Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra


द्वारा श्री संबित पात्रा -
21-12-2023
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ  संबित पात्रा की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

विपश्यना के पीछे छुप रहे केजरीवाल ने कुशासन किया है तो उनको जेलासन भी भोगना पड़ेगा। सत्ता-शराब, इंडी एलायंस का मौसम खराब, तभी इधर-उधर भाग रहे है आली जनाब।

*********************

3 दिसंबर को वोटों की गिनती के साथ-साथ कांग्रेस सांसद धीरज साहू के घर पर नोटों की गिनती भी चल रही थी, जिसमें 350 करोड़ रुपये गिने गए, लेकिन अरविंद केजरीवाल के शराब घोटाले की गिनती अभी भी जारी है।

*********************

इंडी एलायंस यानी घमंडिया गठबंधन दो तरह की फेविकोल से जुड़ा है, एक है शराब घोटाला और दूसरा है भारतीय संस्कृति और बड़ों का अपमान। 

*********************

केजरीवाल ने पहली बार ईडी को पत्र लिख कहा था कि वे चुनावी रैली की वजह से शराब घोटाले मामले में उपस्थित नहीं होंगे, परंतु पांचों राज्यों के नतीजों में अरविन्द केजरीवाल का प्रदर्शन “नोटा से खोटा” निकाला और 0.5 प्रतिशत से भी कम वोट मिले, जो दर्शाता है कि केजरीवाल बहाने बनाकर केवल शराब घोटाले की जांच से भाग रहे हैं।

*********************

केजरीवाल को पता है कि अन्य आप नेताओं की तरह अगर वो भी जेल चले गए तो उनकी राजनीति की सच्चाई भी उजागर हो जाएगी कि किस तरह उन्होंने अपने मंत्रियों से हस्ताक्षर करवा घोटाले करवाए और खुद को घोटालों से दूर रखा, ताकि जांच की आंच उन तक न पहुंचे।

**********************

सवाल उठता है कि “कब तक भागियो, कित्थे-कित्थे भागियो? कहां-कहां भागोगे? कितना होशियार बनकर भागोगे? याद रखिए केजरीवाल जी, एक कहावत है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं अगर आपने घोटाले किए हैं तो आप पकड़े भी जाएंगे और जेल भी जाएंगे।

*********************

राहुल गांधी ने उप–राष्ट्रपति जी की मिमक्री करने वाले की रिकॉर्डिंग करके अपमानजनक कृत्य में भागीदारी निभायी हैऐसा करके सुनियोजित तरीके से समुदाय विशेष और संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है।

*********************

जनता द्वारा चुने गए सांसदों द्वारा लोकतंत्र के मंदिर की सीढ़ियों पर देश के उप–राष्ट्रपति पद का मजाक उड़ाना न केवल उपराष्ट्रपति का, बल्कि देश के सभी बड़े-बुजुर्गों का अपमान है, जिन्हें हम अपने घरों में देखते हैं और सम्मान देते हैं।

*********************

जाटों के रीढ़ की हड्डी कभी झुक नहीं सकती, यह वो रीढ़ की हड्डी है जो हम सब को एक साथ खड़ा रखती है इसीलिए ये कहना कि जाटों की रीढ़ की हड्डी झुक गई है, इसकी नकल करने की कोशिश करना अपमानजनक, आपत्तिजनक, दुखद और राष्ट्र शौर्य के साथ खिलवाड़ है।

*********************

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने आज गुरुवार को केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में ईडी से लगातार भागने के लिए सीएम अरविन्द केजरीवाल और  उप राष्ट्रपति जी की मिमिक्री करने के लिए कांग्रेस और इंडी एलायंस पर आक्रोशित होते हुए कहा कि  इंडी एलायंस यानी घमंडिया गठबंधन दो तरह के फेविकोल से जुड़ा है, एक है शराब घोटाला और दूसरा है सनातन, भारत की सभ्यता का और बड़ों का अपमान करना।

 

प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश न होने पर अरविंद केजरीवाल की सच्चाई उजागर करते हुए डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि इंडी अलायंस जिसको माननीय प्रधानमंत्री डॉ  नरेन्द्र मोदी जी ने बहुत उचित शब्दों में घमंडिया अलायंस कहा है, के मार्च और प्रोटेस्ट देखने को मिल रहे हैं। ये दोनों विषय आज हिंदुस्तान की राजनीति और मीडिया की धुरी बने हुए है। एक नेता (अरविंद केजरीवाल) शराब में घोटाला कर भाग रहा है और दूसरी ओर कुछ नेता ऐसे हैं जो भारत के उपराष्ट्रपति डॉ  जगदीप धनखड़ जी का मजाक उड़ा रहे हैं और उसके बाद कदमताल कर रहे हैं।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 2 नवंबर को आबकारी नीति मामले में ईडी ने समन भेजा था मगर वे सवालों से भाग रहे हैं। शराब का पैसा अलमारी दर अलमारी भरा मिला और 3 दिसंबर को मतगणना के साथ साथ नोटों की गिनती भी चल रही थी। इस गिनती में 350 करोड़ से अधिक के नोटों की गिनती हुई और ये सारा पैसा कांग्रेस के सांसद धीरज साहू के घर से निकला था। मगर अरविंद केजरीवाल के शराब घोटाले की गिनती अभी भी चल रही है। डॉ  पात्रा ने सुप्रीम कोर्ट के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया की जमानत खारिज करते हुए देश के सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था – शराब घोटाले में पैसे के लेन देन को स्थापित किया गया है।

 

डॉ पात्रा ने पत्रकारों के समक्ष अरविंद केजरीवाल द्वारा ईडी को भेजी गई चिट्ठी पेश की जिसमें लिखा था कि अरविंद केजरीवाल मिजोरम, राजस्थान, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में स्टार प्रचारक थे। ये कुल 250 सीटों पर चुनाव लड़े थे लेकिन हर जगह उनको मुंह की खानी पड़ी थी और एक प्रतिशत भी वोट भी नहीं मिला था। इन 5 राज्यों में आम आदमी पार्टी के स्टार प्रचारक और शराब घोटाले के “किंगपिन” अरविंद केजरीवाल के प्रचार के बावजूद 0.5 प्रतिशत वोट मिला है और इस कारण से ईडी के सामने नहीं जा रहे थे।

 

डॉ  पात्रा ने केजरीवाल की आज की चिट्ठी सबके समक्ष करते हुए कहा कि शराब घोटाले के “किंगपिन” और मास्टर माइंड अरविंद केजरीवाल ने मोटा माल कमाया है। जब उन्हें ईडी ने फिर से पूछताछ के लिए बुलाया तो चिट्ठी लिखी, जिसमें लिखा है कि वो  विपश्यना जाएंगे, इस कारण से ईडी दफ्तर नहीं जाएंगे। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल और कर्तव्य कभी एक साथ नहीं चल सकते (Arvind Kejriwal and accountability will never travel together)। जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि का कर्तव्य है कि अगर वो घोटाला करे और जांच एजेंसी उसको बुलाएं वे वहां जाए और उन प्रश्नों के उत्तर दें।

 

डॉ पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अरविन्द केजरीवाल विपश्यना की झूठी शह लेकर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। कुशासन और विपश्यना का एक साथ कोई मेल नहीं हो सकता और अगर केजरीवाल ने कुशासन किया है तो उनको जेलासन भी भोगना पड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि केजरीवाल के जेल जाने की बात भाजपा द्वारा नहीं कही गई थी, ये बात खुद उनकी पार्टी के दो मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना द्वारा जनता के सामने स्पष्ट रूप से जग जाहिर की गई थी कि केजरीवल की गिरफ्तारी जरूर होगी। इसके बाद इन लोगों ने एक रेफरेन्डम भी चलाया कि केजरीवाल के जेल जाने के बाद सरकार तिहाड़ जेल से चलाई जाए या नहीं। स्वयं प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई द्वारा कोई गिरफ्तारी की बात नही कही गई थी। परंतु अब कुशासन करने के बाद जेल में आपराधिक मानसिकता के इलाज के लिए विपश्यना की भी व्यवस्था उपलब्ध है एवं जब केजरीवाल को पूरी तरह से विश्वास है कि वे जेल जाएंगे ही तो वहां जाकर भी केजरीवाल सारे आसन कर सकते हैं।

 

डॉ  पात्रा ने केजरीवाल के जांच एजेंसी से बच कर भागने पर कहा कि केजरीवाल को मालूम है कि जैसे पूर्व में मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन और संजय सिंह जेल जा चुके हैं अगर वो भी जेल चले गए तो उनकी राजनीति की सारी सच्चाई उजागर हो जाएगी। उजागर हो जाएगा कि किस तरह उन्होंने अपने मंत्रियों से हस्ताक्षर करवा घोटाले करवाए और खुद को घोटालों से दूर रखने का प्रयास किया ताकि अगर किसी दिन गड़बड़ हो तो जांच की आंच उन तक न पहुंचे। डॉ  पात्रा ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि सत्येंद्र जैन भी गयो, मनीष सिसोदिया भी गयो, संजय सिंह भी गयो। इसलिए केजरीवाल जी किसी भी कीमत पर भागने में लगे हैं। लेकिन सवाल उठता है कि कबतक भागियो, कित्थे-कित्थे भागियो? कहां-कहां भागोगे? कितना होशियार बनकर भागोगे? याद रखिए केजरीवाल जी, एक कहावत है कि ‘कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं’। अगर आपने घोटाले किए हैं तो आप पकड़े भी जाएंगे और जेल भी जाएंगे।

 

डॉ  पात्रा ने अरविन्द केजरीवाल की उस चिट्ठी का उल्लेख किया जिसमें केजरीवाल ने लिखा था कि उनको चुनावी रैली करनी है जिसके चलते वो जांच के लिए नही आएंगे, परंतु पांचों राज्यों के नतीजों में नोटा से भी कम रहा आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत दर्शाता है कि केजरीवाल बहाने देकर केवल जांच से भाग रहे हैं। उन्होंने विपक्षी गठबंधन और केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा ‘सत्ता-शराब, इंडी अलायंस का मौसम खराब, तभी इधर उधर भाग रहे है जनाब’। केजरीवाल जो शराब घोटाले के पैसों से सत्ता की शह रखे हुए थे, वे गठबंधन के सहारे प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने के ख्वाब सजा रहे थे, उनका ये सपना टूट हो चुका है इसलिए यहां वहां भाग रहे हैं।

 

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि तथाकथित इंडी गठबंधन यानि घमंडिया गठबंधन के सदस्यों द्वारा भारत के उपराष्ट्रपति डॉ  जगदीप धनखड़ के प्रति जिस प्रकार का व्यवहार किया गया है और सार्वजनिक रूप से एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का अभद्रतापूर्वक अपमान किया गया है यह केवल एक राजनैतिक विषय ही नहीं है बल्कि भारत जैसे देश में यह एक संवेदनशील विषय है। अगर सब अपने गिरेबान मे झांक कर अपने माता पिता को देखें तो हो सकता है कि किसी के रीड की हड्डी या कंधे थोड़े झुक गए हों या हो सकता है कि वे बीमार हो, परंतु क्या कोई अपने माता पिता का मजाक बना सकता है? लोकतंत्र के मंदिर यानि संसद की सीढ़ियों पर, जो कि हिंदुस्तान की सभ्यता की सीढ़ियां हैं, इन सीढ़ियों पर हिंदुस्तान की कहानी उकेरी गई है। इन सीढ़ियों पर कोई आम व्यक्ति नहीं परंतु जनता द्वारा चुने गए सांसदों द्वारा भारत के उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाना सिर्फ उपराष्ट्रपति का ही अपमान नहीं है बल्कि उन सभी बुजुर्गों का अपमान है जिन्हें हम अपने घरों में देखते है।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि जाटों के कंधों का मजाक उड़ाना मना है, जाटों के कंधों का मजाक उड़ाने का अधिकार किसी को नहीं है। जब भी मां भारती को सुरक्षा के लिए वीर जवानों की आवश्यकता रही है, उस समय देश के सारे जाट भाइयों ने फौलाद के कंधों के साथ सीना तान कर देश की रक्षा की है। जाटों के रीढ़ की हड्डी कभी झुक नहीं सकती, यह वो रीढ़ की हड्डी है जो हम सब को एक साथ खड़ा रखती है इसीलिए ये कहना कि जाटों की रीढ़ की हड्डी झुक गई है, इसकी नकल करने की कोशिश करना अपमानजनक, आपत्तिजनक, दुखद और राष्ट्र शौर्य के साथ खिलवाड़ है।

 

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन की सभी पार्टियों ने अपमान करने के लिए किसी को छोड़ा ही नहीं है, आदिवासी और साधारण परिवार से आने वाली भारत की राष्ट्रपति का रंग को लेकर मजाक उड़ाया और उन्हें राष्ट्रपत्नी जैसे शब्द बोलकर अपमानित किया गया। विपक्ष द्वारा वोट न मिलने पर चुनाव हारने पर अपनी निराशा राष्ट्र के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पर निकालते हुए, उनके लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करना बिल्कुल सही नहीं है। जिस प्रकार का व्यवहार राहुल गांधी ने किया है, वे केवल रिकॉर्डिंग करते एक मूकदर्शक ही नहीं थे बल्कि उन्होंने उस अपमानजनक कृत्य में भाग भी लिया। यह पूरा घटनाक्रम सुनियोजित तरीके से एक समुदाय विशेष और संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को नीचा दिखाने का प्रयोग किया गया है। यह प्रयोग कभी भी सफल नहीं होगा क्योंकि हिंदुस्तान की जनता सभ्यता और संस्कार पर विश्वास रखती है और इसलिए अब इन्हें जनता ही लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।  

To Write Comment Please लॉगिन