Salient points of the joint press conference of BJP National Spokesperson Dr Sudhanshu Trivedi (MP) & Delhi BJP State President Shri Virendra Sachdeva


द्वारा डॉ. सुधांशु त्रिवेदी -
15-09-2024
Press Release

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी और दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा की संयुक्त प्रेसवार्ता के मुख्य बिंदु

 

शराब घोटाले के आरोपी एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वीकार कर लिया है कि उन पर लगे आरोप सही है, वे अपने पद पर बने रहने के लायक नहीं है, जिस समय केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने की घोषणा की: डॉ सुधांशु त्रिवेदी

************************

दिल्ली की जनता जानती है कि अदालत के निर्देश पर शराब घोटाले मामले में अरविंद केजरीवाल और उनके पूर्व मंत्रियों को जेल दिया गया है। आज भी शराब घोटाले मामले में केजरीवाल समेत उनके पूर्व मंत्रियों पर आपराधिक कार्यवाही चल रही है :श्री वीरेंद्र सचदेवा

************************

केजरीवाल को इस्तीफा देने के लिए 48 घंटें क्यों चाहिए? क्योंकि केजरीवाल कोई सरकारी काम तो कर नहीं सकते हैं। सर्वोच्च नयायालय ने जमानत देते हुए केजरीवाल को मुख्यमंत्री कार्यालय जाने और उन्हें फाइलों पर हस्ताक्षर करने मना कर दिया है : डॉ सुधांशु त्रिवेदी

************************

केजरीवाल जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा क्यों नहीं दी? मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए 48 घंटें का राज क्या है? इस 48 घंटें में क्या-क्या सेटल करना है? : डॉ सुधांशु त्रिवेदी

************************

आम आदमी पार्टी के भीतर कोई दंगल हो रहा है, जिसे केजरीवाल को संभालना मुश्किल हो रहा है। केजरीवाल को त्याग पत्र देने की आवश्यकता किस विवशता के साथ है?  : डॉ सुधांशु त्रिवेदी

************************

कई गैर-भाजपा मुल्ह्यामंत्रियों ने जेल जाने से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन किसी ने भी नैतिकता की निम्नता नहीं की। अरविंद केजरीवाल जी को मालूम होना चाहिए कि इन जेल में जाने वाले गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों के समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं थी।: डॉ सुधांशु त्रिवेदी

************************

केजरीवाल को मालूम होना चाहिए कि तीन महीना पहले दिल्ली की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। लोकसभा चुनाव में दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को सही जवाब दिया और उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दिया। जनता ने केजरीवाल को फिर से सही जगह-जेल- पर पहुंचा दिया था। :श्री वीरेंद्र सचदेवा

************************

केजरीवाल 16 लाख बच्चों की बातें कर रहे हैं जबकि दिल्ली में नौवीं कक्षा में एक लाख बच्चों को फेल कर दिया जाता है क्योंकि केजरीवाल को दसवीं बोर्ड परीक्षा में बेहतर रिजल्ट चाहिए। ग्याहरवीं कक्षा के 54 हजार बच्चों को फेल कर दिया जाता है, क्योंकि केजरीवाल को बारहवीं बोर्ड परीक्षा में दिल्ली का अच्छा परिणाम चाहिए। :श्री वीरेंद्र सचदेवा

************************

केजरीवाल देश के एक मात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो महिला सांसद को बुलाकर उसके साथ मारपीट और अपमानित कराते हैं। :श्री वीरेंद्र सचदेवा

************************

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी और दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में दिल्ली के सीमए अरविंद केजरीवाल द्वारा अपना इस्तीफा देने की घोषणा करने पर कई सवाल उठाए और कहा कि दिल्ली की जनता जानती है कि अदालत के निर्देश पर शराब घोटाले मामले में अरविंद केजरीवाल और उनके पूर्व मंत्रियों को जेल दिया गया है। आज भी शराब घोटाले मामले में केजरीवाल समेत उनके पूर्व मंत्रियों पर आपराधिक कार्यवाही चल रही है। सर्वोच्च नयायालय ने जमानत देते हुए केजरीवाल को मुख्यमंत्री कार्यालय जाने और उन्हें फाइलों पर हस्ताक्षर करने मना कर दिया है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय  प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी ने जब मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा देने की बात की, तब यह कहा जा सकता है कि यह उनके जुर्म का इकबालिया बयान है। अर्थात सीएम केजरीवाल ने मान लिया कि उन पर लगे आरोप सही है, वे अपने पद पर बने रहने के लायक नहीं है, जिस समय केजरीवाल ने अपने पद से त्यागपत्र देने की घोषणा की।

 

डॉ त्रिवेदी ने देश और दिल्ली की जनता की ओर से अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछे और जवाब की उम्मीद की-

·       केजरीवाल जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा क्यों नहीं दी?

·       मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए 48 घंटें का राज क्या है?

·       इस 48 घंटें में क्या-क्या सेटल करना है?

·       केजरीवाल देश के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्हें सर्वाच्च न्यायालय द्वारा मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं जाना है। मुख्यमंत्री रहते हुंए केजरीवाल कोई फाइल पर हस्ताक्षर  नहीं कर सकते हैं। जिस मुद्दे में केजरीवाल आरोपी हैं, उस मुद्दे में केजरीवाल कोई बयान नहीं दे सकते हैं। भारत के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं होगा कि एक मुख्यमंत्री पर इस तरह का प्रतिबंध लगा हो। उसके बाद भी केजरीवाल को इस्तीफा देने के लिए 48 घंटें क्यों चाहिए? क्योंकि केजरीवाल कोई सरकारी काम तो कर नहीं सकते हैं।

·       वह कौन सा निजी काम है, जिसके लिए केजरीवाल 48 घंटें की मोहल्लत मांगने की कोशिश कर रहे हैं?

·       अरविंद केजरीवाल ने जेल में रहते हुए अपना इस्तीफा देने की कोई बात नहीं की और जेल से जमानत पर बाहर आते ही इस्तीफा देने की बात की और जल्द चुनाव कराने की मांग की। यह माना जा सकता है कि आम आदमी पार्टी के भीतर कोई दंगल हो रहा है, जिसे केजरीवाल को संभालना मुश्किल हो रहा है। केजरीवाल को त्याग पत्र देने की आवश्यकता किस विवशता के साथ है? 

 

·       केजरीवाल अपने चरित्र के अनुरूप अनर्गल बातें कर रहे हैं क्योंकि वे अभी भी दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। दिल्ली विधानसभा में उनका प्रचंड बहुमत है। यदि सीएम केजरीवाल चुनाव चाहते हैं तो कैबिनेट की बैठक बुलाकर दिल्ली विधानसभा भंग करने की मंजूरी दे दें। ऐसे मुख्यमंत्री को चुनाव जल्द कराने की मांग क्या करना है, जबकि जिस मुख्यमंत्री के पास 70 में से 62 विधायक का समर्थन है? यह मांग अपने आप में दर्शाती है कि केजरीवाल का किरदार अपने आप में कितना विचित्र हो गया है।

 

·       केजरीवाल जी का आचरण, व्यवहार और वाणी इस कदर भ्रम और संदेह के घेरे में है कि उनके लिए यही कहा जा सकता है कि चंद बातें करना और मुतमई होना नहीं अच्छा, सियासत आखिर दम तक सभी को आजमाती है, बहुत गलती की गुंजाइश नहीं होती सियासत में, जरा किरदार हल्का हो तो कहानी डूब जाती है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय  प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि भारत की राजनीति की सबसे नई नवेली पार्टी के अजब और अलबेले किरदार तथा स्वघोषित कट्टर ईमानदार पूरी तरह दागदार रहकर, जेल से बाहर आए और वे अपनी स्वागत धुआंधार करवा रहे हैं। वे नई राजनीति की जो नई नजीर पेश है, उसकी तुलना भारत की राजनीति में नहीं है।  

 

डॉ त्रिवेदी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल वे इस देश के पहले मुख्यमंत्री बने हैं जो अपने ही सरकार के जेल में जलवा-ए-जलाल के साथ जेल में रहते हैं। उनके साथ उनके दो मंत्री भी जेल में रहे। अर्थात अपने ही सरकार के अपनी ही जेल में दो वजीर और एक वजीर-ए-आला जेल में रहे। इन सबके बावजूद उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोडना उचित नहीं समझा। नैतिकता की नई राजनीति स्थापित करने वाले केजरीवाल ने नैतिकता की नई निम्नता की सीमा निर्धारित की।

 

भाजपा के राष्ट्रीय  प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल और आम आमदी पार्टी द्वारा भ्रम और झूठ का प्रचार किया जाता है। केजरीवाल ने आज कहा कि वे गैर-भाजपा मुख्यमंत्री के रुप में जेल में थे। डॉ त्रिवेदी ने केजरीवाल को बताया कि सिर्फ वे और हेमंत सोरेन ही गैर-भाजपा के मुख्यमंत्री जेल में नहीं रहे हैं। 2008 में मधु कोड़ा झारखंड के मुख्यमंत्री के रुप में जेल में थे। 2006 में शिबु सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री के रुप में जेल में थे। 2000 में करूणानिधि तमिलनाडु में मुख्यमंत्री के रुप में जेल में थे। 1997 में लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे और जेल हुई थी। 1996 मे जय ललिता जी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे और जेल हुई थी। इनमें से किसी ने भी नैतिकता की निम्नता नहीं की और वे लोग जेल जाने से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। अरविंद केजरीवाल जी को मालूम होना चाहिए कि इन जेल में जाने वाले गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों के समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं थी।

 

भाजपा के राष्ट्रीय  प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वाले क्लब और श्रृंखला में अरविंद केजरीवाल जी शामिल हो गए हैं मगर उसमें भी केजरीवाल जी ने एक नया कृतिमान स्थापित बनाया है। केजरीवाल ने जेल में रहकर सत्ता लोलुपता की एक नई नजीर देश के सामने रखा है। केजरीवाल के जेल से बाहर आने पर जिस तरह से आतिशबाजी हुई, वह अपने ही सरकार के बनाए गए नियम को तोड़ने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री बन गए है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने ही अतिशबाजी पर प्रतिबंध लगायी थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल जब जेल से बाहर आए तो जमकर आतिशबाजी हुई और वे अपने ही सरकार में बनाए गए नियमों को ध्वस्त कर दिया। यह उनकी एक नई राजनीति है।

 

डॉ त्रिवेदी ने कहा कि दिल्ली में शराब  का दरिया बहाने वाले सीएम केजरीवाल पर जब शराब  घोटाले का आरोप लगा था, तब केजरीवाल ने महात्मा गांधी की समाधि पर पर जाकर शपथ लेने का ढोंग किया था। जबकि महात्मा गांधी के जन्म दिवस 2 अक्टूबर को पूरे देश में डाई-डे के रूप में मनाया जाता है। इस नई राजनीति का इससे बड़ा मजाक क्या हो सकता है? शराब  का दरिया बहाने वाले गांधी जी की समाधि पर शपथ ले रहे हैं और आज केजरीवाल अपनी तुलना शहीद भगत सिंह से कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने इससे पहले भी भगत सिंह की फोटो लगायी थी, तब भगत सिंह के परिवार के तरफ से आपत्ति दर्ज करायी गयी थी। मुझे लगता है कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह और जिन लोगों ने देश के लिए बलिदान दिया है, उनकी आत्मा जहां भी होगी, उन्हें बहुत कष्ट हो रहा होगा। यह वही देश है जहां महाराणा प्रताप ने देश के लिए घास की रोटी खाई। जिसके लिए रण में कूदी रानी लक्ष्मी बाई। जिसके लिए भगत सिंह ने फांसी गले लगायी। क्या इसलिए कि भ्रष्टाचार के आरोपी गुनहगार आज उनके नाम का उपयोग करे? मैं कह सकता हूं कि इसके द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपी मुख्यमंत्री ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की प्रतिष्ठा धूल में मिलाने का काम किया है। केजरीवाल का यह वक्तव्य आपत्तिजनक, भर्त्सना योग्य और पीड़ादायक है।

 

दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं सीएम दिल्ली अरविंद केजरीवाल जी का आचरण, छवि और किरदार सब संदेह के घेरे में है। केजरीवाल कह रहे हैं कि वे दिल्ली की जनता के बीच जाएंगे और दिल्ली की जनता फैसला करेगी। केजरीवाल को मालूम होना चाहिए कि तीन महीना पहले दिल्ली की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सड़कों पर घुमकर जनता से कहा था कि जेल के बदले उन्हें वोट दे। दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को सही जवाब दिया और उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दिया। जनता ने केजरीवाल को फिर से सही जगह-जेल- पर पहुंचा दिया था।

 

श्री सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल अपनी ईमानदारी की बात करते हैं, जबकि दिल्ली के जल जमाव 40-45 लोग अपनी जान गवां देते हैं क्योंकि केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचारी हैं। उनके मौत का कारण भ्रष्टाचार है। दिल्ली में 47 प्रतिशत सरचार्ज लगकर बिजली का बिल आ रहा है। 18.5 से 25 प्रतिशत तक कर्मशियल चार्ज लिए जा रहे हैं। केजरीवाल फ्री बिजली की बात करते हैं, जबकि बिजली का बिल देने वाले हर ईमानदार उपभोक्ता की कमर तोड़ी जा रही है। झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले उपभोक्ताओं का सात-आठ हजार रूपए का बिल आ रहा है। क्योंकि केजरीवाल भ्रष्टाचारी हैं और बिजली कंपनियों से कमीशन खा रहे हैं। केजरीवाल फ्री पानी देने की बात करते हैं, जबकि एक-एक बुंद पानी के लिए दिल्लीवासियों को तरसते हुए दिखे हैं। पानी के एक बोतल के लिए लोगों का कत्ल होते दिखा है। क्योंकि केजरीवाल टैंकर माफिया के गोद में बैठे हैं। केजरीवाल जब मुख्यमंत्री बने थे तब दिल्ली में पानी आपूर्ति के 1200 टैंकर थे और आज 3000 से अधिक टैंकर चलते हैं। केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनने से पहले टैंकर माफिया को खत्म करने का वादा किया था और आज उनके भ्रष्टाचार ने टैंकर माफिया को पालने का काम किया है। केजरीवाल स्वास्थ्य सेवा की बातें करते हैं, जबकि दिल्ली में आधे से ज्यादा सरकारी अस्पतालों के आईसीयू सेंटर काम नहीं कर रहे हैं, यह केजरीवाल सरकार की रिपोर्ट है। केजरीवाल फ्री इलाज की बातें करते हैं जबकि सरकारी अस्पतालों में मरीज के इलाज कराने के लिए तीन-तीन साल बाद की तारीख मिलती है। केजरीवाल मोहल्ला क्लिनीक की बात करते हैं, जबकि एक ही फोन नम्बर पर 18 हजार बार बातें करके पैसे खाए जाते हैं। केजरीवाल ईमानदारी की बातें करते हैं जबकि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नकली दवाइयां बेची जाती है और पकड़ी जाती है। क्योंकि केजरीवाल भ्रभ्रष्टाचारी हैं। केजरीवाल शिक्षा की बातें करते हैं जबकि केजरीवाल के मंत्री ने शिक्षा के मंदिर के समीप शराब  का व्यापार चलाया। केजरीवाल 16 लाख बच्चों की बातें कर रहे हैं जबकि दिल्ली में नौवीं कक्षा में एक लाख बच्चों को फेल कर दिया जाता है क्योंकि केजरीवाल को दसवीं बोर्ड परीक्षा में बेहतर रिजल्ट चाहिए। ग्याहरवीं कक्षा के 54 हजार बच्चों को फेल कर दिया जाता है, क्योंकि केजरीवाल को बारहवीं बोर्ड परीक्षा में दिल्ली का अच्छा परिणाम चाहिए।

 

दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हाल ही दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में गए थे, उस स्कूल में देखा कि एक ही कमरे में दो कक्षाएं चल रही है और दोनो कक्षाओं में पढ़ाने के लिए एक ही शिक्षक हैं। यह है केजरीवाल के शिक्षा मॉडल। अरविंद केजरीवाल क्या जासूसी कांड भूल गए, जिसमें केजरीवाल ने विपक्षी नेताओं, अधिकारियों और मीडिया हाउस में काम करने लोगों पर जासूसों की टीम लगायी थी। क्या यह है केजरीवाल की ईमानदार? दिल्ली जल बोर्ड आज 73 हजार के ऋण पर है। जल बोर्ड के कितने अधिकारी जेल जा चुके हैं। केजरीवाल सरकार एसटीपी प्लांट को बंद करने के नाम पर पैसे खा गयी और जमुना नदी की खराब हालत बना दी, यह केजरीवाल की ईमानदारी। जिन ऑटो वालों के दम पर केजरीवाल ने सरकार बनाने का दावा करते थे उन ऑटों वालों को परमिट देने में घोटाला किया। केजरीवाल महिला सुरक्षा की बात करते हैं, जबकि वे पैनिक बटन लगाने में घोटाला किया। उसका भी जांच चल रहा है। केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के कोई विभाग नहीं छोड़ा, जिसमें भ्रष्टाचार नहीं किया हो।

 

श्री सचदेवा ने केजरीवाल के इस्तीफा पर तंज कसते हुए कहा कि 8 लाख के पर्दे और दो करोड़ के बिस्तर पर सोने वाले अरविंद केजरीवाल के शीशमहल को दिल्ली की जनता कैसे भूलेगी? दिल्ली की जनता के गाढ़ी कमाई से केजरीवाल ने शीशमहल बनवाया था। दिल्ली की जनता के बीच केजरीवाल जब जाएंगे तो बताना होगा कि 4-4 लाख का कमोड कैसा होता है? केजरीवाल कहते हैं कि मेरे एकाउंट में पैसा नहीं है, तो केजरीवाल को हिम्मत है तो दिल्ली की जनता को दिखाइए कि आपका बनाया हुआ शीशमहल कैसा है और आप उसमें कैसे रहते हैं?

 

दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल शराब  घोटाला में जेल इसलिए गए थे कि उन्होंने भ्रष्टाचार किया था, जनता के पैसों की चोरी की थी। दिल्ली की सड़कों की हालत देखिए, सोशल मीडिया में चल रहा है मुनरिका से नांगलोई का सफर जो आधे घंटें का होता है उसमें तीन घंटें लग रहे हैं। केजरीवाल देश के एक मात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो महिला सांसद को बुलाकर उसके साथ मारपीट और अपमानित कराते हैं। केजरीवाल अपने घर में महिला को बुलाकर पीटवाते हैं। केजरीवाल ने माल बटोरने के लिए इस्तीफा दो दिन बाद देना चाहते हैं। किस बात की इस्तीफा, केजरीवाल को हिम्मत है तो सरकार को बर्खास्त करें और पूरा-पूरा का मंत्रिमंडल इस्तीफा दे। केजरीवाल नवंबर में चुनाव कराए और दिल्ली की जनता उन्हें जवाब देगी।

 

श्री सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल शहीद भगत सिंह की किताब पढ़कर सुनाते हैं, हिम्मत है तो स्वराज पढ़कर सुना देते, जिसमें केजरीवाल ने शराब को अभिशाप कहा था और यह भी कहा था कि मोहल्ला वालों से पूछकर शराब  की दुकान खोलेंगे। जबकि केजरीवाल ने दिल्ली में गली-गली, मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे, स्कूलों के पास शराब  की दुकान खुलवा दी। क्या केजरीवाल ने मोहल्ला वालों से पूछकर शराब  की दुकाने खोली थी। केजरीवाल अपनी तुलना भगत सिंह से करते हैं जबकि भ्रष्टाचार के आरोप में केजरीवाल जेल गए, तब उनके घर से खाना बनकर आता था और उनको जेल में खाने के लिए मिलता था। नवरात्रा में केजरीवाल अंडे खाते थे, यह सब बातें मीडिया में आ चुकी है। दो दिन कूलर नहीं मिला तो केजरीवाल ने जेल में हंगामा कर दिया था।

 

दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल से एक सवाल पूछे कि यदि केजरीवाल ने शराब  घोटाला नहीं किया तो नई शराब  नीति वापस क्यों ली? यदि नई शराब  नीति इतनी अच्छी थी तब उस नीति को वापस क्यों लिया गया? अरविंद केजरीवाल समेत उनके मंत्रियों ने भ्रष्टाचार किए हैं इसलिए सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें जेल भेजा था। शराब  घोटाले मामले में केजरीवाल समेत उनके मंत्रियों एवं अन्य आरोपियों पर अपराधिक कार्यवाही चल रही है। केजरीवाल चाहे जितना षोर मचा ले, दिल्ली की जनता जानती है कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को लूटा है।

 

***********************

To Write Comment Please लॉगिन