भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री भगत सिंह कोश्यारी द्वारा की गई प्रेस वार्ता के मुख्य अंश


08-05-2016
Press Release

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री भगत सिंह कोश्यारी द्वारा की गई प्रेस वार्ता के मुख्य अंश

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री भगत सिंह कोश्यारी ने आज भाजपा के केंद्रीय मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया और उत्तराखंड की देवभूमि को बदनाम करने और किसी भी तरह राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्त्व पर जमकर हमला बोला।

श्री कोश्यारी ने श्री हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हरीश रावत हम पर खरीद फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं जो खुद विधायकों की खरीद फरोख्त में संलिप्त हैं। उन्होंने कहा कि श्री हरीश रावत का खुद का स्टिंग पहले ही सामने आ चुका है और अब एक और स्टिंग सामने आया है जिसमें वह अपने ही विधायकों को संतुष्ट करने के लिए लाखों रुपये देने की बात कर रहे हैं, इससे बड़ी हास्यास्पद बात और क्या हो सकती है, यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है, क़ानून का उल्लंघन है और उत्तराखंड की देवभूमि का अपमान है। श्री कोश्यारी ने कहा कि इस स्टिंग से यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि न तो हरीश रावत को अपने पार्टी के विधायकों पर कोई भरोसा है और न ही उनके विधायकों का अपने मुख्यमंत्री पर कोई विश्वास रह गया है। उन्होंने कहा कि किस तरह खनन माफिया उत्तराखंड में हावी है और किस तरह से उत्तराखंड के कांग्रेस सरकार के द्वारा उनका पोषण और संरक्षण किया जाता रहा है, यह तो पहले से साफ़ था, स्टिंग से यह और भी क्लियर हो गया है। उन्होंने कहा कि इस स्टिंग की प्रॉपर तरीके से जांच होनी चाहिए और भ्रष्टाचार के इस खेल में संलिप्त रिश्वत लेने वालों और रिश्वत देने वालों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

श्री कोश्यारी ने कहा कि उत्तराखंड की देवभूमि पर दानवी खेल बंद होना चाहिए और हरीश रावत द्वारा की जा रही 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' वाली कोशिश बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरीश रावत के नेतृत्त्व में उत्तराखंड में कांग्रेस अपनी अंतिम साँसे गिन रही है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत का यह आरोप कि केंद्र जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, सर्वथा निराधार और तथ्यहीन है, हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि हरीश रावत को मालूम है कि न तो 18 मार्च को उनके पास बहुमत था और न ही आज उनके पास बहुमत है, वह अपने ही मकड़जाल में फंस चुके है। उन्होंने कहा कि श्री रावत की बेसिरपैर की बयानबाजी उनके फ्रस्ट्रेशन को दर्शाता है। श्री कोश्यारी ने कहा कि हरीश रावत का यह कहना कि मेरा फोन टेप किया जा रहा है और हमारे विधायकों को धमकाया जा रहा है, उससे यही लगता है कि वे पूरी तरह से हताश एवं निराश हैं, उन्होंने अपना बहुमत खो दिया है और इसीलिए वह बौखलाहट में इस तरह की अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।

श्री कोश्यारी ने कहा कि यह पहले ही स्पष्ट हो गया था कि हरीश रावत सरकार भ्रष्टाचार में पूर्णतया लिप्त रही है और जिस तरह से विधान सभा में गैर कानूनी तरीके से विनियोग विधेयक को ध्वनि मत से पारित किया गया, वह तो अपने आप में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा थी। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि न्यायालय इन गम्भीर मुश्किलों का हल ढूंढेगी ताकि भविष्य में स्पीकर की इस तरह की अनैतिक गतिविधियों पर अंकुश लग सके और फिर से ऐसी कोई असंवैधानिक गतिविधियाँ न हो।

(इंजी. अरुण कुमार जैन)
कार्यालय सचिव

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