पंडित दीनदयाल जन्मशताब्दी प्रस्ताव


25-09-2016
Press Release

पंडित दीनदयाल जन्मशताब्दी प्रस्ताव

भारतीय जनता पार्टी पंडित दीनदयाल जन्म शताब्दी वर्ष को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में पूरे देश में मनाने के लिये आव्हान करती है । पार्टी यह संकल्प करती है कि हम पंडित दीन दयाल उपाध्याय द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चले और एक विकसित एवं न्यायपूर्ण भारत के स्वप्न को पूरा करने के लिए मिलकर काम करे । जहां सबसे गरीब व्यक्ति का भी ध्यान रखा जाए । पार्टी केन्द्र सरकार तथा भाजपा की राज्य सरकारो से आग्रह करती है कि वो पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म-मानववाद दर्शन के उद्देश्यों के अनुकूल ’’अन्तोदय’’ के सिद्वान्त अनुसार गरीबों के कल्याण हेतु पूर्ण मनोयोग से कार्य करे।

भारतीय जनसंघ की स्थापना के बाद उसके कार्यक्रमों एवं उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए पंडित दीनदयाल जी ने अपने दर्शन में इस बात को भली-भांति प्रतिपादित किया कि जनसंघ का निर्माण केवल राजनैतिक रिक्तता को भरने के लिये नहीं किया गया था, अपितु उसका उद्देश्य भारतीय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के आधार पर देश की सर्वंगीण पुनर्रचना करना था ।

जनसंघ और उसके उत्तराधिकारी के रूप में भारतीय जनता पार्टी आज पंडित दीन दयाल उपाध्याय के प्रेरणापूर्ण जीवन और दर्शन पर चलते हुए देश की राजनीति का केन्द्र बिन्दु बन गयी है । भारतीय जनता पार्टी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस दायित्व बोध को विनम्रता के साथ स्वीकार करती है ।

पार्टी यह मानती है कि सर्वंगीण पुनर्रचना के लक्ष्य को हासिल करने के लिय सबसे पहले आर्थिक असमानता, भेदभाव एवं विषमताओं को समाप्त करना उसका सबसे बड़ा लक्ष्य है । ’’सबका साथ, सबका विकास’’ में विकास के साथ समानता, स्वतंत्रता एवं गरिमापूर्ण जीवन की भावना भी है, जिसके प्रति समर्पित भाव से लक्ष्य हासिल करने के लिए पार्टी इस वर्ष को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाने का संकल्प करती है ।
कांग्रेस एवं साम्यवादियों की विचारधारा देश में न्यायपूर्ण शासन की स्थापना करने में पूरी तरह विफल रही है । इतना ही नहीं उनकी कथनी-करनी के अंतर के कारण भी देश की जनता ने उन्हें नकार दिया है। यही कारण है कि देश में कांग्रेस के लम्बे शासनकाल में उपेक्षित एवं वंचित वर्गो को आधारभूत सुविधाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से नही मिला, जिसका परिणाम यह हुआ कि ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी का प्रभाव बढ़ गया तथा शहरी क्षेत्र में दलित, पिछड़ा एवं आर्थिक रूप से गरीब वर्ग मलिन बस्तियों में रहने को मजबूर हुआ ।

देश में आधारभूत सुविधाओं के प्रमुख मानक - सामाजिक सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा, आवास, पेयजल, स्वच्छता एवं शौचालय निर्माण, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र एवं राज्य सरकारो ने अभूतपूर्व कदम उठाए है जो भारतीय जनता पार्टी के अन्तोदय की नीतियों को संकल्प के साथ लागू करने का परिणाम है ।

केन्द्र सरकार ने देश में आर्थिक सशक्तिकरण के इन मानकों को प्राप्त करने के लिए जहां एक और आधार कानून के द्वारा व्यवस्था की पारदर्शिता को उत्तरदायी बनाया । वहीं अनेक योजनाओं के द्वारा जैसे उज्जवला योजना, दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना, स्वच्छता अभियान, योग दिवस अभियान जैसे कार्यक्रमों में जन सहभागिता द्वारा देश में एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण किया । माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में गरीब एवं वंचित वर्ग के आर्थिक समावेशन के लिए जन-धन अभियान एवं सभी वर्गो के लिए बीमा के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा की योजनायें, अन्तोदय की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है । केंद्र सरकार ने सभी के लिए आवास तथा हर हाथ को काम, हर खेत को पानी के लक्ष्य को पंडित दीनदयाल जी के विचारों के अनुरूप अपने कार्य की प्राथमिकता में रखा है ।

देश में स्वास्थ्य के विषय मे सरकार द्वारा नई पहल की गई है विशेष रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए सरकार द्वारा स्वास्थ्य रक्षा के अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किए गए है । भारत के नौजवानो के लिए सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति का प्रस्तावित दस्तावेज भी जनता के बीच में सहमति एवं सर्वसम्मति के लिए प्रस्तुत किया गया है । देश के नौजवानो के उत्साह, संकल्प एवं ऊर्जा को संचार देने के लिए स्टार्ट-अप, स्टैंड-अप, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, इज ऑफ डूइंग बिजनस, मुद्रा योजना जैसे कई कार्यक्रमों को रोजगार सृजन के लिए लागू किया गया है ।
पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी ने अपने राजनैतिक दर्शन में हमेशा राजनीतिक शुचिता के पालन को प्राथमिकता दी । यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन के संकल्प को अपनी कार्यपद्वति में जोड़ा उसी का परिणाम है कि आज भारत की विश्व में साख में वृद्वि हुई है तथा जनता का शासन में विश्वास बढ़ा है ।

सामाजिक न्याय के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए सभी वर्गो में साधन, व्यक्तिगत गतिविधि एवं सामाजिक विशेषाधिकारों के अवसरों का सम्मानपूर्ण बंटवारा होना चाहिए । पंडित दीन दयाल जी का विचार था कि देश में समाज के हर व्यक्ति के जीवन में समाज के साथ आत्मीयता का होना नितान्त आवश्यक है । इसके लिए उन्होने कर्तव्यबोध पर बल दिया । पंडित दीनदयाल जी ने कहा कि भारतीय विचार सहयोग एवं परस्पर पूरकता को प्रधानता देती है । हमारी प्रत्येक सामाजिक परिकल्पना व्यक्ति की पूर्णता का विचार करती है ।

कांग्रेस की नीतियों के कारण आजादी के 70 साल बाद भी हम अपने सामाजिक लक्ष्यों को पूरा नहीं कर पाए । उसका कारण लम्बे समय तक आर्थिक विषमता को समाप्त न कर पाना रहा है । इसके साथ ही यह दुर्भाग्यपूर्ण बात रही की इन सात दशकों में दलित समाज के साथ घटने वाली विषमताओं को देश में पूरी तरह से समाप्त नहीं किया गया है । भारतीय जनता पार्टी समतामूलक समाज की स्थापना के लिए, सभी प्रकार की सामाजिक विषमताओं को समाप्त करने के लिए एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज को विकास की धारा में पूरी तरह से शामिल करने के लिए इस वर्ष समरसता के भाव को व्यापकता के साथ बढ़ायेगी जिससे हम सामाजिक न्याय को समाज के हाशियें पर खड़े व्यक्ति के लिए भी हासिल कर सके । भारतीय जनता पार्टी पंडित दीन दयाल जी के विचारों के अनुरूप आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक स्वतंत्रता के लिए सतत कार्य करती रहेगी ।

देश के आर्थिक रूप से कमजोर, पिछड़े किसान, दलित एवं जनजाति वर्ग को विकास से जोड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पहली बार जमीनी स्तर पर अपने अभिनव प्रयासों के द्वारा देश में लम्बे समय से चले आ रहे अवरोधों को तोड़ा है ।

पंडित दीन दयाल जी का ध्येय वाक्य ’’चरैवेति – चरैवेति’’ था, जो राजनीति में लगातार देशहित में काम करने का प्रेरणादायी आव्हान था । जो देशहित की इच्छा में देशभक्ति के सकंल्प के साथ समाज को एकात्मता के भाव के साथ जोड़कर लगातार काम करने को प्रेरित करता है ।
भारतीय जनता पार्टी इस शताब्दी वर्ष में यह संकल्प करती है कि देश में विभिन्न विचारों और वर्गो में संघर्ष के स्थान पर समता की ललक का निर्माण हो । व्यक्तिगत स्वातंत्रय के साथ देश में सामाजिक अनुशासन के भाव को भी प्रचारित किया जाए। आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक न्याय के लक्ष्यों को भी प्राप्त करने के लिये नीतियों में लगातार निरन्तरता रखी जाए। भारत की भौतिक प्रगति के साथ-साथ आध्यात्मिक उन्नति के विचार को भी देश में सामाजिक जीवन में आगे बढ़ाया जाए । भारतीय जीवन मूल्य तथा आधुनिक वैज्ञानिक एवं प्राद्यौगिक प्रगति का सामन्जस्य बनाकर देश के विकास को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी प्रतिबद्वता व्यक्त करती है ।

भाजपा के वैचारिक प्रणेता के रूप में पंडित दीन दयाल उपाध्याय की प्रेरणा से अनेकों कार्यकर्त्ताओं ने अपने जीवन का सर्वस्व देश सेवा के लिए समर्पित किया । देश को अपना सर्वस्व समर्पित करके देश के एकात्म सामूहिक जीवन को आगे बढ़ाना, यह भारतीय जनता पार्टी का हमेशा ध्येय रहा है । पंडित दीन दयाल जी के अनुसार भारतीय आदर्श ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ राष्ट्रीयता के साथ विश्व बंधुत्व का भाव है । भारतीय जनता पार्टी यह आव्हान करती है कि इस अवसर पर हम अपने देश के राष्ट्रीय स्वावलम्बन के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय सहकार्य को भी आगे बढ़ाएं ।

भारतीय जनता पार्टी अपने सभी कार्यकर्त्ताओं को आव्हान करती है कि वे पार्टी के विचार को समाज के सभी वर्गो तक ले जाने के लिए इस वर्ष में विशेष कार्य करे । देश में समृद्व समाज का निर्माण करने के लिए सरकार की नीतियों, योजनाओं एवं उपलब्धियों के लिए भी जनता के साथ संवाद का कार्य करे । देश के सामाजिक जीवन में समाज के सभी वर्गो में ऊंच-नीच और भेदभाव के विषयों को समाप्त करके एकात्मभाव का पूरे देश में निर्माण करे । भारत में महिलाओं को शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, बराबरी तथा गरिमापूर्ण जीवन के लिए एक राजनैतिक विचार के रूप में भी हम सकारात्मकता का निर्माण करे । देश में सभी के लिए समान अवसरों की उपलब्धता रहे तथा गरीबी के अभिशाप से इस देश को सदा के लिए मुक्ति मिले । हम सभी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचार, जीवन एवं प्रेरणा लेते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ओजस्वी नेतृत्व में भारत को विकसित एवं गौरवशाली राष्ट्र में परिणित करने के उच्च आदर्श को प्राप्त करने के लिए समर्पित करें।

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