Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra


by Shri Sambit Patra -
07-01-2023
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा की प्रेसवार्ता के मुख्यबिन्दु

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने आज केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में दिल्ली के अरविंद केजरीवाल सरकार के “आउटकम बजट” का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल जी बोलने में “बोल बच्चन” और काम करने में “काम कच्चन” अर्थात वे बातें तो बड़ी-बड़ी करेंगे, किन्तु काम कुछ नहीं करेंगे। दिल्ली के आउटकम बजट ने अरविंद केजरीवाल की पोल खोल दी है। उनकी जितनी भी 'Big Ticket Announcements' थीं उनमें से किसी पर भी जमीन पर कोई काम नहीं हो रहा है।

 

डॉ संबित पात्रा ने केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के लिए कुछ भी काम न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली को बर्लिन और पेरिस बनाएंगे, वहां की तरह दिल्ली की नाइट लाइफ होगी, दिल्ली के स्कूलों को उन्नत बनाएंगे, डिजिटल क्लास रूम होगा, स्कूली बच्चों को यूनिफार्म सब्सिडी दी जाएगी वगैरह वगैरह योजनाओं के विज्ञापनों पर केजरीवाल जी ने अपनी तस्वीर के साथ करोड़ों रुपये खर्च कर डाले, किन्तु दिल्ली के आउटकम बजट में केजरीवाल जी कह रहे हैं कि अभी योजनाएं नहीं बनायी गयी हैं, या अभी इस योजना पर काम शुरू नहीं हुआ है।

 

केजरीवाल सरकार के आउटकम बजट के विश्लेषण से स्पष्ट हो जाता है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पिछले आठ सालों में नयी-नयी घोषणाएं की और उसके विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिल्ली की जनता की आंखों में सिर्फ धूल ही झोंका है। केजरीवाल जी को जनता के कल्याण एवं विकास के लिए काम करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, दिलचस्पी है सिर्फ बड़ी बड़ी बातें करना।

 

केजरीवाल सरकार के बजट आउटकम एनालिसिस डिपार्टमेंट ने आउटकम बजट तैयार किया है, जिसमें केजरीवाल सरकार द्वारा वार्षिक बजट में घोषित योजनाओं एवं बजट आवंटन के तहत हुए कामों का विश्लेषण किया गया है. उसमें बताया गया है कि केजरीवाल सरकार ने घोषित योजनाओं का कितना प्रतिशत काम जमीन पर उतारा है और उस योजनाओं की वास्तविक स्थिति क्या है?

 

आउटकम बजट के अनुसार केजरीवाल जी द्वारा अधिकांश योजनाओं को या तो शुरु ही नहीं किया है या फिर उन्हें आंशिक रूप से कार्यान्वित किया गया है।

 

·        डॉ. संबित पात्रा ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जब दिल्ली में मेरी सरकर बनेगी तब कोई भी लड़की रात्रि में निकलेगी तो सुरक्षा के लिए उसके मोबाइल में एक बटन होगा, उसे जब भी कोई परेशानी होगी, तब वह लड़की सिर्फ एक बटन दबा देगी, बाकी सब मैं संभाल लूंगा। केजरीवाल जी ने यह भी कहा था कि पुलिस और जीपीएस दिल्ली में चारों तरफ होगी और जीपीएस के माध्यम से तुरंत 5 मिनट के अन्दर हमारे लोग घटना स्थल पर पहुंच जाएंगें और उस लड़की को बचा लेंगे। ठीक उसी प्रकार से केजरीवाल जी ने दिल्ली में सीसीटीवी कैमरा लगाने, स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए बोर्डिंग की व्यवस्था आदि कई विषयों के बारे में भी घोषणा की थी।

 

·        अरविंद केजरीवाल जी आपके अकुशल नेतृत्व के कारण दिल्ली में अब तक CCTV लगाने का काम पूरा नहीं हो पाया है और जो भी CCTV लगाये गए, उसमे आधे CCTV क्रियाशील हीं नहीं है। ये है अरविंद केजरीवाल जी आपकी सच्चाई- बोलना बहुत कुछ, करना कुछ नहीं।

 

·        अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली की बजट में वादा किया था कि बेघर बच्चों को आश्रय और शिक्षा प्रदान करेंगे। आउटकम बजट में बताया गया है कि इस योजना पर काम तो दूर, योजना के लिए दिशा-निर्देश तक जारी नहीं किये गए हैं। ये है केजरीवाल का दिल्ली मॉडल।

 

·        कोरोना संक्रमण के दौरान केजरीवाल जी रोज प्रेसवार्ता करते थे, किन्तु कोरोना पीड़ितों के लिए आक्सीजन उपलब्ध कराने की उन्हें चिंता नहीं थी। केजरीवाल जी उन प्रेसवार्ताओं में भविष्य की योजनाओं की चर्चा करते हुए बीस लाख लोगों को रोजगार देने की घोषणा की थी। दिल्ली की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए उन्होंने लगभग 80 हजार करोड़ रुपए का रोजगार बजट बनाया था, ताकि दिल्ली कोरोना की मार को झेल सके, लेकिन 'आउटकम बजट' कह रहा है कि आज की तारीख में इस पर कोई काम नहीं हुआ है।

 

·        केजरीवाल जी ने रोजगार बजट में कहा था कि दिल्ली की तस्वीर बदल देंगे जी, दिल्ली की नाईट लाइफ बेहतर होगी और सभी दूकानें, रेस्तरां आदि रात्रि 3 बजे तक खुली रहेंगी। दिल्ली में क्लाउड किचेन बनेगा और 26-28 जनवरी तक दिल्ली शॉपिंग फेस्टीवल होगा। केजरीवाल जी ने देशवासियों से अपील की थी कि इस दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल देखने के लिए पहले से होटल बूक करा लें और शॉपिंग करें।

 

·        केजरीवाल ने दिल्ली को बर्लिन, पेरिस बनाने की घोषणा करते हुए कहा था कि बर्लिन और पेरिस की तरह पूरी दिल्ली में फूड ट्रक लगवाएंगे, इससे लोगों को रोजगार मिलेगा। पेरिस की तरह दिल्ली की नाइट लाइफ सुबह तीन बजे तक रोशन होगी। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली फूड फेस्टिवल और दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल के लिए 250 करोड़ रुपए बजट आवंटित किया था।

 

·        इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के पांच मार्केट को उन्नत करने के लिए 100 करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा करते हुए बजट आवंटन किया था। केजरीवाल जी ने उन्नत होने वाले मार्केट का नाम “आईकॉनिक हेरिटेज मार्केट” दिया था। उन्होंने कहा था कि पांचों मार्केट को नूतन स्वरूप देने का अर्थ सिर्फ ब्रांडिंग करना नहीं है, बल्कि इन मार्केट का पूरा स्वरूप ही बदल दिया जायेगा, वहां नयी सड़कें एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

 

·        केजरीवाल जी ने दावा किया था कि दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल, दिल्ली फूड फेस्टिवल और आईकॉनिक हेरिटेज मार्केट विकसित होने से दिल्ली की अर्थव्यवस्था बूम करेगी। केजरीवाल सरकार के आउटकम बजट के अनुसार इन योजनाओं को लेकर अभी तक कोई तैयारी नहीं की गयी है और उसे कार्यान्वित करने के लिए कोई तारीख भी सुनिश्चित नहीं की गयी है। दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल कब होगा? क्लाउड किचेन कब बनेगा? दिल्ली में फूड ट्रक कब लगेगा?

 

·        आउटकम बजट के अनुसार इन सभी के लिए अभी तक कोई नीति नहीं बनायीं गयी है। जबकि अरविंद केजरीवाल ने इन सभी काम के लिए बजट में राशि आवंटित की थी। केजरीवाल सरकार के आठ साल हो गए और इन योजनाओं को जमीन पर नहीं उतारा गया, किन्तु केजरीवाल जी की तस्वीर के साथ सभी न्यूज पेपर में बड़े-बड़े विज्ञापन पर करोड़ों रुपए जरुर खर्च किए गए।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. पात्रा ने अरविंद केजरीवाल को एक ‘अकर्मण्य मुख्यमंत्री’ बताते हुए कहा कि ऐसी परिस्थिति सिर्फ दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल, फूड ट्रक आदि के मामले में ही नहीं है, बल्कि केजरीवाल जी ने स्टार्टअप सहित अन्य योजनाओं की भी यही दुर्गती की है।

 

·        10 मई 2022 की कैबिनेट बैठक में अरविंद केजरीवाल जी ने स्टार्टअप के लिए 50 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी, किन्तु इससे संबंधित नोटिफिकेशन अबतक नहीं जारी किया गया।

 

·        अरविंद केजरीवाल जी ने प्रेसवार्ता में घोषणा की थी कि दुनिया में पहली बार दिल्ली के सरकारी स्कूलों में डिजिटल क्लास रूम होगा। केजरीवाल सरकार ने 2020-21 में डिजिटल क्लास रूम के लिए 200 करोड़ रुपए आंवटित भी किया था।

 

·        अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों में ज्योग्राफी लैब बनाने और सांइस लैब में उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की भी घोषणा की थी। आउटकम बजट के अनुसार ज्योग्राफी लैब और सांइस लैब में उपकरण की उपलब्धता की जानकारी उपलब्ध नहीं है और ज्योग्राफी लैब के प्रस्ताव को एकबार फिर से ड्राफ्ट करने के लिए अभी भेजा ही गया है।

 

·        केजरीवाल जी ने कहा था कि मजूदर और गरीब घर के बच्चे यूनिफार्म खरीदने में सक्षम नहीं होते हैं, हम उन्हे सब्सिडी देंगे। आउटकम बजट के अनुसार पिछले आठ वर्षों में सिर्फ 37 प्रतिशत बच्चों को ही यूनिफार्म सब्सिडी योजना का लाभ मिल सका है, अधिकांश बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।

 

·        केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में महज 132 किलोमीटर सड़क का सुदृढिकरण किया है, शेष सड़क वैसा का वैसा ही है ।

 

वास्तविकता यही है कि आउटकम बजट डाक्यूमेंट ने अरविंद केजरीवाल की कलई खोल दी है और यह स्पष्ट कर दिया है कि वे काम करने में नहीं बल्कि सिर्फ विज्ञापन देने में विश्वास करते हैं। 

 

To Write Comment Please Login