Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Shri Gaurav Bhatia


द्वारा श्री गौरव भाटिया -
08-08-2022
Press Release

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने आज केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में आम आदमी पार्टी के मुख्य संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की नींव में ही झूठ और फरेब है और संकट की घड़ी में जनता को बीच मंझधार में छोड़कर भाग खड़े होना अरविंद केजरीवाल जी की पहचान है.

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मुख्य संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी द्वारा की गई प्रेसवार्ता पर तंज कसते हुए कहा कि पूरे भारत की जनता कह रही है कि जमीन पर तो हैं वे जीरो, लेकिन रेवडियां बांटकर बनना चाहते हैं हीरो। ऐसा इसलिए कि अरविंद केजरीवाल जी भारतीय राजनीति में एक ऐसे राजनेता हैं जिनकी पृष्ठभूमि देखी जाए तो स्पष्ट होता है कि ये कहते कुछ हैं और करते कुछ और हैं. अरविंद जी कसम खाते फिरते थे कि राजनीति कभी ज्वाइन नहीं करुंगा, लेकिन राजनीति में सिर्फ आए ही नहीं बल्कि राजनीति को मैला भी किया. झूठे वादे भी किए और जनता का विश्वास भी तोडा. केजरीवाल जी कहा करते थे कि मुझे बांग्ला, गाड़ी और सुरक्षा नहीं चाहिए, लेकिन इनकी छोटी गाड़ी बड़ी गाड़ी में तब्दील हो गई और सुरक्षा में घिरे रहकर आम जनता से दूर हो गए. अरविन्द केजरीवाल जी की राजनीति केवल और केवल झूठ और फरेब की राजनीति बनकर रह गई है. हर चुनाव में जनता से ये मुफ्त के वादे करते हैं. एक मुख्यमंत्री का कर्त्तव्य होता है कि वह जनता के लिए समर्पित हो, प्रदेश की सुदृढ़ वित्तीय स्थिति के आधार पर जनता के लिए नौकरी सुनिश्चित हो, बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ साथ शिक्षा का कुशल प्रबंध हो. लेकिन ये सब जनकल्याणकारी बातें अरविंद केजरीवाल जी के असफल मॉडल के अंतर्गत नहीं आता है. अरविंद केजरीवाल जी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में वादा किया था कि 18 साल से अधिक उम्र वाली लड़कियों को 1,000 हजार रुपये दिए जाएंगे. क्या ये वादा पूरा हुआ? वृद्ध नागरिकों के पेंशन बढ़ाने का भी वादा इन्होंने किया था, लेकिन अब तक ये वादा पूरा नहीं हो पाया है. आखिर ऐसा क्यों? दरअसल, आम आदमी पार्टी की नींव में ही झूठ और फरेब है, जिसे जनता महसूस कर रही है और यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीयता शून्य रह गई है.

 

दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को अपार समर्थन इस उम्मीद के साथ दिया कि ये जो वादे कर रहे हैं, उन्हें पूरा करेंगे. इन्होंने वादे किये थे कि दिल्ली की बजट का 20 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा पर व्यय करते हुए 500 नए विद्यालय बनाऊंगा. लेकिन 500 नए स्कूल खोलना तो दूर, 16 स्कूल दिल्ली में बंद हो गए। RTI से पता चलता है कि 16 स्कूल बंद होने के साथ ही 745 स्कूल ऐसे हैं, जहां प्रधानाचार्य ही नहीं है। जब अरविंद केजरीवाल जी से इस पर सवाल पूछा जाता है तो इनका जवाब सिर्फ होता है कि हैप्पी क्लासेज चल रहे हैं. केजरीवाल जी हैप्पी हो सकते हैं क्योंकि पंजाब और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जनता की गाढ़ी कमाई लूट करके आपको भेंट चढ़ाई इसलिए आप तो मस्त हैं, लेकिन जनता त्रस्त है.

 

केजरीवाल जी विगत 8.5 वर्षों से दिल्ली की सत्ता में हैं लेकिन आपसे दिल्ली की जनता जानना चाहती है कि आपने जो-जो वादे किये उनमें कौन कौन से वादे अब तक पूरे किए- 500 नए स्कूल बनाने की बात हो, 20 नए कॉलेज बनाने की बात हो, 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने, 5,000 नई डीटीसी बसें लाने, 8 लाख नौकरियां देने, 2 लाख शौचालय बनाने, पूरी दिल्ली में वाई-फाई सुविधा देने, यूरोपीय मानकों वाली दिल्ली की सड़कें बनाने की बात हो या फिर आम जनता को आरओ क्वालिटी वाली पीने का पानी देने की बात हो, इनमें से किसी भी वादे को पूरा करने में केजरीवाल जी झूठे निकले. सच तो यह है कि दिल्ली के 30% घर ऐसे हैं जहां पीने के लिए स्वच्छ पानी पहुँचाने के लिए पाइप लाइन तक नहीं बिछा पाए जबकि केंद्र सरकार इस दिशा में सफलतापूर्वक अपना काम कर रही है.

 

अरविंद केजरीवाल जी को केंद्र सरकार और भाजपा शासित राज्यों से यह सीखना चाहिए कि किस तरह से नीतिगत तरीके से किसी योजना को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जाए. कोविड महामारी के दौरान विपक्ष प्रश्न उठाती रही कि इतनी बड़ी जनसँख्या वाले देश में टीके कैसे लगेंगे? माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने योजनाबद्ध तरीके से विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरु किया जिसकी वजह से आज 200 करोड़ से ज्यादा टीके मुफ्त लगाए जा सके. 80 करोड़ गरीब जनता को दो वर्षों तक मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया गया. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 11 करोड़ से ज्यादा किसान लाभान्वित हुए हैं. ये उपलब्धियां दर्शाती हैं कि किस प्रकार से नीतिगत तरीके से नागरिकों का हित किया जा सकता है.

 

अरविंद केजरीवाल जी की विश्वसनीयता महज इतनी ही है कि अपनी सरकार के जिस मंत्री सत्येन्द्र जैन को कट्टर इमानदार बताते रहे, उसे न्यायालय ने जमानत तक नहीं दी. जनता जान चुकी है कि सिर्फ उनके मंत्री सत्येन्द्र जैन ही कट्टर बेईमान नहीं हैं बल्कि उनके नेतृत्वकर्ता अरविंद केजरीवाल भी कट्टर बेईमान हैं.

 

आज अरविंद केजरीवाल जी ने कहा है कि हर नागरिक के लिए इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए. केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना जिसके तहत 5 लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज व्यवस्था की सुविधा लोग उठा रहे हैं. अरविंद केजरीवाल जी से पूछना चाहते हैं की साढ़े आठ साल में दिल्ली में कितने मेडिकल कॉलेज बनवाए? अरविंद केजरीवाल जी, क्या यह सत्य नहीं है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान केंद्र सरकार जब ऑक्सीजन और दवाईयां सुनिश्चित कर रही थी, उस समय दिल्ली की जनता को संकट में छोड़ गायब रहे. जब माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश ने कोरोना की दूसरी लहर को मात दी, तब जाकर अरविंद केजरीवाल जी प्रकट हुए. संकट के समय भाग खड़े होना, यही केजरीवाल जी की विश्वसनीयता है.

 

केजरीवाल जी ने आज एक बात और कही है कि परिवारवाद के साथ साथ दोस्तवाद को ख़त्म करना है. जहां तक भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की बात है तो हमारे दोस्त गरीब, शोषित, वंचित, दलित, किसान, युवा और मजदूर हैं. आज जनता इंतजार कर रही थी कि अरविंद केजरीवाल जी मीडिया को संबोधित करते हुए, हिम्मत जुटाकर कहेंगे कि सत्येन्द्र जैन को कब मंत्रिपद से इस्तीफा दिलाएंगे. जनता यह भी सोच रही थी कि आबकारी नीति में भ्रष्टाचार करने वाले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर कुछ कहेंगे, लेकिन अरविंद केजरीवाल जी हिम्मत नहीं जुटा पाए.

        

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