भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने गांधीनगर, गुजरात में राष्ट्रभक्तों के सम्मान में आयोजित ‘वीरांजलि' कार्यक्रम का शुभारंभ किया
भारतीय जनता पार्टी श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज मंगलवार को गांधीनगर में युवक सेवा सांस्कृतिक विभाग के तत्वाधान में आयोजित देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर देने वाले महान क्रांतिकारियों के जीवन पर आधारित ‘वीरांजलि' कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में गुजरात सरकार में मंत्री और पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री जीतूभाई वाघानी, गुजरात सरकार में मंत्री श्री हर्ष सांघवी और मेयर श्री हितेश मकवाना सहित कई गणमान्य व्यक्तित्व की गरिमामय उपस्थिति रही।
इस अवसर पर आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ‘वीरांजलि' कार्यक्रम के आयोजकों को साधुवाद देते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आजादी के अमृत महोत्सव काल में देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर देने वाले नाम-अनाम महान स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन से देश की भावी पीढ़ी का परिचय कराने का जो बीड़ा उठाया है, उसमें ‘वीरांजलि’ एक महत्वपूर्ण पड़ाव हो सकता है। मैं आयोजकों को हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में आयोजित इस देशभक्ति पूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम ‘वीरांजलि' के लिए साधुवाद देता हूँ। मैं इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी कलाकारों का भी अभिनंदन करता हूँ।
श्री नड्डा ने कहा कि आज इस कार्यक्रम के माध्यम से महान क्रांतिकारी और भारत माता के वीर सपूत शहीद भगत सिंह, शहीद सुखदेव और शहीद राजगुरु के जीवन से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण बातों को दर्शाया जाने वाला है। हमें हमारी वीर शहीदों के जीवन से सीख लेकर देश के लिए कुछ कर गुजरने को प्रेरित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह को तय समय से लगभग 11 घंटे पहले ही फांसी दे दी गई क्योंकि अंग्रेजी हुकूमत भारतवर्ष की जनता के दिल में शहीद भगत सिंह के प्रति प्यार, सम्मान और समर्थन से डर गई थी। उन्हें यह लगा कि यदि तय समय के अनुसार शहीद भगत सिंह जी को फांसी दी गई तो तब तक जनता की आवाज इतनी बुलंद हो जायेगी कि फांसी देना मुमकिन न होगा। ऐसे महान क्रांतिकारियों के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों ने पंच प्रण लेने का आह्वान किया है। हमें कटिबद्ध भाव से पाँचों प्रण को निभाना है। हमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमें अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाना है, गुलामी की सभी मानसिकता से आजादी पानी है, अपनी महान विरासत पर गर्व करते हुए आगे बढ़ना है, एकता और एकजुटता के साथ ‘न्यू इंडिया' के निर्माण के लिए काम करना है और देश के प्रति अपने कर्तव्यों का भी सही से पालन करना है। अगर आदरणीय प्रधानमंत्री जी ‘राजपथ' को ‘कर्तव्य पथ' में बदल सकते हैं तो हमें भी अपने कर्तव्य-पथ पर चलते हुए देश के नवनिर्माण में अपनी आहुति देनी चाहिए। तभी हमारा भारत पुनः विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित हो सकेगा।
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