भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने आज राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की इकोनॉमी तेजी से रिकवरी कर रही है। अक्टूबर माह के आंकड़े सुखद है। भारत की अर्थव्यवस्था तेज गति से सही रास्ते पर आगे बढ़ रही है। कुछ महत्वपूर्ण इंडीकेटर हैं जो यह दिखाते हैं कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी हो रही है,
अक्तूबर माह के आँकड़े पिछले कुछ दिनों में सामने आए है जो यह साफ़ तौर पर दर्शाते है की भारत की अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे जा रही है। जो हमने सरकार बनने के समय $5 ट्रिल्यन अर्थव्यवस्था का वादा किया था, 2024 तक वह हम ज़रूर प्राप्त कर पाएँगे।
हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जी हमेशा यही प्रयास कर रहे है कि हमारे economic indicators आगे भी अच्छे से perform करें। हमारी सरकार मोदी जी के नेतृत्व में जब जिस क्षेत्र को सहायता की ज़रूरत है, उस क्षेत्र के लिए काम कर रही है।
कल जीएसटी का डाटा रिलीज हुआ है अक्टूबर माह का जीएसटी का कलेक्शन एक लाख पांच हजार करोड़ का है। जीएसटी के कलेक्शन में वृद्धि यह दिखाती है कि भारत की इकॉनॉमी वापस पटरी पर तेजी के साथ लौट रही है। जीएसटी के कलेक्शन में व्यापक वृद्धि से केंद्र एवं राज्यों का अपनी गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए काफी मात्रा में धन प्राप्त होता है। हर हम अक्टूबर 2020 की जीएसटी कलेक्शन की तुलना अक्टूबर 2019 से करें तो इस बार का कलेक्शन करीब 10 करोड़ रूपए ज्यादा है। अक्टूबर 2019 में जीएसटी का कलेक्शन करीब 95 हजार करोड़ रूपए रहा था।
ऐसे अगर हम दूसरे महत्वपूर्ण इंडीकेटर्स को देखें तो (PMI) परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स है। जिसका डाटा भी कल रिलीज हुआ है, यह महत्वपूर्ण इंडेक्स अक्टूबर मीह 58.9 रजिस्टर हुआ है। करीब पिछले 13 साल से मंथ ऑन मंथ बेसिस पर इतनी बढ़त नहीं देखी गई है।
मैन्युफेक्चरिंग इंडस्ट्री में सुधार हो रहे हैं अगर हम कुछ मैक्रो इंडीकेटर इकोनॉमी रिकवरी के अच्छे सकेंत दे रहे हैं। PMI इंडेक्स मैन्युफैक्चरिंग में मजबूत ग्रोथ को दिखाते हैं।
पावर डिमांड में वृद्धि लगातार हो रही है। अक्टूबर 2019 के मुकाबले अक्टूबर 2020 में इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन में 19.8% की बढ़ोतरी हुई है
ट्रैफिक मूवमेंट लगातार बढ़ रहे हैं। रेल फ्रेट में भी वृद्धि हो रही है।
यूपीई के अन्तर्गत डिजिटल ट्रांजिशन अक्टूबर माह में 2 बिलियन से भी बढ़ गई है, यह पिछले वर्ष की तुलना में 82 % से अधिक है।
यह सरकार के सामूहिक प्रयासों का फल है अर्थव्यवस्था तेजी से रिकवरी के पथ पर अग्रसर है। अगर हम सेक्टोरल ग्रोथ को देखें तो वह भी अच्छी रिकवरी के सकेंत दे रहे हैं। ऑटोमोबाइल सेक्टर में अच्छी ग्रोथ दिख रही है। कार और बाइक की मांग ऑल टाइम हाई है। मारूति और हुंडई जो जो फीगर रिलीज किए हैं वो उनकी ऑल टाइम हाई सेल को दिखाते हैं। इसके अलावा ग्रामीण भारत में भी टूव्हीलर की डिमांड काफी बढी हैं। अक्टूबर माह में ऑटो मोबाइल सेक्टर 18 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है।
अगर प्राइवेट सेक्टर कम्पनियों को रिजल्ट को देखें तो 470 कम्पनियों ने हेल्दी प्रोफेबिलटी दर्ज की है। अलग अलग sectoral industries को भी अगर हम देखें, तो हमारे देश की अर्तव्यवस्था बहुत अच्छी तेज़ी से आगेय बढ़ रही है
भारत की 60 प्रतिशत जनता कृषि पर आधारित है, देश में कोविड़ कंडीशन होने के बावजूद भी कृषि क्षेत्र और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में वृद्धि दर 3.4 प्रतिशत रही है। यह एक महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि अगर कृषि क्षेत्र और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में वृद्धि दर्ज होती है तो इससे ग्रामीण भारत की परचेंजिग पावर बढ़ती है।
कोर इंडस्ट्री इन्डेक्स जिसके अन्तर्गत आठ क्षेत्र; कोयला उद्योग, तेल उद्योग, प्रकृतिक गैस, पेट्रोलियम पदार्थ, खाद उत्पादन, स्टिल, सिमेन्ट, इलेक्ट्रसिटि इन सभी कोर इंडस्ट्री इन्डेक्स में सितम्बर 2020 को 119.7 की संख्या सितम्बर 2019 के 120.7 के आकड़े पर पहुंच गई है जो अप्रिल 2020 की माह में 81.2 की संख्या पर गीर गई थी। यह दर्शाती है कि हमारे सभी प्रमुख्य उद्योग ने वापस अपनी बढ़त प्राप्त कर ली है।
विश्व में जहां प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 45 % कम हुआ है भारत में यह तेजी से बढ़ रहा है। हमारे देश की फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 560 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गई है। जो अब तब की सबसे अधिक राशि है। इसी तरह विदेशी व्यापार में बेलेंस ऑफ ट्रेड पहली बार भारत के हित में पहुंच गया है।
आर्थिक सुधार की कई नई पहल जो हमारी सरकार ने की हैं जैसे कि कृषि क्षेत्र में तीन नए बिल, मजदूरों के लिए नए कानून और कई नई पॉलिसी जिनको सरकार ने अभी लागू किया है उनका लाभ आने वाले समय में अर्थव्यवस्था को और तेजी से आगे बढ़ाएगा।
हमारी सरकार ने जो फिस्कल स्टिमुलस पैकेज की घोषणा आत्म निर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत की थी वह आनेवाले समय में भी जारी रहेगी. जिस भी क्षेत्र को जब भी आवश्यकता होगी। सरकार उस क्षेत्र को अवश्य सहायता पहुंचाएगी।
गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में 2024 तक भारत $5 ट्रिल्यन अर्थव्यवस्था अवश्य बनेगा, इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकार कटिबद्ध है।
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