Salient points of press conference of BJP National Spokesperson, Dr. Sambit Patra on 09 Nov 2018


09-11-2018
Press Release

 

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा जी की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

हास्यास्पद बयानों की श्रृंखला में राहुल गाँधी ने एक और बयान जोड़ते हुए अनर्गल झूठ के पुलिंदे बाँधने की कोशिश की है। नोटबंदी के दो साल पूरे होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी बेचैन है क्योंकि उसकी काली कमाई ख़त्म हो गई है

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कांग्रेस पार्टी डिमोनेटाईजेशन पर मैन्युफेक्चर्ड प्रोटेस्ट कर रही है लेकिन देश की जनता सच्चाई जानती है और इसलिए देश की जनता कांग्रेस के ऐसे किसी भी कदम के साथ नहीं है

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राहुल गाँधी ने आज रैली में जनता से पूछा कि क्या आपने किसी बड़े आदमी को, किसी बड़ी गाड़ी में बैठे आदमी को, किसी काले धन को रखने वाले व्यक्ति को नोटबंदी के समय बैंक की लाइन में खड़े होते देखा? हालांकि देश की जनता ने राहुल गाँधी को सच्चाई का आईना दिखाते हुए कहा कि हाँ, हमने तो राहुल गाँधी को लाइन में खड़े देखा था

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कांग्रेस पार्टी निर्दोष जनता और पत्रकारों की निर्मम हत्या करने वाले नक्सलियों को क्रांतिकारी कहती है। राहुल गाँधी ट्वीट करके अर्बन नक्सलियों को एनजीओ कह कर उसका समर्थन करते हैं। जो लोग नक्सलियों को क्रांतिकारी कह रहे हैं, उन्हें नोटबंदी निश्चित रूप से अच्छी नहीं लगेगी क्योंकि नक्सलवाद पर प्रहार हुआ है

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नोटबंदी के दो सालों में लगभग तीन लाख शेल कंपनियां रद्द कर दी गई। ये शेल कंपनियां राहुल गाँधी के नाक के ठीक नीचे सोनिया-मनमोहन सरकार के 10 सालों में क्यों बेख़ौफ़ चल रही थी? राहुल गाँधी इसका जवाब क्यों नहीं देते?

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लड़ाई काले धन के खिलाफ लड़ाई करने वाले लोगों और काले धन को बचाने की कोशिश में लगे लोगों के बीच है। देश जानता है कि कांग्रेस पार्टी काले धन को बचाने वालों के समर्थन में है

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ हमारे समय इनकम डिक्लेरेशन स्कीम से 65,250 करोड़, इनकम टैक्स सर्च एंड सर्वे ऑपरेशंस से 35460 करोड़, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से 5000 करोड़ रुपये, बेनामी ट्रांजेक्शन (प्रोहिबिशन) एक्ट से 4100 करोड़ और ब्लैक मनी एंड इम्पोजिशन ऑफ़ टैक्स एक्ट से 4100 करोड़ रुपये, कुल 114110 करोड़ रुपये आये हैं

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मोदी सरकार के समयआया, आया, आयाजबकि कांग्रेस सरकार के पासगया, गया, गया' काले धन के खिलाफ हमारी लड़ाई और कांग्रेस की काले धन को बचाने की कवायद में कांग्रेस पार्टी की हार हुई है

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नोटबंदी के पश्चात् नक्सली वारदात में लगभग 60% की कमी आई है, लगभग 44 जिले नक्सल मुक्त हो चुके हैं। नोटबंदी के ठीक बाद के एक महीने में सर्वाधिक 564 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और नोटबंदी और नक्सलवाद पर देश को गुमराह करने के लिए राहुल गाँधी को आधे हाथों लेते हुए कड़ा प्रहार किया।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि हास्यास्पद बयानों की श्रृंखला में राहुल गाँधी ने एक और बयान जोड़ते हुए अनर्गल झूठ के पुलिंदे बाँधने की कोशिश की है। नोटबंदी के दो साल पूरे होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी बेचैन है क्योंकि उसकी काली कमाई जो ख़त्म हो गई है। कांग्रेस पार्टी डिमोनेटाईजेशन पर मैन्युफेक्चर्ड प्रोटेस्ट कर रही है लेकिन देश की जनता सच्चाई जानती है और इसलिए देश की जनता कांग्रेस के ऐसे किसी भी कदम के साथ नहीं है।

 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गाँधी ने आज छत्तीसगढ़ में एक चुनावी रैली में भाषण देते हुए झूठ का रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। राहुल गाँधी ने जनता से पूछा कि क्या आपने किसी बड़े आदमी को, किसी अमीर आदमी को, किसी बड़ी गाड़ी में बैठे आदमी को, किसी काले धन को रखने वाले व्यक्ति को नोटबंदी के समय बैंक की लाइन में खड़े होते देखा? हालांकि देश की जनता ने राहुल गाँधी को सच्चाई का आईना दिखाते हुए कहा कि हाँ, हमने तो राहुल गाँधी को लाइन में खड़े देखा था। पूरे देश की जनता ने देखा कि किस तरह राहुल गाँधी चार करोड़ रुपये की गाड़ी में बैंक की लाइन में खड़े हुए थे। राहुल गाँधी तो खुद ही तीनों मानदंडों को पूरा करते हैं - बड़े अमीर आदमी भी हैं, बड़ी गाड़ी में भी आये, 5000 करोड़ रुपये के फ्रॉड में आरोपी भी हैं और बैंक की लाइन में खड़े भी हुए थे।   

 

डॉ पात्रा ने कहा कि नोटबंदी के दो वर्ष बाद भी कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस पार्टी की चार पुश्तों की कमाई नोटबंदी के कारण एक झटके में जो ख़त्म हो गई, इसका दंश कांग्रेस पार्टी आज भी झेल रही है। कांग्रेस पार्टी की जो काली कमाई ख़त्म हुई, इससे कांग्रेस पार्टी की पीड़ा को समझा जा सकता है। नोटबंदी के दो सालों में लगभग तीन लाख शेल कंपनियां रद्द कर दी गई। ये शेल कंपनियां राहुल गाँधी के नाक के ठीक नीचे सोनिया-मनमोहन सरकार के 10 सालों में क्यों बेख़ौफ़ चल रही थी? राहुल गाँधी इसका जवाब क्यों नहीं देते? 10 वर्षों तक धृतराष्ट्र वाले मोड में कांग्रेस पार्टी की जो मिस-गवर्नेंस चल रही थी, उसमें शेल कंपनियों को सरकार के संरक्षण में प्रमोट किया जा रहा था, इन कंपनियों के बंद होने के कारण ही कांग्रेस पार्टी प्रोटेस्ट कर रही है।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कल माननीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी ने पूरे आंकड़ों के साथ प्रेस कांफ्रेंस और ब्लॉग के जरिये देश की जनता के सामने नोटबंदी के बाद देश में हुए सकारात्मक बदलावों को रखा था। नोटबंदी के बाद टैक्स बेस बढ़ा, टैक्स कलेक्शन लगभग दुगुना हुआ, अर्थनीति फॉर्मलाइज हुई, डिजिटलाइजेशन बढ़ा लेकिन कांग्रेस पार्टी जैसी नकारात्मक शक्तियां देश को आगे बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहती। लड़ाई काले धन के खिलाफ लड़ाई करने वाले लोगों और काले धन को बचाने की कोशिश में लगे लोगों के बीच है। देश जानता है कि कांग्रेस पार्टी काले धन को बचाने वालों के समर्थन में है।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि नोटबंदी अचानक से उठाया गया कदम नहीं था बल्कि मोदी सरकार ने पहले दिन से ही काले धन के खलाफ लड़ाई लड़ने का फैसला कर लिया था। मोदी सरकार ने पहली ही कैबिनेट मीटिंग में काले धन के खिलाफ एसआईटी गठित कर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ हमारे समय इनकम डिक्लेरेशन स्कीम से 65,250 करोड़ रुपये आये, इनकम टैक्स सर्च एंड सर्वे ऑपरेशंस से 35460 करोड़ रुपये आये, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से 5000 करोड़ रुपये, बेनामी ट्रांजेक्शन (प्रोहिबिशन) एक्ट से 4100 करोड़ और ब्लैक मनी एंड इम्पोजिशन ऑफ़ टैक्स एक्ट से 4100 करोड़ रुपये, कुल 114110 करोड़ रुपये आये हैं। इसके अलावे 2014 के बाद से स्विस बैंक के डिपोजिट में 12139 करोड़ रुपये की कमी आई है और सर्ज इन ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू में भी 50% से अधिक की वृद्धि हुई है। इससे साफ़ होता है कि मोदी सरकार के समयआया, आया, आयाजबकि कांग्रेस सरकार के पासगया, गया, गया' काले धन के खिलाफ हमारी लड़ाई और कांग्रेस की काले धन को बचाने की कवायद में हार कांग्रेस पार्टी की हुई है।

 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने साफ़ किया कि किस तरह अर्बन माओवादी खुद तो  एयरकंडीशंड घरों में रहते हैं, उनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं, अच्छी गाड़ियों में चलते हैं लेकिन राक्षसी मनोवृत्ति के ये लोग शहरों में बैठे-बैठे रिमोट सिस्टम से हमारे बच्चों के हाथों में कलम की जगह बंदूक थमा देते हैं और कांग्रेस पार्टी ऐसे लोगों के समर्थन में खड़ी हो जाती है। कांग्रेस पार्टी निर्दोष जनता और पत्रकारों की निर्मम हत्या करने वाले नक्सलियों को क्रांतिकारी कहती है। राहुल गाँधी ट्वीट करके अर्बन नक्सलियों को एनजीओ कह कर उसका समर्थन करते हैं। हाँ, जो लोग नक्सलियों को क्रांतिकारी कह रहे हैं, उन्हें नोटबंदी निश्चित रूप से अच्छी नहीं लगेगी क्योंकि नक्सलवाद पर प्रहार हुआ है।

 

आंकड़े बताते हैं कि नोटबंदी के पश्चात् नक्सली वारदात में लगभग 60% की कमी आई है, लगभग 44 जिले नक्सल मुक्त हो चुके हैं। नोटबंदी के ठीक बाद के एक महीने में सर्वाधिक 564 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।

 

(महेंद्र पांडेय)

कार्यालय सचिव

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