भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु
आज देश में एक ऐसी घटना घटित हुई है, जो भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। आतंकवाद के दौर में और आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में भी इस प्रकार की सुरक्षा की चूक नहीं हुई, जैसी आज प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के साथ हुई।
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भारत के इतिहास में आज पंजाब की पुण्य भूमि पर कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे। कांग्रेस पार्टी में जो लोग प्रधानमंत्री जी से घृणा करते हैं, वो आज उनकी सुरक्षा को नाकाम करने के लिए प्रयासरत थे।
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हमारे देश के इतिहास में पहले कभी किसी राज्य में पुलिसकर्मियों को किसी प्रधानमंत्री की सुरक्षा भंग करने और उन्हें नुकसान पहुँचाने के निर्देश और सुविधा नहीं दी गयी थी।
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भारतीय जनता पार्टी बार-बार कहती रही है कि बेशक कांग्रेस पार्टी को माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी नफरत से है लेकिन ऐसा नफरत वे देश के प्रधानमंत्री से तो न करें।
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प्रधानमंत्री की सुरक्षा का एक प्रोटोकॉल होता है। पीएम की सुरक्षा के प्रोटोकॉल के साथ मजाक हुआ है।
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कांग्रेस के लोगों ने उनकी ही प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री की हुई सुरक्षा चूक पर खुशी का इजहार किया है। आखिर किस बात की खुशी है उन्हें कि देश के प्रधानमंत्री को मौत के कगार पर ले गए?
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जब सुरक्षाकर्मियों ने पंजाब सरकार से संपर्क साधने की कोशिश की, तो पंजाब सीएम के दफ्तर से किसी ने संवाद नहीं किया। किस बात का इंतजार कर रही थी कांग्रेस की सरकार?
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भारतीय जनता पार्टी पूरे राष्ट्र की ओर से पंजाब की कांग्रेस सरकार से कुछ सवाल पूछना चाहती है, जिसके जवाब का इंतज़ार रहेगा-
सवाल-1: प्रधानमंत्री किस रूट से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने वाले थे, उस पूरे रूट की सुरक्षा का प्रबंध पंजाब पुलिस के पास था। पंजाब पुलिस ने ऐसा आश्वासन माननीय प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को दिया था कि रूट सही है, कोई भी गतिरोध नहीं है। आखिर डीजीपी ने माननीय प्रधानमंत्री की सुरक्षा के बारे में गलत आश्वासन क्यों दिया?
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सवाल-2: पीएम के पूरे काफिले को जब रोकने का प्रयास किया गया, 20 मिनट तक जब उनकी सुरक्षा भंग हुई, तो सुरक्षा भंग करने वाले आखिर पीएम की गाड़ियों के पास कैसे पहुंचे?
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सवाल-3: राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा का नेतृत्व करने वालों ने पीएम को सुरक्षित करने के किसी भी प्रयास का जवाब क्यों नहीं दिया?
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सवाल-4:पंजाब सरकार में किसने फ्लाईओवर पर अवरोध उत्पन्न करने वाले लोगों को प्रधानमंत्री जी के रूट की जानकारी दी? वीडियो साक्ष्य, जो अब सार्वजनिक रुप से उपलब्ध हैं, ऐसे प्रश्नों को सामने लाते हैं।
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सवाल-5: पीएम की मूवमेंट कहां हो रही है, ये साधारणतः जानकारी उपलब्ध नहीं होती, पूरा देश यह बखूबी जानता है। उस दौरान आखिर किसने प्रदर्शनकारियों को वहां भेजा, इसका जवाब कांग्रेस को देना होगा?
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माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आज पंजाब में सुरक्षा के चूक के मसले पर भाजपा की वरिष्ठ नेत्री एवं केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पंजाब यात्रा के दौरान कांग्रेस की राज्य सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा समझौते को लेकर की गई ओछी हरकत पर जमकर निशाना साधा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज देश में एक ऐसी घटना घटित हुई है, जो भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। आतंकवाद के दौर में और आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में भी इस प्रकार की सुरक्षा की चूक नहीं हुई, जैसी आज प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के साथ हुई। भारत के इतिहास में आज पंजाब की पुण्य भूमि पर कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे। कांग्रेस पार्टी में जो लोग प्रधानमंत्री जी से घृणा करते हैं, वो आज उनकी सुरक्षा को नाकाम करने के लिए प्रयासरत थे।
हमारे देश के इतिहास में पहले कभी किसी राज्य में पुलिसकर्मियों को किसी प्रधानमंत्री की सुरक्षा भंग करने और उन्हें नुकसान पहुँचाने के न ही निर्देश दिए गए थे और न ही इसकी सुविधा दी गयी थी। भारतीय जनता पार्टी बार-बार कहती रही है कि बेशक कांग्रेस पार्टी को माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी से नफरत है लेकिन ऐसा नफरत वे देश के प्रधानमंत्री से तो न करें। हम जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से नफ़रत करती है, लेकिन आज उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री को नुकसान पहुँचाने की निकृष्ट कोशिश की है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का एक प्रोटोकॉल होता है। पीएम की सुरक्षा के प्रोटोकॉल के साथ मजाक हुआ है।
माननीय केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के लोगों ने उनकी ही प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री की हुई सुरक्षा चूक पर खुशी का इजहार किया है। आखिर किस बात की खुशी है उन्हें कि देश के प्रधानमंत्री को मौत के कगार पर ले गए? जब सुरक्षाकर्मियों ने पंजाब सरकार से संपर्क साधने की कोशिश की, तो पंजाब सीएम के दफ्तर से किसी ने संवाद नहीं किया। किस बात का इंतजार कर रही थी कांग्रेस की सरकार?
श्रीमती ईरानी ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि देश की जनता के आशिर्वाद से नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं। कांग्रेस पार्टी को उन्हें ध्वस्त करना है तो चुनाव मैदान में उनका सामना करके दिखाए। ऐसे साजिश रचने की क्या आवश्यकता है? वे लोग जो षड़यंत्र का हिस्सा हैं, उन्हें स्पष्ट करना चाहती हूँ कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री का बाल बांका करने की कोशिश, देश की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
केंद्रीय मंत्री ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को पूरी तरह फेल करार बताते हुए कहा कि सब कुछ जानते हुए भी पंजाब पुलिस मूकदर्शक बनी रही। पंजाब में कानून-व्यवस्था इतनी चरमरा गई है कि वहां के डीजीपी कहते हैं कि वह पीएमओ को सुरक्षा सहायता और सुरक्षा विवरण प्रदान करने में असमर्थ हैं। दरअसल, यह कोई आकस्मिक घटना नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री के प्रति के षडयंत्र प्रतीत होता है।
भारतीय जनता पार्टी पूरे राष्ट्र की ओर से पंजाब की कांग्रेस सरकार से कुछ सवाल पूछना चाहती है, जिसके जवाब का इंतज़ार रहेगा-
सवाल-1: प्रधानमंत्री किस रूट से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने वाले थे, उस पूरे रूट की सुरक्षा का प्रबंध पंजाब पुलिस के पास था। पंजाब पुलिस ने ऐसा आश्वासन माननीय प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को दिया था कि रूट सही है, कोई भी गतिरोध नहीं है। आखिर डीजीपी ने माननीय प्रधानमंत्री की सुरक्षा के बारे में गलत आश्वासन क्यों दिया?
सवाल-2: पीएम के पूरे काफिले को जब रोकने का प्रयास किया गया, 20 मिनट तक जब उनकी सुरक्षा भंग हुई, तो सुरक्षा भंग करने वाले आखिर पीएम की गाड़ियों के पास कैसे पहुंचे?
सवाल-3: राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा का नेतृत्व करने वालों ने पीएम को सुरक्षित करने के किसी भी प्रयास का जवाब क्यों नहीं दिया?
सवाल-4:पंजाब सरकार में किसने फ्लाईओवर पर अवरोध उत्पन्न करने वाले लोगों को प्रधानमंत्री जी के रूट की जानकारी दी? वीडियो साक्ष्य, जो अब सार्वजनिक रुप से उपलब्ध हैं, ऐसे प्रश्नों को सामने लाते हैं।
सवाल-5: पीएम की मूवमेंट कहां हो रही है, ये साधारणतः जानकारी उपलब्ध नहीं होती, पूरा देश यह बखूबी जानता है। उस दौरान आखिर किसने प्रदर्शनकारियों को वहां भेजा, इसका जवाब कांग्रेस को देना होगा।
महेंद्र कुमार
(कार्यालय सचिव)
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