भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा “द साबरमती रिपोर्ट” की स्पेशल स्क्रीनिंग में शामिल हुए
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा आज दिल्ली के दरियागंज अवस्थित एक मल्टीप्लेक्स में पत्रकारों के साथ “द साबरमती रिपोर्ट” फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग में शामिल हुए। इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई है, जिसमें मासूम बच्चे, महिलाएं समेत 59 लोगों को जिंदा जला दिया गया था और इस सच्चाई को सबके सामने आने में लगभग 22 साल लग गए। गोधरा की पूरी सच्चाई सबके सामने रखने के लिए यह एक ईमानदार प्रयास है, इसके लिए मैं “द साबरमती रिपोर्ट” की पूरी टीम की सराहना करता हूं एवं उन्हें विशेष बधाई देता हूँ। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री बैजयंत जय पांडा, राष्ट्रीय महासचिव श्री अरुण सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख श्री अनिल बलूनी, दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री आरपी सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रदीप भंडारी सहित पार्टी के कई पदाधिकारी भी उपस्थित थे और वे भी “द साबरमती रिपोर्ट” की स्पेशल स्क्रीनिंग में शामिल हुए।
श्री नड्डा ने कहा कि “द साबरमती रिपोर्ट” सच्चाई के आधार पर बनी फिल्म है, गोधरा में जो घटना घटी उस पर आधारित है, लेकिन इसकी सच्चाई सबके सामने आने में 22 साल लग गए। यह बहुत भी दुर्भाग्यपूर्ण था कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले कांग्रेस सहित यूपीए ने गोधरा कांड के सच को छुपाने की कोशिश की थी, उस समय सोनिया गाँधी यूपीए की चेयरपर्सन थी। तथाकथित लेफ्ट लिबरल की भी कोशिश थी कि सच्चाई सामने नहीं आए। तथाकथित लेफ्ट लिबरल की एक “इको सिस्टम” इस पर मिट्टी डालने की पूरी कोशिश की। श्री नड्डा देश की जनता से निवेदन किया कि “द साबरमती रिपोर्ट” को जरूर देखें कि किस प्रकार से गोधरा कांड हुआ था और किस तरह से कारसेवकों को जिंदा जलाया गया था।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सब लोग भलीभांति जानते हैं कि गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगी नहीं थी, बल्कि आग लगाई गयी थी। लेकिन, कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकारों और तथाकथित लिबरल जमात ने इस सच्चाई पर मिट्टी डालने का भंयकर पाप किया था, जो मानवता के खिलाफ सबसे बड़े गुनाहों में से एक है। “द साबरमती रिपोर्ट” देखने पर एक बार फिर गोधरा में घटित हृदय विदारक घटना ने दिलोदिमाग को झकझोर दिया। गोधरा में 27 फरवरी 2002 को अयोध्या से आ रहे कारसेवकों से भरी ट्रेन साबरमती एक्सप्रेस को आग के हवाले करके 59 लोगों को जिंदा जला दिए गए थे, जिसमें अधिकांश मासूम बच्चे और महिलाएं थी।
श्री नड्डा ने कहा कि मानवता को शर्मशार करने वाली ऐसी हृदय विदारक और जघन्य अपराधिक घटना को तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए शासनकाल में दबाया गया ताकि सही जानकारी लोगों तक नहीं पहुंचे। मानवता का झंडा उठाने वाले तथाकथित बुद्धिजीवी इस दुखद घटना पर एक भी शब्द नहीं बोला। 22 साल बाद ही सही, The Sabarmati Report ने समाज को एक बार फिर से जागृत किया है।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ट्रेन में सफर करने वाले श्रद्धालुओं को जिंदा जलाने की इस दुखद घटना को देश का इतिहास कभी भुला नहीं सकता है। लेकिन, यह भी सच है कि गोधरा हत्याकांड में काल कलवित हुए 59 लोगों में से किसी एक का भी नाम लोगों को याद नहीं हैं। इसमें कई मासूम और अबोध बच्चे थे, किशोर एवं महिलाएं थी। तुष्टिकरण की राजनीति के कारण 22 साल तक इस घटना का सच सामने नहीं आ पाया लेकिन 22 साल बाद पहली बार “द साबरमती रिपोर्ट” ने उनके नाम हम सबके सामने रखे। मैं पुनः इस फिल्म के माध्यम से गोधरा की सच्चाई को सबके सामने लाने के लिए फिल्म निर्माता, निर्देशक एवं कलाकारों के साथ-साथ फिल्म की पूरी टीम को साधुवाद देता हूं।
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