भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश


06-04-2016
Press Release

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा उद्देश्य गाँव, गरीब एवं किसानों का विकास है और हम इसके लिए कृतसंकल्पित हैं: अमित शाह
***********
जब पार्टी सत्ता में हो तो हमें अत्यधिक परिश्रम कर सत्ता को साधन बनाते हुए हर गरीब के घर में दीया जलाने का प्रयास करना चाहिए: अमित शाह
***********
आज हमारा जो वैभव है और हम जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, वह हजारों-लाखों कार्यकर्ताओं की तपस्या का परिणाम है जिन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी और पार्टी की विचारधारा के लिए समर्पित कर दिया: अमित शाह
***********
आज हमें गर्व की अनुभूति हो रही है कि 1951 में मात्र 11 लोगों के साथ जनसंघ के रूप में शुरू हुई भाजपा आज 11 करोड़ से अधिक सदस्यों के साथ विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है: अमित शाह
***********
एक ऐसी मजबूत भाजपा का निर्माण कीजिये जिसका शासन पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक हो, इस नींव पर एक ऐसी इमारत बनाएं जिसके आगे विश्व की तमाम इमारतें छोटी पड़ जाए: अमित शाह
***********
संगठन का काम सरकार और जनता की भलाई के बीच कड़ी बनना है: अमित शाह
***********
भाजपा की अब तक की यात्रा को तीन पड़ावों में विभक्त किया जा सकता है, पहला 1951 से लेकर आपातकाल तक जनसंघ के रूप में सफर, दूसरा 1977-1980 का सफर और तीसरा - 1980 से लेकर अब तक का सफर: अमित शाह
***********
जनसंघ की स्थापना किसी राजनीतिक स्वार्थ अथवा सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं, बल्कि इस देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखने के लिए की गई थी: अमित शाह
***********
1951 से लेकर अबतक हमारे सभी जन-आन्दोलन राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं संस्कृति की रक्षा के लिए ही समर्पित रहीं हैं: अमित शाह
***********
हमने तीन कार्यक्रमों - नमामि गंगे, बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ एवं हर घर शौचालय को अपने हाथ में लिया है, हमें हर हाल में इन कार्यक्रमों को सफल बनाना है ताकि हम पार्टी को देश के कोने-कोने में स्थापित कर सकें: अमित शाह
***********

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज, बुधवार को नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों से और अधिक परिश्रम के साथ पार्टी का विस्तार एवं पार्टी की विचारधारा का प्रचार-प्रसार करने का आह्वान किया।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज हम जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, आज हमारा जो वैभव है, वह श्री अटल बिहारी वाजपेयी, श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्री मुरली मनोहर जोशी, श्री कुशाभाऊ ठाकरे जैसे हजारों-लाखों कार्यकर्ताओं की तपस्या और अनेकों नाम-अनाम कार्यकर्ताओं की निस्वार्थ शहादत का परिणाम है जिन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी और विचारधारा के लिए समर्पित कर दिया, आज हम उन्हें नमन करते हैं और श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा कि आज हमें गर्व की अनुभूति हो रही है कि 1951 में मात्र 11 लोगों के साथ जनसंघ के रूप में शुरू हुई भाजपा आज 11 करोड़ से अधिक सदस्यों के साथ विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, केंद्र में बहुमत की सरकार है और कई राज्यों में वह जनता की अनवरत सेवा कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा उद्देश्य गाँव, गरीब एवं किसानों का विकास है और हम इसके लिए कृतसंकल्पित हैं।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की अब तक की यात्रा को तीन पड़ावों में विभाजित किया जा सकता है, एक - भारत की एकता और अखंडता के मूल सिद्धांत पर चलते हुए देश को एक बेहतर विकल्प देने का 1951 से लेकर आपातकाल तक का कालखंड, दूसरा - देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनता पार्टी के रूप में 1977 से 1980 तक का समय और तीसरा - एकात्म मानववाद और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की विचारधारा के साथ देश के विकास के लिए अनवरत काम करने का सपना संजोए 1980 से लेकर अब तक का सफर।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश

श्री शाह ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस के 2-3 वर्षों के शासनकाल में ही देश की जनता को यह आभास होने लगा कि अगर कांग्रेस की इन्हीं नीतियों और विचारधारा पर देश आगे बढ़ता रहा तो देश बहुत जल्द ही काफी पीछे चला जाएगा और इसलिए, देश को एक वैकल्पिक विचारधारा देते हुए श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्त्व में 1951 में जनसंघ की स्थापना की गई। उन्होंने कहा कि जनसंघ की स्थापना किसी राजनीतिक स्वार्थ या सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं, बल्कि इस देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखने के लिए की गई थी। उन्होंने कहा कि आपातकाल के समय जब देश में नागरिक अधिकारों का हनन चरम पर था, लोकतांत्रिक शक्तियों को कमजोर करने की साजिश रची जा रही थी तब देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए, लोकतंत्र को एक लंबा जीवन देने के लिए विचारधारा में मतभेद के बावजूद कांग्रेस के कुचक्रों का माकूल जवाब देने के लिए हमने जनसंघ का जनता पार्टी में विलय स्वीकार किया। श्री शाह ने आगे कहा कि 1980 में जब दोहरी सदस्यता को लेकर आवाजें उठनी शुरू हुई और विचारधारा को छोड़ने का दवाब बढ़ने लगा तो हमने किंचित मात्र की चिंता किये बिना जनता पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी क्योंकि हमारा यह मत रहा है कि चाहे सत्ता रहे या न रहे, हम अपनी विचारधारा के साथ कोई समझौता नहीं करेंगें।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 1951 से लेकर अबतक हमारे सभी जन-आन्दोलन राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं संस्कृति की रक्षा के लिए ही समर्पित रहीं हैं चाहे वह गौ ह्त्या पर प्रतिबन्ध का आंदोलन हो, गोवा मुक्ति संग्राम हो, कच्छ का सत्याग्रह हो, हैदराबाद का आंदोलन हो, कश्मीर से कन्याकुमारी तक की यात्रा हो, राम जन्मभूमि का आंदोलन हो या फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ चेतना यात्रा हो। उन्होंने कहा कि हमारी तीन पीढ़ियों ने इस विचारधारा की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है, अब हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके अथक परिश्रम और बलिदान से बनाई गई राष्ट्रवादी पहचान को और मजबूत करें, पार्टी की वर्तमान विजयगाथा को शिखर न मानते हुए इसे और आगे ले जाने के लिए दृढ संकल्पित हो जाएँ। श्री शाह ने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि एक ऐसी मजबूत भाजपा का निर्माण कीजिये जिसका शासन पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक हो, इस नींव पर एक ऐसी इमारत बनाएं जिसके आगे विश्व की तमाम इमारतें छोटी पड़ जाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि जब पार्टी सत्ता में हो तो हमें अत्यधिक परिश्रम कर सत्ता को साधन बनाते हुए हर गरीब के घर में दीया जलाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संगठन का काम सरकार और जनता की भलाई के बीच कड़ी बनना है। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा देश को सबसे ऊपर रखा है, भारत माता को विश्व गुरु बनाने का सपना देखा है, 'सबका साथ-सबका विकास' का लक्ष्य निर्धारित किया है और हमें किसी भी कीमत पर अपनी इस पहचान को खोने नहीं देना है।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश

भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह ने कहा कि पार्टी ने तीन कार्यक्रमों - नमामि गंगे, बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ एवं हर घर शौचालय को अपने हाथ में लिया है और हमें हर हाल में इन कार्यक्रमों को सफल बनाना है ताकि हम पार्टी को देश के कोने-कोने में स्थापित कर सकें। उन्होंने कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से एक मजबूत पार्टी और एक मजबूत भारत के नवनिर्माण का आह्वान किया।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली के मावलंकर हॉल में भाजपा के स्थापना दिवस पर दिए गए संबोधन के मुख्य अंश

(इंजी. अरुण कुमार जैन)
कार्यालय सचिव 


Download Hindi PDF

Download English PDF

 

 

To Write Comment Please लॉगिन