Political Resolution passed in BJP National Executive Meeting at NDMC Convention Centre, New Delhi


06-01-2017
Press Release

 

 

भारतीय जनता पार्टी
राष्ट्रीय कार्यकारणी बैठक
6 - 7 जनवरी, 2017
एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली

राजनितिक प्रस्ताव

भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी भारत एवं दुनिया भर के लोगों को नववर्ष 2017 पर अपनी शुभकामनायें प्रेषित करती हैं. हम देशवाशियों को एक ऐसा नया साल देने का वादा करते हैं जो कि देश में और अधिक प्रगति तथा सम्पन्नता लायेगा.

राष्ट्रीय कार्यकारणी माननीय प्रधानमंत्री जी एवं कैबिनेट के उनके सहयोगियों को हाल ही खत्म हुए वर्ष 2016 के दौरान सरकार की परिवर्तनगामी पहलों के लिए बधाई देती है. इन पहलकद्मियों के चलते गरीब और कमजोर लोगों के जीवन में एक नई रौशनी का संचार हुआ है एवं अर्थव्यवस्था को सही दिशा पर लाकर देश के सभी वर्गों का भी भला हुआ है.

सर्जिकल स्ट्राइक आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस

हमारे सशस्त्र बलों द्वारा अचूक तरीके से अंजाम दी गयी सर्जिकल स्ट्राइक्स ने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत का नेतृत्व आज एक ऐसी सरकार कर रही है जो कि उसकी सीमाओं और हितों की रक्षा पूरी दृढ़ता और इच्छाशक्ति से करने को दृढ़प्रतिज्ञ है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रधानमंत्री एवं उनके मंत्रीमंडल को हमारे उदंड पडोसी देश की आतंकवादी गतिविधोयों का माकूल जवाब देने के लिए बधाई देती है. यह स्ट्राइक्स कितनी प्रभावी रही है इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि पिछले कुछ हफ़्तों से भारत पाक –सीमा पर शांति छाई है एवं खुद पाकिस्तान ने डीजीएमओ स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू करने की पहल की है.भारत में सदा से ही पाकिस्तान समेत अपने सभी पडोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण एवं दोस्ताना सम्बन्ध रखने की इच्छा का प्रदर्शन किया है. प्रधानमन्त्री मोदी जी का सूत्रवाक्य ‘सब-साथ बढे’ हिन्दमहासागर के सभी पड़ोसियों के संयुक्त एवं एकीकृत भविष्य का सपना देखता है,इसलिए यह पाकिस्तान एवं दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के हित में होगा कि नवाज शरीफ सरकार पाकिस्तान पर जमीन पर चल रही आतंकी शिविरों एवं आईएसआई जैसी सरकारी एजेंसियों द्वारा उन्हें पहुंचाई जा रही मदद का अंत करने के लिए ठोस एवं प्रभावी कदम उठाये.

आज प्रजातान्त्रिक विश्व में आतंकवाद को एक महामारी के बतौर देखा जाता है जबकि पाकिस्तान अभी भी उसका इस्तेमाल एक राजकीय नीति के बतौर करता है.वह भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ करता है, आतंवादी हमले करता है तथा जम्मू और कश्मीर में हिंसक अलगाववादी आन्दोलन का सहयोग करता है. प्रधानमंत्री द्वारा करायी गयी सर्जिकल स्ट्राइक एवं अलगाववादी षड़यंत्र का जम्मू कश्मीर एवं भारत की जनता तथा सरकारों द्वारा पूर्ण निषेध पाकिस्तान को स्पष्ट सन्देश देता है कि उसके घृणित मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे. प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार आतंकवाद पर ‘कोई समझौता नहीं’ की नीति का अनुसरण करती है तथा इस तरह की धमकियों का उपयुक्त एवं अपारंपरिक जवाब देने का कोदृढ़ प्रतिज्ञ रखती है.

अन्त्योदय

राष्ट्रवादी आन्दोलन के विचारधारात्मक प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अन्त्योदय की अवधारणा से प्रेरित होकर मोदी सरकार ने गरीबों ,उत्पीड़ितों, किसानों,दिहाड़ी मजदूरों एवं सेवा निवृत सैनिकों की भलाई तथा कल्याण के लिए अनगिनत पहलकदमियां की हैं.इस मामले में नववर्ष की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री का भाषण सोने पे सुहागा था. जिसमे शहरी तथा ग्रामीण गरीबों, गर्भवती महिलाओं, छोटे तथा मंझोले उद्योगों एवं वरिष्ठ नागरिकों आदि के लिए कई रियायतें घोषित की गई. इन नई रियायतों का फायदा न सिर्फ गरीबों और हाशिये पर पड़े लोगो को होगा बल्कि समाज के अन्य तबकों को भी मिलेगा क्योंकि ये अर्थव्यवस्था को तीव्र रूप से गतिमान करेगा. सबकों आवास सुलभ कराने में इससे विशेष फायदा होगा जिसके चलते रोजगार बढेगा एवं उद्योगों का विकास होगा.

हम सुधार मात्र तक ही सीमित नहीं रहना चाहते, सुधार अच्छा तो है पर यह मौजूदा व्यवस्था को थोडा और बेहतर बनाने के ही काम करता है. प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना अमूल-चूल बदलाव का है. ऊपर वर्णित सभी योजनायें एवं कार्यक्रम बुनियादी तौर पर बदलाव लाने एवं आधारभूत संरचना को सही दिशा में उन्मुख करने की ओर लक्षित है. हमारी सरकार का अंतिम लक्ष्य ईमानदारी, अनुशासन, समर्पण एवं देशभक्ति की एक नयी संस्कृति का निर्माण है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रधानमंत्री के आगे बढ़ के नेतृत्व करने के सतत प्रयासों का अभिनन्दन करता है जिनका लक्ष्य एक ऐसी कार्य संस्कृति का निर्माण है जहाँ ईमानदारी का सम्मान होता है और उसे उचित पारितोषिक मिलता है, जबकि बेईमानों को सुधार का रास्ता दिखाया जाता है.

हाल ही में ख़त्म हुए वर्ष में प्रधानमंत्री की लोकप्रियता लगातार बढ़ी है. प्रसिद्ध टाइम मैगजीन ने दुनिया के दस सबसे लोकप्रिय नेता ने उनका नाम शामिल किया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी यह स्पष्टता पूर्वक स्वीकार करती है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री जी के लोकप्रियता को जनता ने उनके परिवर्तनकारी नीतियों एवं कार्यक्रम के कारण उनकी स्वीकारता को अतुलनीय लोकप्रियता के साथ स्वीकार किया है.

चुनावी जीत :

वर्ष 2016 भारतीय जनता पार्टी के लिए एक दल के रूप में भी बहुत सफल वर्ष रहा है. चुनावी क्षेत्र में, भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वोत्तर में अपने सहयोगियों के साथ असम विधानसभा चुनाव दो तिहाई बहुमत के साथ जीतकर एक जोरदार प्रवेश किया है. वर्ष का अंत सुखद रहा जब अरुणाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत 33 विधायकों ने पीपीए छोड़कर भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने का निर्णय किया. पार्टी पूर्वोत्तर में नए भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू का भारतीय जनता पार्टी परिवार में स्वागत करता है.अरुणाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित दसवां और भाजपा गठबंधन द्वारा शासित चौदहवां प्रदेश बन गया.

भारतीय जनता पार्टी ने असम, मध्यप्रदेश और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में हुए लोकसभा एवं विभिन्न विधानसभाओं के उपचुनावों में आसन जीत दर्ज की है. वाम प्रभुत्व त्रिपुरा में, जहाँ यह धीरे-धीरे परन्तु निश्चित रूप से कांग्रेस और टीएमसी जैसी पार्टी को पीछे छोड़ते हुए वाममोर्चा के एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में उभर रहा है, इसको नजरंदाज नहीं किया जा सकता है.बंगाल में पार्टी ने सत्ताधारी दल की वीभत्स राजनीति के खिलाफ पार्टी ने संघर्ष करके उपचुनाव में भी विकल्प के रूप में द्वितीय स्थान पर रहकर अपने को शक्तिशाली रूप में प्रस्तुत किया.

पार्टी ने महाराष्ट्र, छतीसगढ़, गुजरात और राजस्थान में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में जबरदस्त जीत दर्ज की है. भारतीय जनता पार्टी ने चंडीगढ़ निगम निगम चुनावों में हुई भरी जीत को विशेष रूप से उल्लेखित करने की जरुरत है, जहाँ पार्टी ने 26 सीटों में से 21 सीट जीतकर विपक्ष का लगभग सफाया कर दिया है. यह ध्यान रखने की जरुरत है कि इनमे से अधिकतर चुनाव प्रधानमंत्री जी विमुद्रीकरण योजना के बाद हुए है. यह कहना अतिशियोक्ति नहीं होगा कि ये परिणाम विमुद्रीकरण कार्यक्रम के अपार समर्थन के प्रमाण है.

पार्टी ने अधिकतर राज्यों में प्रशिक्षण कार्यक्रम को समापन कर दिया है और दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी समारोह के बैनर तले अधिकतर लोगों तक पहुचने की तैयारी कर रहा है

जनविरोधी और लोकतंत्र विरोधी विपक्ष :

राष्ट्रीय कार्यकारिणी विपक्षी पार्टियों के द्वारा किये जा रहे जनविरोधी और लोकतंत्रविरोधी किये जा रहे कार्य की कड़ी निंदा करती है. वहीँ शीतकालीन सत्र को कांग्रेस और उनके सहयोगी पार्टियों के सांसदों के द्वारा संसद सत्र न चलने देना संसदीय लोकतंत्र के साथ एक धोखा है.

आज बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पार्टी जैसी की तानाशाही रवैये वाली जनविरोधी सरकार के कारण राजनैतिक गतिविधि काफी कठिन हो गयी है. भाजपा के कार्यकर्ताओं पर बंगाल और केरल में लगातार हमले बढ़ रहे हैं. राज्य सरकारों के द्वारा इस तरह की तुष्टिकरण की राजनीति के कारण राज्यों में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने के मार्ग प्रशस्त किया है. इस तरह की सांप्रदायिक हिंसा और अपराधियों को गुप्त रूप से मुक्त करने किया जाना सरकारी तंत्र के सहयोग के बिना असंभव है और यहाँ की राज्य सरकारें सरकारी तंत्र का जोर-शोर से दुरूपयोग कर रही है. वहीँ बंगाल में धौलागढ़ का दंगा तृणमूल सरकार की नाकामियों को दर्शाता है जहाँ दंगाई एक तरफ तो लोगों के घर में जाकर उन्हें डराते और धमकाते हैं वहीँ पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाते हैं तो दूसरी तरफ वहां की प्रशासन और पुलिस उस घटना को दूसरे तरह से प्रस्तुत करती है.यह अत्यंत दुखद घटना है कि नौकरशाही एवं कानून व्यवस्था का तंत्र इस परिस्थिति के सामने मूकदर्शक बन गए जबकि कानून व्यवस्था की असफलता एवं अपराधियों का उत्पात मचता रहा.

राष्ट्रीय कार्यकारिणी इन राज्यों में हो रहे सांप्रदायिक और राजनीतिक हिंसा में प्रभावित लोगों के साथ सहानुभूति व्यक्त करती है और राज्य सरकार के द्वारा लोकतंत्र विरोधी कार्य एवं उनके कुशासन के विरुद्ध भारतीय जनता पार्टी हमेशा जनता को अवगत कराते रहेगी.

राष्ट्रीय कार्यकारिणी का मानना है कि मीडिया एवं बुद्धिजीवियों को राज्य द्वारा लोगों को तानाशाही शासन द्वारा प्रताड़ित करने पर एवं उनके अधिकार छिनने पर चुप नहीं रहना चाहिए. यह इसलिए भी आवश्यक हो जाता है कि उनके अपने साथियों को भी अभिव्यक्ति के मौलिक अधिकार का उलंघन हो रहा है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी यह प्रस्ताव पारित करती है कि तथाकथित मानवाधिकारों एवं नागरिक अधिकारों के झंडाबरदारों को इस मामले में उनकी चुप्पी इस हिंसा को समर्थन ही देती है.

इतिहास में अनेक दशको तक भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रकार के राजनितिक हिंसा का अनेको बार सामना किया है और पार्टी इसको लोकतान्त्रिक तरीके से प्रतिरोध करना भी जानती है. भारतीय जनता पार्टी यह संकल्प करती है कि लोकतान्त्रिक तरीके से बंगाल एवं केरल के सरकारों के अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष किया जायेगा.

चुनाव सुधार

राष्ट्रीय कार्यकारिणी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के परिवर्तनकारी सुझाव का समर्थन कराती है जिसमे केंद्र एवं राज्यों के चुनाव को एक साथ कराकर चुनाव सुधार को आगे बढाने का मार्ग प्रसस्त किया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी का यह मानना है कि इस सुधार के साथ अन्य महत्वपूर्ण सुधारों को भी साथ लेकर देश में स्वस्थ चुनाव नीतियों को आगे बढ़ाना चाहिए. राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रधानमंत्री जी के इस आवाहन पर देश की सभी राजनैतिक दलों, बुद्धजीवियों एवं मतदाताओं को संवाद करने का आवाहन करती है.

पंडित दीनदयाल जन्मशताब्दी एवं अन्य कार्यक्रम

राष्ट्रीय कार्यकारिणी पार्टी के सभी कार्यकर्त्ताओं को आवाहन करती है कि पार्टी के विचार प्रणेता पंडित दीनदयाल जी के विचारों एवं सन्देश को प्रचारित करके स्वच्छ नागरिक जीवन एवं अन्त्योदय के विषयों को जनता तक लेकर जाएँ. राष्ट्रीय कार्यकारिणी पार्टी के कार्यकर्ताओं से आवाहन करती है कि इसके साथ श्री गुरुगोविंद सिंह जी के 350 वें प्रकाश उत्सव तथा नानाजी देशमुख जन्मशती कार्यक्रम में भी सहभागी हों.

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