Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra


by Shri Sambit Patra -
13-08-2022
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने आज केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया और आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं सीएम अरविन्द केजरीवाल के रेवड़ी मॉडल को गरीब जनता की आंखों मेंधूल झोंकने वाला बताते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया बार-बार प्रेस कांफ्रेस कर जनता से ‘एंटीसिपेटरी बेल’ लेने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि शराब घोटाले एवं अन्य घोटाले मे उनका वही हाल होने वाला है जो केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन का हुआ है। 

 

डॉ. पात्रा ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह रोज प्रेस कांफ्रेस करके अमीरोंकी कर्ज माफी और उन्हेंटैक्स में राहत देने की झूठी बातें प्रचारित कर रहे हैं, जबकि सच तोयह है कि दिल्ली की जनता को घोटालों से ध्यान भटकाने और बरगलाने की कोशिश हो रही है। मनीष सिसोदिया ने पिछले दिनों शराब घोटाला कर अपने शराब माफिया दोस्तों के 144 करोड़ रुपए माफ कर दिया, जिसकी जांच हो रही है।

 

आम आदमी पार्टी बीते दिनोंट्वीट कर कहा कि अमेरिका एवं यूरोप में शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्र में केजरीवाल मॉडल की तारीफ हो रही है, जबकि सच्चाई इसके विपरीत है। अरविन्द केजरीवाल कहते हैंकि विदेश से आने वाले लोग दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधा देख आश्चर्यचकित रह जाते हैं।

 

शिक्षा में रेवड़ी मॉडल की सच्चाई

·        2015 में अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली के अम्बेडकर नगर में घोषणा की थी कि ऐसा सरकारी स्कूल खोलेंगे कि मंत्री, विधायक, अधिकारी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलोंमें हीपढ़ाएंगे। केजरीवाल जी बताएं कि दिल्ली के कितने मंत्री, विधायक और अधिकारी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलो में पढ़ा रहे हैं?

 

·        केजरीवाल जी ने 2015 में 500 नए स्कूल खोलने की वादा किया किन्तु सूचना के अधिकार के तहत जो जानकारी मिली है उसके अनुसार, 16 स्कूल बंद हो गए हैं और नए स्कूल एक भी नहीं खुले। दिल्ली के 701 सरकारी स्कूलों में प्राधानाचार्य नहीं हैं और 745 स्कूलों मे विज्ञान एवं कामर्स की पढ़ाई नहीं हो रही है। सरकारी स्कूलों में 16,834 शिक्षकों के पद रिक्त पड़े है।

 

शिक्षा में जनकल्याणकारी मॉडल –

·        प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद देश में शिक्षा क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आया है। 2012-13 मे स्कूलों में हैंडवाश की उपलब्धता 36 प्रतिशत स्कूलों में थी जो बढ़कर 2019-20 में 90 प्रतिशत हो गयी।

·        2012-13 में 88 प्रतिशत स्कूलों में बलिकाओ के लिए शौचालय थी,जो बढ़कर 2019-20 मे 96.9 प्रतिशत हो गयी है।

·        उच्च शिक्षा क्षेत्र में 2013-14 में 36,634 कॉलेजों की संख्या थी, जो बढकर 2019-20 में 42,342 हो गयी। देश में हर रोज दो कॉलेज स्थापित हो रहे हैं। देश में हर सप्ताह एक विश्वविद्यालय बन रहे हैं। 2013-14 में 723 विश्वविद्यालय थे जो आज बढ़कर 1043 हो गए हैं।

 

स्वास्थ्य के क्षेत्र में रेवड़ी मॉडल की सच्चाई –

·        दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और उनके परिवार के लोग इस साल निजी क्लीनिक और अस्पतालों में इलाज कराने पर 1.25 करोड़ रुपए खर्च किये हैं, जिसका भुगतान दिल्ली सरकार ने किया है।

 

·        केजरीवाल सरकार की मोहल्ला क्लीनिक गरीबों को झांसा देने के लिए “हो-हल्ला” क्लीनिक बन गई है। अरविन्द केजरीवाल ने एक हजार मोहल्ला क्लीनिक खोलने की घोषणा की थी, किन्तु दो-तीन सौ ही मोहल्ला क्लीनिकखुल पाए, येक्लीनिक भी ऐसे हैं जिसमे तीन आदमियों काएक साथ बैठना भी मुश्किल है। अरविन्द केजरीवाल अपने “हो-हल्ला” क्लीनिक का विज्ञापन केरल,कर्नाटक, गुजरात सहित अन्य राज्यों में दिया है।

 

·        दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार से सवाल पूछा था कि जब कोरोना महामारी के दौरान मोहल्ला क्लीनिक मरीजों का इलाज नहीं कर सका तो इस मोहल्ला क्लीनिक का क्या फायदा? जब लोग कोरोना संक्रमण से पीड़ित थे तब इस “हो-हल्ला” क्लीनिक में पैरासिटेमॉल तक नहीं उपलब्ध थी। अरविन्द केजरीवाल सरकार की स्वास्थ्य सेवा की आधारभूत संरचना की वास्तविकता सिर्फ “हो-हल्ला” करना,इलाज की सुविधा उपलब्ध करना नहीं है।

 

·        2015 में अरविन्द केजरीवाल ने 30 हजार अतिरिक्त बेड जोड़ने का वादा किया था। दिल्ली सरकार के अधीन 38 अस्पताल हैं। 2015 से पहले इनमें 11 हजार बेड थे और अब बढ़कर 12 हजार बेड हो गए हैं, यानी महज 8-9 सौ बेड ही अतिरिक्त जोड़ेगए।

 

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने आयुष्मान भारत योजना का बकाया भुगतान नहीं किया है, जिस वजह से अस्पताल अब गरीबों का इलाज नहीं कर रही। 

 

·        पंजाब सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत पीजीआई चंडीगढ़ को 16 करोड़ रुपए नहीं दी है। इस कारण, पीजीआई चंडीगढ़ ने आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करने से मना कर दिया है। अरविन्द केजरीवाल विज्ञापन पर 19 करोड़ रुपए खर्च करते हैं किन्तु गरीबों के इलाज के लिए 16 करोड़ रुपए नहीं दे सकते हैं।

 

·        आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजाब सरकार पर पूरे प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों का बकाया 300 करोड़ रुपए हो गए हैं। बकाया भुगतान नहीं होने की वजह से बहुत सारे अस्पतालों ने आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों का इलाज करने से मना कर दिया है। अरविन्द केजरीवाल को रेवड़ी पॉलिटिक्स बंद करके गरीबों के इलाज के लिए अस्तपालों का बकाया भुगतान कराना चाहिए।

 

रोजगार बनाम रेवड़ी मॉडल की सच्चाई - अरविन्द केजरीवाल ने 10 लाख रोजगार देने की घोषणा की थी जबकि सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार केजरीवाल सरकार ने 849 युवाओं को ही रोजगार दिया है। दिल्ली सरकार के पोर्टल पर रजिस्टर्ड बेरोजागरों की संख्या 15 लाख से अधिक है। केजरीवाल गुजरात में जाकर बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा कर रहे हैं। 

 

केजरीवाल सरकार के वित्तीय मॉडल की सच्चाई –

·        मनीष सिसोदिया ने कुछ दिन पहले कहा था कि दिल्ली सरकार के पास सरप्लस राजस्व है। सीएजी रिपोर्ट के अनुसार 2019-20 में दिल्ली सरकार के पास 7,499 करोड़ रुपए रेवन्यू सरप्लस है। दिल्ली सरकार अपना राजस्व सरप्लस दिखा रही है जबकि केन्द्र सरकार उनके कर्मियों के पेंशन का बोझ उठाती है। इसकेअलावा केन्द्रीय गृह मंत्रालय दिल्ली पुलिस का पूरा खर्च उठाती है। केन्द्र सरकार द्वारा कई मदों में खर्च करने के कारण हीआज दिल्ली सरकार के पास सरप्लस राजस्व दिखता है।

 

·        अरविन्द केजरीवाल के शासन काल में दिल्ली सरकार पर कर्ज का बोझ 7 प्रतिशत बढ़ गया है। दिल्ली  सरकार पर लगभग तीन हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। केन्द्र सरकार से पैसा लेकर अरविन्द केजरीवाल रेवड़ी बांटने का काम करते हैं और खुद का महिमामंडन करते हैं।

 

·        सीएजी रिपोर्ट के अनुसार 2015-16 से लेकर 2019-20 तक विकास से जुड़े फंड का 49,700 करोड़ रुपए  लैप्स हो गया है अर्थात केजरीवाल ने विकास से जुड़े फंड का इस्तेमाल नहीं किया है।39 योजनाएं सिर्फ कागजों पर है जिसके कार्यान्वयन पर एक पैसा भीखर्च नहीं किया गया है। इसी तरह, गरीबों के घर देने की योजना के तहत93 प्रतिशत निर्मित घरों को अब तक आवंटित नही किया गया है अर्थात गरीबों को घर नहीं दिया गया। श्रमिक कल्याण योजना की 94 प्रतिशत राशि का उपयोग नहीं किया गया है। दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन में एक भी बस खरीदा नहीं गया है। आज डीटीसी 5,280 करोड़ रुपए के घाटे में चल रहा है।  

 

·        अरविन्द केजरीवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर आरोप लगाया था कि बिजली कंपनियों को 300 करोड़ रुपए की सब्सिडी देकर अपने लोगों को फायदा पहुंचाया है। आज अरविन्द केजरीवाल ने अपने दोस्तों की साठगांठ वाली बिजली कंपनियों को इस वर्ष 3,200 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी है। अरविन्द केजरीवाल का दोस्तवाद और भ्रष्टाचारवाद का अलग रूप है।

 

·        सीएजी रिपोर्ट के अनुसार केजरीवाल सरकार ने सौ करोड़ रुपए से अधिक विज्ञापनों पर खर्च किये हैं। 70 लाख रुपए उन विज्ञापनों पर खर्च किये गए जिसमें केन्द्र सरकार पर सिर्फ दोषारोपण किया गया है। 85 प्रतिशत विज्ञापन दिल्ली के बाहर अन्य राज्यों में दिया गया है, जिस पर 33.4 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

 

कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र एवं कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने महिलाओ का अपमान किया जो भर्त्सना योग्य है।

 

·        प्रियांक खड़गे ने आज महिलाओं को लेकर बहुत घिनौनी टिप्पणी की है। प्रियांक खड़गे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में जिन महिलाओं को कर्नाटक में सरकारी नौकरी मिली है वह “काउज” अर्थात शारीरिक संबंध बनाने के कारण मिली है। यह हमला सीधे तौर पर नौकरी करने वाली महिलाओं पर है, जो अभद्रता की पराकाष्ठा है।

 

·        कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा सोनिया गांधी खुद एक महिला हैं और प्रियंका वाड्रा नारा देती हैं “लड़की हूं लड़ सकती हूँ।“ उस कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रियांक खड़गे की सोच इतनी अधिक संकुचित है, इसके लिए कहीं न कहीं सोनिया गाँधी और प्रियंका वाड्रा जिम्मेदार है ।

 

·        भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय महिला अयोग से अपील करती है कि प्रियांक खड़गे के बयान पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करे।

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