भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा मध्य प्रदेश के पांढुर्णा (छिंदवाड़ा), लखनादौन (सिवनी), बालाघाट और सिहोरा (जबलपुर) में आयोजित विशाल जन-सभाओं में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
मध्य प्रदेश में एक ओर कांग्रेस की सत्ता की भूख है तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में समग्र देश और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश के बीच विकास को कटिबद्ध भारतीय जनता पार्टी। मध्य प्रदेश की जनता ने अपने उज्जवल भविष्य के लिए लगातार चौथी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का निर्णय ले लिया है ************** नेहरू-गाँधी परिवार की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कांग्रेस पार्टी ने कदम-कदम पर मध्य प्रदेश के साथ अन्याय ही अन्याय किया है। कांग्रेस पार्टी ने गरीबों को सशक्त बनाने के लिए आज तक कुछ भी नहीं किया, इसके बदले ‘गरीबी हटाओ' का नारा देकर गरीबों को ही हटा देने का पाप किया है ************** मध्य प्रदेश की जनता भूली नहीं है कि कांग्रेस पार्टी ने किस तरह प्रदेश को एक ‘बीमारु' राज्य में तब्दील कर दिया था जिसे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने निरंतर प्रयासों से एक ‘विकसित’ प्रदेश के रूप में प्रतिष्ठित किया है ************** गाँधी को तो यह भी पता नहीं कि आलू जमीन के नीचे पैदा होता है या जमीन के ऊपर, उनकी नजर में तो आलू फैक्ट्रियों में बनाए जाते हैं! राहुल गाँधी बस पांच रबी और पांच खरीफ फसलों के नाम बोल के दिखाएँ! ************** राहुल गाँधी, आप अपनी मध्य प्रदेश सरकार के 55 साल के आंकड़े और हमारी सरकार के 15 साल के विकास के आंकड़े लेकर आयें, हमारा युवा मोर्चा का कोई भी कार्यकर्ता आप से बहस के लिए तैयार है ************** कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपनी हार स्वीकार कर ली है, इसलिए वह प्रदेश के विकास पर बात करने के बजाय जनता को गुमराह करने के लिए इधर-उधर की बातें करने लगी है ************** कांग्रेस का केवल एक ही काम रह गया है - झूठ बोलना, बार-बार बोलना, सार्वजनिक रूप से बोलना और नफरत की राजनीति कर समाज में वैमनस्यता के बीज बोकर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकना ************** मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय राज्य की विकास दर - 4% थी जबकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में विगत 15 सालों में राज्य की औसत विकास दर 10.8% रही है। प्रति व्यक्ति आय 14 हजार रुपये से बढ़ कर 72 हजार रुपये हो गई है ************** दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार के समय मध्य प्रदेश का वार्षिक बजट महज 21,700 करोड़ रुपये का था जबकि शिवराज सिंह जी की भाजपा सरकार ने 15 वर्षों में इसे 1,85,900 करोड़ रुपये तक पहुंचाया है ************** कांग्रेस सरकार में मध्य प्रदेश में केवल 2900 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था जबकि आज प्रदेश में 17,700 मेगावाट का उत्पादन हो रहा है। दिग्विजय सिंह सरकार किसानों से कृषि ऋण पर 18% का ब्याज वसूलती थी जबकि शिवराज सरकार ने ब्याज दर को घटाते-घटाते शून्य कर दिया है ************** कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार में मध्य प्रदेश में दूध का उत्पादन महज 5.38 मिलियन टन था जबकि भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह चौहान सरकार में यह बढ़ कर 9.7 मिलियन टन तक जा पहुंचा है ************** दिग्विजय सिंह सरकार ने आदिवासी कल्याण के लिए केवल 818 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया था जबकि शिवराज सरकार ने लगभग 26,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इतना ही नहीं, राज्य की भाजपा सरकार ने लगभग 2,15000 वन अधिकार पत्र भी बांटे हैं ************** 13वें वित्त आयोग के दौरान कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन सरकार ने मध्य प्रदेश को विकास के लिए महज लगभग 1,34,190 करोड़ रुपये की राशि दी थी लेकिन मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में राज्य के लिए 3,44,126 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है ************** राहुल गाँधी को हमसे हिसाब मांगने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि सोनिया-मनमोहन और राहुल गाँधी के 10 वर्षों के शासन में कांग्रेस पार्टी ने अंतरिक्ष से लेकर पाताल तक लगभग 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले किया है ************** कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश में अपनी जीत का दिवास्वप्न दिखाई दे रहा है लेकिन 2014 के लोक सभा चुनाव और उसके बाद देश में संपन्न हुए लगभग सभी चुनावों में कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई है। मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी की पराजय निश्चित है ************** राहुल गाँधी एंड कंपनी को घुसपैठियों के मानवाधिकार की चिंता तो है लेकिन देश के नागरिकों के मानवाधिकार की चिंता नहीं है। 2019 में केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में फिर से सरकार आने के बाद देश में एक भी घुसपैठिये को नहीं रहने दिया जाएगा **************
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज, शुक्रवार को मध्य प्रदेश के पांढुर्णा (छिंदवाड़ा), लखनादौन (सिवनी), बालाघाट और सिहोरा (जबलपुर) में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया राज्य की जनता से विकास के लिए शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में लगातार चौथी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने की अपील करते हुए कांग्रेस पर जम कर प्रहार किया। करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाने की मंजूरी देकर सिख समुदाय के लिए मोदी सरकार ने बहुत बड़ा काम किया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता भूली नहीं है कि कांग्रेस पार्टी ने किस तरह प्रदेश को एक ‘बीमारु' राज्य में तब्दील कर दिया था जिसे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने निरंतर प्रयासों से एक ‘विकसित’ प्रदेश के रूप में प्रतिष्ठित किया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में एक ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में विकास के प्रति समर्पित भारतीय जनता पार्टी है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी है जिसका न तो कोई नेता है, न नीति है और न ही कोई सिद्धांत। एक ओर कांग्रेस की सत्ता की भूख है तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में समग्र दश और मध्य प्रदेश के बीच विकास को कटिबद्ध भारतीय जनता पार्टी। यह मध्य प्रदेश की जनता को तय करना है कि उन्हें कैसा प्रदेश चाहिए, कैसा भविष्य चाहिए।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपनी हार स्वीकार कर ली है, इसलिए वह प्रदेश के विकास पर बात करने के बजाय जनता को गुमराह करने के लिए इधर-उधर की बातें करने लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का केवल एक ही काम रह गया है - झूठ बोलना, बार-बार बोलना, सार्वजनिक रूप से बोलना और नफरत की राजनीति कर समाज में वैमनस्यता के बीज बोकर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकना। उन्होंने कहा कि नेहरू-गाँधी परिवार की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कांग्रेस पार्टी ने कदम-कदम पर मध्य प्रदेश के साथ अन्याय ही अन्याय किया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता को कांग्रेस की श्रीमान बंटाधार सरकार का शासन आज भी याद है कि किस तरह कांग्रेस की सरकार के समय राज्य में विकास के सारे पैरामीटर नीचे की ओर जा रहे थे। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार के समय मध्य प्रदेश का वार्षिक बजट महज 21,700 करोड़ रुपये का था जबकि शिवराज सिंह जी की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने 15 वर्षों में इसे 1,85,900 करोड़ रुपये तक पहुंचाया है। प्रति व्यक्ति आय 14 हजार रुपये से बढ़ कर 72 हजार रुपये हो गई है। कांग्रेस की सरकार के समय गाँवों में चार घंटे भी बिजली नहीं मिलती थी, आज 24 घंटे बिजली मिल रही है। कांग्रेस सरकार में मध्य प्रदेश में केवल 2900 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था जबकि आज प्रदेश में 17,700 मेगावाट का उत्पादन हो रहा है। दिग्विजय सिंह की सरकार के समय मध्य प्रदेश में कुल सिंचित भूमि महज साढ़े सात लाख हेक्टेयर थी जबकि पिछले 15 सालों में यह बढ़ कर 40 लाख हेक्टेयर हुई है। अगले पांच सालों में हमारा लक्ष्य प्रदेश की 80 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचित करना है। दिग्विजय सिंह सरकार किसानों से कृषि ऋण पर 18% का ब्याज वसूलती थी जबकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ब्याज दर को घटाते-घटाते शून्य कर दिया है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने कभी भी समर्थन मूल्य पर जनता से फसल की खरीद नहीं की जबकि आज शिवराज सरकार समर्थन मूल्य पर बोनस के साथ धान और गेहूं खरीद रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय राज्य की विकास दर - 4% थी जबकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में विगत 15 सालों में राज्य की औसत विकास दर 10.8% रही है। दिग्विजय सिंह की सरकार के समय मध्य प्रदेश का कृषि उत्पादन महज 214 लाख मीट्रिक टन था जबकि शिवराज सिंह सरकार के समय राज्य का कृषि उत्पादन 545 लाख मीट्रिक टन तक पहुंचा है। कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार में मध्य प्रदेश में दूध का उत्पादन महज 5.38 मिलियन टन था जबकि भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह चौहान सरकार में यह बढ़ कर 9.7 मिलियन टन तक जा पहुंचा है। उन्होंने कहा किशिवराज सिंह सरकार में प्राथमिकशालाएं 56 हजार से बढ़ कर 83 हजार, माध्यमिकशालाएं 18 हजार से बढ़ कर 30 हजार, इंजीनियरिंग कॉलेज 104 से बढ़ कर 306 और मेडिकल कॉलेज 5 से बढ़ कर 18 हुई हैं।
आदिवासियों के लिए शिवराज सरकार के किये गए कार्यों की चर्चा करते हुए श्री शाह ने कहा कि दिग्विजय सिंह सरकार के समय आदिवासी भाइयों के कल्याण के लिए केवल 818 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था जबकि शिवराज सरकार ने आदिवासियों के लिए लगभग 26,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इतना ही नहीं, राज्य की भाजपा सरकार ने लगभग 2,15000 वन अधिकार पत्र भी बांटे हैं। आदिवासी विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में 300% तक की वृद्धि की गई है, आदिवासी बच्चों की पढ़ाई के लिए होस्टल बनाए गए हैं और एकलव्य मॉडल स्कूलों की स्थापना की जा रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आते ही राहुल गाँधी वोट पाने के लिए किसानों की हितैषी बनने का दंभ भरने लगते हैं और चुनाव जाते ही विदेश की सैर पर निकल जाते हैं। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार राज्य के किसानों की आय को दुगुना करने के लक्ष्य को साकार करने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने गरीबों को सशक्त बनाने के लिए आज तक कुछ भी नहीं किया, इसके बदले ‘गरीबी हटाओ' का नारा देकर गरीबों को ही हटा दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी को तो यह भी पता नहीं कि आलू जमीन के नीचे पैदा होता है या जमीन के ऊपर, उनकी नजर में तो आलू फैक्ट्रियों में बनाए जाते हैं! उन्होंने राहुल गाँधी को चुनौती देते हुए कहा कि राहुल गाँधी बस पांच रबी और पांच खरीफ फसलों के नाम बोल के दिखाएँ! उन्होंने कहा कि हमने नर्मदा और क्षिप्रा नदियों को जोड़ने का काम किया है जबकि दस और नदियों को जोड़ने पर काम जारी है।
श्री शाह ने राहुल गाँधी को चुनौती देते हुए कहा कि राहुल गाँधी, आप अपनी मध्य प्रदेश सरकार के 55 साल के आंकड़े और हमारी सरकार के 15 साल के विकास के आंकड़े लेकर आयें, हमारा युवा मोर्चा का कोई भी कार्यकर्ता आप से बहस के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की चार-चार पीढ़ियों ने देश को बर्बाद करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा और आज वे महज साढ़े चार साल तक देश की जनता की सेवा करने वाली सरकार से हिसाब मांग रहे हैं! उन्होंने कहा कि 13वें वित्त आयोग के दौरान कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन सरकार ने मध्य प्रदेश को विकास के लिए महज लगभग 1,34,190 करोड़ रुपये की राशि दी थी लेकिन मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में राज्य के लिए 3,44,126 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त मुद्रा बैंक योजना में लगभग 32,000 करोड़, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए 984 करोड़, अमृत मिशन के लिए 2593 करोड़, स्वच्छ भारत मिशन के लिए 427 करोड़, अर्बन ट्रांसपोर्टेशन के लिए 22 करोड़, इंदौर मेट्रो के लिए 7000 करोड़, भोपाल मेट्रो के लिए 7000 कोर्ड, इंटीग्रेटेड को-ऑपरेटिव डेवलपमेंट के लिए 1794 करोड़ और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 4000 करोड़ रुपये, कुल 57,000 करोड़ रुपये अलग से मध्य प्रदेश को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी को हमसे हिसाब मांगने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि सोनिया-मनमोहन और राहुल गाँधी के 10 वर्षों के शासन में कांग्रेस पार्टी ने अंतरिक्ष से लेकर पाताल तक लगभग 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले किया है।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश में अपनी जीत का दिवास्वप्न दिखाई दे रहा है लेकिन पिछले साढ़े चार सालों में कांग्रेस पार्टी की ऐसी स्थिति हो गई है कि उसे दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि 2014 के लोक सभा चुनाव और उसके बाद देश में संपन्न हुए लगभग सभी चुनावों में कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई है और भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत हुई है। मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी की पराजय निश्चित है।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नेरन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व में निर्णायक और मजबूत राष्ट्र के तौर पर प्रतिष्ठित हुआ है। सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये आतंकवादियों को उसके घर में घुस कर उसी की भाषा में करारा जवाब दिया जा रहा है। अवैध घुसपैठियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अवैध घुसपैठियों को चिह्नित करने के लिए जब हमने एनआरसी बनाने की शुरुआत की तो कांग्रेस एंड कंपनी में हायतौबा मच गई, ये पार्टियां घुसपैठियों के पक्ष में खड़ी हो गई। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी एंड कंपनी को घुसपैठियों के मानवाधिकार की चिंता तो है लेकिन देश के नागरिकों के मानवाधिकार की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि चाहे हमारी जान चली जाए लेकिन हम देश की सुरक्षा के मामले में पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि 2019 में केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में फिर से सरकार आने के बाद देश में एक भी घुसपैठिये को नहीं रहने दिया जाएगा।
(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव
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