Salient points of joint press conference of BJP National Spokesperson Syed Zafar Islam, Shri Saumitra Khan (MP) & Dr. Anirban Ganguly


by Shri Syed Zafar Islam -
15-09-2022
Press Release

 

 

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम, सांसद सौमित्र खान एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिर्बान गांगुली की संयुक्त प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम, सांसद सौमित्र खान एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिर्बान गांगुली ने आज केन्द्रीय कार्यालय मे संयुक्त प्रेसवार्ता करके पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजा एवं सांसद अभिषेक बनर्जी को तानाशाह बताते हुए कहा कि दो दिन पूर्व, कोलकाता में, भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्त्ताओ के ‘नबान्न चलो’ मार्च पर हुए बर्बरतापूर्ण पुलिसिया अत्याचार पूर्वाग्रह और दमन की पराकाष्ठा है. इतना है नहीं, अभिषेक बनर्जी कहते है कि अगर मैं होता तो आंदोलनकारियों के सिर पर गोली मार देता।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम ने कहा कि ममता बनर्जी की तानाशाही पराकाष्ठा की सारी हदें पार कर दी है।

 

·        लोकतांत्रिक तरीके से भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आंदोलन कुचलने के लिए ममता बनर्जी की बर्बरतापूर्ण पुलिसिया अत्याचार उनके दोहरे चरित्र को दर्शाता है। इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई से सांसद अभिषेक बनर्जी का मन नहीं भरा तो उन्होंने कहा कि मै होता तो उनके सिर पर गोली मार देता।

 

ममता बनर्जी के पूर्व मंत्री के परिचितों के घर से करोड़ों रुपए नगद पकड़े गए और उनकी गिरफ्तार भी हुई। पश्चिम बंगाल में निरंतर ईडी की कार्रवाई हो रही है। केन्द्रीय जांच एजेंसियों के पास सबूत होने के कारण इन भ्रष्टाचारियों को अदालत से राहत भी नहीं मिल पा रही है। भारतीय जनता पार्टी उन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करती है, तो ममता बनर्जी अपने सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर जनता की आवाज कुचलने की कोशिश कर रही हैं।

 

ममता बनर्जी राजनीतिक हिंसा के द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ रही आवाज और आंदोलन को दबाना चाहती हैं। गत दिन ममता बनर्जी की पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय  उपाध्यक्ष दिलीप घोष, भाजपा पश्चिम बंगाल प्रदेश के अध्यक्ष सुवेन्दु अधिकारी, सांसद लोकेश चटर्जी सहित सांसद, विधायकों और कार्यकर्त्ताओं पर बर्बरतापूर्ण  हमले किये और किसी भी कार्यकर्त्ता को नहीं बख्शा गया। कई वीडियो के माध्यम से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पुलिस तंत्र की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का साक्ष्य सबके सामने आ गया है।

 

दूसरी ओर, भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिर्बान गांगुली ने कहा कि पश्चिम बंगाल की पुलिस का पूर्ण रुप से राजनीतिकरण कर दिया गया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्त्ताओं द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर पुलिस ने बेवजह लाठी चार्ज किया। 

 

·        पश्चिम बंगाल पुलिस की किस मैन्युअल में कहा गया है कि पुलिस तंत्र आंदोलनकारियों पर पथराव करके शांति स्थापित करे। नबान्न अंदोलन के बाद रात्रि में पश्चिम बंगाल पुलिस राजनीतिक टूल्स बनकर भाजपा के कार्यालय आकर नेताओं एवं कार्यकर्त्ताओं के साथ मारपीट की। कई जगहों पर आंदोलनकारियों के उपर कांच के बोतल फेंक कर हमला किया गया। एक-एक महिला कार्यकर्ताओं के पीछे 6-6 पुरूष पुलिसकर्मियों को लगाकर पिटाई  करायी गयी।

 

·        मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं उनके भतीजा अभिषेक बनर्जी ने भाजपा के नबान्न आंदोलन के अगले दिन प्रेस कांफ्रेंस करके 30 बार गोली मारने जैसे शब्द का इस्तेमाल किया। एक निर्वाचित सांसद अभिषेक बनर्जी ने यहां तक कहा कि अगर मैं होता तो आंदोलनकारियों के सिर पर गोली मार देता। यह अत्यधिक अलोकतांत्रिक और हिंसक बयान है।

 

·        ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी की मानसिकता फासीवादी है। ये लोग लोकतांत्रिक विरोध को सहन नहीं कर सकते हैं। यह दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल की राजनीतिक स्थिति क्या है? जनता सब देख रही है। पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी संघर्ष जारी रखेगी।

 

·        पश्चिम बंगाल में सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ताओं के सिर पर गोली मारी जाती है, लेकिन असामाजिक तत्वों एवं अपराधियों पर गोली नहीं चलाई जाती।

 

·        ममता बनर्जी के पुलिस तंत्र ने कभी भी उन लोगों पर कार्रवाई नहीं की, जब पश्चिम बंगाल में हावड़ा, मुर्शिदाबाद, नादिया आदि जगहों पर आगजनी और पथराव किए गए थे, आम लोगों की दूकानें जला दी गयी थी।

 

·         राष्ट्रीय उच्च पथ 16 घंटे तक बंद कर दिए, लेकिन तब ममता बनर्जी को एक्शन  लेने की याद नहीं आयी।

 

·        2016 में कालिया चक में एक विशाल भीड़ ने पुलिस थाना पर हमला कर दिया था, पुलिस थाने को नेस्तनाबूद कर दिया था। तब अभिषेक बनर्जी कहां थे? उस समय सिर पर गोली मारने जैसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया था?

 

·        एक महत्वपूर्ण सवाल है कि पिछले चौबीस घंटे मे पश्चिम बंगाल की घटना पर दिल्ली में बैठे मनावाधिकार और लोकतंत्र के लिए आवाज उठाने वाले तथाकथित बुद्धिजीवियों और राष्ट्रपति एवं उप राष्ट्रपति को बार-बार प़त्र लिखने वाले तथाकथित बुद्धिजीवी इस घटना पर चुप क्यों हैं?

 

सांसद सौमित्र मुखर्जी ने ममता बनर्जी से इस्तीफा की मांग करते हुए कहा कि अभिषेक  बनर्जी एक अंडरवर्ल्ड माफिया हैं, तृणमूल कांग्रेस अब उनके नियंत्रण में है। अभिषेक बनर्जी कभी दुबई जाते हैं, तो कभी नेपाल, क्योंकि भारत विरोधी अभियान चलाना है। वे कोयला घोटाले से लेकर अन्य कई प्रकार के घोटाले में संलिप्त हैं। इसी कारण उनकी बोली है कि आंदोलनकारियों के सिर पर गोली मारो। पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला, गौ तस्करी सहित कई घोटाले एवं भ्रष्टाचार हुए हैं, किन्तु भ्रष्टाचार को रोकने के बदले भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वाले भाजपा कार्यकर्त्ताओं पर बर्बरतपूर्ण हमला कराया जा रहा है।

 

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