भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा राज्य और केंद्र सरकार के मुखिया के तौर पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सेवा यात्रा के स्वर्णिम 20 वर्ष पूरे होने पर दिया गया प्रेस वक्तव्य
आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने राज्य और केंद्र सरकार के मुखिया के तौर पर 20 साल पूरे कर लिए। आज ही के दिन 7 अक्टूबर 2001 को उन्होंने पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। पहले गुजरात के मुख्यमंत्री और उसके बाद दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधान सेवक के रूप में 20 वर्षों की उनकी जन-सेवा की यात्रा, जहाँ निराशा के माहौल से देश को निकाल कर विश्वगुरु के पद पर अग्रसर करने की रही है। वहीँ उन्होंने एक कर्मयोगी के रूप में देश के जन-जन को नया भारत ‘न्यू इंडिया' के विजन को साकार करने का आत्मविश्वास दिया है।
एक जन-प्रतिनिधि के रूप में, एक जन-सेवा के 20 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, मैं आज देश के सर्वोच्च नेता सम्माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को दिल की गहराइयों से अनंत बधाई देता हूँ। आदरणीय मोदी जी को ईश्वर स्वस्थ एवं दीर्घायु रखें ताकि वे इसी तरह अपने संकल्प पथ पर आगे बढ़ते हुए और जन-जन के उत्थान के अपने लक्ष्य पर समर्पित भाव से आगे बढ़ते रहें।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संकल्प, समर्पण और सेवा के मार्ग को अपने जीवन का मूल मंत्र मानते हुए गरीबों के उत्थान और राष्ट्र की समृद्धि के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर दिए। मैं अपने आप को बहुत ही सौभाग्यशाली मानता हूँ कि मुझे उनके सान्निध्य में पहले संगठन, फिर सरकार और अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में काम करने का अवसर मिला है। हम सभी देशवासी सौभाग्यशाली हैं कि हमारे पास श्री नरेन्द्र मोदी जी जैसे प्रधानसेवक हैं। एक ओर उन्होंने भारत को दुनिया में वैश्विक शक्ति, वैश्विक प्लेयर बनाया है तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी को भी एक राजनीतिक दल से अलग हटकर ‘सेवा ही संगठन' के रूप में प्रतिष्ठित किया है।
जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने और 2014 में देश के प्रधान सेवक बने तो उन्होंने गरीबी के दर्द और गरीबों के आंसू पोंछने को अपने शासन का आदर्श सूत्र बनाये। जिस गरीबी को उन्होंने समझा, उससे आम जनता को निजात दिलाने के लिये उन्होंने कई ऐसी योजनाओं की शुरुआत की जो गरीब, वंचित, शोषित और पीड़ित लोगों के जीवन स्तर को उंचा उठा सकें। जन-धन योजना, उजाला योजना, उज्जवला योजना, किसान सम्मान निधि योजना, सौभाग्य योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान, गरीब कल्याण अन्न योजना, गरीब कल्याण रोजगार योजना, वोकल फॉर लोकल, आत्मनिर्भर भारत अभियान जैसी अनेक योजनाएं लागू की। उनके निर्णय व्यवस्था से बिचौलियों को दूर कर उपभोक्ता से सीधा संवाद स्थापित हुआ और बिचौलियों एवं भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में रहते हुए उन्होंने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की नींव रखी थी जो आज देश में मातृशक्ति के सशक्तिकरण का सबसे बड़ा अभियान है। उन्होंने गुजरात में बिजली कटौती को स्वप्न बनाते हुए आत्मनिर्भर गुजरात की नींव रखी। गाँवों के विकास के लिए उन्होंने उस समय ही ज्योतिग्राम और ई-ग्राम विश्वग्राम जैसी योजनायें शुरू की थी। जल संचयन और जल संरक्षण के अनूठे इनिशिएटिव के बल पर उन्होंने सूखे की समस्या से हमेशा दो-चार रहने वाले गुजरात के हर खेत तक पानी पहुंचाने का प्रबंध किया। उन्होंने विनाशकारी भूकंप के बाद राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण को एक चुनौती के रूप में लेते हुए बड़े पैमाने पर आपदा प्रबंधन का कार्यक्रम तैयार किया जो गुजरात ही नहीं, देश का गौरव बन गया।
श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हर समस्या के समाधान के लिए अलग-अलग इकोसिस्टम तैयार किया है। किसानों को एक ओर जहां उन्होंने किसान सम्मान निधि योजना से जोड़ा तो वहीं फसल पर लागत का डेढ़ गुने से भी अधिक एमएसपी देते हुए फसल बीमा योजना से खेत से लेकर खलिहान तक उनकी फसल की सुरक्षा भी की है। गरीबों को जहां उन्होंने महज 330 रुपये और 12 रुपये सालाना के प्रीमियम पर जीवन सुरक्षा बीमा और जीवन दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराया है तो वहीं आयुष्मान भारत के माध्यम से उन्हें स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से भी मुक्ति दिलाई है। रोजगार के लिए स्टार्ट-अप, स्टैंड-अप, स्किल इंडिया के साथ-साथ उन्होंने मुद्रा योजना, गरीब कल्याण रोजगार योजना, MSMEs को आर्थिक पैकेज, वोकल फॉर लोकल जैसे अभियान को भी आगे बढाया।
श्री नरेन्द्र मोदी जी के करिश्माई नेतृव, तुरंत निर्णय लेने की क्षमता एवं शक्ति, स्पष्ट दूरदृष्टि, अनुशासित जीवन तथा धैर्यशीलता से आजादी के 70 साल से विरासत में आ रही समस्याओं का शांतिपूर्ण समाधान हुआ है। धारा 370 का उन्मूलन, ट्रिपल तलाक का खात्मा, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का भूमि पूजन, ओबीसी आयोग को संवैधानिक मान्यता, नागरिकता संशोधन कानून, सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण, जीएसटी - ये सभी निर्णय आने वाले समय में देश की गौरवगाथा के लिए नींव का निर्माण है। आतंक के खिलाफ निर्णायक प्रहार और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को एक नया आयाम देकर उन्होंने भारत को दुनिया के केंद्र में प्रतिस्थापित किया है।
मैं एक बार पुनः उन्हें व्यष्टि से समष्टि की 20 वर्षों की यात्रा के पूर्ण होने पर उनका हार्दिक अभिनंदन करता हूँ, उन्हें बधाई देता हूँ। यह हम सब की कामना है कि वे इसी तरह अपने संकल्प पथ पर आगे बढ़ते रहें और देश को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने के लिए अग्रसर रहें।
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