भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर जी की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया और भारत पाकिस्तान के बीच पुलवामा में पाक प्रेरित आतंकवादियों के कायराना हमले के परिप्रेक्ष्य में कांग्रेस पार्टी एवं राहुल गांधी के गैर-जिम्मेदाराना बयान पर कड़ी आपत्ति जताई.
श्री जावड़ेकर ने कहा की आज भारत में कांग्रेस सहित लगभग 21 विपक्षी दलों की बैठक हुई और इसमें एक साझा बयान भी जारी किया गया. इसके ऊपर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया को बाईट भी दिया और विपक्ष के साझा बयान पर टिप्पणी भी की. विपक्ष के इस साझा बयान में ये कहा गया है कि सत्ताधारी नेताओं द्वारा हमारे देश के जवानों की शहादत का राजनीतिकरण करने पर सभी नेताओं ने गंभीर चिंता व्यक्त की. इसे राहुल गांधी ने भी मीडिया में दोहराया. श्री जावड़ेकर ने कहा की पहले तो यह बिलकुल बेबुनियाद आरोप है क्योंकि दो दिन से देश में जैसा माहौल है और पाक प्रेरित आतंकवाद का जिस तरह जवाब दिया गया है, सभी लोग हमारी सेना को सलाम कर रहे हैं, उन्हें बधाई दे रहे हैं. इसमें किसी भी प्रकार की कोई राजनीति नहीं हुई है.
श्री जावड़ेकर ने कहा कि विपक्ष एवं राहुल गांधी के इस गैर-जिम्मेदाराना बयानों की कैसी प्रतिक्रया होती है, यह पाकिस्तान की मीडिया में वहां के विदेश मंत्री के बयान से पता चलता है. उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया में वहां के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयान वाला क्लिप भी चलवाया जिसमें कुरैशी ने ये कहा कि यह पहली बार है कि हिंदुस्तान की विपक्षी पार्टियों ने ये कहा है कि सत्ताधारी पार्टी भाजपा चुनावी फायदा लेने के लिए इस तरह के वाकयात को अंजाम दे रही है.
श्री जावड़ेकर ने राहुल गांधी सभी तमाम विपक्षी नेताओं को कठघरे में खड़ा करते हुए सवाल किया कि क्या विपक्ष ने ऐसा बेबुनियाद आरोप जारी करने से पहले कभी यह सोचा कि इस बयान का कौन, कैसा उपयोग करेगा, इसका क्या अर्थ निकालेगा? कांग्रेस सहित विपक्ष और राहुल गांधी का ये बयान आज पाकिस्तान के न्यूज चैनल का हेडलाइन बना. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट नहीं है.
श्री जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस सहित इन 21 विपक्षी दलों के इस शर्मनाक बयान से पाकिस्तान, पाकिस्तान की सेना और वहां की मीडिया, तीनों खुश है. जब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में समग्र राष्ट्र एकजुट होना चाहिए और दिखना भी चाहिए, तब इस तरह के बयान उसमें बाधा उत्पन्न करते हैं. विपक्ष को यह सोचना चाहिए कि क्या इस तरह के बयान की कोई जरूरत है? क्या ऐसे बयान उपयुक्त हैं? मुझे लगता है कि इस पर ज्यादा टिप्पणी करने की कोई जरूरत नहीं है.
(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव
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