Salient points of press conference : Hon'ble Union Minister, Smt. Smriti Irani


by Smt. Smriti Zubin Irani -
13-06-2022
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं केन्द्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी की प्रेसवार्ता के मुख्यबिन्दु

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भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं केन्द्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी ने आज केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के समक्ष राहुल गाँधी की पेशी पर कांग्रेस पार्टी का विरोध प्रदर्शन वास्तव में गाँधी परिवार की भ्रष्टाचार से अर्जित 2,000 करोड़ रुपए की संपत्ति को बचाने के लिए है।

 

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र बचाने के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और गाँधी परिवार की भ्रष्टाचार से अर्जित 2,000 करोड़ रुपए की संपत्ति को बचाने के लिए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोलकाता स्थित हवाला इंट्री आपरेटर डोटेक्स मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड के साथ राहुल गाँधी, सोनिया गांधी एवं प्रियंका वाड्रा के संबंध रहे हैं और इस डोटेक्स मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड के ट्रांजेक्शन को इंटेलीजेंस यूनिट ने संदेहास्पद लेन-देने के लिए रेड फ्लैग की श्रेणी में रखा है।

 

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पार्टी द्वारा आज देश में भ्रष्टाचार के पक्ष में कथित “सत्याग्रह” करने पर कटाक्ष किया और कुछ तथ्यों को रखते हुए कांग्रेस पार्टी से सवाल भी पूछे-

 

प्रथम प्रश्न - राहुल जी और सोनिया जी, आज नेशनल हेराल्ड मामले में कोर्ट से बेल लेकर बाहर हैं और ईडी द्वारा पूछताछ करने पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्त्ताओं को विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली बुलाया गया। जाँच एजेंसी पर दबाव डालने के लिए कांग्रेस शासित राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को विशेष रूप से दिल्ली आमंत्रित किया गया। क्या इन्हें इसलिए बुलाया गया है कि गाँधी परिवार का भ्रष्टाचार पकड़ा गया है ताकि जांच एजेंसी पर दबाव डाला जा सके? कांग्रेस पार्टी द्वारा जांच एजेंसी पर दबाव डालने की इस रणनीति को आप क्या नाम देना चाहेंगे?  

 

दूसरा प्रश्न - आम जनता और कांग्रेस के समर्थकों ने कांग्रेस पार्टी को चन्दा दिया था दिए थे ताकि कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रिक गतिविधियों में हिस्सा ले सके। कांग्रेस पार्टी के नेताओं, कार्यकर्त्ताओं एवं उन समर्थकों से सवाल है कि क्या उन चन्दा देने वालों की मंशा थी कि उनका पैसा कांग्रेस पार्टी उस कंपनी को समर्पित कर दे जिसका मालिकाना हक गांधी खानदान के पास है? मालिकाना हक कोई भी सामाजिक कार्य के लिए नहीं है क्योंकि यंग इंडियन ने अपनी स्थापना के वक्त कंपनी एक्ट के सेक्शन 25 के तहत जो लाईसेंस लिया था उसके तहत कंपनी द्वारा सिर्फ चैरिटी करना था। लेकिन साल 2016 में यंग इंडियन लिमिटेड कंपनी ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्होंने 6 वर्ष की अवधि में चैरिटी का एक भी काम नहीं किया है।

 

तीसरा प्रश्न - सवाल यह उठता है कि समाज सेवा के लिए जो कंपनी बनाई गई, उस कंपनी का अस्तित्व गांधी परिवार की सेवा तक ही सीमित क्यों हो गई ?

 

केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली में ईडी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता राहुल गांधी से यह सवाल जरुर पूछें कि उनका और गांधी परिवार का संबंध डोटेक्स मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड के साथ क्या है? क्योंकि डोटेक्स मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड कोलकाता स्थित एक हवाला एंट्री आपरेटर है, जो कैश के बदले बैंक चेक का लेन-देन करती है। जांच एजेंसी ने इस कंपनी के ट्रांजेक्शन को संदिग्ध मानते हुए इसे रेड फ्लैग की श्रेणी में डाल रखा है।

 

चौथा प्रश्न - क्या यह सत्य है कि डोटेक्स मर्चेन्डाइज प्राइवेट लिमिटेड के साथ उन कंपनियों का संबंध है जिसका संबंध सोनिया गाँधी, राहुल गांधी और श्रीमती प्रियंका वाड्रा से है?

 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज जो लोग जांच एजेंसी पर दबाव डालना चाहते हैं, उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट के 2019 के आदेश को याद दिलाना चाहती हूँ जिस आदेश में कहा गया था कि कपटपूर्ण, गुप्त और आकर्षक लाभ के लिए यंग इंडियन कंपनी की परिसर में एजेएल के सभी शेयर यंग इंडियन लिमिटेड को ट्रांसफर किया गया। अर्थात एजेएल के ऊपर राहुल गांधी और सोनिया गांधी का मालिकाना हक गैर कानूनी तौर पर एजेएल की संपत्ति पर अधिकार जमाने का प्रयास है।

सोनिया जी और राहुल गांधी के इशारे पर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्त्ता आज दिल्ली में जो गतिरोध उत्पन्न किया है, वह लोकतंत्र बचाने के लिए नहीं बल्कि गांधी खानदान द्वारा भ्रष्टाचार से अर्जित 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को बचाने का एक कुत्सित प्रयास है।

(महेंद्र कुमार)

कार्यालय सचिव

 

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