि समाज के लिए जीने वाले लोगों की जीवनी से करोड़ों लोग संदेश ग्रहण करते हैं और अपने जीवन में आत्मसात करके उसी रास्ते पर चलने का प्रयत्न करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' पुस्तक देश के करोड़ों लोगों को सेवा एवं धर्म के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करेगी और आने वाले अनेकों वर्ष तक लोग पूजनीय बालगंगाधरनाथ स्वामी जी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को उन्नति के रास्ते पर ले जाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रेरणास्रोत पुस्तक को प्रकाशित करने और लोगों तक पहुंचाने के लिए मैं मठाधीश पूजनीय निर्मलानंदनाथ जी को बहुत-बहुत साधुवाद देता हूँ। उन्होंने अभूतपूर्व सम्मान के लिए मठ का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। (महेंद्र पांडेय) कार्यालय सचिव

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