Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra.


द्वारा श्री संबित पात्रा -
26-02-2023
Press Release

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

आज विश्व जानता है कि भारत की क्षमता क्या है. राहुल जी, आपको भारत की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. आप अभी भारत को और जानिए. एक तरफ पूरा विश्व आज हिंदुस्तान को 'ब्राइट स्पॉट' कहने में लगा है, वहीं कांग्रेस पार्टी 'हिंदुस्तान बर्बाद हो गया है' जैसे विषयों को अपने भाषणों में स्थान दे रही है.

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राहुल गांधी अपने भाषण में जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए मिले कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर में चारों तरफ तिरंगा लहराता दिखा। जम्मू-कश्मीर में राहुल गांधी की ओर से तिरंगा देखे जाने की बात कहकर कांग्रेस नेता ने कहीं न कहीं मोदी सरकार को धन्यवाद दिया है.

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राहुल जी, यदि जम्मू कश्मीर में आपको आज चारों ओर तिरंगा लहराता मिला तो आखिर यह क्रेडिट किस को जाता है? कांग्रेस के नेता पहले बयान देते थे कि अनुच्छेद 370 में हस्तक्षेप करके दिखाओ, तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं मिलेगा, खून की नदियाँ बह जाएँगी, वगैरह-वगैरह। लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ संकल्प से अनुच्छेद 370 भी हटा और जम्मू कश्मीर में तिरंगा भी लहराया।

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जिस जम्मू-कश्मीर में पहले तिरंगा नहीं लहराता था, आज अगर उसी कश्मीर में कांग्रेस पार्टी को हजारों-हजार तिरंगे दिख रहे हैं तो इसके पीछे क्या कारण हैं, इसका भी राहुल गांधी जी को चिंतन करना चाहिए.

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आज अगर कश्मीर में लोगों ने तिरंगा अपने हाथ में उठाया हुआ है, लाल चौक पर तिरंगा है तो इसका कारण है सुशासन जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने दिया है. आज जम्मू कश्मीर शांति, सदभाव है और समृद्धि की ओर आगे बढ़ रहा है।

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राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा है कि कमजोर है, उसे मारो और जो मजबूत है उसके सामने झुक जाओ। भारतीय जनता पार्टी मांग करती है कि राहुल गाँधी अपने इस बयान को स्पष्ट करें कि भारत किस कमजोर देश को मार रहा है।

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क्या राहुल गांधी पाकिस्तान को कमजोर देश मान रहे हैं? पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है, जो भारत में आतंकवादी भेजता है। कश्मीर में आतंकवाद पैदा करने के लिए कोई जिम्मेदार है तो वह पाकिस्तान है।

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दरअसल, कमजोर देश को मारने वाली बात कहना राहुल गांधी की मानसिकता को दर्शाता है। कुछ माह पूर्व भी राहुल गांधी ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाया था।

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जहां तक शक्तिशाली देश के आगे झुकने का सवाल है। 2013 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के रक्षा मंत्री एके एंटोनी को संसद में बयान देते वक्त झुकते हुए देखा गया था। उस समय रक्षा मंत्री एके एंटनी ने संसद में कहा था कि मुझे सच्चाई स्वीकारने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि पिछले 70 सालों की नीति में सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास नहीं होना ज्यादा अच्छा है क्योंकि यह चीन को पसंद नहीं है।

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चीन के आगे नतमस्तक होना और चीन से भयभीत होने की इससे बड़ी स्वीकारोक्ति और क्या हो सकती है? आज माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारत एक सक्षम देश है, जिसने सेना को खुली छूट दी है.

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राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने यात्रा के दौरान बहुत सोचा कि उनकी जिम्मेदारी क्या है? यह सोचने में राहुल गांधी ने बहुत देर कर दी। 52 साल होने के बाद उन्होंने सोचा कि उनकी जिम्मेदारी क्या है? कांग्रेस के अध्यक्ष पद रहने और त्यागने के पश्चात राहुल जी ने सोचा कि उनकी जिम्मेदारी क्या है?

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राहुल गांधी एवं गांधी परिवार की एक ही जिम्मेदारी है कि Power Without Responsibility- बिना जिम्मेदारियों के सत्ता सुख। जिम्मेदारी लेंगें नहीं, लेकिन सत्ता चाहिए। राहुल गांधी जी की यही जिम्मेदारी है। रायपुर  अधिवेशन में भी कमल की पंखुड़ियां बिछाई जा रही थीं ताकि गांधी परिवार इन पर चल सके.

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राहुल गांधी ने अधिवेशन में कहा कि जब वे कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा के बारे में सोच रहा था, उस समय मेरे आगे पीछे 25 फिट घर बन गए,  मैं इसी घर के साथ चला।

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राहुल जी हमारी भाषा में इसे प्रचारक कहते हैं। डॉ पात्रा ने राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल जी, आपने 52 साल लगा दिए देश को जानने के लिए यात्रा करने में. हमारे यहां तो अटल जी और मोदी जी ने प्रचारक के रूप में पूरे देश का भ्रमण किया और फिर प्रधानमंत्री बने.

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आज से पहले भी भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली की आबकारी नीति पर कई प्रेस वार्ताएं करते हुए अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी से शराब घोटाले को लेकर कुछ सवाल पूछे थे, लेकिन आज तक किसी भी सवाल का जवाब नहीं मिला।

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हमने पूछा था कि दिल्ली सरकार ने शराब नीति पर कार्टेलाईजेशन की अनुमति क्यों दी, जबकि यह कानूनन गलत है? इसका जवाब नहीं मिला.

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हमने पूछा कि कानूनन मैन्युफैक्चरर्स को रिटेल में उतारना गैर-कानूनी है। आपने ऐसा किया या नहीं, आपने जवाब नहीं दिया।

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हमने पूछा था कि शराब नीति अच्छी थी तो आनन-फानन में आपने उसे वापस क्यों लिया। इसका भी कोई जवाब नहीं मिला.

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हमने पूछा था कि आखिर क्या कारण था कि आपने आपने शराब कारोबारियों का 144 करोड़ रुपया माफ किया जबकि यह गैर कानूनी था। यह कैबिनेट से पारित भी नहीं हुआ था। कोई जवाब नहीं मिला.

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आप ‘इवेंट मैनेजमेंट’ कर भ्रष्टाचार के ऊपर चादर ढंक देंगे, ऐसा नहीं हो सकता. भारत में कानून सबके लिए एक सामान है. इसलिए मनीष सिसोदिया जी, जो सवाल बीजेपी और भारत की जनता ने आप से पूछे हैं, उनके जवाब सीबीआई को देंगे ऐसा हमें विश्वास है.

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आज आम आदमी पार्टी के नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री के लिए जिस प्रकार अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया, वह बेहद निंदनीय और चिंताजनक है. कुछ दिन पहले कांग्रेस के नेता अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहते दिखे कि ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’. आज ‘आप’ के नेता इसी तरह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए ‘मर जा मोदी’ कहते दिखे. अपने देश के चुने हुए प्रधानमंत्री के लिए इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल करना कहाँ तक जायज है?

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी की नकारात्मक राजनीति और 'आप' की नौटंकी की राजनीति पर निशाना साधा. डॉ पात्रा ने कहा कि पिछले तीन दिनों से रायपुर के कांग्रेस अधिवेशन में भाषणों की श्रृंखलाएं चल रही है. हर भाषण से ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो हिन्दुस्तान डूब चुका है, यहाँ का हर व्यक्ति कायर है और हर व्यक्ति कहीं न कहीं ग़मगीन है। कांग्रेस नेताओं के भाषणों से ये बात भी उभर कर सामने आई कि हिन्दुस्तान की इकोनॉमी सबसे पीछे है, अब हिन्दुस्तान बढ़ नहीं सकता है। हिन्दुस्तान बर्बाद हो गया है तबाह हो गया है। जबकि कांग्रेस नेताओं को यह स्पष्ट होना चाहिए कि आज पूरी दुनिया भारत को ब्राइट स्पाट की उपाधि से नवाज रहा है।        

 

डॉ पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज विश्व जानता है कि भारत की क्षमता क्या है. राहुल जी, आपको भारत की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. आप अभी भारत को और जानिए. एक तरफ पूरा विश्व आज हिंदुस्तान को 'ब्राइट स्पॉट' कहने में लगा है, वहीं कांग्रेस पार्टी 'हिंदुस्तान बर्बाद हो गया है' जैसे विषयों को अपने भाषणों में स्थान दे रही है.

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन का जिक्र करते हुए कहा कि अधिवेशन में राहुल गांधी अपने भाषण में जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए मिले कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर में चारों तरफ तिरंगा लहराता दिखा। जम्मू-कश्मीर में राहुल गांधी की ओर से तिरंगा देखे जाने की बात कहकर कांग्रेस नेता ने कहीं न कहीं मोदी सरकार को धन्यवाद दिया है. राहुल गांधी जी अपने भाषण में ये बात भी स्वीकारा  कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पुलवामा और अनंतनाग सहित अन्य जगहों पर तिरंगा लहराता देखा, जो कभी आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र था। सवाल उठता है कि आखिर किसके कारण जम्मू कश्मीर में आतंकवाद उपजा। राहुल जी, यदि जम्मू कश्मीर में आपको आज चारों ओर तिरंगा लहराता मिला तो आखिर यह क्रेडिट किस को जाता है? कांग्रेस के नेता पहले बयान देते थे कि अनुच्छेद 370 में हस्तक्षेप करके दिखाओ, तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं मिलेगा, खून की नदियाँ बह जाएँगी वगैरह वगैरह। लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ संकल्प से अनुच्छेद 370 भी हटा और जम्मू कश्मीर में तिरंगा भी लहराया।

 

डॉ पात्रा ने आगे कहा कि जिस जम्मू-कश्मीर में पहले तिरंगा नहीं लहराता था, आज अगर उसी कश्मीर में कांग्रेस पार्टी को हजारों-हजार तिरंगे दिख रहे हैं तो इसके पीछे क्या कारण हैं, इसका भी राहुल गांधी जी को चिंतन करना चाहिए. आज अगर कश्मीर में लोगों ने तिरंगा अपने हाथ में उठाया हुआ है, लाल चौक पर तिरंगा है तो इसका कारण है सुशासन जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने दिया है. आज जम्मू कश्मीर शांति, सदभाव है और समृद्धि की ओर आगे बढ़ रहा है।

 

राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री लाल चौक पर झंडा फहराने गए थे। जब देश में कांग्रेस की सरकार थी, तब श्री नरेन्द्र मोदी 1992 में लाल चौक पर तिरंगा फहराने गए थे और वहां तिरंगा झंडा फहराया भी। हर चुनौतियों के बावजूद श्री नरेन्द्र मोदी ने लाल चौक पर झंडा फहराते हुए संकल्प लिया था कि भविष्य में भारत में ऐसा कोई जगह नहीं होगा जहां निर्भीकता पूर्वक झंडा न फहरा सके। इस संकल्प को पूरा करने की अनुभूति को लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हर घर तिरंगा कार्यक्रम को अंजाम दिया। इस कार्यक्रम के तहत पूरे देश समेत जम्मू कश्मीर के हर घर में तिरंगा फहराया गया। शायद वही अनुभूति राहुल गांधी जी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर में रही। यह इसलिए संभव हुआ कि आज देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार है।

 

राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा है कि कमजोर है, उसे मारो और जो मजबूत है उसके सामने झुक जाओ। भारतीय जनता पार्टी मांग करती है कि राहुल गाँधी अपने इस बयान को स्पष्ट करें कि भारत किस कमजोर देश को मार रहा है। क्या राहुल गांधी पाकिस्तान को कमजोर देश मान रहे हैं? पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है, जो भारत में आतंकवादी भेजता है। कश्मीर में आतंकवाद पैदा करने के लिए कोई जिम्मेदार है तो वह पाकिस्तान है। दरअसल, कमजोर देश को मारने वाली बात कहना राहुल गांधी की मानसिकता को दर्शाता है। कुछ माह पूर्व भी राहुल गांधी ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाया था।

 

जहां तक शक्तिशाली देश के आगे झुकने का सवाल है। 2013 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के रक्षा मंत्री एके एंटोनी को संसद में बयान देते वक्त झुकते हुए देखा गया था। उस समय रक्षा मंत्री एके एंटनी ने संसद में कहा था कि मुझे सच्चाई स्वीकारने में कोई हिचकिचाहट नहीं है पिछले 70 सालों की नीति में सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास नहीं होना ज्यादा अच्छा है क्योंकि यह चीन को पसंद नहीं है। चीन के आगे नतमस्तक होना और चीन से भयभीत होने की इससे बड़ी स्वीकारोक्ति और क्या हो सकती है? आज माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारत एक सक्षम देश है, जिसने सेना को खुली छूट दी है.

 

आज भारतीय सेना को सलाम करता हूं और भारत सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति को भी सलाम करता हूं कि दोनों के प्रयासों से चाहे डोकलाम की घटना हो या लेह लद्दाख की घटना हो, हमारे वीर जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते चीनी सेना को करारा जवाब दिया। डोकलाम के समय जब भारतीय सेनाओं के जवान सीमा पर अड़े हुए थे और सीमा पर जब तनाव की स्थिति बनी हुई थी, तब गांधी परिवार का पूरा का पूरा कूनबा चीनी टेंट के नीचे चीन के राजनयिक से मिल रहे थे, उस दावत में राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। इतना ही नहीं, 2008 में सोनिया जी और राहुल गांधी जी ने चीन जाकर चीन के राष्टपति शी जिनपिंग के साथ वहां की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किये थे। इसे सभी लोगों ने सचित्र देखा था। गांधी परिवार के राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए चीन की सरकार से चंदा भी लिया गया था। इसे भी सभी लोगों ने देखा है। इसलिए कौन कमजोर है और कौन शक्तिशाली है, यह राहुल गांधी जी समझाना बंद करें। आज भारत की संप्रभुता और भारत की सीमा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरी तरह सुरक्षित है।

 

डॉ पात्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कभी कभी राहुल गांधी के मुंह से सत्य निकल ही जाता है। सत्याग्रह को मरोड़कर सत्ताग्रह कहा। सत्याग्रह क्या होता है, उन्होंने खुद ही बता दिया कि सत्याग्रह मतलब हम सत्ता के लिए आग्रहित हैं। राहुल गांधी ने इस बहाने कांग्रेस पार्टी के नीतियों को अनायास सबके सामने रख ही दिया। कौन 70 वर्षो से सत्ता में था। सत्ता में बने रहने के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार था। यह राहुल गांधी ऑैर गांधी परिवार से बेहतर कोई नहीं समझ सकता है।

 

राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने यात्रा के दौरान बहुत सोचा कि उनकी जिम्मेदारी क्या है? यह सोचने में राहुल गांधी ने बहुत देर कर दी। 52 साल होने के बाद उन्होंने सोचा कि उनकी जिम्मेदारी क्या है? कांग्रेस के अध्यक्ष पद रहने और त्यागने के पश्चात राहुल जी ने सोचा कि उनकी जिम्मेदारी क्या है?  राहुल गांधी एवं गांधी परिवार की एक ही जिम्मेदारी है कि Power Without Responsibility- बिना जिम्मेदारियों के सत्ता सुख। जिम्मेदारी लेंगें नहीं, लेकिन सत्ता चाहिए। राहुल गांधी जी की यही जिम्मेदारी है। रायपुर  अधिवेशन में भी कमल की पंखुड़ियां बिछाई जा रही थीं ताकि गांधी परिवार इन पर चल सके.

 

राहुल गांधी ने अधिवेशन में कहा कि जब वे कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा के बारे में सोच रहा था, उस समय मेरे आगे पीछे 25 फिट घर बन गए,  मैं इसी घर के साथ चला। राहुल जी हमारी भाषा में इसे प्रचारक कहते हैं। डॉ पात्रा ने राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल जी, आपने 52 साल लगा दिए देश को जानने के लिए यात्रा करने में. हमारे यहां तो अटल जी और मोदी जी ने प्रचारक के रूप में पूरे देश का भ्रमण किया और फिर प्रधानमंत्री बने. इस देश को समझने के लिए राहुल जी ने आपने 52 साल बाद यात्रा की। इस उम्र में इस देष की सुंदरता, इसकी आत्मा, इसकी भौगोलिक संरचना और देष को समझने निकले जबकि हमारे नेता अपने जीवन के शुरुआत में ही इसे समझने निकल पड़े थे। हमारे नेता देश को समझने के लिए 25-25  कारें लेकर नहीं चलते थे।

 

डॉ पात्रा ने शराबा नीति दिल्ली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आज से पहले भी भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली की आबकारी नीति पर कई प्रेस वार्ताएं करते हुए अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी से शराब घोटाले को लेकर कुछ सवाल पूछे थे, लेकिन आज तक किसी भी सवाल का जवाब नहीं मिला। हमने पूछा था कि दिल्ली सरकार ने शराब नीति पर कार्टेलाईजेशन की अनुमति क्यों दी, जबकि यह कानूनन गलत है? इसका जवाब नहीं मिला. हमने पूछा कि कानूनन मैन्युफैक्चरर्स को रिटेल में उतारना गैर-कानूनी है। आपने ऐसा किया या नहीं, आपने जवाब नहीं दिया। हमने पूछा था कि शराब नीति अच्छी थी तो आनन-फानन में आपने उसे वापस क्यों लिया। इसका भी कोई जवाब नहीं मिला. हमने पूछा था कि आखिर क्या कारण था कि आपने आपने शराब कारोबारियों का 144 करोड़ रुपया माफ किया जबकि यह गैर कानूनी था। यह कैबिनेट से पारित भी नहीं हुआ था। कोई जवाब नहीं मिला.

 

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि आप ‘इवेंट मैनेजमेंट’ कर भ्रष्टाचार के ऊपर चादर ढंक देंगे, ऐसा नहीं हो सकता. भारत में कानून सबके लिए एक सामान है, इसलिए मनीष सिसोदिया जी, जो सवाल बीजेपी और भारत की जनता ने आप से पूछे हैं, उनके जवाब सीबीआई को देंगे ऐसा हमें विश्वास है. आज आम आदमी पार्टी के नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री के लिए जिस प्रकार अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया, वह बेहद निंदनीय और चिंताजनक है. कुछ दिन पहले कांग्रेस के नेता अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहते दिखे कि ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’. आज ‘आप’ के नेता इसी तरह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए ‘मर जा मोदी’ कहते दिखे. अपने देश के चुने हुए प्रधानमंत्री के लिए इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल करना कहाँ तक जायज है?

 

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