भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक सकारात्मक नारा दिया कि ‘एक रहोगे तो सेफ रहोगे’, जो देश के विकास का मूल मंत्र है। कांग्रेस और इंडी एलायंस को एकता के मूलमंत्र पर भी विरोध है ।
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कांग्रेस, जेएमएम और महाविकास अघाड़ी झारखंड और महाराष्ट्र में ध्रुवीकरण की राजनीति करने के लिए “वोट जिहाद” और “घुसपैठियों का सहारा ले रही है।
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तुष्टीकरण की राजनीति को चमकाने के लिए इंडी गठबंधन घुसपैठियों को अपना वोटबैंक समझकर उनका समर्थन कर रही है।
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भाजपा, महायुति और एनडीए विकास एवं देश के नागरिकों के सशक्तिकरण कराती है, लेकिन महावसूली अघाड़ी, हेमंत सोरेन और कांग्रेस घुसपैठियों के साथ ‘ईलू-ईलू’ कर रहे हैं।
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उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा कि राज्य में आदिवासी समुदाय में हो रहे जनसांख्यिकी परिवर्तनों की जांच की जाए। मगर हेमंत सोरेन सरकार के दबाव में आकर जिला अधिकारियों ने किसी भी घुसपैठ या जनसांख्यिकीय बदलाव से इनकार कर दिया।
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जनसांख्यिकीय बदलाव के बावजूद, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, और उद्धव ठाकरे जैसे नेता चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि हेमंत सोरेन खुले तौर पर इन घुसपैठियों को अपना "भाई-बहन" कहते हैं।
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समाज को बांटने का काम उद्धव सेना, शरद पवार की पार्टी, कांग्रेस और जेएमएम कर रही है। ‘बांटने के बाद काटने’ का काम घुसपैठियों से कराया जाएगा।
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उलेमा बोर्ड, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मौलाना सार्वजनिक रूप से मुसलमानों से एकजुट होने के आग्रह स्पष्ट करता है कि कांग्रेस, जेएमएम और इंडी गठबंधन का वोट बैंक कौन है?
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सुप्रीम कोर्ट के एक टिप्पणी के अनुसार केंद्र में कांग्रेस पार्टी 55 साल सत्ता रही, लेकिन उचित सीमा प्रबंधन नहीं की, जिसक परिणाम है कि देश में 2 से 3 करोड़ घुसपैठिए घुस आए।
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जेएमएम और कांग्रेस में इतनी भी नैतिकता नहीं बची है कि ये लोग घुसपैठियों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोल पाएं।
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने आज शनिवार को केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में महाराष्ट्र और झारखंड में मुस्लिम संगठनों द्वारा भाजपा के खिलाफ वोट जिहाद करने और कांग्रेस, जेएमएम, महाविकास अघाड़ी का खुला समर्थन करने की जमकर आलोचना की। श्री भाटिया ने कहा कि भाजपा और एनडीए विकास एवं सशक्तिकरण की बात करती है, मगर कांग्रेस, इंडी गठबंधन और महाविकास अघाड़ी तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। जेएमएम, कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन ने घुसपैठ और तुष्टीकरण के मुद्दों पर बोलने का नैतिक आधार खो दिया है।
श्री भाटिया ने कहा कि झारखंड में प्रथम चरण के मतदान से स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार भारी बहुमत के साथ बनने जा रही है, महाराष्ट्र की राजनीतिक हवा ने भी स्पष्ट कर दिया है कि महाराष्ट्र में भी महायुति की जीत होगी। भारतीय जनता पार्टी, महायुति और एनडीए देश के विकास एवं नागरिकों के सशक्तिकरण की दिशा में काम करती है, लोगों के समक्ष रिपोर्ट कार्ड पेश कर रही है लेकिन महावसूली अघाड़ी, हेमंत सोरेन और कांग्रेस पार्टी घुसपैठियों के साथ ‘ईलू-ईलू’ कर रहे हैं। महावसूली अघाड़ी का यह कैसा चुनाव प्रचार है कि घुसपैठियों से वोट मांग रहे हैं और वोट जेहाद की अपील कर रहे हैं?
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री भाटिया ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक सकारात्मक नारा दिया कि ‘एक रहोगे तो सेफ रहोगे’। देश को आगे बढ़ाने का यही मूल मंत्र है कि सभी नागरिक एक रहें, लेकिन महावसूली अघाड़ी और इंडी गठबंधन के घटक दलों ने इसपर आपत्ति दर्ज की, आज खुद ये लोग तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना सज्जाद नोमानी कह रहे हैं कि महाराष्ट्र चुनाव में महाविकास अघाड़ी का समर्थन करेंगे, क्योंकि इन चुनावों का प्रभाव पूरे देश पर पड़ेगा। जब धर्म देखकर मुसलमानों से अपील किया जाता है, तो इसे ही “वोट जिहाद” ही कहते हैं। यही है ‘पहले बांटो’ और बांटने का काम उद्धव ठाकरे एवं शरद पवार की पार्टियां, कांग्रेस और जेएमएम कर रही है। बांटने के बाद काटने का काम घुसपैठियों से कराया जाएगा। इसी तरह से झारखंड में जमायत उलेमा ने इंडी गठबंधन को वोट करने की अपील की है।
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, जेएमएम और महाविकास अघाड़ी से सवाल पूछे और उनसे जवाब की उम्मीद की-
· महाराष्ट्र से लेकर झारखंड तक मुसलमानों को इंडी गठबंधन को वोट देने की अपील की जा रही है। यह वोट जिहाद नहीं है तो क्या है?
· क्या यह संविधान का उल्लंघन नहीं है?
· क्या यह आदर्श आचार सहिंता का उल्लंघन नहीं है तो क्या है?
· जेएमएम, कांग्रेस और महावसूली अघाड़ी की ऐसी क्या मजबूरी है कि घुसपैठियों का सहारा ले रहे हैं?
श्री भाटिया ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी माटी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने की सिख दी थी, लेकिन माटी की लड़ाई में कांग्रेस और जेएमएम घुसपैठियों को ले आई है। झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर कहते हैं कि 1 दिसंबर से गैस सिलेंडर सिर्फ 450 में मिलेगा और उसमे न हिन्दू देखा जाएगा, न मुसलमान देखा जाएगा, न घुसपैठिया देखा जाएगा। जेएमएम, कांग्रेस और महावसूली अघाड़ी की ऐसी क्या मजबूरी है कि घुसपैठियों का सहारा ले रहे हैं? इसी तरह से महाराष्ट्र में भी वोट जिहाद के साथ महाविकास अघाड़ी एक ऐसी सोच को लेकर आगे बढ़ रही है कि मराठी और हिन्दुओं की जमीन कब्जा करके वक्फ बोर्ड को दे दो। महाराष्ट्र हो या झारखंड, इनका एक ही मकसद है कि भारतीयों की जमीन लो, घुसपैठियों और वक्फ बोर्ड को दे दो।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री भाटिया ने कहा कि झारखंड में भाजपा ने स्पष्ट रूप से ‘रोटी, बेटी, माटी’ को अपने प्रमुख मुद्दों के रूप में प्राथमिकता दी है और भाजपा इस वैचारिक लड़ाई लड़ रही है। भाजपा झारखंड के लोगों, खासकर अनुसूचित जनजातियों और पिछड़े वर्गों के साथ मजबूती से खड़ी है, जबकि जेएमएम और कांग्रेस घुसपैठियों का साथ दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के एक टिप्पणी के अनुसार केंद्र में कांग्रेस पार्टी 55 साल सत्ता रही, लेकिन उचित सीमा प्रबंधन नहीं की, जिसक परिणाम है कि देश में 2 से 3 करोड़ घुसपैठिए घुस आए। इसी तरह झारखंड उच्च न्यायालय ने 20 सितंबर, 2024 को दिए गए एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि राज्य में आदिवासी समुदाय महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय परिवर्तनों से गुजर रहा है, जो उनकी पहचान के लिए खतरा बन रहा है। इस समस्या को हल करने के लिए कोर्ट ने एक तथ्य-जांच समिति गठित करने की सिफारिश की, जब सरकार और जिले के अधिकारियों से इस मुद्दे को हल करने को कहा गया, तब दबाव में आकर जिला अधिकारियों ने किसी भी घुसपैठ या जनसांख्यिकीय बदलाव से इनकार कर दिया। हालांकि, हेमंत सरकार ने खुद ही इस समस्या को स्वीकार किया और माना कि पड़ोसी राज्यों से घुसपैठिए हो रहे हैं और इस मुद्दे को हल करने के लिए केंद्र सरकार से परामर्श आवश्यक है। झारखंड सरकार के पास इसपर कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन उसने भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी। हाल ही में हाई कोर्ट के निर्देश से यह स्पष्ट हो गया है कि जो पार्टियां घुसपैठियों को अपने परिवार जैसा मानती हैं, वो तुष्टिकरण की राजनीति करती हैं।
श्री भाटिया ने कहा कि जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने नारा दिया कि ‘बटोगे तो काटोगे’ तब कांग्रेस और जेएमएम को समस्या हो गई, इनकी राजनीति का उद्देश्य ही हिंदुओं को बांटना और कमजोर करना है, उनके अधिकारों और शक्तियों को कम करना है। कांग्रेस और जेएमएम नागरिकों के अधिकार छीनकर घुसपैठियों को देते हैं। आज जब उलेमा बोर्ड, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मौलाना सार्वजनिक रूप से मुसलमानों से एकजुट होने का आग्रह कर रहे हैं तो साफ है कि कांग्रेस और जेएमएम का वोट बैंक कौन है?
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री भाटिया ने भारत के चुनाव आयोग और माननीय सर्वोच्च न्यायालय से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि कोई भी राजनीतिक दल चुनाव के दौरान धर्म का शोषण न कर पाए। चुनाव के दौरान धार्मिक अपील करना गलत है और भारत जैसे लोकतंत्र में इसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। यहां चुनाव गंगा की तरह पवित्र होना चाहिए। कांग्रेस, शरद पवार और उद्धव ठाकरे सत्ता की लालसा के लिए घुसपैठियों को खुश करने में लगे हैं, ये लोग देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे अवैध प्रवासियों को नजरअंदाज कर रहे हैं, जो भारतीय नागरिकों के लिए आवंटित संसाधनों पर दावा करते हैं । इसके बावजूद, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, और उद्धव ठाकरे जैसे नेता चुप रहते हैं, जबकि हेमंत सोरेन खुले तौर पर इन घुसपैठियों को अपना "भाई-बहन" कहते हैं।
श्री भाटिया ने कहा कि एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र के अनुसार घुसपैठिए, जो मुस्लिम हैं, स्थानीय प्रशासन द्वारा उनकी पहचान बदल दी गई है, ताकि उनकी पहचान हिंदू के रूप में हो सके। ये मुस्लिम घुसपैठिए, हिंदू पहचान की आड़ में, कथित तौर पर अवैध गतिविधियों में शामिल हैं। यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है, और इसे संबोधित करने के लिए हेमंत सोरेन सरकार द्वारा सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। जनसांख्यिकीय परिवर्तन को प्रदर्शित करने के लिए एक और उदाहरण है कि 1961 में साहिबगंज की आबादी 4 लाख 14 हजार थी, और मुस्लिम आबादी 20% थी। आज, साहिबगंज में जनसंख्या 11 लाख से ऊपर है, जिसमें 4 लाख से अधिक मुस्लिम हैं, जो लगभग 35% है और 15% की वृद्धि दर्शाता है। इसी तरह के जनसांख्यिकीय परिवर्तन पाकुड़, संथाल और परगना क्षेत्रों में हुए हैं। घुसपैठियों का आक्रमण राष्ट्र और राज्य के आदिवासी वर्गों के लिए खतरा है। जेएमएम और कांग्रेस में इतनी नैतिकता नहीं बची है कि ये लोग घुसपैठियों के खिलाफ एक शब्द बोल सके। झारखंड में अभो दूसरे चरण का मतदान बाकी है, यह चुनाव झारखंड निवासियों और घुसपैठ समर्थकों के बीच होने जा रहा है। झारखंड ने मन बना लिया है कि जेएमएम और कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा और दो तिहाई बहुमत से भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार बनेगी। महाराष्ट्र की जनता ने भी पूर्ण बहुमत से महायुति की सरकार बनाने का निर्णय कर लिया है।
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