Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Shri Tom Vadakkan


द्वारा श्री टॉम वडक्कन -
09-04-2025
Press Release

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री टॉम वडक्कन की प्रेस वार्ता के मुख्य बिन्दु

 

वामपंथी नेता जी. सुधाकरन एक बहुत ही प्रासंगिक सवाल पूछ रहे हैं जिसका जवाब मिलना चाहिए। उनका प्रश्न है कि क्या केरल अब भारत में नशीली दवाओं के दुरुपयोग में नंबर 1 है?

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जी. सुधाकरन ने केरल में मीडिया में चलाए जा रहे उस दुष्प्रचार पर भी निशाना साधा है, जिसमें कहा जा रहा है कि केरल सरकार कई मामलों में नंबर 1 है।

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सुधाकरन ने कहा कि पिछले दो सालों से लगातार परीक्षा के पेपर लीक हो रहे हैं। कानून व्यवस्था एक बुनियादी सेवा है, जिसकी हर सरकार से अपेक्षा की जाती है, लेकिन वामपंथी सरकार में यह मंशा गायब है।

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श्री राजीव चंद्रशेखर ने केरल के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है, और हम इस मंच से यही दोहराते हैं - "पिनाराई विजयन को इस्तीफा देना चाहिए।" ऐसी सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

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केरल के पूर्व मंत्री ने यह भी मुद्दा उठाया है कि केरल में अवैध ड्रग्स की आमद किसी भी अन्य राज्य की तुलना में कहीं ज़्यादा है। नियमित पुलिस जांच में अब स्कूलों और कॉलेजों में बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हो रहे हैं।

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भाजपा मांग करती है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, क्योंकि ये गंभीर आरोप भाजपा द्वारा ही नहीं, बल्कि वरिष्ठ वामपंथी नेता जी. सुधाकरन द्वारा भी लगाए गए हैं।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री टॉम वडक्कन ने बुधवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। वरिष्ठ वामपंथी नेता जी. सुधाकरन द्वारा केरल में नशीली दवाओं के बढ़ते चलन और शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त किए जाने पर श्री वडक्कन ने केरल सरकार से सवाल पूछे हैं। उन्होंने केरल में बढ़ते ड्रग कारोबार पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से इस्तीफे और उच्च स्तरीय जांच की मांग की।

 

श्री वडक्कन ने कहा कि केरल से एक बहुत ही अजीबोगरीब घटना सामने आ रही है। जी सुधाकरन दो दशकों से विधायक हैं और वामपंथी सरकार में मंत्री हैं, उन्होंने कई मंत्रालय संभाले हैं। जी सुधाकरन एक बहुत ही प्रासंगिक सवाल पूछ रहे हैं जिसका जवाब दिया जाना चाहिए। जी सुधाकरन ने पूछा है कि "क्या केरल अब भारत में नशीली दवाओं के उपयोग में नंबर 1 है? एक प्रख्यात वामपंथी नेता की ओर से यह एक बहुत ही अजीब सवाल है। श्री वडक्कन ने आगे बताया कि जी सुधाकरन ने केरल में मीडिया में चलाए जा रहे उस दुष्प्रचार पर भी निशाना साधा है, जिसमें कहा जा रहा है कि केरल सरकार कई मामलों में नंबर 1 है। सुधाकरन ने स्वास्थ्य क्षेत्र के बारे में बात की, जो पूरी तरह से अव्यवस्थित है और शिक्षा क्षेत्र, जो समझौता कर चुका है। पिछले दो वर्षों से परीक्षा के प्रश्नपत्रों के बार-बार लीक होने की घटनाएं हो रही हैं। सच्चाई यह है कि केरल के लोग विभिन्न कारणों से राज्य में जीवित रहने के लिए खुद को पर्याप्त खुश रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र पूरी तरह से अव्यवस्थित है। कानून-व्यवस्था एक बुनियादी सेवा है जिसे हर सरकार से सुनिश्चित करने की अपेक्षा की जाती है, लेकिन वामपंथी सरकार में यह मंशा गायब है। केरल में अवैध दवाओं का प्रवाह किसी भी अन्य राज्य की तुलना में अधिक है। नियमित पुलिस जांच में यह जानकारी आ रही है कि अब स्कूलों और कॉलेजों में बड़ी मात्रा में ड्रग्स की आपूर्ति हो रही है। यह एक बेहद खतरनाक प्रवृत्ति है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री वडक्कन ने कहा कि यह भाजपा नहीं कह रही है, बल्कि एक वरिष्ठ वामपंथी नेता कह रहे हैं जो दो दशकों से अधिक समय से विधायक हैं। भाजपा का सवाल अभी भी कायम है। हमने लगातार भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया है। भाजपा केरल प्रदेश के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने कई बार केरल के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है, क्योंकि भ्रष्टाचार अब मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है। हम इसी मंच से वही मांग दोहराते हैं- "सीएम पिनाराई विजयन को इस्तीफा देना चाहिए।" ऐसी सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। भाजपा मांग करती है कि ड्रग मामले में उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया जाए, खासकर जब ये गंभीर आरोप भाजपा द्वारा नहीं, बल्कि एक वरिष्ठ वामपंथी नेता जी सुधाकरन द्वारा लगाए जा रहे हैं। श्री वडक्कन ने कहा कि केरल में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पारित प्रस्ताव न  केवल राजनीतिक दलों के नेता द्वारा विरोध किया गया है, बल्कि केरल के विभिन्न समुदायों द्वारा भी विरोध किया जा रहा है। कैथोलिक समुदाय ने खुले तौर पर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ संशोधन कानून का समर्थन किया है।

 

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