Salient points of the joint press conference of BJP National Spokesperson Shri Gaurav Bhatia and Shri Pravesh Verma (M.P.)


by Shri Gaurav Bhatia -
15-07-2023
Press Release

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया और भाजपा नेता एवं पश्चिम दिल्ली से लोक सभा सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की संयुक्त प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

अरविंद केजरीवाल जी, आप इधर-उधर की बात कीजिये, ये बताइये कि पिछले 9 साल में यमुना को साफ़ करने के लिए जो 6,800cr रुपए खर्च हुए, उसमें आपने यमुना में डीसिल्टिंग का काम क्यों नहीं कराया?: गौरव भाटिया

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केजरीवाल सरकार बताये कि उन्हें जो ड्रेनेज प्लान देना था, उसे 9 सालों में भी जमा क्यों नहीं किया? क्या यह सही नहीं है कि यदि पहले वर्ष ही जो बात आम आदमी पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में कही थी, उसको पूरा करके ड्रेनेज प्लान दे देती तो यह संकट जो आज हम दिल्ली में देख रहे हैं, वह नहीं आता?: गौरव भाटिया

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केजरीवाल सरकार मिथ्या दोषारोपण कर रहे हैं कि यमुना में साढ़े तीन लाख क्यूसेक जो पानी छोड़ा गया, इससे दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई। ये सवाल तो आपसे पूछा ही जाएगा अरविंद केजरीवाल जी कि 2013 और 2019 में लगभग 8 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया था, तब तो दिल्ली में बाढ़ नहीं आई?: गौरव भाटिया

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शराब नीति लाने में तो अरविंद केजरीवाल को काफी जल्दबाजी की थी लेकिन आम आदमी पार्टी सरकार के 9 साल बीत जाने पर भी अरविंद केजरीवाल ने ड्रेनेज प्लान तक नहीं बनाया, क्यों?: गौरव भाटिया

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दिल्ली में जो सीवर लाइंस हैं, उनकी डीसिल्टिंग 8 साल से नहीं हुई है। यह काम मॉनसून अर्थात 15 जून से पहले हो जानी चाहिए थी लेकिन डीसिल्टिंग का काम इस साल भी नहीं हुआ। क्यों?: गौरव भाटिया

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अरविंद केजरीवाल के मंत्री को अभी ग्राउंड पर काम करना चाहिए था लेकिन वह प्रेस कांफ्रेंस कर कहते हैं कि षड्यंत्र हो रहा है। क्या भारतीय सेना और एनडीआरएफ जो दिन-रात एक करके दिल्ली की लोगों को राहत पहुंचाने में लगी हुई है, वह षड्यंत्र कर रही है?: गौरव भाटिया

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क्या केंद्र सरकार और एलजी साहब का दफ्तर जो दिल्ली की जनता की सेवा में लगे हुए हैं, वे षड्यंत्र कर रहे हैं और होटल में बैठकर जो एयर कंडीशन का आनंद ले रहा है, वह मुख्यमंत्री सही है?: गौरव भाटिया

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केंद्र सरकार, एलजी दफ्तर, तमाम एजेंसियां और भाजपा, नागरिकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। हम सभी ठोस कदम उठा रहे हैं। अब एक निठल्ले और धोखेबाज मुख्यमंत्री को तय करना है कि संकट की घड़ी में वह जनता की सेवा करना चाहते हैं या ओछी, हलकी, घटिया और निंदनीय राजनीति करना चाहते हैं: गौरव भाटिया

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कल 14 जुलाई को आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल से अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो ट्वीट किया गया जिसमें वे खुद अपनी विफलता का कबूलनामा कर रहे हैं कि ITO में Drain में Breach की वजह से राजघाट पर नाले से पानी के Back Flow के कारण पानी भरा है: गौरव भाटिया

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अरविंद केजरीवाल घोटालेबाज तो हैं ही, अब यह भी सिद्ध हो गया है कि वे बड़े बहानेबाज भी हैं। बहुत दुख होता है कि अगर एलजी साहब अपना काम कर रहे हैं तो केजरीवाल जी की उपस्थिति में उनके ही एक मंत्री एलजी साहब पर दोषारोपण करते हैं और एनडीआरएफ को भी नहीं बख्शते हैं: गौरव भाटिया

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जब भी दिल्ली में कोई संकट आता है तो अरविंद केजरीवाल अपने निकम्मेपन का दोष दूसरों के ऊपर मढ़ देते हैं। कोविड में बेड, ऑक्सीजन और दवा की कमी को लेकर बिहार से आये लोगों पर दोष मढ़ दिया, प्रदूषण के लिए पंजाब की पूर्व सरकार और हरियाणा पर दोष मढ़ दिया और अब जब दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है तो वे हरियाणा सरकार, एनडीआरएफ और एलजी दफ्तर को दोषी ठहरा रहे हैं: गौरव भाटिया

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अरविंद केजरीवाल जी प्रायः प्रेस कांफ्रेंस करते दिख रहे हैं। उनसे गुजारिश है कि वे एक और प्रेस कांफ्रेंस कर यह बताने की चेष्टा करें कि पिछले 8 सालों में वे दिल्ली की बारिश और फ्लड की स्थिति को लेकर उन्होंने कितनी बैठकें कीं?: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा

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2018 में दिल्ली ड्रेनेज सिस्टम पर बनी रिपोर्ट पर दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा जब केजरीवाल सरकार से पूछा गया कि दिल्ली ड्रेनेज पर कितना काम हुआ, तो इसका कोई जवाब उनके पास नहीं था: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा

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अरविंद केजरीवाल एक तरफ कहते हैं कि वह बाढ़ पर राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन वह केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार और हथिनीकुंड बैराज पर आरोप लगा रहे हैं। दिल्ली में आई बाढ़ को लेकर यदि केंद्र सरकार समय रहते मदद नहीं करती तो दिल्ली की स्थिति और भी भयावह होती: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा

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एनडीआरएफ की टीम लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है लेकिन इन एजेंसियों पर भी दोषारोपण करने से केजरीवाल जी बाज नहीं आते। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा

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सैन्य बलों पर आरोप लगाना, उन्हें बदनाम करना, केजरीवाल उनकी पार्टी के नेताओं की पुरानी आदत है। पुलवामा हमले के समय भी देश के सैन्य बलों की काबिलियत और निष्ठा पर सवाल उठाकर उनके मनोबल को गिराने का काम अरविंद केजरीवाल ने किया था: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा

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केजरीवाल बार-बार आरोप लगा रहे हैं कि हथिनीकुंड बैराज बंद क्यों नहीं किया जा रहा, वहां से पानी क्यों छोड़ा जा रहा है? उन्हें पता होना चाहिए कि 23 मई 2023 को एक बैठक हुई थी जिसमें दिल्ली सरकार के इंजीनियर्स मौजूद थे। बैठक में जितना तय हुआ था, हथिनीकुंड से उतना ही पानी छोड़ा गया: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा

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दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए ही अरविंद केजरीवाल ऐसी मूर्खतापूर्ण बातें कर रहे हैं। केजरीवाल जी दिल्ली में आई बाढ़ की स्थिति संभाल नहीं पाए, इसलिए हताशा में आरोप-प्रत्यारोप करके दिल्ली की जनता की आँखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं: प्रवेश साहिब सिंह वर्मा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया और दिल्ली से सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया और दिल्ली में बाढ़ को लेकर अरविंद केजरीवाल की सरकार पर करारा हमला करते हुए उसे निकम्मी सरकार करार दिया।

 

श्री भाटिया ने कहा कि जैसा कि सर्वविदित है, इस बार जोरदार बारिश हुई और दिल्ली भी बारिश की चपेट में आई। यहाँ के नागरिकों को असुविधा हो रही है, पानी जगह-जगह भरा हुआ है। हमने देखा कि किस तरह केंद्र सरकार, भारतीय सेना, एलजी दफ्तर और एनडीआरएफ की टीम दिन-रात दिल्ली की जनता की सेवा में लगी हुई है। बताया जा रहा है कि एनडीआरएफ की 18 टीमें जगह-जगह दिल्ली के नागरिकों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। भारतीय सेना वह काम कर रही है जो दिल्ली की सरकार को करना चाहिए था, एक निठल्ले, भ्रष्टाचारी, धोखेबाज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को करना था। मैं भारतीय जनता पार्टी की ओर से इंडियन आर्मी और एनडीआरएफ की टीम को धन्यवाद करना चाहूंगा।

 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार है जिसका दृढ़ निश्चय है कि संकट की इस घड़ी में हम जनता के साथ खड़े हैं और उनके लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। दूसरी ओर, दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। पूरा भारत जानता है कि अरविंद केजरीवाल घोटालेबाज तो हैं ही, अब यह भी सामने गया है कि ये बड़े बहानेबाज भी हैं। बहुत दुख होता है कि अगर एलजी साहब अपना काम कर रहे हैं, केंद्र सरकार के साथ समन्वय बिठा रहे हैं तो अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में उनके ही एक मंत्री एलजी साहब पर दोषारोपण करते हैं, एनडीआरएफ को भी नहीं बख्शते हैं। आज यह सवाल अरविंद केजरीवाल से पूछा जाएगा कि कोविड ने जब भारत और पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया था और दिल्ली में नागरिक ऑक्सीजन सिलिंडर की मांग कर रहे थे, अस्पताल में बेड्स और दवाई की सुविधाएं उपलब्ध करानी थी तब केजरीवाल इसके लिए बिहार से आये लोगों को दोषी ठहरा रहे थे। जब दिल्ली में प्रदूषण की समस्या आई, तब अरविंद केजरीवाल इसके लिए पंजाब की पूर्व सरकार और हरियाणा सरकार को दोषी ठहरा रही थी। अब जब बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति दिल्ली में उत्पन्न हुई है तो वे कहते हैं कि गलती हरियाणा सरकार की है। जब भी दिल्ली में कोई संकट आता है तो अरविंद केजरीवाल इसका दोष दूसरों के ऊपर मढ़ देते हैं लेकिन खुद कुछ करते नहीं जो उन्हें करना चाहिए। यह देख कर दुःख होता है कि उनके मंत्री जिनको अभी ग्राउंड पर काम करना चाहिए था, वह कह रहे हैं कि षड्यंत्र हो रहा है। क्या भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीम जो दिन-रात एक करके दिल्ली की लोगों को राहत पहुंचाने में लगी हुई है, वह षड्यंत्र कर रही है? क्या केंद्र सरकार और एलजी साहब का दफ्तर जो दिल्ली की जनता की सेवा में लगे हुए हैं, वे षड्यंत्र कर रहे हैं और होटल में बैठकर जो एयर कंडीशन का आनंद ले रहा है, वह मुख्यमंत्री सही है? क्या मानसिकता हो गई है आम आदमी पार्टी सरकार की?

 

अरविंद केजरीवाल पर हमला जारी रखते हुए श्री भाटिया ने कहा कि दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल से तीन सवाल पूछ रही है।

 

       पहला सवाल: दिल्ली की जनता का पहला सवाल यह है कि अरविंद केजरीवाल जी, आप इधर-उधर की बात कीजिये, ये बताइये कि पिछले 9 साल में यमुना को साफ़ करने के लिए जो 6,800 करोड रुपए खर्च हुए, उसमें आपने यमुना में डीसिल्टिंग का काम क्यों नहीं कराया जो आपके इरिगेशन डिपार्टमेंट के तत्वावधान में आता है? आप डीसिल्टिंग इसलिए नहीं कर पाए क्योंकि आपको शराब के ठेकेदारों के साथ बैठ कर शराब का घोटाला करना था, आपको दिल्ली की जनता की गाढ़ी कमाई से भ्रष्टाचार का शीशमहल खड़ा करना था। पिछले साल भी एमसीडी चुनाव से पूर्व भारतीय जनता पार्टी ने यह मुद्दा उठाया था और आपसे पूछा था कि डीसिल्टिंग क्यों नहीं हो रही है, इससे बाढ़ आने का ख़तरा है। आपने इसका संज्ञान भी नहीं लिया। आज दिल्ली प्रदेश की सरकार आपकी, दिल्ली जल बोर्ड आपका, एमसीडी आपकी और इसके बावजूद आप दूसरों पर दोषारोपण कर रहे हैं!

 

       दूसरा सवाल: 9 साल की निकम्मी, निठल्ली और भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल सरकार, आपको जो ड्रेनेज प्लान देना था, उसे जमा क्यों नहीं किया? आपको नहीं लगता है कि यदि पहले वर्ष ही जो बात आपने अपने मेनिफेस्टो में कही थी, उसको पूरा करके ड्रेनेज प्लान दे देते तो यह संकट जो आज हम दिल्ली में देख रहे हैं, वह नहीं आता?

 

       तीसरा सवाल: आप फिर से वही दूसरों पर मिथ्या दोषारोपण कर रहे हैं कि यमुना में साढ़े तीन लाख क्यूसेक जो पानी छोड़ा गया, इससे दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई। ये सवाल तो आपसे पूछा ही जाएगा अरविंद केजरीवाल जी कि 2013 और 2019 में लगभग 8 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया था, तब तो दिल्ली में बाढ़ नहीं आई? दिल्ली में बाढ़ इसलिए आई है क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्राथमिकता दिल्ली के लिए काम करना है ही नहीं, उन्हें तो केवल बहानेबाजी करनी है।

 

केजरीवाल सरकार पर  हमला करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि 13 जुलाई को जब दिल्ली में बाढ़ का संकट आया, तब पहली बार अरविंद केजरीवाल जी अपने शीश महल से बाहर निकले। इससे पहले आपके पास समय क्यों नहीं था? क्या आप पहले नहीं निकल सकते थे? आप मॉनसून से पहले संज्ञान लेते, व्यवस्था करते, कुछ ठोस निर्णय लेते। शराब नीति लाने में तो आपने काफी जल्दबाजी की थी लेकिन यहाँ आपकी सरकार के 9 साल बीत गए और आपने ड्रेनेज प्लान तक नहीं बनाया, क्यों?

 

श्री भाटिया ने कहा कि दिल्ली में जो सीवर लाइंस हैं, उनकी डीसिल्टिंग 8 साल से नहीं हुई है। जब डिसिल्टिंग नहीं होगी तो जो कैपेसिटी है पानी के आउटफ्लो की, वह कम हो जाती है और जल भराव का खतरा उत्पन्न हो जाता है। इस पर तो अराजक और भ्रष्टाचारी आम आदमी पार्टी कुछ बोल नहीं रही। आज उनके एक नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि हमारे खिलाफ षड्यंत्र हो रहा है। लेकिन, हमने जो आज तथ्य उठाये हैं, इस पर क्या अरविंद केजरीवाल एक भी शब्द बोलेंगे?

 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम की डीसिल्टिंग का काम मॉनसून अर्थात 15 जून से पहले हो जानी चाहिए थी लेकिन डीसिल्टिंग का काम इस साल भी नहीं हुआ। यह पूछा नहीं जाएगा कि यह क्यों नहीं हुआ? इसका कोई उत्तर अरविंद केजरीवाल या उनकी निकम्मी और निठल्ली सरकार के पास नहीं है। अरविंद केजरीवाल जी निठल्लेपन का पर्याय हैं, ये बात हम बाद में उठाएंगे लेकिन दुःख होता है कि जब एक सर्वे चल रहा है तो एलजी साहब अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में उनका मंत्री एनडीआरएफ पर दोषारोपण करता है जबकि एनडीआरएफ दिल्ली की जनता की सेवा में दिन-रात लगी हुई है। अरविंद केजरीवाल जी, एनडीआरएफ का काम डीसिल्टिंग नहीं है, एनडीआरएफ का काम यह नहीं है कि 15 जून से पहले ड्रेनेज की सफाई हो जाए। ये काम आपका है, आपकी सरकार का है।

 

श्री भाटिया ने कहा कि कल 14 जुलाई को आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल से अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो ट्वीट किया गया जिसमें वे कह रहे हैं कि ITO में Drain में Breach की वजह से राजघाट पर नाले से पानी के Back Flow के कारण पानी भरा है। इस वीडियो में अरविंद केजरीवाल खुद मान रहे हैं कि Drain में Breach की वजह से राजघाट पर नाले से पानी के Back Flow के कारण ITO और आसपास के इलाके में पाने भरा है।पनी विफलता का कबूलनामा अरविंद केजरीवाल स्वयं कर रहे हैं। अच्छा होता कि वे ये भी बताते कि डीसिल्टिंग क्यों नहीं हुई और बैकफ्लो क्यों हो रहा है? अलबत्ता वे तो अपने निठल्लेपन का प्रमाण स्वयं प्रस्तुत कर रहे हैं।

 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार, एलजी दफ्तर, तमाम एजेंसियां और भाजपा, नागरिकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। हम सभी ठोस कदम उठा रहे हैं। अब एक निठल्ले और धोखेबाज मुख्यमंत्री को तय करना है कि संकट की घड़ी में वह जनता की सेवा करना चाहते हैं या ओछी, हलकी, घटिया और निंदनीय राजनीति करना चाहते हैं?

 

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पश्चिमी दिल्ली से लोक सभा सांसद और भाजपा नेता श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक तरफ कहते हैं कि वह बाढ़ पर राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन वह केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार और हथिनीकुंड बैराज पर आरोप लगा रहे हैं।

 

श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार बिना मांगें दिल्ली सरकार को हर संभव मदद कर रही है। एनडीआरएफ की टीम लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है लेकिन इन एजेंसियों पर भी दोषारोपण करने से केजरीवाल जी बाज नहीं आते। एनडीआरएफ जैसी एजेंसी को यह कोई फर्क नहीं पड़ता कि कहां किसकी सरकार है। चाहे केदारनाथ में आई आपदा हो या फिर टर्की में आई आपदा, एनडीआरएफ ने हर जगह जाकर सफलतापूर्वक बचाव कार्य को अंजाम दिया। ऐसी कर्तव्यनिष्ठ एजेंसी पर अरविंद केजरीवाल जी का यह कहना कि वह समय पर नहीं पहुंची, बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैसैन्य बलों पर आरोप लगाना, उन्हें बदनाम करना, केजरीवाल उनकी पार्टी के नेताओं की पुरानी आदत है। पुलवामा हमले के समय भी देश के सैन्य बलों की काबिलियत और निष्ठा पर सवाल उठाकर उनके मनोबल को गिराने का काम अरविंद केजरीवाल ने किया था। दिल्ली में आई बाढ़ को लेकर यदि केंद्र सरकार समय रहते मदद नहीं करती तो दिल्ली की स्थिति और भी भयावह होती।

 

भाजपा सांसद ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी प्रायः प्रेस कांफ्रेंस करते दिख रहे हैं। उनसे गुजारिश है कि वे एक और प्रेस कांफ्रेंस कर यह बताने की चेष्टा करें कि पिछले 8 सालों में वे दिल्ली की बारिश और फ्लड की स्थिति को लेकर उन्होंने कितनी बैठकें कीं? वास्तविकता यह है कि ऐसी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए केजरीवाल जी ने एक भी बैठक नहीं की। 2018 में दिल्ली ड्रेनेज सिस्टम पर बनी रिपोर्ट पर दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा जब केजरीवाल सरकार से पूछा गया कि दिल्ली ड्रेनेज पर कितना काम हुआ, तो इसका कोई जवाब दिल्ली सरकार के पास नहीं था।

 

श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी बार-बार आरोप लगा रहे हैं कि हथिनीकुंड बैराज बंद क्यों नहीं किया जा रहा, वहां से पानी क्यों छोड़ा जा रहा है? केजरीवाल जी को मालूम होना चाहिए कि 23 मई 2023 को एक बैठक हुई थी जिसमें दिल्ली सरकार के इंजीनियर्स मौजूद थे। बैठक में तय हुआ था कि जल स्तर 70 हजार क्यूसेक की जगह 1 लाख क्यूसेक से ऊपर होने के बाद ही पानी छोड़ा जाएगा। इस बैठक में यह भी तय हुआ था कि पूर्वी कैनाल और पश्चिमी कैनाल से कितनी-कितनी पानी छोड़ी जाएगी। दिल्ली सरकार को पता था कि बारिश के मौसम में दिल्ली में कितना पानी आएगा। बैठक में जितना तय हुआ था, हथिनीकुंड से उतना ही पानी छोड़ा गया, जरा भी ज्यादा नहीं। हथिनीकुंड में आटोमेटिक सिस्टम है कि जब वहां 1 लाख क्यूबिक पानी हो जायेगा, तो बैराज के फाटक आटोमेटिक बंद हो जायेंगे, किसी मैन्युअल की आवश्यकता नहीं। अब ऐसी स्थिति में एक पढ़ा-लिखा अनपढ़ आदमी ही यह आरोप लगा सकता है कि हथिनीकुंड बैराज को बंद क्यों नहीं किया जा रहा है, वहां से पानी क्यों छोड़ा जा रहा है। दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए ही अरविंद केजरीवाल ऐसी मूर्खतापूर्ण बातें कर रहे हैं। केजरीवाल जी दिल्ली में आई बाढ़ की स्थिति संभाल नहीं पाए, इसलिए हताशा में आरोप-प्रत्यारोप करके दिल्ली की जनता की आँखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं।

 

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