Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Shri Gaurav Bhatia


by Shri Gaurav Bhatia -
20-09-2022
Press Release

 

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया एवं भाजपा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता की  संयुक्त प्रेसवार्ता के मुख्याबिंदु

 

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया एवं भाजपा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने आज केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों के आधार पर आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले के लिए पूर्णरूप से जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि शराब घोटाले के पर्दाफाश के क्रम में यह तीसरी कड़ी अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार की ताबूत में अंतिम कील साबित होगी।

 

श्री भाटिया ने कहा कि पहला स्टिंग ऑपरेशन से खुलासा हुआ था कि शराब कमीशन की 6 प्रतिशत राशि किस प्रकार अरविंद केजरीवाल तक पहुंचाई जा रही थी, जनता के पैसों को कैसे लूटा जा रहा था। 

 

दूसरे स्टिंग ऑपरेशन में शराब घोटाले में आरोपी नम्बर-9 अमित अरोड़ा द्वारा केजरीवाल सरकार पर एडवांस में पैसा लेन-देन का जिक्र किया गया है। इस स्टिंग के अनुसार, नई शराब नीति का स्वरुप इस बात को ध्यान में रखकर बनाया गया था कि चुनिंदा लोगों के हाथों में पैसा रहे और उन्हीं के हाथों से कैश फ्लो होता रहे।

 

शराब घोटाले पर लगातार हो रहे खुलासे से एक बात स्पष्ट हो रही है कि ‘जैसे-जैसे जुड़ रही है खुलासे की कड़ियां, इनके पास आ रही हैं हथकड़ियां’। शराब घोटाले पर लगातार हो रहे खुलासे के बाद केजरीवाल जी को चंद सवालों का जवाब देना होगा, क्योंकि ये सवाल जनता पूछ रही है।

 

·        पहला साक्ष्य -  दिल्ली सरकार के कागजात के अनुसार यूनिवर्सल डिस्ट्रीब्यूटर को जोन नम्बर-19 और 29 का ठेका दिया गया। यूनिवर्सल डिस्ट्रीब्यूटर के पार्टनर की सूची में एक का नाम करमजीत सिंह लांबा हैं।

 

·        दूसरा साक्ष्य - करमजीत सिंह लांबा और अरविंद केजरीवाल की दो जिस्म एक जान की भावना वाली एक दोस्ताना तस्वीर को प्रस्तुत करते हुए श्री भाटिया ने कहा कि इस तस्वीर के बाद भी क्या कट्टर भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल खुद को कट्टर ईमानदार का सर्टिफिकेट देते रहेंगे?

 

शराब नीति बनाने का उद्देश्य होता है कि प्रदेश का राजस्व बढ़े और प्रदेश में रहने वाले एवं इसका कारोबार करने के इच्छुक व्यक्ति को शराब का ठेका मिले, लेकिन केजरीवाल सरकार ने अपने शराब माफिया दोस्तों को ही ध्यान में रखकर नई शराब नीति लाई। 

 

·        तीसरा साक्ष्य - दूसरी तस्वीर में करमजीत सिंह लांबा आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर दिखाया गया है, अर्थात सारी नियमों की अनदेखी करके आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को शराब ठेका दिया गया।

 

शराब ठेका देने के मामले में कोई पारदर्शिता नहीं दिखती, तथाकथित कट्टर ईमानदार अरविंद केजरीवाल का एक ही मकसद है कि शराब कमीशन का पैसा इधर-उधर से घूमकर उनकी तिजारी मे कैसे आए। भले दिल्ली की जनता लूट जाए तो कोई परवाह नहीं.

 

·        चौथा साक्ष्य - तीसरी तस्वीर से स्पष्ट होता है कि करमजीत सिंह लांबा आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज के बहुत करीबी हैं। इस तस्वीर में करमजीत सिंह लांबा के नीचे आम आदमी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष लिखा है।

 

·        पांचवा साक्ष्य - चौथी तस्वीर में करमजीत सिंह लांबा विधायक सौरभ भारद्वाज के हाथ पकड़े हुए हैं। इस तस्वीर के अनुसार, लांबा कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार करो, मैं तुम्हारे पीछे खड़ा हूं। अरविंद केजरीवाल को मोटी रकम देनी है, हमसब मिलकर यह काम करेंगे।

 

भारतीय जनता पार्टी तथ्यपूर्ण बातें रखकर अरविंद केजरीवाल से लगातार सवाल पूछती आ रही है, जबकि संवैधानिक पद पर रहते हुए अरविंद केजरीवाल सिर्फ और सिर्फ तथ्यहीन बातें जनता के सामने रख रहे हैं। केजरीवाल जी को निम्न सवालों का जवाब देना ही होगा-

 

·        पहला सवाल - अरविंद केजरीवाल एवं मनीष सिसोदिया अपने करीबियों को भ्रष्टाचार की रेवड़ियां क्यों बांट रहे हैं?

 

·        दूसरा सवाल – अपने करीबियों को भ्रष्टाचार की रेवड़ियां बांटना ही क्या आम आदमी पार्टी की “रेवड़ी कल्चर” है?

 

·        तीसरा सवाल - शराब कारोबारियों के 144 करोड़ रुपए माफ करने के पीछे मुख्य कारण क्या यह था कि वह कालाधन घूमकर केजरीवाल जी, आप की तिजोरी में ही आ जाए?  

 

राजस्व का नुकसान करके केजरीवाल जी अपने़ शराब माफिया दोस्तों का 144 करोड़ रुपए  माफ किए। इस 144 करोड़ रुपए का 46 प्रतिशत यूनिवर्सल ट्रेडर का है, अर्थात यूनिवर्सल ट्रेडर का लगभग 66 करोड़ रुपए माफ किया गया।

 

·        चौथा सवाल - क्या यह सत्य नहीं है कि अरविंद केजरीवल ने जिन-जिन लोगों को कट्टर ईमानदार होने का सर्टिफिकेट दिया है, वह व्यक्ति जेल के सलाखों के पीछे है? सत्येन्द्र जैन पिछले 105 दिनों से जेल में हैं।

 

अरविंद केजरीवल की पार्टी इस नीति पर चल रही है कि भ्रष्टाचार करो और अपनी तिजोरी भरो। इसके बाद तो केजरीवाल जी की प्रिंटिंग मशीन से कट्टर ईमानदार का सर्टिफिकेट मिल ही जाएगा। 

 

·        अरविंद केजरीवाल जी जितना भी प्रयास कर लें, वो दिन आएगा कि ‘माफीवीर’ अरविंद केजरीवाल कबूलेंगें ही कि सबसे बड़ी भ्रष्टाचारी पार्टी आम आदमी पार्टी है जिसके सरगना अरविंद केजरीवाल हैं।

 

·        अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के नेता एवं कार्यकर्त्ता को स्वतंत्रता सेनानी कहते हैं, जबकि जनता कहती है कि आम आदमी पार्टी के नेता एवं कार्यकर्त्ता स्वतंत्रता सेनानी नहीं, बल्कि बेईमानी की निशानी हैं, जहां जाते हैं, वहीं भ्रष्टाचार दिखाई देता है।

 

भाजपा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने घर से एक महंगी गाड़ी जेस्टर से निकलते हैं और चार्टर्ड प्लेन से गुजरात जाते हैं। गुजरात पहुंचकर अरविंद केजरीवाल ऑटो में बैठने की नौटंकी करते हैं।

 

सवाल उठता है कि अरविंद केजरीवाल के पास आखिर इतना पैसा कहां से आ रहा है कि वे चार्टर्ड प्लेन से घुम रहे हैं?  शराब घोटाले के स्टिंग ऑपरेशन और इन कागजातों एवं तस्वीरों से स्पष्ट होता है कि नई शराब नीति लाने का मुख्य उद्देश्य था शराब कमीशन बढ़ाकर कमीशन की राशि को घूमाकर तिजोरी में लाया जाए। दो स्टिंग ऑपरेशन और आज के खुलासे से आम आदमी पार्टी का असली चाल, चरित्र, चेहरा सामने आ गया है। अरविंद केजरीवाल का असली निशाना दिल्ली का खजाना लूटना है। अरविंद केजरीवाल और भ्रष्टाचार में अब कोई अंतर नहीं रह गया है।

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