भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री अरुण सिंह एवं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा की संयुक्त प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु
‘हर घर तिरंगा' अभियान ने समग्र राष्ट्र को एक सूत्र में पिरो दिया है। हम सब इस महान अभियान के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हार्दिक अभिनंदन करते हैं: अरुण सिंह
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कभी कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहरना मुश्किल था,आज वहां का घंटाघर तिरंगे के रंग से रोशन हो रहा है। आज डल झील में तिरंगा यात्रा निकली है, क्या हमने इससे पहले इसकी कल्पना की थी? आज पूरा भारत तिरंगे से आच्छादित हो रहा है। हम सभी बहुत अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं: अरुण सिंह
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9 अगस्त से 11 अगस्त 2022 तक प्रचार-प्रसार, देश भक्ति भावना के लिए वातावरण निर्मित करने, जगह-जगह तिरंगा यात्रा निकालने, हाट-बाजारों-मेलों तथा सार्वजनिक स्थानों पर इससे संबंधित होर्डिंग लगाने के लिए अभियान चलाया गया जो अत्यंत ही सफल रहा: अरुण सिंह
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11 अगस्त से 13 अगस्त तक, प्रत्येक वार्ड एवं गाँव में रघुपति राघव राजाराम भजन एवं वंदे मातरम् के साथ प्रभाती फेरी निकाली जा रही है। 11 अगस्त से 15 अगस्त तक देश भर में महापुरुषों की ऊर्तियों एवं स्मारकों पर स्वच्छता अभियान अभियान चलाया जा रहा है: अरुण सिंह
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अरविंद केजरीवाल केवल ‘Election Bee’ अर्थात् चुनावी मधुमक्खी हैं। चुनाव आते ही मधुमक्खी भिनभिनाने लगती है। जितने का बबुआ नहीं, उतने का झुनझुना। अरविंद केजरीवाल की सरकार सुबह से शाम तक केवल झुनझुने अर्थात् विज्ञापन से चल रही है: डॉ पात्रा
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क्या अरविंद केजरीवाल को ‘Waive-off' और ‘write-off' का अंतर पता नहीं है? केजरीवाल जी, तनिक ज्ञान ले लीजिये। डिफ़ॉल्टर से बकाया वापस लेने की प्रक्रिया को राइट ऑफ कहते हैं। कांग्रेस की यूपीए सरकार में जिन लोगों ने कर्ज लेकर नहीं लौटाया है, हमारी सरकार तो उससे भी पैसा रिकवर कर रही है: डॉ पात्रा
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देश की जनता के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि ‘Freebies’ क्या है और जन-कल्याणकारी योजनायें क्या हैं? ‘Freebies’ का मतलब है - चुनावी लाभ उठाने के लिए सबके लिए मुफ्त की राजनीति जबकि जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यक से गरीबों को आत्मनिर्भर बनाना है: डॉ पात्रा
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‘Freebies’ केवल और केवल सत्ता पाने के लिए होता है। इसका कोई दीर्घकालीन उद्देश्य नहीं होता है। यह तो मुफ्तखोरी है। यही काम अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं। इसे अंग्रेजी में ‘बेट' र्थात दाना डालकर मछली पकड़ने की कोशिश कहते हैं: डॉ पात्रा
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अरविंद केजरीवाल एक्टिंग करते है कि उन्हें ही पूरी दुनिया की चिंता है जबकि सच्चाई यह है कि वे ‘मैं और मेरी महत्वाकांक्षा' को पूरा करने के लिए राजनीति कर रहे हैं: डॉ पात्रा
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी गरीब और गरीब कल्याण को लेकर काम करते हैं। इसी कारण विगत 8 वर्षों में गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वालों की संख्या 22% से घट कर 10% से कमी आई है। अत्यंत गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या 1% से भी कम के स्तर पर बनी हुई है: डॉ पात्रा
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2015 में केजरीवाल सरकार कौशल विकास गारंटी योजना लेकर आई थी। विडंबना देखिये कि अब तक अरविंद केजरीवाल सरकार ने केवल 2 बच्चों को ऋण उपलब्ध कराया जबकि इस योजना के विज्ञापन पर लगभग 19.50 करोड़ रुपये खर्च किये गए: डॉ पात्रा
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कोरोना काल में अरविंद केजरीवाल ने टीवी पर आकर कहा था कि प्रदूषण कम करने के लिए बायो डिकंपोज्ड केमिकल विकसित कराया है। इस केमिकल छिड़कने से दिल्ली प्रदूषण मुक्त हो जाएगा। बाद में पता चला कि 60 लाख रुपये का केमिकल बनाया लेकिन उसके विज्ञापन पर 24 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए: डॉ पात्रा
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अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि अमीरों को लाभ पहुंचाने के लिए कॉरपोरेट टैक्स कम किया गया है। सच्चाई यह है कि कोरोना महामारी के बावजूद वित्तीय वर्ष 2018-19 में कॉरपोरेट टैक्स संग्रहण 6.63 लाख करोड़ रुपये और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 7.01 लाख करोड़ रुपये था । यह पैसा गरीबों के जनकल्याण पर खर्च होता है। मैं आशा करता हूँ कि अरविंद केजरीवाल प्रेस करके अपने अपनी समझ को ठीक करेंगे: डॉ पात्रा
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बिहार में बेमेल सरकार का गठन होते ही कानून-व्यवस्था अत्यंत खराब हो गयी है। अगर पिछले दो-तीन दिन की घटनाओं पर नजर दौड़ाएं तो यह स्पष्ट हो चला है कि बिहार में ‘जंगलराज’ फिर से वापस आ गया है: डॉ पात्रा
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बीते दो-तीन दिन में बिहार में दो पत्रकारों की हत्या हो गई है। एक पुजारी की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गई। पटना में दिनदहाड़े एक कार शो रूम के गार्ड की हत्या कर लूटपाट की गई। छपरा में जहरीली शराब से 6 लोगों की मौत की खबर है। मुजफ्फरपुर में तिरंगे में तिरंगा में परिवर्तन कर तुष्टिकरण की राजनीति की शुरुआत हो गई है। यह कहना गलत न होगा कि बिहार में ‘जंगलराज रिटर्न्स' हो गया है: डॉ पात्रा
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2020 के बिहार विधान सभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने 10 लाख नौकरियाँ देने का वादा किया था। जब अब वे लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर सत्ता में आ गए हैं तो कह रहे हैं कि मैं जब मुख्यमंत्री बनूंगा, तब इस पर बात होगी। बिहार में ‘मैं' की राजनीति शुरू हो गई है और वहां ‘हम' से बड़ा ‘मैं’ हो गया है: डॉ पात्रा
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद श्री अरुण सिंह तथा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया और विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की। पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अरुण सिंह ने जहां ‘हर घर तिरंगा' अभियान पर चर्चा की, वहीं डॉ पात्रा ने अरविंद केजरीवाल की झूठ, विज्ञापन और Freebies की सरकार पर प्रहार किया, साथ ही बिहार में ‘जंगल राज रिटर्न्स' पर चर्चा करते हुए राजद-जद(यू) की बेमेल व अवसरवादी राजनीति पर भी हमला किया।
प्रेस वार्ता की शुरुआत करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री अरुण सिंह जी ने ‘हर घर तिरंगा' अभियान पर प्रकाश डाला और कहा कि इस अभियान से हम सभी भारतवासी देश की एकता, अखंडता एवं ‘न्यू इंडिया' के सपने को साकार करने के लिए कटिबद्ध होंगे। हम सब इस महान अभियान के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हार्दिक अभिनंदन करते हैं और जन-जन को जोड़ने के लिए धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि कभी कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहरना मुश्किल था,आज वहां का घंटाघर तिरंगे के रंग से रोशन हो रहा है। आज डल झील में तिरंगा यात्रा निकली है, क्या हमने इससे पहले इसकी कल्पना की थी? आज पूरा भारत अटक से लेकर कटक तक और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक तिरंगे से आच्छादित हो रहा है। हम सभी बहुत अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम ने देश के जन-जन को एक सूत्र में पिरो दिया है। जैसा कि आपको पता है कि आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा का कार्यक्रम चल रहा है जो 9 अगस्त, 2022 से 15 अगस्त, 2022 तक पूरे देश में आयोजित किया जा रहा है।
9 अगस्त से 11 अगस्त 2022 तक प्रचार-प्रसार, देश भक्ति भावना के लिए वातावरण निर्मित करने, जगह-जगह तिरंगा यात्रा निकालने, हाट-बाजारों-मेलों तथा सार्वजनिक स्थानों पर इससे संबंधित होर्डिंग लगाने के लिए अभियान चलाया गया जो अत्यंत ही सफल रहा। देश के हर राज्य, हर जिले और हर तहसील में, यहाँ तक कि गांवों में भी तिरंगा यात्रा निकाला गया। कल 11 अगस्त से कल 13 अगस्त तक, प्रत्येक वार्ड एवं गाँव में रघुपति राघव राजाराम भजन एवं वंदे मातरम् का पूर्ण गीत के साथ प्रभाती फेरी निकाली जा रही है। आज लाखों गाँवों में प्रभात फेरी निकाली गई है। 11 अगस्त से 15 अगस्त तक देश भर में महापुरुषों की ऊर्तियों एवं स्मारकों पर स्वच्छता अभियान अभियान चलाया जा रहा है। पार्टी के सभी सांसद, विधायक एवं जन-प्रतिनिधि इसमें भाग ले रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता 13 से 15 अगस्त तक मौन जुलूस निकालेंगे। इस मौन जुलूस में भारत विभाजन की विभिषिका को याद किया जाएगा। 15 अगस्त को गाँव-गाँव में झंडोत्तोलन होगा और स्वतंत्रता सेनानियों की त्याग एवं तपस्या को याद करके उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण अर्पित किया जाएगा। भाजपा कार्यकर्ता झंडोत्तोलन करके उसका फोटोग्राफ बेवसाइट पर अपलोड करेंगे।
बिहार में ‘जंगल राज रिटर्न्स' की बात करते हुए डॉ संबित पात्रा ने प्रेस वार्ता में कहा कि बिहार में अवसरवादी सरकार का गठन होते ही कानून-व्यवस्था की हालत अत्यंत खराब हो गयी है। भाजपा-जदूय गठबंधन की जब सरकार थी तब भी भारतीय जनता के पार्टी के मंत्रियों के पास गृह विभाग और एक्साईज विभाग नहीं था। भाजपा के दबाव के कारण ही बिहार में ऐसा माहौल था कि हत्या-लूट, डकैती आदि पर अंकुश रहता था। अगर पिछले दो-तीन दिन की घटनाओं पर नजर दौड़ाएं तो यह स्पष्ट हो चला है कि बिहार में ‘जंगलराज’ फिर से वापस आ गया है।
डॉ पात्रा ने कहा कि 10 अगस्त को जमुई में प्रभात खबर के पत्रकार गोकुल यादव की निर्मम हत्या कर दी गई। कल गोपालगंज में एक और पत्रकार की हत्या हो गई। बेतिया में रामजानकी मंदिर के पुजारी की गला रेत कर हत्या कर दी गई। कल ही पटना में एक कार शो रूम के गार्ड की हत्या कर लूटपाट की गई। छपरा में जहरीली शराब से 6 लोगों की मौत की खबर है। इससे पहले भी भी छपरा में 13 लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई है। एक ही जिले में बार बार जहरीले शराब के सेवन से लोग मर रहे हैं, क्या इसे मौत कहेंगे या हत्या? पश्चिम चंपारण में एक नाबालिग के साथ दुराचार की घटना सामने आई है। मुजफ्फरपुर में व्यवसायी नलिन रंजन के घर में दिनदहाड़े लूट की गई। पटना के बाकरगंज में एक आभूषण विक्रेता के यहाँ चोरी की घटना हुई। पटना सिटी में बदमाशों द्वारा घर के दरवाजे पर खड़ी महिला के गले से सोने की चेन छीनकर भागने की खबर है। पटना सिटी में ही एक महिला की हत्या की खबर है। मुजफ्फरपुर में तिरंगा में परिवर्तन कर तुष्टिकरण की राजनीति की शुरुआत हो गई है। बीती रात पटना में दो गुटों में झड़प और गोली चलने की भी घटना सामने आई है। यह कहना गलत न होगा कि बिहार में ‘जंगलराज रिटर्न्स' हो गया है। 2020 के बिहार विधान सभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने 10 लाख नौकरियाँ देने का वादा किया था। जब अब वे लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर सत्ता में आ गए हैं तो कह रहे हैं कि मैं जब मुख्यमंत्री बनूंगा, तब इस पर बात होगी। बिहार में ‘मैं' की राजनीति शुरू हो गई है और वहां ‘हम' से बड़ा ‘मैं’ हो गया है।
अरविंद केजरीवाल के झूठे आरोपों और मुफ्त की राजनीति पर जोरदार हमला बोलते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि श्रीमान अरविंद केजरीवाल अपनी महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति कर रहे हैं। देश की जनता के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि ‘Freebies’ क्या है और जन-कल्याणकारी योजनायें क्या हैं? ‘Freebies’ का मतलब है - चुनावी लाभ उठाने के लिए सबके लिए मुफ्त की राजनीति जबकि जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यक से गरीबों को आत्मनिर्भर बनाना है। उदाहरण के लिए यदि हम प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की बात करें तो यह कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों को संबल देने के लिए लाई गई। दूसरी ओर ‘Freebies’ केवल और केवल सत्ता पाने के लिए किया जाता है। इसका कोई दीर्घकालीन उद्देश्य नहीं होता है। यह तो सरासर मुफ्तखोरी है। इसमें एक पार्टी या एक व्यक्ति के लिए अल्पकालिक फायदा उठाना एकमात्र ध्येय होता है। यही काम अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं। इसे अंग्रेजी में ‘बेट' र्थात दाना डालकर मछली पकड़ने की कोशिश कहते हैं। अरविंद केजरीवाल एक्टिंग करते है कि उन्हें ही पूरी दुनिया की चिंता है जबकि सच्चाई यह है कि वे ‘मैं और मेरी महत्वाकांक्षा' को पूरा करने के लिए राजनीति कर रहे हैं।
डॉ पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी गरीब और गरीब कल्याण को लेकर काम करते हैं। इसी कारण विगत 8 वर्षों में गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वालों की संख्या 22% से घट कर 10% से कमी आई है। अत्यंत गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या 1% से भी कम के स्तर पर बनी हुई है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल पूरे दिन टीवी पर रहते हैं । 2015 में केजरीवाल सरकार के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया कौशल विकास गारंटी योजना लेकर आये थे। ये अलग बात है कि वे आजकल शराब घोटाला को लेकर चर्चा में हैं। मनीष सिसोदिया की कौशल विकास गारंटी योजना 11वीं और 12वीं के बच्चों के उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन देने के लिए थी। विडंबना देखिये कि अब तक अरविंद केजरीवाल सरकार ने केवल 2 बच्चों को ऋण उपलब्ध कराया जबकि इस योजना के विज्ञापन पर लगभग 19.50 करोड़ रुपये खर्च किये गए। जितने का बबुआ नहीं, उतने का झुनझुना। अरविंद केजरीवाल की सरकार सुबह से शाम तक केवल झुनझुने अर्थात् विज्ञापन से चल रही है।
डॉ पात्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में अरविंद केजरीवाल ने टीवी पर आकर कहा था कि प्रदूषण कम करने के लिए बायो डिकंपोज्ड केमिकल विकसित कराया है। इस केमिकल छिड़कने से दिल्ली प्रदूषण मुक्त हो जाएगा। बाद में पता चला कि 60 लाख रुपये का केमिकल बनाया लेकिन उसके विज्ञापन पर 24 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। अरविंद केजरीवाल केवल ‘Election Bee’ अर्थात् चुनावी मधुमक्खी हैं। चुनाव आते ही मधुमक्खी भिनभिनाने लगती है। ये लोग कोई काम नहीं करते हैं, सिर्फ झूठा विज्ञापन देते हैं और माहौल को खराब करते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि क्या अरविंद केजरीवाल को ‘Waive-off' और ‘write-off' का अंतर पता नहीं है? अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता अनपढ़ की तरह गाल बजा रहे हैं कि केंद्र सरकार के अमीर लोगों के 10 लाख करोड़ रुपये का ऋण माफ़ कर दिया है। केजरीवाल जी, तनिक ज्ञान ले लीजिये। रिजर्व बैक ऑफ इंडिया की गाइडलाइंस है। डिफ़ॉल्टर से बकाया वापस लेने की प्रक्रिया को राइट ऑफ कहते हैं। कांग्रेस की यूपीए सरकार में जिन लोगों ने कर्ज लेकर नहीं लौटाया है, हमारी सरकार तो उससे भी पैसा रिकवर करने का काम कर रही है। अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि अमीरों को लाभ पहुंचाने के लिए कॉरपोरेट टैक्स कम किया गया है। सच्चाई यह है कि कोरोना महामारी के बावजूद वित्तीय वर्ष 2018-19 में कॉरपोरेट टैक्स संग्रहण 6.63 लाख करोड़ रुपये और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 7.01 लाख करोड़ रुपये था । यह पैसा गरीबों के जनकल्याण पर खर्च होता है। मैं आशा करता हूँ कि अरविंद केजरीवाल प्रेस करके अपने अपनी समझ को ठीक करेंगे।
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