भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी की प्रेसवार्ता के मुख्यबिन्दु
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आज केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया. माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी राजकीय यात्रा को लैंड मार्क विजिट करार देते हुए उन्होंने कहा कि इस दौरे से भारत-अमेरिका के बीच द्वीपक्षीय पार्टनरशीप एक नई ऊंचाई पर पहुंची है जिसका सकारात्मक प्रभाव न सिर्फ भारत और अमेरिका पर, बल्कि वैश्विक भू-राजनीति पर भी पड़ने वाला है।
केन्द्रीय मंत्री श्री पुरी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी यात्रा से दोनों देशों के संबंधो में बड़ा बदलाव आया है, दोनो देशों के संबंधों में एक नयी सुबह आई है। अब तक दुनियाभर के कुछेक नेताओं ने ही, मसलन, नेल्सन मंडेला और विंस्टन चर्चिल ने, अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दो बार संबोंधित करने वाले नेताओं में शामिल हो गए है.
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी यात्रा से पड़ोसी देशों पर पड़ने वाले प्रभावों पर श्री पुरी ने कहा कि दोनों देशों के संयुक्त वक्तव्य में भारत में सीमापार से आने वाले आतंकवाद की कड़ी निंदा की गई है। अमेरिका ने पाकिस्तान को सुनिश्चित करने को कहा है कि आतंकवाद के लिए पाकिस्तान की धरती का उपयोग किसी भी हालत में न करने दें। संयुक्त वक्तव्य में अफगानिस्तान में स्थिरता लाने पर भी जोर दिया गया है। इसके अलावा, आई टू-यू टू अर्थात इंडिया, इजरायल, यूएई और यूएसए के बीच लंबी पार्टनरशिप बढ़ाने की बात भी कही गयी।
केन्द्रीय मंत्री श्री पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई प्रक्षेत्रों में महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं ।
· नासा व इसरो दोनों मिलकर स्पेस शटल पर काम करेंगे। नासा व इसरो मिलकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक संयुक्त मिशन पर भी काम करेंगे। आर्टेमिस समझौते का हिस्सा बनकर भारत ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह हमारे द्विपक्षीय अंतरिक्ष समझौते के लिए महत्वपूर्ण अवसर है।
· अमेरिकी कंपनी माइक्रोन के साथ देश में सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण संयंत्र स्थापित करने के लिए समझौता हुए हैं। माइक्रोन कंपनी इसके लिए देश में 825 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी।
· महत्वपूर्ण समझौते में अमेरिका और भारत के बीच जेट इंजन के सह-उत्पादन भी शामिल हैं। जेनरल इलेक्ट्रिक एयरोस्पेश और हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच F141 को लेकर समझोता हुआ है। इसमें अमेरिकी जेट इंजन प्रौद्योगिकी तकनीक हस्तांतरण भी शामिल है।
· टेली कम्युनिकेशन प्रक्षेत्र में पब्लिक एडं प्राइवेट पार्टनरशीप सहयोग को लेकर भी समझौता हुए है।
· भारत और अमेरिका के बीच क्वांटम कॉरपोरेशन मैकेनिज्म विकसित करने को लेकर समझौता हुए हैं। भारत एवं अमेरिका द्वारा साइंस एवं तकनीकी फंड बनाया गया है।
· आर्टिफिशियल इंन्टेलिजेंस (एआई) को लेकर भारत और अमेरिका के बीच समझौता हुआ है। 35 रिसर्च के लिए ज्वाइंट कॉलेबरेटिंग टेक्नोलॉजी पर समझौता हुआ है। एआई के शोध एवं विकास के लिए अमेरिका भारत के साथ मिलकर काम करेगा।
· गुगल द्वारा भारत में डिजिटाइजेशन को लेकर 10 बिलियन डॉलर निवेश कर रहा है।
· भारत के एटॉमिक एनर्जी डिपार्टमेंट को 140 मिलियन डॉलर दिया जाएगा, जिससे भारत में परमाणु उर्जा पर शोध एवं विकास कार्य होगा।
· दोनों देश iCET के माध्यम से अपनी रणनीतिक साझेदारी बढ़ाएगी, जो कि उभरती प्रौद्योगिकी की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह भारत-अमेरिका संबंधों में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा।
· डिफेंस इंडस्ट्री इंडस्ट्रियल कारपोरेशन रोडमैप को लेकर समझौते हुए जिसमें सिक्यूरिटी सप्लाई अरेंजमेंट पर काम किया जायेगा।
· अमेरिकी नेवी के उपकरणों एवं परिसंपत्तियों के लिए भारत एक मेटेंनेंस और रिपरियंग हब के रूप में विकसित हो रहा है। भारत में रक्षा उत्पाद के इको सिस्टम तेजी से बढ़ रहे हैं।
· भारत और अमेरिका ने क्लीन एनर्जी पर आपसी सहयोग को लेकर समझौता किये। इसमें हाइड्रोजन ब्रेक थ्रू एजेंडा, ट्रांसपोर्ट सिस्टम को कार्बनरहीत करने और ग्लोबल बायोफ्यूल को बढ़ावा देना भी शामिल हैं।
· भारत और अमेरिका ने मिनरल सिक्यूरिटी मामले में द्वीपक्षीय सहयोग पर काम करने के लिए समझौता किया है।
केन्द्रीय मंत्री श्री पुरी ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान अमेरिकी सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि एच1बी वीजा के रिन्युवल के लिए भारतियों को अमेरिका से बाहर जाना नहीं पड़ेगा, भारतियों का अब अमेरिका में ही एच1बी और एल वीजा रिन्यू होगा। अभी यह एक पायलेट प्रोजेक्ट के तहत चलेगा, बाद में इसे नियमित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार बेंगलुरु और अहमदाबाद में नए कंन्सुलेट स्थापित करेगा। भारत भी अमेरिका के सिएटल और एनी शहर में अपना मिशन स्थापित करेगा।
केन्द्रीय मंत्री श्री पूरी ने कहा कि आज भारत दुनिया का एक ब्राइट स्पॉट है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जब पहली बार अमेरिका दौरे पर गए थे, तब भारत, दुनिया की 10वीं अर्थव्यवस्था थी, लेकिन आज 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। इस समय भारत और अमेरिका के बीच 190 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हो रहा है, यह व्यापर 2014 से दोगुना हुआ है। एयर इंडिया के निजीकरण करने के बाद एविएशन सेक्टर को एक बहुत बड़ा बूस्ट मिला है। एयर इंडिया ने अमेरिकी कंपनी को लगभग 500 हवाई जहाज का आर्डर दिया साथ ही, इंडिगो ने भी हवाई जहाज के आर्डर दिए हैं।
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