भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने श्रद्धेय प्रो. वेद नंदा जी के स्मरण में श्री विश्व निकेतन एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् द्वारा आयोजित स्मृति सभा में श्रद्धांजलि दी
श्रद्धेय pro. वेद नंदा जी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व हम सबके लिए अनुकरणीय एवं प्रेरणादायी है।
******************
प्रो. नंदा विचारधारा के प्रति पूरी तरह दृढ़ थे। वे हमेशा मानवतावाद में विश्वास करते थे और हर मानवी के जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए तत्पर रहते थे।
******************
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज बुधवार को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में हिंदू स्वयंसेवक संघ, अमेरिका क्षेत्र के पूर्व संघचालक श्रद्धेय प्रो. वेद नंदा जी के स्मरण में श्री विश्व निकेतन एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित स्मृति सभा में पहुंचकर दिवंगत महान आत्मा को श्रद्धांजलि दी और कार्यक्रम में उपस्थित आगंतुकों से उनके जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की। उन्होंने प्रोफेसर वेद नंदा जी के कृतित्व और व्यक्तित्व को प्रेरणादायी बताया। ज्ञात हो कि हिंदू स्वयंसेवक संघ, अमेरिका क्षेत्र के पूर्व संघचालक श्रद्धेय प्रो. वेद नंदा जी का 01 जनवरी 2024 को अमेरिका के डेनवर में देहावसान हो गया था। इस स्मृति सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह माननीय श्री दत्तात्रेय होसबाले, विश्व हिंदू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार, संघ विश्व विभाग संयोजक श्री सौमित्र गोखले सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
प्रो. वेद नंदा जी का पुण्य स्मरण करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि श्रद्धेय प्रो. नंदा जी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष पद पर रहते हुए चार वर्षों तक निरंतर सेवा भाव से संगठन को नया आयाम दिया। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं देने के पश्चात प्रो. नंदा जी विदेश गए। उन्होंने विदेश में ओवरसीज फ्रेंड्ज ऑफ बीजेपी के साथ जुड़कर महत्वपूर्ण सेवाएं दीं। जब भी प्रो. वेद नंदा जी भारत आते थे तो उनसे मिलने का अवसर एवं सान्निध्य प्राप्त होता था। प्रोफेसर वेद नंदा जी के साथ कम समय व्यतीत करने के बावजूद मैं उनके व्यक्तित्व से अत्यधिक प्रभावित हुआ। उनका जाना हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है जिसकी भरपाई मुश्किल है।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रोफेसर नंदा जी के कृतित्व को याद करते हुए कहा कि वे प्रकांड विद्वान थे। ये कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि श्रद्धेय प्रोफेसर नंदा जी जानकारियों के इनसाइक्लोपीडिया थे। इससे भी बड़ी बात यह है कि वे अपने ज्ञान की व्याख्या करने की कला में अद्भुत रूप से माहिर थे। वे जानते थे कि दी गई जानकारी किस तरह प्रासंगिक है और वो जानकारी समाज एवं लोगों को क्या दिशा देती है। उनमें किसी भी जानकारी को प्रासंगिक रूप से व्याख्या करने की अतुलनीय क्षमता थी। साथ ही, वे अपनी विचारधारा के प्रति पूरी तरह दृढ़ थे। प्रोफेसर नंदा जी सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दृढ़ता से अपनी विचाराधारा को रखते थे और लोगों को प्रभावित करते थे। प्रोफेसर नंदा जी हमेशा मानवतावाद में विश्वास करते थे और हर मानवी के जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए तत्पर रहते थे। प्रोफेसर वेद नंदा जी समाज के लिए आवश्यक कदम बिना कोई देरी किए उठाते थे और वे समाज व मानवता के उत्थान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते थे।
***********************
To Write Comment Please लॉगिन