Press statement issued by BJP National General Secretary Shri Tarun Chugh.


द्वारा श्री तरुण चुघ -
03-11-2021
Press Release

 

 

देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के केदारनाथ धाम की यात्रा के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री तरुण चुघ की ओर से जारी प्रेस वक्तव्य

 

भारतीय संस्कृति के अग्रदूत और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 05 नवंबर 2021 को श्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर जायेंगे। वे श्री केदारनाथ धाम मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद श्री आदि शंकराचार्य समाधि का उद्घाटन करेंगे और उनकी प्रतिमा का अनावरण करेंगे। साथ ही, वे कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे।

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माननीय प्रधानमंत्री जी की श्री केदारनाथ धाम यात्रा के संबंध में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने 05 नवंबर, शुक्रवार को देश भर में सांस्कृतिक पुनर्जागरण  के एक भव्य राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की रचना की है।

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आदरणीय प्रधानमंत्री जी के केदारनाथ धाम के अविस्मरणीय कार्यक्रम में देश भर के ज्योतिर्लिंगों, चारों धामों एवं देश भर के प्रमुख मंदिर एवं शिवालयों से जुड़ेंगे पूज्य संत, महात्मा केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सहित भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता एवं मंत्रीगण।

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आदरणीय प्रधानमंत्री जी के देश की सासंकृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखने और इससे समस्त देशवासियों को परिचित कराने के इस कार्यक्रम से श्री आदि शंकराचार्य की अखंड यात्रा के मार्ग पर स्थापित देश भर के प्रमुख 87 मंदिरों पर साधु-संत, महामंडलेश्वर, आचार्य आदि भी जुड़ेंगे। यहाँ पर अद्भुत संत समागम होगा और देश की आध्यात्मिक चेतना को नया आयाम देने वाले कार्यक्रम होंगे।

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आदिगुरु शंकराचार्य जी ने देश में आध्यात्मिक संस्कार और आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने के लिए जो अभूतपूर्व कार्य किये थे, उससे देशवासियों को परिचित कराने और और उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों को जीवन में उतारने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने इस कार्यक्रम की रचना की है।

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देश भर के हजारों शिवालयों पर भी माननीय प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम को देखने की व्यवस्था की गई है। यहाँ पर विशेष रूप से सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों की भी व्यवस्था की गई है जो निश्चित रूप से नागरिकों को आध्यात्मिक चेतना के संस्कार से संस्कारित करेगा।

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2013 की भयावह बाढ़ की विभीषिका के बाद श्री केदारनाथ धाम का संपूर्ण पुनर्निर्माण कार्य आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हुआ है और उन्होंने स्वयं लगातार हर परियोजना की समीक्षा और मॉनिटरिंग की है।

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भारतीय संस्कृति के अग्रदूत और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 05 नवंबर 2021 को श्री केदारनाथ धाम (उत्तराखंड) की यात्रा पर जायेंगे। वे श्री केदारनाथ धाम मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद श्री आदि शंकराचार्य समाधि का उद्घाटन करेंगे और उनकी प्रतिमा का अनावरण करेंगे। वे श्री केदारनाथ धाम में कई विकास एवं पुनर्निर्माण कार्यों का उद्घाटन भी करेंगे। साथ ही, वे करोड़ों रुपयों की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और जारी पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे। ज्ञात हो कि 2013 की भयावह बाढ़ की विभीषिका के बाद श्री केदारनाथ धाम का संपूर्ण पुनर्निर्माण कार्य आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हुआ है और उन्होंने लगातार हर परियोजना की समीक्षा और मॉनिटरिंग की है।

 

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का श्री केदारनाथ धाम से गहरा लगाव रहा है। उन्होंने पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति का परचम लहराया है। उनकी श्री केदारनाथ धाम यात्रा के संबंध में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने 05 नवंबर, शुक्रवार को देश भर में सांस्कृतिक पुनर्जागरण  के एक भव्य राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की रचना की है। इस दिन आदिगुरु शंकराचार्य जी के जन्मस्थान, उनके द्वारा स्थापित 12 ज्योतिर्लिंग, चार धामों और देश भर के प्रमुख मंदिरों एवं शिवालयों से पूज्य साधु-संत, महात्मा और केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सहित भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की श्री केदारनाथ धाम यात्रा के दौरान उनके द्वारा श्री आदि शंकराचार्य समाधि के उद्घाटन एवं उनकी प्रतिमा के अनावरण के कार्यक्रम से लाइव जुड़ेंगे।

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी के देश की सासंकृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखने और इस महान विरासत से समस्त देशवासियों को परिचित कराने के इस कार्यक्रम से देश भर के प्रमुख 87 मंदिरों पर महान साधु-संत, महामंडलेश्वर, आचार्य आदि भी जुड़ेंगे। ये सभी मंदिर श्री आदि शंकराचार्य की अखंड यात्रा के मार्ग पर स्थापित हैं। यहाँ पर संत समागम का अद्भुत संगम होगा और देश की आध्यात्मिक चेतना को नया आयाम देने वाले कार्यक्रम होंगे। आदिगुरु शंकराचार्य जी ने देश में आध्यात्मिक संस्कार और आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने के लिए जो अभूतपूर्व कार्य किये थे, उससे देशवासियों को परिचित कराने और और उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों को जीवन में उतारने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने इस कार्यक्रम की रचना की है। इसके अतिरिक्त देश भर हजारों शिवालयों पर माननीय प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम को देखने की व्यवस्था की गई है। यहाँ पर विशेष रूप से सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों की भी व्यवस्था की गई है जो निश्चित रूप से नागरिकों को आध्यात्मिक चेतना के संस्कार से संस्कारित करेगा।

 

काशी विश्वनाथ में मुख्य अर्चक श्री श्रीकांत मिश्र, पुरी गोवर्धन पीठ में श्री शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, द्वारका शारदा पीठ में ब्रह्मचारी श्री नारायण नंद जी, रामेश्वरम में श्री रामानंद स्वामी, बैद्यनाथ धाम में मुख्य पुजारी श्री गुलाब नंद झा, शृंगेरी सारदा पीठ में जगद्गुरु भारती तीर्थ महास्वामी, आदि शंकराचार्य जी की जन्मस्थली कलाड़ी, केरल में मुख्य पुजारी श्री सुधाकर भट्ट, श्री कृष्णा भत्ता, श्री सूर्यनारायण भट्ट एवं प्रबंधक श्री एस अय्यर, महाकालेश्वर में श्री घनश्याम पुजारी, ओंकारेश्वर में श्री दनकेश्वर दीक्षित, नागेश्वरा में श्री हरि भाई पुजारी, सोमनाथ में मंदिर के ट्रस्टी श्री जेडी परमार, भीमाशंकर में मंदिर ट्रस्ट के चेयरमेन श्री सुरेश कौडारे, त्र्यम्बकेश्वर में श्री प्रशांत गायधानी, मल्लिकार्जुन में श्री भाद्रैया स्वामी उपस्थित रहेंगे।

 

श्री केदारनाथ धाम में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री मदन कौशिक रहेंगे। भारतीय संस्कृति के इस महान महोत्सव में बाबा विश्वनाथ, काशी से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, उज्जैन महाकाल से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, बैद्यनाथ धाम से श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, सोमनाथ से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडविया एवं श्रीमती दर्शन जरदोश, द्वारका पीठ से गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र भाई पटेल, कामाख्या से असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंता बिस्वसरमा, कुरुक्षेत्र से हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, ज्वालामुखी से हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुरगोवर्धन मठ से केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, रामेश्वर से केंद्रीय मंत्री श्री एल. मुरुगन और त्र्यम्बकेश्वर, महाराष्ट्र से पूर्व मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फड़णवीस जी माननीय प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम के साथ जुड़ेंगे। इन स्थलों पर कई प्रमुख भाजपा नेता, विधायक, सांसद, मंत्री और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी होंगे।

 

आदि शंकराचार्य की जन्मस्थली केरल के कालड़ी ग्राम में केंद्रीय मंत्री श्री वी. मुरलीधरन जी के साथ श्री के. सुरेंद्र एवं कई अन्य गणमान्य मनीषी उपस्थित रहेंगे। आदि शंकराचार्य ने प्राचीन भारतीय उपनिषदों के सिद्धान्तों को पुनर्जीवन प्रदान करने का भागीरथ प्रयास किया। उन्होंने भारतीय उपनिषदों के सिद्धान्तों को पुनर्जीवन प्रदान किया और चारों दिशाओं में चार मठों को स्थापित किया। संस्कृति की पुनर्स्थापना और देशवासियों को भारत की महान वैदिक विरासत से संस्कारित करने का जो भागीरथ प्रयास उन्होंने किया, वह अद्भुत था। वे सही मायनों में भारत की महान संस्कृति के अधिष्ठाता थे। प्रधानमंत्री जी के इस महान कार्यक्रम से पश्चिम बंगाल के जादवपुर से केंद्रीय मंत्री श्री निशीथ प्रमाणिक एवं श्री दिलीप घोष जुड़ेंगे तो श्रीनगर से केंद्रीय मंत्री श्री जितेंद्र सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री रवींद्र रैना व श्री निर्मल सिंह जुड़ेंगे। प्रयागराज में उप-मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, मथुरा में केंद्रीय मंत्री श्री एस. पी. सिंह बघेल, अयोध्या में केंद्रीय मंत्री श्री महेंद्र नाथ पांडेय एवं वृंदावन में केंद्रीय मंत्री श्री बी. एल वर्मा उपस्थित रहेंगे।

 

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यक्रम से जगद्गुरु शंकराचार्य पीठ, महाराष्ट्र से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री चंद्रकांत दादा पाटिल, तिरुपति से श्री सुनील देवधर, गुरुवायुर से श्री कुम्मनम राजशेखरन, सोनपुर से श्री रवि शंकर प्रसाद, इंद्रप्रस्थ (दिल्ली) से श्री हरदीप सिंह पुरी, पाटलिपुत्रा से डॉ संजय जायसवाल, वेंकटगिरि से भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती डी पुरुंदेश्वरी और राजमुंदरी से भाजपा सांसद श्री जी. वी. एल. नरसिम्हा राव जुड़ेंगे।   

 

यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी अपनी श्री केदारनाथ धाम जी की यात्रा के दौरान सरस्वती आस्था पथ पर पूरे हो चुके और अभी जारी कार्यों की समीक्षा और निरीक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री यहां पूरी हो चुकी प्रमुख इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे, जिनमें सरस्वती पुश्ता दीवार आस्थापथ और घाट, मंदाकिनी पुश्ता दीवार आस्थापथ, तीर्थ पुरोहित आवास और मंदाकिनी नदी पर गरुड़ चट्टी पुल शामिल हैं। प्रधानमंत्री संगम घाट पुनर्विकास, प्राथमिक चिकित्सा और पर्यटक सुविधा केंद्र, प्रशासनिक कार्यालय और अस्पताल, दो अतिथि गृह, पुलिस स्टेशन, कमान एवं नियंत्रण केंद्र, मंदाकिनी आस्थापथ,कतार प्रबंधन और वर्षा आश्रय तथा सरस्वती नागरिक सुविधा भवन सहित विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।

 

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के प्रधान सेवक के रूप में अपने पहले कार्यकाल में 03 मई 2017, 20 अक्टूबर 2017, 07 नवंबर 2018 और 18 मई 2019 को भी श्री केदारनाथ धाम गए थे। 2020 में कोरोना के कारण आदरणीय प्रधानमंत्री जा नहीं पाए हालांकि उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लगातार विकास योजनाओं और पुनर्निर्माण कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने 09 सितंबर 2020 को भी श्री केदारनाथ धाम में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उनकी हमेशा से यह सोच रही है कि श्री केदारनाथ धाम एवं अन्य पवित्र स्‍थलों के लिए विकास परियोजनाओं की संकल्‍पना के साथ उसका डिजाइन इस प्रकार तैयार करना चाहिए जो समय की कसौटी पर खरा उतरे, पर्यावरण के अनुकूल हो और प्रकृति और उसके आसपास के वातावरण के साथ तालमेल बैठा सके।

 

महेंद्र कुमार

(कार्यालय सचिव)

 

 

 

 

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