भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु on 13 Feb 2019


13-02-2019
Press Release

 


भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

भारतीय जनता पार्टी की मांग है कि लगातार झूठ बोलने वाले राहुल गांधी राफेल पर देश की जनता को गुमराह करने के लिए उनसे माफी मांगें क्योंकि उच्चतम न्यायालय के आदेश और राफेल विमान सौदे पर कैग की रिपोर्ट में उनके झूठों का पर्दाफाश हो गया है
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कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडिया स्पेसिफिक इन्हैंसमेंट में 17% सस्ता डील किया गया है और ओवरऑल प्राइसिंग 2.86% सस्ता है. हमने यह कल्पना कभी नहीं की थी कि इंदिरा गांधी के पौत्र और राजीव गांधी के बेटे इतनी बेशर्मी से झूठ बोलेंगे
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राहुल गांधी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को लगातार अपशब्द बोले जा रहे हैं लेकिन राहुल गांधी का पूरा खानदान देश के खजाने की लूट में शामिल रहा है. इसके बावजूद हमने कभी इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को देशद्रोही नहीं कहा
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हाँ, हम कांग्रेस के भ्रष्टाचार का विरोध करते हैं और करते रहेंगे. भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी के ऐसे अशोभनीय बयानों की निंदा करती है. ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल गांधी विदेशी ताकतों के ईशारे पर खेल रहे हैं और कुछ हितधारक कंपनियों के लिए लॉबिस्ट का काम कर रहे हैं
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सालों तक कांग्रेस की यूपीए सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे के साथ खिलवाड़ करते हुए लड़ाकू विमान की खरीद प्रक्रिया को जान-बूझकर लटकाए रखा क्योंकि कांग्रेस और यूपीए बिना कमीशन के कोई डील करती नहीं है
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राफेल की डिलीवरी, उपयोगिता, इसकी मारक क्षमता, प्राइसिंग और एचएएल की अक्षमता, इन सभी मानकों के आधार पर कैग ने सभी तथ्यों को एक्जामिन करके अपनी रिपोर्ट दी है और इसे यूपीए की तुलना में बेहतर बताते हुए सभी मानकों पर खरा पाया है
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देश की दो सर्वोच्च संवैधानिक संस्थाओं सुप्रीम कोर्ट और सीएजी ने राफेल सौदे को सत्यापित करते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया सही है, कीमतें सही हैं और यह देश के लिए जरूरी है लेकिन राहुल गांधी हैं कि मानते नहीं क्योंकि वे झूठ बोलने की मशीन बन चुके हैं
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जो राहुल गांधी हेलीकॉप्टर और लड़ाकू विमान के बीच का अंतर नहीं जानते, वे सीएजी की रिपोर्ट को कितना समझेंगे, इसमें संदेह है
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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने आज प्रेस वार्ता को संबोधित किया और सीएजी रिपोर्ट के आलोक में राफेल डील पर राहुल गाँधी के लगातार झूठ और मनगढ़ंत आरोपों पर जबरदस्त पलटवार किया।

श्री प्रसाद ने कहा कि सीएजी की ऑडिट रिपोर्ट से राहुल गांधी का झूठ एक बार फिर देश के सामने बेनकाब हो गया है. राहुल गांधी बड़ी बेशर्मी से झूठ परोस रहे थे लेकिन झूठ की बानगी बहुत दिनों तक नहीं चलती. इस देश की एक परंपरा रही है कि यह झूठ को स्वीकार नहीं करता. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी, वित्त मंत्री जी, रक्षा मंत्री जी ने इस मुद्दे पर बार-बार स्पष्टता की, सदन में बहस हुई, रक्षा मंत्री जी ने स्वयं दो-ढाई घंटों तक राफेल पर हर एक मुद्दे का जवाब दिया. लगभग तमाम रक्षा विशेषज्ञों ने भी राफेल की जरूरत और इसके महत्व को रेखांकित करते हुए इस सौदे को सही ठहराया. इतना ही नहीं, वायुसेना प्रमुख सहित तमाम अधिकारियों ने भी इसे सही ठहराया. देश की दो सर्वोच्च संवैधानिक संस्थाओं सुप्रीम कोर्ट और सीएजी ने राफेल सौदे को सत्यापित करते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया सही है, कीमतें सही हैं और यह देश के लिए जरूरी है लेकिन राहुल गांधी हैं कि मानते नहीं क्योंकि वे झूठ बोलने की मशीन बन चुके हैं.

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की ‘बी' टीम सुप्रीम कोर्ट में राफेल मुद्दे को लेकर गई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में दूध का दूध, पानी का पाने करते हुए 14 दिसंबर 2018 के फैसले में राफेल सौदे को सही ठहराया. सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से निर्णय सुनाते हुए कहा कि हमने सेना के अधिकारियों से बात की, हमारे विरोधियों के पास जहां पांचवें जेनरेशन के फाइटर प्लेन हैं, वहीं भारत के पास इससे लड़ने की क्षमता वाले एयरक्राफ्ट हैं ही नहीं. इसी तरह कैग की रिपोर्ट कहती है कि 10 सालों में लड़ाकू विमानों को लेकर कोई काम नहीं किया गया. श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में प्रोसेस की शुरुआत की गई. 2004 में कांग्रेस की यूपीए सरकार आई लेकिन कांग्रेस सरकार ने लड़ाकू विमान के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रोपोजल 2007 में जारी किया. इसकी बिडिंग इसके चार साल बाद 2011 में खोला गया जहां पर डसॉल्ट L1 के रूप में उभर कर आया. 2012 में एक स्वतन्त्र एक्सपर्ट कमिटी से इस सौदे के कीमतों की वैधता की जांच करवाई गई जिसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई लेकिन जून 2012 में कांग्रेस की यूपीए सरकार के तत्कालीन रक्षा मंत्री ने फिर कहा कि इसकी इंटीग्रिटी और प्रोक्योरमेंट को देखने के लिए एक और कमिटी इसे एक्जामिन करे. उन्होंने कहा कि हमारा स्पष्ट आरोप है कि 10 सालों तक कांग्रेस की यूपीए सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे के साथ खिलवाड़ करते हुए लड़ाकू विमान की खरीद प्रक्रिया को जान-बूझकर लटकाए रखा क्योंकि कांग्रेस और यूपीए बिना कमीशन के कोई डील करती नहीं है. सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट कहा कि देश की जरूरत के इस डील को लटकाकर रखा गया.

श्री प्रसाद ने कहा कि देश की सुरक्षा की जरूरत को देखते हुए गवर्नमेंट-टू-गवर्नमेंट डील करते हुए दो स्क्वाड्रन अर्थात् 36 राफेल विमानों की डील की. राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बार-बार एचएएल का जिक्र करते हैं लेकिन कैग ने अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया है कि एक राफेल को बनाने डसॉल्ट जितना समय लेगी, उसका 2.6 गुना समय एचएएल लेती. ऐसे में कीमतें और बढ़ने का अंदेशा था और समय भी ज्यादा लगता. इतना ही नहीं, डसॉल्ट एचएएल में बने राफेल की क्वालिटी की गारंटी भी नहीं दे रही थी. उन्होंने कहा कि राफेल की डिलीवरी, उपयोगिता, इसकी मारक क्षमता, प्राइसिंग और एचएएल की अक्षमता, इन सभी मानकों के आधार पर कैग ने सभी तथ्यों को एक्जामिन करके अपनी रिपोर्ट दी है और इसे यूपीए की तुलना में बेहतर बताते हुए सभी मानकों पर खरा पाया है. सुप्रीम कोर्ट ने भी माना कि यूपीए सरकार में खरीद प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई थी. राफेल की डिलीवरी को भी लेकर सीएजी ने कहा कि यह यूपीए की तुलना में पांच महीने कम है. उन्होंने कहा कि हमने यह कल्पना कभी नहीं की थी कि इंदिरा गांधी के पौत्र और राजीव गांधी के बेटे इतनी बेशर्मी से झूठ बोलेंगे।

सीएजी की रिपोर्ट के पेज संख्या 130 के तथ्यों का हवाला देते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडिया स्पेसिफिक इन्हैंसमेंट में 17% सस्ता डील किया गया है और ओवरऑल प्राइसिंग 2.86% सस्ता है. राहुल गांधी का झूठ पूरी तरह बेनकाब हो गया है, क्या वे माफी मांगेंगे? उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की मांग है कि लगातार झूठ बोलने वाले राहुल गांधी देश की जनता को गुमराह करने के लिए उनसे माफी मांगें क्योंकि उच्चतम न्यायालय के आदेश और राफेल विमान सौदे पर कैग की रिपोर्ट में उनके झूठों का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने कल की राहुल की प्रेस वार्ता का हवाला देते हुए कहा कि जो राहुल गांधी हेलीकॉप्टर और लड़ाकू विमान के बीच का अंतर नहीं जानते, वे सीएजी की रिपोर्ट को कितना समझेंगे, इसमें संदेह है.

राहुल पर हमला जारी रखते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को लगातार अपशब्द बोले जा रहे हैं लेकिन राहुल गांधी का पूरा खानदान देश के खजाने की लूट में शामिल रहा है. इसके बावजूद हमने कभी इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को देशद्रोही नहीं कहा. हाँ, हम कांग्रेस के भ्रष्टाचार का विरोध करते हैं और करते रहेंगे. भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी के ऐसे अशोभनीय बयानों की निंदा करती है. ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल गांधी विदेशी ताकतों के ईशारे पर खेल रहे हैं और कुछ हितधारक कंपनियों के लिए लॉबिस्ट का काम कर रहे हैं.

(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव

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