भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा भगवती नगर, जम्मू (जम्मू-कश्मीर) में आयोजित विशाल विजय संकल्प रैली में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा, इसे भारत से कोई अलग नहीं कर सकता। जम्मू-कश्मीर की धरती पर माँ भारत के वीर सपूतों का जो खून जो बहा है, वह व्यर्थ नहीं जाने वाला, इसका करारा जवाब दिया जाएगा ****************** यदि हमारे दुश्मन ये समझते हैं कि इस तरह की कायराना हरकतों से देश और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को खंडित कर सकते हैं तो उन्हें मालूम नहीं है कि यह हिंदुस्तान की सेना है जो दुश्मनों के घर में घुस कर जवाब देना जानती है और हमारे वीर जवानों के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी चट्टान की तरह खड़े हैं ****************** मुझे इस बात की खुशी है कि मैं एक ऐसे पार्टी का अध्यक्ष हूँ जिसके पहले अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाए रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। जहां हुए बलिदान हुए मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है ****************** 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाई और हर मोर्चे पर आतंकवाद के ईंट का जवाब पत्थर से दिया गया ****************** हमारी संस्कृति राष्ट्रवाद है, हमारा सिद्धांत विकास है और हमारा ध्येय ‘अंत्योदय' के सिद्धांत पर ‘सबका साथ, सबका विकास' है ****************** 55 वर्षों में कांग्रेस के एक परिवार की चार पीढ़ियों की सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए जो किया, उससे अधिक मोदी सरकार ने केवल पांच वर्षों में कर के दिखा दिया है। मोदी सरकार ने देश के 50 करोड़ गरीबों के उत्थान के संकल्प के साथ देश के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया है ****************** घाटी के युवा इस बात की जांच करें कि घाटी में अराजकता फैलाने वालों और स्कूलों को बंद करवाने वालों के बच्चे कहाँ पढ़ते हैं। इनके बच्चे जम्मू-कश्मीर की गरीब जनता के पैसे से अमेरिका और इंग्लैंड में पढ़ते हैं लेकिन ये घाटी के बच्चों और युवाओं को पढ़ने नहीं देते, उन्हें बरगलाते हैं ****************** 13वें वित्त आयोग में सोनिया-मनमोहन की कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विकास के लिए महज 98 हजार करोड़ रुपये की राशि दी थी जबकि मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में राज्य के लिए लगभग 1,98,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित किये ****************** कांग्रेस, एनसी (नेशनल कांफ्रेंस) और पीडीपी, ये तीनों पार्टियां परिवारवादी पार्टियां हैं जो केवल और केवल अपने परिवार के विकास के लिए काम करती है, इन्हें जम्मू-कश्मीर के विकास की कोई चिंता नहीं है ****************** यह प्रधानमंत्री जी द्वारा 2015 में जम्मू-कश्मीर को दिए गए 80 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज के अलावा है। इस पैकेज को मिला दिया जाय तो पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को लगभग 2,74,114 करोड़ रुपये की राशि विकास के लिए दी है ****************** आजादी के बाद पूरे देश के राजे-रजवाड़ों को एकत्रित करने का काम लौह पुरुष सरदार पटेल ने किया, कोई समस्या नहीं हुई जबकि जवाहरलाल नेहरू जी ने जम्मू-कश्मीर की समस्या को सुलझाने का जिम्मा लिया, आज तक जम्मू-कश्मीर एक समस्या बनी हुई है ****************** जम्मू-कश्मीर की समस्या के जनक देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू हैं जिन्होंने राज्य की समस्या को अकारण यूएन ले जाने का पाप किया। जम्मू-कश्मीर की समस्या हमें विरासत में कांग्रेस से मिली है लेकिन हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में इसके स्थायी समाधान की ओर अग्रसर हैं ****************** विपक्षी गठबंधन परिवारवाद और मिलावटवाद की टोली है। इन्हें अपना अस्तित्व बचाने की चिंता है जबकि हमारे नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को केवल माँ भारती की चिंता है, उनका सम्पूर्ण जीवन देश के विकास और जन-सामान्य के कल्याण के प्रति समर्पित है ****************** दिल्ली से पहले जम्मू-कश्मीर के लिए जो ग्रांट भेजे जाते थे वह जम्मू-कश्मीर के दो परिवारों में ही सिमट कर रह जाता था। आजादी के बाद पहली बार जम्मू और लद्दाख के लोगों को यह अहसास हुआ है कि सरकार उनके लिए भी बनी है ****************** भ्रष्टाचारी एनसी और पीडीपी ने हमेशा ही जम्मू-कश्मीर के विकास को अवरुद्ध करने का पाप किया है, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को ऐसा चौकीदार मिला है जो जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं और पाई-पाई का उपयोग राज्य की जनता के विकास के लिए हो रहा है ****************** हमने असम में अवैध घुसपैठियों की पहचान के लिए एनआरसी का काम शुरू किया लेकिन एनसी, पीडीपी, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां घुसपैठियों के समर्थन में खड़ी हो गई। चुनाव से पहले राहुल गाँधी देश की जनता के सामने स्पष्ट करें कि अवैध घुसपैठियों को देश से बाहर जाना चाहिए या नहीं ****************** भारतीय जनता पार्टी की नीति स्पष्ट है कि केंद्र में फिर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने पर समग्र राष्ट्र से एक-एक घुसपैठियों की पहचान की जायेगी और उन्हें बाहर निकाला जाएगा। देश में उन्हें ही रहने का अधिकार है जो इस देश के नागरिक हैं ****************** केवल सत्ता के स्वार्थ के लिए एकत्रित हुआ गठबंधन देश का भला कभी नहीं कर सकता। मैं पूछते-पूछते थक गया कि इस तथाकथित महागठबंधन का नेता कौन है लेकिन जवाब मिलता ही नहीं ****************** प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के रूप में भारतीय जनता पार्टी ने देश को परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाले एक मेहनती, दूरद्रष्टा, संवेदनशील, प्रामाणिक और लोकप्रिय नेतृत्व देने का काम किया है ******************
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज जेडीए ग्राउंड, भगवती नगर, जम्मू (जम्मू-कश्मीर) में आयोजित विशाल विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए पुलवामा में पाक प्रेरित आतंकवादियों के कायराना हमले में शहीद वीर जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम में राज्य के कोने-कोने से आये हुए पार्टी कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने का संकल्प व्यक्त किया। इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने कन्वेंशन सेंटर, जम्मू में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात' कार्यकर्ताओं के साथ सुना। यह ‘मन की बात’ का लोक सभा चुनाव के पूर्व का आख़िरी और 53वां संस्करण था। इसके पश्चात् उन्होंने गोरखपुर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किसानों के कल्याण के लिए शुभारंभ की जा रही “प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि” योजना को कार्यकर्ताओं एवं आम-जन के साथ टीवी पर लाइव देखा और इस पर आम-जन से चर्चा की। ज्ञात हो कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में किसानों के कल्याण के लिए आजाद भारत की सबसे बड़ी योजना ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' योजना की शुरुआत की और पहले चरण में देश के लगभग एक करोड़ एक लाख किसानों के खाते में 2000 रुपये की पहले किश्त का ट्रांसफर किया। देश के बाकी किसानों के एकाउंट में कुछ ही दिनों में उनकी पहली किश्त उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जायेगी। इस योजना के तहत देश के लगभग 13 करोड़ किसानों को सालाना 6 हजार रुपये की सहायता केंद्र सरकार द्वारा दी जायेगी।
श्री शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा, इसे भारत से कोई अलग नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं एक ऐसे पार्टी का अध्यक्ष हूँ जिसके पहले अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाए रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। उन्होंने डॉ मुखर्जी जी के सम्मान में कार्यकर्ताओं के साथ देश की एकता और अखंता के को अक्षुण्ण रखने हेतु नारा बुलंद किया - जहां हुए बलिदान हुए मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार बनते ही आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाई गई और हर मोर्चे पर आतंकवाद के ईंट का जवाब पत्थर से दिया गया। उन्होंने कहा कि कूटनीतिक मोर्चे पर पाकिस्तान को आतंकवाद के पनाहगाह के रूप में उजागर किया गया है, विश्व में पाकिस्तान को अलग-थलग किया गया है, सीमा पर गोली का जवाब गोले से दिया गया है और सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये दुश्मनों के घर में घुस कर आतंकवाद को करारा जवाब दिया गया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की धरती पर माँ भारत के वीर सपूतों का जो खून जो बहा है, वह व्यर्थ नहीं जाने वाला, इसका करारा जवाब दिया जाएगा। यदि हमारे दुश्मन ये समझते हैं कि इस प्रकार की कायराना हरकतों से देश और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को खंडित कर सकते हैं तो उन्हें मालूम नहीं है कि यह हिंदुस्तान की सेना है जो दुश्मनों के घर में घुस कर जवाब देना जानती है और हमारे वीर जवानों के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी चट्टान की तरह खड़े है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारी संस्कृति राष्ट्रवाद है, हमारा सिद्धांत विकास है और हमारा ध्येय ‘अंत्योदय' के सिद्धांत पर ‘सबका साथ, सबका विकास' है।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के पांच साल कश्मीर को विकास के पथ पर तेज गति से आगे बढ़ाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एवं उनके सहयोगियों की सरकारों में विकास का मतलब केवल कुछ परिवारों का ही विकास हुआ। उन्होंने कहा कि दिल्ली से पहले जम्मू-कश्मीर के लिए जो ग्रांट भेजे जाते थे वह जम्मू-कश्मीर के दो परिवारों में ही सिमट कर रह जाती थी, न जम्मू का, न लद्दाख का और न कश्मीर घाटी का ही विकास हो पाया। जम्मू और लद्दाख के साथ तो 55 सालों तक कांग्रेस की केंद्र सरकारों ने अन्याय किया और राज्य के ये दोनों इलाके विकास से अछूते रहे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने लद्दाख और जम्मू के लिए विकास के दरवाजे खोल दिए जिससे पहली बार जम्मू और लद्दाख के लोगों को यह अहसास हुआ है कि सरकार उनके लिए भी बनी है।
श्री शाह ने विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि 13वें वित्त आयोग में सोनिया-मनमोहन की कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विकास के लिए महज 98 हजार करोड़ रुपये की राशि दी थी जबकि मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में राज्य के लिए लगभग 1,98,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित किये। यह प्रधानमंत्री जी द्वारा 2015 में जम्मू-कश्मीर को दिए गए 80 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज के अलावा है। इस पैकेज को मिला दिया जाय तो पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को लगभग 2,74,114 करोड़ रुपये की राशि विकास के लिए दी है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण सडकों के निर्माण के लिए लगभग 3500 करोड़, श्रीनगर में सड़कों के लिए लगभग 2,200 करोड़ और पीओके विस्थापितों के लिए लगभग 2000 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 80 हजार करोड़ रुपये के पैकेज के इम्प्लीमेंटेशन का कम लगभग-लगभग पूरा कर दिया है और जो भी थोड़ा-बहुत बचा हुआ है, वह राष्ट्रपति शासन में राज्यपाल जी की निगरानी में पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के लिए लगभग 800 करोड़, एम्स के लिए लगभग 4,000 करोड़, अस्पतालों के अपग्रेडेशन के लिए लगभग 900 करोड़, आईआईएम के लिए लगभग 1,000 करोड़, आईटीआई के लिए लगभग 1,000 करोड़, पर्यटन के लिए लगभग 2,000 करोड़, हाईटेक सेक्युरिटी सिस्टम के लिए लगभग 1500 करोड़, जम्मू-श्रीनगर रिंग रोड के लिए लगभग 3,200 करोड़, लघु जल विद्युत् योजना के लिए लगभग 2,000 करोड़, पांच आईआर बटालियन के लिए लगभग 300 करोड़, स्मार्ट सिटी के लिए लगभग 500 करोड़, पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर एक्सपेंशन के लिए लगभग 3,700 करोड़, इक्विटी में लगभग 4,000 करोड़, भारतमाला परियोजना के लिए लगभग 2,700 करोड़, श्रीनगर-करगिल और लेह के बीच सभी मौसमों में संपर्क मुहैया कराने वाली एशिया की सबसे लंबी जोजिला सुरंग के लिए लगभग 6,800 करोड़, हॉर्टीकल्चर के लिए लगभग 500 करोड़, श्रीनगर-बनिहाल रोड के लिए लगभग 735 करोड़, जम्मू-अखनूर-पुंछ सड़क के लिए 100 करोड़, श्रीनगर-शोपियां मार्ग के लिए लगभग 1,800 करोड़ और कारगिल-लेह मार्ग के लिए लगभग 3,500 करोड़ रुपये जम्मू-कश्मीर को दिए गए। इसके अलावे अन्य योजनाओं में भी करोड़ों रुपये राज्य को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इस प्रकार की सुविधा डेवलप की है कि सेना को एक दिन में ही सरहद पर पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों के लिए बंकरों का भी निर्माण कराया है, राज्य में स्वास्थ्य की सुविधा भी बेहतर की गई है और प्रधानमंत्री उज्ज्वाला योजना से राज्य के 10 लाख गरीब माताओं को गैस कनेक्शन प्राप्त हुआ है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 55 वर्षों में कांग्रेस के एक परिवार की चार पीढ़ियों की सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए जो किया, उससे अधिक मोदी सरकार ने केवल पांच वर्षों में कर के दिखा दिया है।
विपक्ष पर हमला करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस, एनसी (नेशनल कांफ्रेंस) और पीडीपी, ये तीनों पार्टियां परिवारवादी पार्टियां हैं जो केवल और केवल अपने परिवार के विकास के लिए काम करती है, इन्हें जम्मू-कश्मीर के विकास की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने अलगाववादी नेताओं पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि घाटी के युवा इस बात की जांच करें कि घाटी में अराजकता फैलाने वालों और स्कूलों को बंद करवाने वालों के बच्चे कहाँ पढ़ते हैं। इनके बच्चे जम्मू-कश्मीर की गरीब जनता के पैसे से अमेरिका और इंग्लैंड में पढ़ते हैं लेकिन ये घाटी के बच्चों और युवाओं को पढ़ने नहीं देते, उन्हें बरगलाते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी एनसी और पीडीपी ने हमेशा ही जम्मू-कश्मीर के विकास को अवरुद्ध करने का पाप किया है, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को ऐसा चौकीदार मिला है जो जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं और पाई-पाई का उपयोग राज्य की जनता के विकास के लिए हो रहा है।
श्री शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की समस्या के जनक देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू हैं जिन्होंने राज्य की समस्या को अकारण यूएन ले जाने का पाप किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पूरे देश के राजे-रजवाड़ों को एकत्रित करने का काम लौह पुरुष सरदार पटेल ने किया, कोई समस्या नहीं हुई जबकि जवाहरलाल नेहरू जी ने जम्मू-कश्मीर की समस्या को सुलझाने का जिम्मा लिया, आज तक जम्मू-कश्मीर एक समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की समस्या हमें विरासत में कांग्रेस से मिली है लेकिन हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में इसके स्थायी समाधान की ओर अग्रसर हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में विकास की यात्रा को एक नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश के 50 करोड़ गरीबों के उत्थान के संकल्प के साथ देश के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के पांच वर्षों में लगभग 6 करोड़ से अधिक गरीब माताओं को चूल्हे की धुएं से मुक्ति दिलाते हुए गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये गए, महिलाओं को सम्मान के साथ जीने के लिए लगभग 8 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण कराया गया, लगभग ढाई करोड़ घरों का निर्माण किया गया, ढाई करोड़ घरों में बिजली पहुंचाई गई, लगभग 13 करोड़ लोगों को मुद्रा योजना के द्वारा स्वरोजगार उपलब्ध कराया गया और लगभग 13 करोड़ बच्चों और प्रसूता माताओं का इन्द्रधनुष योजना के तहत टीकाकरण किया गया।
अवैध घुसपैठ पर चर्चा करते हुए श्री शाह ने कहा कि हमने असम में अवैध घुसपैठियों की पहचान के लिए एनआरसी का काम शुरू किया लेकिन एनसी, पीडीपी, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां घुसपैठियों के समर्थन में खड़ी हो गई। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले राहुल गाँधी देश की जनता के सामने स्पष्ट करें कि अवैध घुसपैठियों को देश से बाहर जाना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नीति स्पष्ट है कि केंद्र में फिर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने पर समग्र राष्ट्र से एक-एक घुसपैठियों की पहचान की जायेगी और उन्हें बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-पीडीपी ने सुप्रीम कोर्ट में रोहिंग्या मामले में याचिका डाली कि इन्हें यहीं रहने दिया जाय लेकिन मोदी सरकार ने कोर्ट में स्पष्ट करते हुए कहा कि देश में उन्हें ही रहने का अधिकार है जो इस देश के नागरिक हैं।
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केवल सत्ता के स्वार्थ के लिए एकत्रित हुआ गठबंधन देश का भला कभी नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि मैं पूछते-पूछते थक गया कि इस तथाकथित महागठबंधन का नेता कौन है लेकिन जवाब मिलता ही नहीं। उन्होंने कहा कि इस तथाकथित महागठबंधन का न कोई नेता है, न नीति है और न ही कोई सिद्धांत। यह गठबंधन नहीं, परिवारवाद और मिलावटवाद की टोली है और ये केवल अपना अस्तित्व बचाने और स्वार्थसिद्धि के लिए एक साथ आने को मजबूर हुए हैं, इन्हें अपना अस्तित्व बचाने की चिंता है जबकि हमारे नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को केवल माँ भारती की चिंता है, उनका सम्पूर्ण जीवन देश के विकास और जन-सामान्य के कल्याण के प्रति समर्पित है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ही कर सकते हैं और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ही दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के रूप में भारतीय जनता पार्टी ने देश को परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाले एक मेहनती, दूरद्रष्टा, संवेदनशील, प्रामाणिक और लोकप्रिय नेतृत्व देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यदि भारतवर्ष को विश्वगुरु के पद पर पुनः प्रतिष्ठित करना है तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार का गठन होना आवश्यक है और देश की जनता ने इसके लिए फिर से कमर कस ली है।
(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव
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