Press Release : BJP National President Shri J.P. Nadda welcomed historic speech of Hon'ble Prime Minister Shri Narendra Modi ji on Independence Day


by Shri Jagat Prakash Nadda -
15-08-2023
Press Release

 

 भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ऐतिहासिक संबोधन के लिए उनका हार्दिक अभिनंदन किया

 

सर्वप्रथम देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की अनंत शुभकामनाएं!

 

स्वतंत्रता दिवस पर आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आज का उद्बोधन 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने का रोडमैप था, देश को परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के नासूरों से मुक्त करने का ऐलान था और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र को साकार करने वाला था।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी के लिए सारा देश ही उनका परिवार है। इसकी झलक भी हमें उनके उद्बोधन में आज देखने को मिली जब उन्होंने बार-बार देशवासियों को परिवार-जन कह कर संबोधित किया। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से Reform, perform और transform का संदेश दिया।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने देशवासियों को 3 गारंटी भी दीं। पहली ये कि 5 साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेगा। दूसरी ये कि शहरों में किराए के मकानों में रहने वालों को बैंक लोन में रियायत मिलेगी। और, तीसरी यह कि देश भर में 25 हजार जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। 17 सितंबर से विश्वकर्मा योजना भी शुरू की जायेगी।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने प्राकृतिक आपदा के कारण देश के अनेक हिस्सों में आये अकल्पनीय संकट को भी याद किया, शांति की ओर बढ़ रहे मणिपुर का भी जिक्र किया और विस्तार से इस बात पर भी चर्चा की कि किस तरह हजार साल की गुलामी के बाद देश संवर रहा है।

 

उन्होंने कहा कि विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति, भारत के सामर्थ्य के प्रति एक नया आकर्षण, एक नया विश्वास पैदा हुआ है। ये प्रकाश पुंज भारत से उठा है, जो विश्व अपने लिए ज्योति के रूप में देख रहा है। हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे, जो भी फैसले लेंगे, वह अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है, भारत के भाग्य को लिखने वाला है।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी का उद्बोधन देश के लिए कुछ कर गुजरने हेतु युवाओं को आंदोलित करने वाला था। आज हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डाइवर्सिटी की त्रिवेणी है। ये तीनों मिलकर देश के सपनों को साकार करने की क्षमता रखते हैं। निश्चित ही, इस युग में हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे और एक के बाद एक जो भी निर्णय लेंगे, वह देश के स्वर्णिम इतिहास को जन्म देगा। हमारी युवा शक्ति न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया की जरूरत को पूरा करने में सफल होगी।

 

जब उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि

 

नीति सही, रीति नई

गति सही, राह नई

सुनो चुनौती सीना तान

जग में बढ़ाओ देश का नाम।

 

तो, यह युवाओं में एक नया उत्साह का संचार पैदा करने वाला था। देश में आज अवसरों की कमी नहीं है। देशवासियों आगे बढ़ने के लिए जितने अवसर चाहिए, ये देश आसमान से ज्यादा अवसर देने का सामर्थ्य रखता है। ये इस देश की क्षमता और सामर्थ्य को दर्शाता है। साथ ही, यह देश को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प को भी दिखाता है।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने लालकिले की प्राचीर से अपने 10 साल के कामकाज का लेखा-जोखा भी दिया और विकास का रोडमैप भी रखा। उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नए भविष्य का सूत्रपात करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य देश में दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का है।

 

उन्होंने बताया कि किस तरह परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण देश में गरीब, पिछड़े, आदिवासियों और दलितों का हक छिनती हैं। इन्हें हमें जड़ से मिटाना ही होगा।

 

विगत 10 वर्षों में देश कैसे बदला है, इसका जिक्र आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने अपने उद्बोधन में किया। जिसका शिलान्यास हमारी सरकार करती है, उसका उद्घाटन भी इसी कालखंड में हो रहा है। देश ने 10 वर्षों में अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में ‘फ्रेजाइल फाइव' से ‘टॉप फाइव' की यात्रा की है और अगले 5 वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।

 

10 साल पहले राज्यों को 30 लाख करोड़ भारत सरकार की तरफ से ज्यादा थे, पिछले 9 साल में ये आंकड़ा 100 लाख करोड़ पर पहुंचा है। पहले स्थानीय निकाय के विकास के लिए भारत सरकार से 70 हजार करोड़ जाता था आज वो 3 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले गरीबों के घर के लिए 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होता था, आज 4 लाख करोड़ रुपये खर्च होता है। भारत सरकार 10 लाख करोड़ रुपये किसानों के लिए यूरिया में सब्सिडी दे रही है।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने G20 की अध्यक्षता का जिक्र भी किया कि किस तरह भारत विश्व पटल पर नई कहानी लिख रहा है। इसने देश के सामान्य मानवी के सामर्थ्य से दुनिया को ​परिचित करवा दिया है। भारत की विविधता को दुनिया अचंभे से देख रही है, जिस कारण भारत का आकर्षण बढ़ा है।

 

कुल मिला कर आदरणीय प्रधानमंत्री जी का आज का उद्बोधन प्रेरणादायी था और देश के विश्वास एवं सामर्थ्य को प्रतिबिंबित करने वाला था।

 

सभी देशवासी परिवारजनों आगे बढ़ने का रास्ता दिखाने वाले इस ऐतिहासिक उद्बोधन के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का कोटि-कोटि अभिनंदन!

 

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