भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद का कांग्रेस पार्टी की नकारात्मक राजनीति पर करारा प्रहार
सोनिया गाँधी कहती हैं कि ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' नहीं होना चाहिए लेकिन यह कर कौन रहा है? चुनौती भरे समय में भी इस तरह की राजनीति केवल कांग्रेस कर रही है, राहुल गांधी कर रहे हैं। सोनिया जी, आज देश को एक सुर में बोलने की जरूरत है। आप कृपया ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' लिखना बंद कीजिये।
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हम ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' से भागते नहीं हैं। चुनाव आने दीजिए, हम पूरी ईमानदारी से ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' करेंगे। अभी तो फिलहाल कांग्रेस को राष्ट्र के लिए प्रयास करना चाहिए।
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सोनिया जी ने यूपीए सरकार के मनरेगा की चर्चा की, इस पर मुझे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन कांग्रेस के शासन में मनरेगा के नाम पर गरीबों के हक़ के पैसे की किस तरह बंदरबांट होती थी, किस तरह घोटाले होते थे, यह पूरा देश जानता है।
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पहले मनरेगा का पैसा मजदूरों को नहीं मिलता था, जबकि आज उनके खाते में जाता है क्योंकि इसके बीच में कोई बिचौलिया नहीं है। मुझे पता है कि जब बिचौलिये समाप्त होते हैं तब कांग्रेस के लोगों को परेशानी होती ही है लेकिन अब बिचौलियों की हम एक नहीं चलने देंगे।
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सोनिया गाँधी जी, आपकी सरकार के समय मनरेगा में 21.4 फीसदी लोगों को फायदा हो रहा था, लेकिन हमारी सरकार में ये आंकड़ा बढ़ कर 67.7 फीसदी पहुंच गया है।
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राहुल गांधी देश की अर्थनीति और सामरिक नीति को कितना समझते हैं, इस पर बहस की जरूरत है। यह बात मैं बहुत ही जिम्मेदारी से कहना चाहता हूँ कि राहुल गांधी को इतना तो समझदार होना चाहिए कि चीन जैसे अतंरराष्ट्रीय मुद्दे पर ट्विटर पर सवाल नहीं पूछे जाते हैं।
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राहुल गांधी जी, आप वही हैं, जिन्होंने बालाकोट के हमले के बाद भी सबूत मांगे थे। उरी हमले के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठाया था। अब चीन के मुद्दे पर भी सवाल कर रहे हैं। अगर चीन की कहानियां आएंगी तो कांग्रेस ने कैसे मामले को संभाला था, वो भी सामने आ जाएंगी।
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राहुल गांधी साल पूछते हैं कि लॉकडाउन से क्या फायदा हुआ जबकि उनके मुख्यमंत्री ही लॉकडाउन लगाते हैं। पंजाब, महाराष्ट्र और राजस्थान में लगा हुआ है। मैं राहुल गाँधी से सवाल पूछना चाहता हूँ कि क्या आपके मुख्यमंत्री आपकी बात नहीं सुनते हैं या आपका तर्क हल्का रहता है?
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सोनिया गाँधी ने आर्टिकल में अपनी सरकार के बहुत सारे काम गिनाये लेकिन वे अपनी सरकार की नाकामियों को भी बताती तो अच्छा रहता। जो काम यूपीए सरकार के समय शुरू हुए, उनको हमारी सरकार ने व्यवस्थित, बेहतर और प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाया है
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जब सोनिया गाँधी जी यूपीए की सरकार की बात कर रही थीं तो कम-से-कम एक बार ही सही, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम तो ले लिया होता लेकिन उन्हें गाँधी परिवार के बाहर किसी को भी क्रेडिट नहीं देना है
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अबतक 11 करोड़ लोगों से इसे डाउनलोड किया है। यह काफी सुरक्षित है। उन्होंने कहा, 'आपकी सरकारें प्रदेशों में ऐप यूज करे तो ठीक है लेकिन अगर मोदी सरकार कोई ऐप शुरू करती है तो यह गलत है। ऐसा कैसे हो सकता है?
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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने आज बुधवार को सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी द्वारा नकारात्मक राजनीति करने और देश की जनता को गुमराह करने का बड़ा आरोप मढ़ते हुए मनरेगा, राहुल गाँधी द्वारा भारत-चीन सीमा विवाद पर दिए गए बयान, आधार और आरोग्य सेतु एप तक सभी मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी के हर झूठ को उजागर किया।
सोनिया गाँधी द्वारा मनरेगा के ऊपर अखबारों में लिखे गए लेख को लेकर कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि सोनिया गाँधी ने आर्टिकल में अपनी सरकार के बहुत सारे काम गिनाये लेकिन वे अपनी सरकार की नाकामियों को भी बताती तो अच्छा रहता। जो काम यूपीए सरकार के समय शुरू हुए, उनको हमारी सरकार ने व्यवस्थित, बेहतर और प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि मनरेगा जैसी गरीब कल्याण की कई योजनाओं को मोदी सरकार ने इस तरह क्रियान्वित किया है कि उसका पूरा फायदा जरूरतमंदों को मिले। उन्होंने कहा कि मनरेगा यूपीए सरकार के समय शुरू हुई थी, इस पर मुझे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन कांग्रेस के शासन में मनरेगा के नाम पर गरीबों के हक़ के पैसे की किस तरह बंदरबांट होती थी, किस तरह घोटाले होते थे, यह पूरा देश जानता है। मुझे एक और बात को लेकर बड़ा आश्चर्य हुआ। जब सोनिया गाँधी जी यूपीए की सरकार की बात कर रही थीं तो कम-से-कम एक बार ही सही, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम तो ले लिया होता लेकिन उन्हें गाँधी परिवार के बाहर किसी को भी क्रेडिट नहीं देना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार और नरेन्द्र मोदी की सरकार में एक सबसे बड़ा अंतर यह है कि यूपीए की सरकार जो भी काम शुरू करती है, एक तो उसे पूरा नहीं करती, दूसरा उसका इम्प्लीमेंटेशन सही तरीके से नहीं होता है। उसी काम को हम पूरा करते हैं और बेहतर तरीके से करते हैं। मनरेगा पर मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पहले मनरेगा का पैसा मजदूरों को नहीं मिलता था, जबकि आज उनके खाते में जाता है। आज हमारी सरकार ने इस तरह की व्यवस्था बनाई है कि मनरेगा का सारा पेमेंट सीधे बैंक सीधे कामगारों के अकाउंट में जाता है, इसके बीच में कोई बिचौलिया नहीं है। अब बिचौलियों का राज समाप्त है। मुझे पता है कि जब बिचौलिये समाप्त होते हैं तब कांग्रेस के लोगों को परेशानी होती ही है लेकिन अब बिचौलियों की हम एक नहीं चलने देंगे।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि सोनिया गाँधी जी, आपकी सरकार के समय मनरेगा में 21.4 फीसदी लोगों को फायदा हो रहा था, लेकिन हमारी सरकार में ये आंकड़ा बढ़ कर 67.7 फीसदी पहुंच गया है। स्वर्गीय श्री राजीव गाँधी कहते थे कि मैं दिल्ली से एक रुपया भेजता हूँ तो गरीब के पास 15 पैसे पहुंचते हैं लेकिन मोदी सरकार 100 रुपये भेजती है तो गरीब को पूरे 100 रुपये मिलते हैं, यह है कांग्रेस और मोदी सरकार के बीच का अंतर। यह है डिजिटल इंडिया की सफलता। उन्होंने कहा कि यूपीए के समय में शुरू की गई आधार योजना निराधार थी। हम इसके लिए प्रभावी कानून लेकर आये। आज आधार के माध्यम से काम करते हैं। आज देश के 126 करोड़ लोगों के पास आधार है। 121 करोड़ मोबाइल फोन इससे जुड़ा है और इसके जरिए 37 करोड़ जन-धन अकाउंट को जोड़ा गया है और उसमें पैसे भेजे जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने इन खातों में 11 लाख करोड़ रुपये भेजे हैं। 1.71 लाख करोड़ रुपये की बजत की गई है क्योंकि यहां बिचौलियों की नहीं चलती है।
कांग्रेस पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सोनिया गाँधी कहती हैं कि ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' नहीं होना चाहिए लेकिन ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस’ कौन कर रहा है? चुनौती भरे समय में भी इस तरह की राजनीति केवल कांग्रेस कर रही है, राहुल गांधी कर रहे हैं। राहुल गांधी साल पूछते हैं कि लॉकडाउन से क्या फायदा हुआ जबकि कांग्रेस शासित प्रदेशों के उनके मुख्यमंत्री ही लॉकडाउन लगाते हैं। पंजाब की सरकार ने लगा रखा है, महाराष्ट्र और राजस्थान में लगा हुआ है। मैं राहुल गाँधी से सवाल पूछना चाहता हूँ कि क्या आपके मुख्यमंत्री आपकी बात नहीं सुनते हैं या आपका तर्क हल्का रहता है। क्या उनके मुख्यमंत्री उनकी बात नहीं सुनते, जो लॉकडाउन का समर्थन कर रहे थे। मैं सोनिया जी से आग्रह करता हूं कि आज जब देश को एक सुर में बोलने की जरूरत है, तब आप कृपया ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' लिखना बंद कीजिये। हम ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' से भागते नहीं हैं। चुनाव आने दीजिए, हम पूरी ईमानदारी से ‘बीजेपी वर्सेज कांग्रेस' करेंगे। अभी तो फिलहाल कांग्रेस को राष्ट्र के लिए प्रयास करना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय में शुरू की गई प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना और नेशनल हाइवे योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके साथ यूपीए सरकार ने क्या किया था, इससे भी देश की जनता वाकिफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने यहां से अटल बिहारी वाजपेयी की फोटो हटवाने का काम किया था।
लद्दाख में भारत-चीन सीमा विवाद में राहुल गाँधी की अनर्गल टिप्पणियों पर हमला करते हुए वरिष्ठ श्री प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी देश की अर्थनीति और सामरिक नीति को कितना समझते हैं, इस पर बहस की जरूरत है। यह बात मैं बहुत ही जिम्मेदारी से कहना चाहता हूँ कि राहुल गांधी को इतना तो समझदार होना चाहिए कि चीन जैसे अतंरराष्ट्रीय मुद्दे पर ट्विटर पर सवाल नहीं पूछे जाते हैं। कम से कम चुनौती भरे मामलों में, विदेश नीति में क्या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस तरह के सवाल पूछना लाजिमी है? राहुल गांधी जी, कृपया करके थोड़ा सा इस विषय पर सोचिए। आप वही हैं, जिन्होंने बालाकोट के हमले के बाद भी सबूत मांगे थे। उरी हमले के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठाया था। अब चीन के मुद्दे पर भी सवाल कर रहे हैं। अगर चीन की कहानियां आएंगी तो कांग्रेस ने कैसे मामले को संभाला था, वो भी सामने आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि हमेशा से कांग्रेस मोदी सरकार से सबूत मांगती रही है, देश की सेना पर सवाल उठाती रही है चाहे वो बालाकोट एयरस्ट्राइक हो या उरी हमले को लेकर सर्जिकल स्ट्राइक ही क्यों न हो। ऐसा करके वे दरअसल दूसरे देशों को ही परोक्ष तरीके से मदद करते हैं। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है।
आरोग्य सेतु ऐप को सुरक्षित बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अबतक 11 करोड़ लोगों से इसे डाउनलोड किया है। यह काफी सुरक्षित है। उन्होंने कहा, 'आपकी सरकारें प्रदेशों में ऐप यूज करे तो ठीक है लेकिन अगर मोदी सरकार कोई ऐप शुरू करती है तो यह गलत है। ऐसा कैसे हो सकता है?
(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव
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