Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra on 25 Jan 2019


25-01-2019
Press Release

 

 

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

भारतीय जनता पार्टी ने अगस्त 2018 में प्रेस वार्ता करके स्पष्ट कहा था कि राहुल गाँधी श्री कैलाश मानसरोवर बीजिंग के रास्ते जो जा रहे हैं, इसमें कई राज छुपे हुए हैं। आज राहुल गाँधी ने खुद ही यह स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने चीन में वहां के कई मंत्रियों के साथ मुलाक़ात की थी

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कैलाश मानसरोवर यात्रा यात्रा तो एक बहाना था, राहुल को दरअसल चीन के मंत्रियों से मिलना था जबकि मानसरोवर यात्रा जाने के लिए बीजिंग का रूट कोई आवश्यक ही नहीं था

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आखिर क्यों इस मीटिंग के बारे में विदेश मंत्रालय को नहीं बताया गया, क्यों प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं किया गया। क्यों चीन में भारतीय दूतावास को इसके बारे में नहीं बताया गया। यह दर्शाता है कि दाल में जरूर काला है

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राहुल गाँधी ने चुपके-चुपके जाकर चीन के मंत्रियों से क्या बातचीत की, इसका खुलासा होना चाहिए और राहुल गांधी को उसका जवाब देना चाहिए

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हम सब जानते हैं कि डोकलाम में भारत और चीन के बीच तनातनी के वक्त बिना किसी को भी बताये, बिना भारत सरकार को अवगत कराये किस प्रकार राहुल गाँधी ने पूरे परिवार के साथ रात के अंधेरे में चीनी उच्चायुक्त से मुलाक़ात की थी

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चीन यात्रा के समय आखिर राहुल गाँधी क्यों प्रोटोकॉल चाहते थे और चीनी अधिकारी उन्हें सेरेमोनियल सी-ऑफ़ क्यों देना चाहते थे, इसका खुलासा आज खुद राहुल गाँधी ने कर दिया है। वास्तव में राहुल गाँधी को तो चीनी नेताओं और चीनी मंत्रियों से मिलना था। आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है?

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आनंद शर्मा द्वारा देश की जाँच एजेंसियों और जांच अधिकारियों को धमकाना संविधान का अपमान है और यह लोकतंत्र के लिए घातक है। वास्तव में संवैधानिक संस्थाओं और एजेंसियों को धमकाना ही कांग्रेस की संस्कृति है

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भ्रष्टाचार कांग्रेस पार्टी का जन्मसिद्ध अधिकार है और वह चाहती है कि कोई उसकी जांच भी न करे

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आखिर यदि कोई भ्रष्टाचार करे तो उसके खिलाफ क्या जांच नहीं होनी चाहिए। आजादी के 70 साल तक कांग्रेस पार्टी लगातार भ्रष्टाचार करती रही और जब जांच की बारी आई तो वह जांच एजेंसियों को धमकाने लग गई है, यही कांग्रेस का चाल, चेहरा और चरित्र है

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कुछ दिन पहले ही लंदन में भी कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस प्रायोजित कर देश के चुनाव आयोग पर दबाव बनाया और धमकाने की कोशिश की

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यही हमने सुप्रीम कोर्ट के मामले में भी कांग्रेस पार्टी का रुख देखा था, जब सच साबित होने पर कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग चलाने की भी कोशिश की

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया और राहुल गाँधी द्वारा आज ओडिशा में चीन प्रेम को लेकर किये गए नए खुलासे और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा द्वारा जांच एजेंसियों और जांच अधिकारियों को धमकाने वाले बयान के संदर्भ में कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी पर करारा प्रहार किया।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अगस्त 2018 में प्रेस वार्ता करके स्पष्ट कहा था कि राहुल गाँधी श्री कैलाश मानसरोवर बीजिंग के रास्ते जो जा रहे हैं, इसमें कई राज छुपे हुए हैं। तब भाजपा ने कांग्रेस से सवाल भी पूछे थे कि राहुल गाँधी ये बताएं, वे चीन में किन-किन मंत्रियों और राजनेता से मिलने वाले हैं और क्या-क्या चर्चा करने वाले हैं? यह काफी गंभीर प्रश्न था क्योंकि राहुल गाँधी अतीत में छुप-छुप कर चीनी राजनयिकों से मिलते रहे हैं और देश-विदेश में हर मंच पर वे चीनी प्रवक्ता बने नजर आते हैं। तब तो कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी दोनों इस प्रश्न का उत्तर टाल गए थे लेकिन आज राहुल गाँधी ने खुद ही यह स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने चीन में वहां के कई मंत्रियों के साथ मुलाक़ात की थी।  

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि श्री कैलाश मानसरोवर यात्रा का बहाना करके चीनी मंत्रियों के साथ राहुल गाँधी की मुलाक़ात कई सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि यात्रा तो एक बहाना था, राहुल को दरअसल चीन के मंत्रियों से मिलना था जबकि मानसरोवर यात्रा जाने के लिए बीजिंग का रूट कोई आवश्यक ही नहीं था। उन्होंने सवाल पूछा कि आखिर क्यों इस मीटिंग के बारे में विदेश मंत्रालय को नहीं बताया गया, क्यों प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं किया गया। क्यों चीन में भारतीय दूतावास को इसके बारे में नहीं बताया गया। यह दर्शाता है कि दाल में जरूर काला है। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी ने चुपके-चुपके जाकर चीन के मंत्रियों से क्या बातचीत की, इसका खुलासा होना चाहिए और राहुल गांधी को उसका जवाब देना चाहिए। हम सब जानते हैं कि डोकलाम में भारत और चीन के बीच तनातनी के वक्त बिना किसी को भी बताये, बिना भारत सरकार को अवगत कराये किस प्रकार राहुल गाँधी ने पूरे परिवार के साथ रात के अंधेरे में चीनी उच्चायुक्त से मुलाक़ात की थी। जब ये बात मीडिया में आई तो कांग्रेस पार्टी ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था। कांग्रेस प्रवक्ता ने तो इसे झूठी खबर बताते हुए मीडिया पर भी तंज कसा था लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो कांग्रेस पार्टी को स्वीकार करना पड़ा कि राहुल गाँधी और चीनी राजदूत के बीच सीक्रेट मीटिंग हुई थी।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि जब राहुल गाँधी नेपाल और बीजिंग के रास्ते कैलाश मानसरोवर जा रहे थे तो राहुल गाँधी चाहते थे कि उन्हें एयरपोर्ट पर सी-ऑफ़ करने चीनी राजदूत और चीनी प्रतिनिधि आयें। चीनी राजदूत ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिख कर तीन पास की मांग भी की थी ताकि इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का सेरेमोनियल लाउंज यूज किया जा सके जहां से राहुल गाँधी को सेरेमोनियल सी-ऑफ़ दिया जा सके। आखिर राहुल गाँधी क्यों ऐसा प्रोटोकॉल चाहते थे और चीनी अधिकारी उन्हें सेरेमोनियल सी-ऑफ़ क्यों देना चाहते थे, इसका खुलासा आज राहुल गाँधी ने किया है। वास्तव में राहुल गाँधी को तो चीनी नेताओं और चीनी मंत्रियों से मिलना था। आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है?

 

आनंद शर्मा द्वारा जांच एजेंसियों और जांच अधिकारियों को धमकाने वाले बयान पर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं और एजेंसियों को धमकाना ही कांग्रेस की संस्कृति है। उन्होंने कहा कि आनंद शर्मा ने जांच एजेंसियों को धमकाते हुए जो देख लेने की धमकी दी है, यह लोकतंत्र में ठीक नहीं है। आखिर यदि कोई भ्रष्टाचार करे तो उसके खिलाफ क्या जांच नहीं होनी चाहिए। आजादी के 70 साल तक कांग्रेस पार्टी लगातार भ्रष्टाचार करती रही और जब जांच की बारी आई तो वह जांच एजेंसियों को धमकाने लग गई है और देख लेने की धमकी दे रही है, यही कांग्रेस का असली चाल, चरित्र और चेहरा है। कांग्रेस जैसा चाहती है, अगर उनके मनमाफिक नहीं होता तो वह धमकाने लगती है.

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यही हमने हाल में भी सुप्रीम कोर्ट को लेकर कांग्रेस पार्टी पार्टी का रुख देखा था, जब सच साबित हुआ तो उन्होंने चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग चलाने की भी कोशिश की। कुछ दिन पहले ही लंदन में भी कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस प्रायोजित कर देश के चुनाव आयोग पर दबाव बनाया और धमकाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कांग्रेस पार्टी का जन्मसिद्ध अधिकार है और वह चाहती है कि कोई उसकी जांच भी न करे। ज्ञात हो कि आनंद शर्मा ने आज एक प्रेस वार्ता कर सरकारी एजेंसियों और जाँच अधिकारियों को धमकाया कि सरकार बदलने के बाद उन अधिकारियों और जांच एजेंसियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी जो भ्रष्टाचार में लिप्त कांग्रेस नेताओं की जाँच कर रहे हैं।

 

(महेंद्र पांडेय)

कार्यालय सचिव

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