Salient points of the joint press conference of BJP National General Secretary Shri Arun Singh, Dr. Kirodi Lal Meena (MP), Shri Sukhbir Singh Jaunapuria (MP) & Shri Bhagirath Chaudhary (MP)


द्वारा श्री अरुण सिंह -
31-07-2023
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अरुण सिंह, सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा, सांसद श्री सुखबीर सिंह जौनापुरिया और सांसद श्री भागीरथ चौधरी की संयुक्त प्रेसवार्ता के मुख्यबिन्दु

 

राजस्थान में बढ़ते महिला दुष्कर्म, दलितों-किसानों-युवाओं के साथ हो रहे अत्याचार और वहां की बिगड़ती कानून-व्यवस्था के विरोध में कल 1 अगस्त को राजस्थान सचिवालय का शांतिपूर्वक महा घेराव किया जाने वाला है, जिसमें राजस्थान के कोने कोने से लाखों की संख्या में लोग हिस्सा लेंगे।

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हत्या, अपहरण, दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म जैसी 21 जघन्य वारदातें राजस्थान में एक ही दिन, यानि 28 जुलाई को, 24 घंटे के अंदर घटित हुईं, इससे राजस्थान की भयावह स्थिति का आकलन किया जा सकता है।

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महिलाओं एवं दलितों पर अत्याचार और बेरोजगारी के मामले में राजस्थान पूरे देश भर में नंबर वन पर है. राजस्थान में महिला दुष्कर्म एवं अत्याचार के 1.90 लाख केस दर्ज हुए हैं, जिसमें 30-35 हजार दुष्कर्म की घटनाएं शामिल हैं।

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बूंदी के लाखेरी गांव स्थित एक घर में घुसकर महिला की हत्या, पाली के भीमगढ़ में युवक की हत्या और करौली में सात दिन पुरानी लाश मिली.

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राजधानी जयपुर में, जहां अशोक गहलोत जी का निवास है, वहां सरेआम सदर में एक आदमी को चाकू से गला चीर दिया गया, वहीं चितौढ़गढ में एक युवक की हत्या की हुई लाश मिली।

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करौली में चार लूटेरों ने एक घर में घूसकर महिला की हत्या कर दी, यह वही करौली है, जहां कुछ दिन पहले एक लड़की का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म  किया गया, फिर उसे गोली मारकर हत्या कर दी गयी और एसिड डालकर लाश कुएं में इसलिए फेंक दी गयी थी ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके।

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अन्य राज्यों में ऐसी वारदातें होने पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस नेता बहुत हो हल्ला मचाते हैं, लेकिन इन्हें एकबार भी राजस्थान जाकर पीड़ितों से मिलने अथवा पीड़ित महिला के प्रति संवेदना व्यक्त करने का समय नहीं मिलता।

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राजस्थान प्रदेश में 19,422 किसानों की जमीन कूर्की के नोटिस भेजे गये हैं और वहां किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं।

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हनुमानगढ़ के किसान सूरज राम कलेक्ट्रेट के सामने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गाली देते हुए और कांग्रेस की सरकार को कोसते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या ली क्योंकि उसकी जमीन कूर्क हो गई थी. जबकि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने चुनाव पूर्व किसान कर्ज माफ़ी का वादा किया था, लेकिन उसे पूरा नहीं किया।

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हाल में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, राजस्थान की कांग्रेस सरकार में पिछले 3 सालों में 22% घूसखोरी बढ़ी है. इस सर्वेक्षण में यह बात भी उभरकर सामने आई है कि राजस्थान सरकार के 98 विभागों करप्शन का रेट 60% हैं.

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राजस्थान सचिवालय के बिल्कुल निकट स्थित योजना भवन से, जो एक सरकारी कार्यालय है, करोड़ों रुपयों के साथ साथ सोने की सिल्लियाँ बरामद हुई हैं. राहुल गाँधी को जाकर जरा इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि आखिर राजस्थान की कांग्रेस सरकार में हो क्या रहा है.

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राजस्थान शायद देश का पहला ऐसा राज्य होगा जहाँ के सरकारी कार्यालय से करोड़ों रुपयों के साथ साथ सोने की सिल्लियाँ बरामद हुई हों. इससे स्पष्ट होता है कि राजस्थान में रिश्वत छुपाने के लिए घरों से कहीं ज्यादा सुरक्षित कांग्रेस के सरकारी कार्यालय हो चुके हैं. राजस्थान में सरकारी दफ्तर भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं.

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अवैध उत्खनन के काले कारनामे सबसे अधिक देश भर में यदि कहीं हो रहा है तो वह राजस्थान है. कोविड महामारी के दौरान लाइमस्टोन के खनन से हजारों करोड़ रुपये की जो रॉयलटी आती, अशोक गहलोत ने महज 5 करोड़ में उसकी नीलामी कर दी.

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पवित्र पर्वत को बचाने के लिए संत विजयदास जी 551 दिन भरतपुर में धरने पर बैठे रहे, लेकिन गहलोत सरकार ने इस लालच में अवैध उत्खनन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि सरकार की जेबों में काले पैसे जो आ रहे थे. अंततः संत विजयदास ने विवश होकर 551 दिनों के बाद आत्महत्या कर ली.

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अरुण सिंह, सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा, सांसद श्री सुखबीर सिंह जौनापुरिया और सांसद श्री भागीरथ चौधरी ने आज केंद्रीय कार्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित किया।

 

राष्ट्रीय महामंत्री ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान में बढ़ते महिला दुष्कर्म, दलितों-किसानों-युवाओं के साथ हो रहे अत्याचार और वहां की बिगड़ती कानून-व्यवस्था के विरोध में कल 1 अगस्त को राजस्थान सचिवालय का शांतिपूर्वक महा घेराव किया जाने वाला है, जिसमें राजस्थान के कोने कोने से लाखों की संख्या में लोग हिस्सा लेंगे। महिलाओं एवं दलितों पर अत्याचार और बेरोजगारी के मामले में राजस्थान पूरे देश भर में नंबर वन पर है. राजस्थान में महिला दुष्कर्म एवं अत्याचार के 1.90 लाख केस दर्ज हुए हैं, जिसमें 30-35 हजार दुष्कर्म की घटनाएं शामिल हैं।

 

राजस्थान की ठप्प हो चुकी कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि गत 28 जुलाई को 24 घंटे के अंदर ही 21 आपराधिक घटनाएं घटीं, जिसमे बूंदी के लाखेरी गांव स्थित एक घर में घुसकर महिला की हत्या, पाली के भीमगढ़ में युवक की हत्या और करौली में सात दिन पुरानी लाश मिली, राजधानी जयपुर में, जहां अशोक गहलोत जी का निवास है, वहां सरेआम सदर में एक आदमी को चाकू से गला चीर दिया गया, वहीं चितौढ़गढ में एक युवक की हत्या की हुई लाश मिली। करौली में चार लूटेरों ने एक घर में घूसकर महिला की हत्या कर दी, यह वही करौली है, जहां कुछ दिन पहले एक लड़की का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म  किया गया, फिर उसे गोली मारकर हत्या कर दी गयी और एसिड डालकर लाश कुएं में इसलिए फेंक दी गयी थी ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके। राजस्थान के ही बारां में रामलाल गुर्जर की हत्या कर दी जाती है। भरतपुर में दिनदहाड़े दो लोगों को गोलियों से भून दिया गया। जोधपुर की मथानिया में एक महिला का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया, जयपुर के जालूपुरा में दो लोगों ने एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पाली में 14 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसका वीडियो भी वायरल कर दिया गया, जयपुर के ही प्रतापनगर इलाके में एक युवती के साथ दुष्कर्म किया गया। राजस्थान के केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में एक शिक्षिका के साथ दुष्कर्म किया गया, प्रतापगढ़ में एक शिक्षिका के साथ सरेआम छेड़खानी हुई और 6 छात्राओं के साथ दुष्कर्म के प्रयास किये गए. राजस्थान के चुरू मे एक विवाहिता का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। अजमेर में भी इसी प्रकार की घटना घटी और बाड़मेड़ में एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। हत्या, अपहरण, दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म जैसी ये जघन्य वारदातें राजस्थान में एक ही दिन, यानि 28 जुलाई को, 24 घंटे के अंदर घटित हुईं, इससे राजस्थान की भयावह स्थिति का आकलन किया जा सकता है।

 

राष्ट्रीय महामंत्री ने अपनी बात आगे रखते हुए कहा कि राजस्थान में प्रतिदिन 17-18 दुष्कर्म की घटनाएं घट रही हैं। एनसीआरबी के आंकडे कहते हैं कि सबसे अधिक महिला उत्पीड़न की घटनाएं राजस्थान में हो रही है। अन्य राज्यों में ऐसी वारदातें होने पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस नेता बहुत हो हल्ला मचाते हैं, लेकिन इन्हें एकबार भी राजस्थान जाकर पीड़ितों से मिलने अथवा पीड़ित महिला के प्रति संवेदना व्यक्त करने का समय नहीं मिलता।

 

राजस्थान में किसानों की दुर्दशा का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि राजस्थान प्रदेश में 19,422 किसानों की जमीन कूर्की के नोटिस भेजे गये हैं और वहां किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। हनुमानगढ़ के किसान सूरज राम कलेक्ट्रेट के सामने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गाली देते हुए और कांग्रेस की सरकार को कोसते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या ली क्योंकि उसकी जमीन कूर्क हो गई थी. जबकि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने चुनाव पूर्व किसान कर्ज माफ़ी का वादा किया था, लेकिन उसे पूरा नहीं किया।

 

हाल में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, राजस्थान की कांग्रेस सरकार में पिछले 3 सालों में 22% घूसखोरी बढ़ी है. इस सर्वेक्षण में यह बात भी उभरकर सामने आई है कि राजस्थान सरकार के 98 विभागों करप्शन का रेट 60% हैं. राजस्थान सचिवालय के बिल्कुल निकट स्थित योजना भवन से, जो एक सरकारी कार्यालय है, करोड़ों रुपयों के साथ साथ सोने की सिल्लियाँ बरामद हुई हैं. राहुल गाँधी को जाकर जरा इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि आखिर राजस्थान की कांग्रेस सरकार में हो क्या रहा है.

 

राजस्थान शायद देश का पहला ऐसा राज्य होगा जहाँ के सरकारी कार्यालय से करोड़ों रुपयों के साथ साथ सोने की सिल्लियाँ बरामद हुई हों. इससे स्पष्ट होता है कि राजस्थान में रिश्वत छुपाने के लिए घरों से कहीं ज्यादा सुरक्षित कांग्रेस के सरकारी कार्यालय हो चुके हैं. राजस्थान में सरकारी दफ्तर भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं.

 

अवैध उत्खनन के काले कारनामे सबसे अधिक देश भर में यदि कहीं हो रहा है तो वह राजस्थान है. कोविड महामारी के दौरान लाइमस्टोन के खनन से हजारों करोड़ रुपये की जो रॉयलटी आती, अशोक गहलोत ने महज 5 करोड़ में उसकी नीलामी कर दी.

 

पवित्र पर्वत को बचाने के लिए संत विजयदास जी 551 दिन भरतपुर में धरने पर बैठे रहे, लेकिन गहलोत सरकार ने इस लालच में अवैध उत्खनन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि सरकार की जेबों में काले पैसे जो आ रहे थे. अंततः संत विजयदास ने विवश होकर 551 दिनों के बाद आत्महत्या कर ली.

 

 

डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जब महिला और बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म के मामलों को लेकर राजस्थान विधानसभा में चर्चा हो रही थी, तब अशोक गहलोत सरकार के नंबर दो मंत्री शांति धारीवाल  कहते हैं कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। सदन में एक जिम्मेदार पद पर आसीन मंत्री द्वारा ऐसी अशोभनीय बात करना क्या पीड़ित महिलाओं का अपमान नहीं है?

 

पुलवामा आतंकी हमले में राजस्थान निवासी 4 फौजी शहीद हुए थे। राजस्थान सरकार की ओर  से उनकी वीरांगानाओं को जब सरकारी सहायता दी जानी थी, तो वह सहायता नहीं दी गयी।

 

जब वे वीरांगनाएं प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलने गईं, तो मुख्यमंत्री जी उनसे नहीं मिले। दस दिनों तक जयपुर में वे महिलाएं अपनी मांग लेकर धरने पर बैठी रहीं और मांग करती रहीं कि वे अपना दुख-दर्द मुख्यमंत्री के सामने बयां करना चाहती हैं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री उनसे मिले नहीं और बाद में उन वीरांगनाओं के बाल-साड़ी खींच कर धरना स्थल से गिरफ्तार कर लिया गया। अशोक गहलोत ने सरकार उन वीरांगनाओं का अपमान किया है, जिनके पतियों ने देश के लिए अपनी जान न्योछावर की है।

 

राजस्थान में लगभग 5,000 करोड़ रुपये के आईटी घोटाले हुए हैं। भारत सरकार ने जल जीवन मिशन के लिए राजस्थान को 30 हजार करोड़ रुपये दिए हैं, जिसमें 20 हजार करोड़ रुपये के घोटाले हुए हैं।

 

इसमें 30 से 40 प्रतिशत काम पुलिंग करके टेंडर दे दिए गए, उसके टेंडर जारी नहीं किए गए। गहलोत सरकार ने जलजीवन मिशन में ऐसी फर्जी कंपनियों को काम दिए गए, जिनके पास वर्क एक्सपीरियंस नहीं था, टर्म ओवर नहीं था। जब भारतीय जनता पार्टी ने इसके विरोध में आंदोलन किया, तब जाकर उन टेंडर को निरस्त किया गया। जल जीवन मिशन की लगभग 200 करोड़ रुपये की फाइलें राजस्थान सचिवालय से गायब कर दी गईं।

 

राजस्थान में अबतक 17 परीक्षाएं हुई हैं और इन सभी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। लगभग 1.12 करोड़ बेरोजगार युवाओं ने आवेदन दी थी, जिनमें से 67 लाख अभ्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। पेपर लीक होने के कारण युवा निराष हैं और राजस्थान की गहलोत सरकार ने उनका भविष्य बर्बाद किया है। पेपर लीक और भ्रष्टाचार के मामले के कारण राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीषन के सदस्य तक गिरफ्तार किए जा रहे हैं।

 

यही नहीं, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पेपर लीक हुआ। रीट पेपर लीक मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में आंदोलन शुरु किया और परिणाम स्वरूप् माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डी पी जारोली को बर्खास्त किया गया। तब उन्होंने बयान दिया था कि पेपर लीक में मैं ही नहीं, बल्कि बड़े बड़े नेता शामिल हैं। इसके बाद जांच करने वाली टीम ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष को क्लीन चिट दे दी। अगर उनसे सख्ती पूछा जाता तो कई नेता, राजनेता और अधिकारी पकड़े जाते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी, किन्तु राज्य सरकार तैयार नहीं हुई। अब इस मामले को ईडी जांच कर रही है। इसमें लाखो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की गयी है। ईडी जांच कर भ्रष्टाचारियों को सजा दिलाएगी। 

 

डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा का पेपर लीक हो जाना और फर्जी लोगों को आरएएस बना देना, सब इंस्पेक्टर परीक्षा का पेपर लीक होना, अभ्यर्थियों से दस-दस लाख रुपये लेकर पास कराना। इस तरह से सब इंस्पेक्टर की बहाली की जाती है।

 

इस प्रकार आरपीएससी, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और अधीनस्थ बोर्ड, जहाँ चयन होते हैं,  भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं। इसमे सत्ताधारी दल के एमएलए और कई मंत्री जुड़े हुए हैं, जिन्होंने अपने लोगों का चयन कराया।

 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद राजस्थान में आकर एक से दस तक गिनती गिनकर किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। लेकिन अब तक किसानों के कर्ज माफ नहीं हुए और कर्ज में डूबे कई किसानों ने आत्महत्या कर ली है।

 

राजस्थान विधानसभा चुनाव से पूर्व राहुल गाँधी ने यहाँ के युवाओं से वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद युवाओं को 3,500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देंगे. राजस्थान में 40 लाख युवा दर दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन उन्हें बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा. राहुल जी, क्या हुआ आपके इन वादों का? राहुल जी और गहलोत जी को राजस्थान के युवाओं से माफ़ी मांगनी चाहिए.

 

सांसद श्री भागीरथ चौधरी जी ने कहा कि राजस्थान की सरकार झूठ और लूट की सरकार है। हिंदुस्तान के किसी भी प्रदेश में इस तरह की अराजकत नहीं है, जैसी राजस्थान में है।

 

अशोक गहलोत सरकार के जिस मंत्री ने विधानसभा में कहा कि मणिपुर की क्या बात करते हैं, पहले राजस्थान में महिलाओं और बच्चियों पर हो रहे अत्याचार की बात करें। तब अशोक गहलोत सरकार ने उस मंत्री को ही हटा दिया। जो मंत्री कहता है राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, उसे बढ़ावा दिया जा रहा है।

 

2018 में राहुल गांधी राजस्थान गए थे। राहुल गांधी ने कहा कि किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ कर देंगे। किसानों की स्थिति बदहाल हो गयी है।

राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सरकार आ गयी तो बिजली के दाम नहीं बढ़ाएंगे। पिछले पौने पांच साल में 19 बार फ्यूल चार्ज के नाम पर बिजली की दाम बढ़ाए गए।

 

2018 से पहले एक दुकान का बिजली बिल औसतन 700 रुपये आता था और अब 2,800 रुपये आ रहा है। अर्थात पिछले पौने पांच सालों में बिजली के दाम चार गुना बढ़ गए।

 

यदि किसानों के लिए एमएसपी की बात की जाए तो राजस्थान में सबसे ज्यादा बाजरा होता है। 2014 से पहले 1100 रुपये क्विंटल बाजरे की एमएसपी थी आज यह दोगुनी से ज्यादा बढ़कर 2,550 रुपये हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले नौ सालों में बाजरे के एमएसपी लगातार बढ़ायी है। 2014 से पहले राजस्थान में मूंग दाल की एमएसपी 3,100 रुपये थी, आज 8,550 रुपये है.

 

सांसद श्री सुखबीर सिंह ने कहा कि गहलोत सरकार के मंत्री सदन में लाल डायरी को लेकर खड़ा होता है और उसे मार्शल से पीटवाकर बाहर निकाल दिया गया। आने वाले दिनों और विधायक भी लाल डायरी लेकर आएंगे। राजस्थान के सारे विधायक स्वयं को मुख्यमंत्री मानते हैं.

 

मंत्री और विधायक अवैध खनन में लूट मचा रखे हैं। राजस्थान में आज सारे अधिकारी बेलगाम हैं, पिछले दो माह से कोई भी अधिकारी काम नहीं कर रहा, सारी जनसुनवाई ठप्प है।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा राजस्थान के हर जिले में डेढ़ से दो लाख उज्जवला गैस कनेक्शन दिए गए हैं। चुनाव आने से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी उज्जवला योजना में 500-500 रुपये  देने की घोषणा की है। अर्थात चुनाव आचार संहिता लगने की वजह से महज दो-तीन माह के लिए दिए गए है। यह दर्शाता है कि अशोक गहलोत सरकार लोगों को बरगलाने के लिए यह योजना लायी है। यह ऐसा लग रहा है कि मानो वोट के लिए पैसे दिए जा रहे हैं।

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