Salient points of joint press conference of BJP National Spokesperson Shri Gaurav Bhatia and Delhi BJP Working President Shri Virendra Sachdeva


by Shri Gaurav Bhatia -
21-12-2022
Press Release

 

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया एवं भाजपा दिल्ली प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा की संयुक्त प्रेसवार्ता के मुख्यबिन्दु

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया एवं भाजपा दिल्ली प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने आज केन्द्रीय कार्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित किया. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड-19 के एडवाईजरी पालन करने के बदले कांग्रेस नेताओं की गलत बयानबाजी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के संभावित नयी लहर के समय यदि इस यात्रा से देश के अन्य राज्यों के नागरिक, जिन राज्यों से यह तथाकथित यात्रा निकल रही हैं, प्रभावित हो सकते हैं, तो क्या यह चिंताजनक बात नहीं है? क्या कोरोना संक्रमण की रोकथाम में राजनीतिक पार्टियों और कांग्रेस पार्टी की कोई जिम्मेदारी और दायित्व नहीं है?

 

तवांग मामले में राहुल गाँधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए श्री भाटिया ने कहा कि जब भारतीय सेना अपना शौर्य दिखाती है तब राहुल गांधी का कुंठित प्रयास होता है कि कैसे सेना का मनोबल तोड़ा जाए। वे मनोबल तोड़ नहीं पाते हैं, क्योंकि भारतीय सेना का मनोबल हिमालय की तरह अटल है और उनके पीछे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सशक्त नेतृत्व और देश के 135 करोड़ लोग हैं।

 

साथ ही, राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने दिल्ली शराब घोटाले में ईडी द्वारा कोर्ट में दाखिल शिकायती आवेदन के आलोक में कहा कि ईडी ने अपने आरोप पत्र में तेलंगाना की एमएलसी और सीएम केसीआर की बेटी के. कविता के नाम भी लिए हैं. एक ओर दिल्ली की पापी पार्टी ‘आप’ और तेलंगाना में तथाकथित 'भारत राष्ट्र समिति' जो अपने नाम में “भारत राष्ट्र” जैसे शब्द लिख रही है, दोनों ही भ्रष्टाचार के रंग में रंगे हुए हैं. राजनीति करने के लिए शराब उनका पसंदीदा आधार है. उन्हें शर्म आनी चाहिए.

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी सत्ता सुख भोगने के लिए तथाकथित भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं. भारत एक अखंड देश है तो उसे कांग्रेस पार्टी कैसे जोड़ेगी? यह अलग बात है कि कांग्रेस पार्टी जरूर टूट रही है। श्री भाटिया ने कहा कि सत्ता सुख भोगने के लिए नफरती यात्रा निकाल रहे हैं। जार्ज पुनैया से लेकर भारत के टूकड़े होने की कामना करने वाले लोग तथाकथित भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो रहे हैं।

 

श्री गौरव भाटिया ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी से और उम्मीद भी नहीं की जा सकती है क्योंकि यह वही कांग्रेस पार्टी है जो “कोविड” को “मोविड” बुलाती है। राहुल जी “बी राहुल, नॉट रैबीड”।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मांडवीया जी ने राहुल गांधी को पत्र लिख कर भारत जोड़ो यात्रा में कोविड गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह सुनिश्चित करने का सलाह दी है कि यात्रा में शामिल होने वाले लोग मास्क और सैनिटाईजर का इस्तेमाल करें। यात्रा में कोविड-19 रोधी वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति ही शामिल हों। यदि कांग्रेस पार्टी एक समझदार विपक्ष होती तो उस सुझाव के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जी को धन्यवाद देती और कहती कि यात्रा के दौरान उनके सुझाव का पालन करेंगे। कांग्रेस नेता इसके विपरीत बयानबाजी कर रहे हैं।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशवासियों को 220 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाए गए हैं। श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की इच्छाशक्ति एवं कार्य प्रबंधन से देश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित किया। वहीं, जब कोराना संक्रमण रोधी स्वशी वैक्सीन विकसित हुआ और लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ तो कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि यह खतरनाक वैक्सीन है इसे मत लगवाना।

 

तवांग मामले में राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि दुख की बात है लोकतंत्र की मंदिर में संसद में रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह वक्तव्य दे देते हैं फिर भी कांग्रेस पार्टी संसद की कार्रवाई को बाधित करती है, क्योंकि कांग्रेस का मकसद है संसद में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा न हो और संसद बाधित हो।

 

कांग्रेस पार्टी ने अब तक इन सवालों का जवाब नहीं दिया है कि आखिर कांग्रेस ने चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी से “पार्टी टू पार्टी” करार क्यों किया था? उस करार को अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? क्या कांग्रेस पार्टी इतने निम्न स्तर की राजनीति कर रही है और उसकी जमीर इतनी मर गयी है कि चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी से 135 करोड़ रुपए रिश्वत ले? 

 

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय सुरक्षा नीति में महत्वपूर्ण बदलाव आया है और उस बदलाव के तहत भारतीय सेना को खुली छूट दी गयी है. चाहे डोकलाम हो, गलवान हो या तवांग, भारतीय सेना ने वीरता का परिचय दिया है। भारतीय सेना ने तवांग में चीन के करीब 300 सैनिकों को पीछे खदेड़ दिए। लेकिन संसद में कांग्रेस सहित विपक्षी दल अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझती है। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी संसद में चर्चा नहीं चाहती है, नियमों को पालन नहीं करती और संसद में सिर्फ शोर मचाती है, हंगामा करती हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी के शासन में लगभग 43 हजार वर्गकिमी भूमि चीन को दे दिया गया।  

 

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से सवाल पूछा कि क्या यह सत्य नहीं है कि जब वर्ष 2013 में चीनी सेना घुसपैठ कर रही थी, उस वक्त भारतीय जनता पार्टी ने जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए सवाल पूछा था? उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि चीनी घुसपैठ को तूल देना ठीक नहीं है। उस समय मीडिया भी बता रही थी कि चीनी सेना भारतीय सीमा में 19 किलोमीटर अंदर घुसपैठ कर गयी है।

 

·        संसद में जब भारतीय जनता पार्टी ने जिम्मेदारी से सवाल पूछा कि उस वक्त क्या कार्रवाई की गयी तो मनमोहन सरकार की ओर से जवाब मिला कि बातचीत से चीनी घुसपैठ के मसले को सुलझा लेंगे।

 

·        मनमोहन सिंह सरकार ने उस समय संसद में जवाब दिया था कि सरहद की वस्तुस्थिति के बारे में देश को जानकारी देंगे तो चीन गुस्सा और नाराज हो जाएगा। क्या कांग्रेस पार्टी और चीन के कम्यूनिस्ट पार्टी के बीच ‘पार्टी टू पार्टी’ करार का यह असर था? निर्भिक पत्रकार ने जब इस खबर को अपने दैनिक में छापा तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गयी।

 

·        सोनिया-मनमोहन सरकार के तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने यहां तक कहा था कि भारतीय-चीन सीमा पर जो हो रहा है यदि उसे सार्वजनिक करेंगे तो चीन के साथ बेवजह मुश्किल खड़ी हो जाएगी।

 

आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना को कार्रवाई करने की खुली छूट है। भारतीय सेना दुनिया में सबसे ज्यादा वीर होने के साथ ही सबसे ज्यादा अनुशासित भी है। हर भारतीयों को सेना पर गर्व हैं किंतु राहुल गांधी कहते हैं कि भारतीय सेना पिट गयी है और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे उसका समर्थन करते हैं। इससे स्पष्ट हो जाता है कि खड़गे जी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने हैं, किन्तु रिमोट कंट्रोल गांधी परिवार के ही पास है।

 

 

केजरीवाल सरकार के शराब घोटाले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री की बेटी भी संलिप्त

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने ईडी द्वारा कोर्ट में दाखिल आवेदन के आलोक में कहा कि दिल्ली शराब घोटाले में भारत राष्ट्र समिति के नेत्री और तेलंगाना सीएम की बेटी का नाम शामिल है। दिल्ली में पापी “आप” है और दूसरी ओर तेलंगाना की राजनीतिक पार्टी अपने नाम में “भारत राष्ट्र” जैसे शब्द लिख रही है। ऐसे घोटालेबाजों को शर्म आनी चाहिए। श्री भाटिया ने कहा कि ईडी द्वारा कोर्ट में दाखिल आवेदन में साउथ ग्रुप का जिक्र है, जिसके अनुसार शराब घोटाले के आरोपी समीर महेन्द्रू ने अन्य लोगों के साथ मिलकर शराब कार्टेल बनाया था जिसमें आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधि विजय नायर, अरूण पिल्लैई, तेलंगाना विधान पार्षद सुश्री के कविता और अन्य लोग शामिल हैं। शराब कारोबार में फायदा लेने के लिए साउथ ग्रुप ने विजय नायर को लगभग 100 करोड़ रुपए  का किकबैक दिया था।

 

ईडी ने समीर महेन्द्रू और मनोज राय के व्हाट्स एप चैट की डिटेल कोर्ट में जमा किया गया है। 31 मई 2021 को मनोज राय और समीर महेन्द्रू के बिच हुई व्हाट्सएप चैट में मनोज राय ने लिखा है कि उसे प्रस्तावित नयी आबकारी नीति की कॉपी पांच लोगों से मिली है, जो आपको भेज रहे हैं। जबकि 5 जुलाई 2021 को केजरीवाल सरकार की नयी आबकारी नीति सार्वजनिक की गयी थी। किसी भी नीति को सार्वजनिक करने से पहले उसकी जानकारी देना गलत माना जाता है। क्या यह गंभीर मसला नहीं है? क्या अरविंद केजरीवाल का मकसद जनता के हित की अनदेखी करना और सिर्फ और सिर्फ अपनी तिजोरी भरना है?

 

दिल्ली में नयी आबकारी नीति के लिए बनायी गयी एक्सपर्ट कमिटी की सिफारिश थी कि शराब ठेके में कार्टेलाइजेशन नहीं हो, ताकि हर व्यक्ति स्वतंत्र होकर हिस्सा ले और इस प्रकार शराब ठेके प्रदान करने से दिल्ली सरकार के राजस्व बढ़ेंगे। कार्टेलाइजेशन ऐसा था कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के करीबी शराब माफिया को रिटेल से लेकर होलसेल तक के लिए शराब ठेके दिए गए। केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति में कमीशन को दो प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दी थी जिसमें से 6 प्रतिशत केजरीवाल जी की तिजोरी में जाता था। शराब घोटाले के कारण दिल्ली के राजस्व को 2873 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। ये राशी जनता के हित में खर्च होना था उस राशी को केजरीवाल जी अपने तिजोरी भरने के लिए किकबैक लिया।

 

भाजपा दिल्ली प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली शराब घोटाले के संबंध में अरविंद केजरीवाल से तीन सवाल पूछे -

·        पहला सवाल- यह कैसे संभव है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बिना सहमती के विजय नायर आबकारी नीति में समय समय पर बदलाव करता रहा?

 

·        दूसरा सवाल-यह कैसे मुमकिन है कि बिना राजनीतिक संरक्षण के विजय नायर ने दिल्ली में 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि की लेन-देन की?

 

·        तीसरा सवाल- अरविंद केजरीवाल का विजय नायर से संबंध क्या है?

 

 

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