भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा और वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की संयुक्त प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा और वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया और पंजाब के जाने माने चेहरे सिद्धू मूसेवाला की जघन्य हत्या पर प्रदेश की आम आदमी पार्टी सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि ये घटना पंजाब की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को स्पष्ठ रूप से बयान करती है।
डॉ पात्रा ने कहा कि कुछ घंटे पहले पंजाब के जाने माने चेहरे और और राजनीति में भी सक्रिय रहे सिद्धू मूसेवाला को गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर दी गई है, वह बहुत ही दुखद घटना है। ये घटना पंजाब की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को स्पष्ठ रूप से बयान करती है।
कल ही केजरीवाल जी अपनी पीठ थपथपाते हुए एलान कर रहे थे कि चार सौ से अधिक वीवीआईपी की सुरक्षा वापस ले ली गई है. आज भी केजरीवाल जी और उनके नेता हरियाणा में एक रैली के दौरान इस कदम के लिए अपनी वाहवाही लूटने का प्रयास करते दिखे. पंजाब की केजरीवाल सरकार द्वारा पहले तो सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी हटाई गयी और जिनकी भी सिक्योरिटी हटाई गई उनकी गोपनीयता को नजरंदाज करते हुए पूरी लिस्ट सार्वजनिक कर दी गई। एक तरह से ये हत्यारों को आमंत्रण था कि हमने इन लोगों की सिक्योरिटी वापस ली है अब आप अपना काम कर सकते हैं।
आज कई संगीन सवाल केजरीवाल जी के सामने खड़े होते हैं. पहला यह कि जिनकी भी सुरक्षा वापस ली गई थी, क्या उसके लिए कोई इनपुट लिया गया था या फिर सिर्फ कोरी राजनीति और अपनी वाहवाही लूटने के लिए सिक्यूरिटी वापस ली गई? जब सिक्यूरिटी वापस ली गई और शीघ्र उसे सार्वजनिक भी कर दिया, क्या ऐसा कभी होता है? आखिर ऐसा क्यों किया गया? पूरे पंजाब पुलिस तंत्र को तो सिर्फ इस काम के लिए लगाया गया है कि ट्विटर पर कौन केजरीवाल जी के लिए कमेंट कर रहा है, कौन केजरीवाल जी से सवाल जवाब पूछ रहा है, उसका पता लगाओ, दिल्ली से उन्हें गिरफ्तार कर पंजाब लाओ, उनपर एसआईटी बैठाओ. पूरा पंजाब पुलिस फ़ोर्स को सिर्फ इन्हीं कामों में लगाया गया है, यदि पंजाब पुलिस वास्तविक रूप में अपना कर्तव्य का निर्वहन करती तो आज यह दुखद घटना घटित नहीं होती.
हकीकत यही है कि जो लोग पंजाब को नहीं समझते, जो लोग पंजाब को नहीं जानते आज वो रिमोट कंट्रोल के माध्यम से दिल्ली में बैठकर पंजाब को चला रहे हैं। अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा, ये दो लोग आज पंजाब को दिल्ली में बैठकर कंट्रोल कर रहे हैं, भगवंत मान तो महज एक मुखौटा सीएम हैं.
आज देश की जनता खासकर पंजाब की जनता जानना चाहती है कि क्या पंजाब में अभी राघव चड्ढा जी बिना सिक्यूरिटी के रहते हैं या सिक्यूरिटी के साथ? यदि राघव चड्ढा जी के पास सिक्यूरिटी है और उनकी जान को खतरा है तो पंजाब के जो वाशिंदे हैं, जिन्होंने पंजाब के लिए संघर्ष किया है, क्या उनकी जिंदगी पर कोई खतरा नहीं है? केजरीवाल जी तो चुनावी भाषण में कहा करते थे कि कोई सुरक्षा नहीं लेंगे, बंगला नहीं लेंगे, गाड़ी नहीं लेंगे, आज वही केजरीवाल जी 90 सिक्योरिटी गार्ड के साथ पंजाब में घूम हैं. केजरीवाल जी, आप जो प्रवचन देते हैं, उसे थोडा अमल में भी लाने का प्रयास करें.
आज सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई है उसके जिम्मेदार सीधे तौर पर अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा हैं। इन दोनों लोगों को माफी मांगनी चाहिए और एक्सप्लनेशन भी देना चाहिए कि आखिर आज पंजाब में क्या हो रहा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता मंजिदर सिंह सिरसा ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या भगवंत मान सरकार की लापरवाही और साजिश के तहत हुई है। मूसेवाला की सुरक्षा क्यों हटाई गई इसको लेकर पंजाब सरकार को जवाब देना चाहिए। आप नेता राघव चड्ढा को मिली सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि राघव चड्ढा को 45 बंदूकधारी सुरक्षा गार्ड मिले हुए हैं. भगवंत मान की पत्नी को भी ऐसी ही सुरक्षा मिली हुई है. भगवंत मान के खिलाफ सीधे तौर पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए।
(महेंद्र कुमार)
कार्यालय सचिव
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