Salient points of the press conference of Hon’ble Union Minister Shri Hardeep Singh Puri


द्वारा श्री हरदीप सिंह पुरी -
10-09-2024
Press Release

 

 

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भारत में रहने वाले सिखों के बारे में गलत बयानबाजी कर अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय को गुमराह कर रहे हैं कि भारत में सिखों को पगड़ी और कड़े नहीं पहनने दिए जाते हैं। भारतीय जनता पार्टी इस बयान की कड़ी निंदा करती है।

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राहुल गांधी विदेशी धरती पर देश को बदनाम करने का अभियान चला रहे हैं, जो बहुत ही निंदनीय है।

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गर्व की बात है कि देश में शहरों से लेकर दूरदराज इलाकों में भी सिख भाईयों को पगड़ी पहन कर अपना-अपना काम करते दिखाते हैं। देश के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जब भी गुरूद्वारा गए हैं, तब वे पगड़ी पहनकर गुरूद्वारा गए।

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राहुल गांधी को मालूम होना चाहिए कि वर्ष 1984 में सिख समुदाय के खिलाफ अभियान चलाया गया था। आजाद इतिहास में पहली बार सिख समुदाय ने उस समय असुरक्षित महसूस किया था, जब उनकी जिंदगी पर खतरे मंडराए थे, 3000 से ज्यादा मासूम सिख भाई-बहनों का नरसंहार किया गया था। यह तब हुआ था, जब राहुल गांधी के परिवार के हाथों में देश की सत्ता थी और उनके पिता देश के प्रधानमंत्री थे।

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1984 में कई सिख भाईयों ने जान बचाने के लिए अपनी पगड़ी तक उतार दी थी और दाढ़ी-बाल कटवा लिए थे। उस वक्त कई सिख भाईयों ने डर से पगड़ी पहनने छोड़ दिए थे, जबकि यह उनकी इच्छा नहीं थी।

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राहुल गांधी को सबसे पहले खुद पढ़-लिख कर शिक्षित होना चाहिए, ताकि उन्हें मालूम हो सके कि भारत में आरएसएस एक ऐसा संगठन है, जो देश पर जब भी मुसीबत आयी है, तब आगे बढ़कर काम किया है।

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान सिख समुदाय को लेकर भारत के खिलाफ दिए गए बयान की जमकर आलोचना करते हुए उनके बयान की कड़ी निंदा की। श्री पुरी ने कहा कि अमेरिकी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भारत में रहने वाले सिखों के बारे में गलत बातें कर अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय को गुमराह कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी सिख समुदाय के संबंध में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयानों की कड़ी निंदा करती है।

 

श्री पुरी ने कहा कि अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत में सिख समुदाय एक तनाव में जीते हैं। उन्हें पगड़ी, कड़ा-कृपाण पहनने में दिक्कत होती है। जबकि सच्चाई यह है कि मैं पिछले 60 वर्षों से पगड़ी और कड़ा-कृपाण पहन कर गर्व महसूस करता हूँ और देश के हर हिस्से में भ्रमण करता हूं। मैंने शहरों से लेकर देश के दूरदराज इलाकों में भी सिखा भाईयों को पगड़ी पहन कर अपना-अपना काम करते देखता हूं और मुझे गर्व महसूस होता है। देश के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जब भी गुरूद्वारा गए हैं, तब वे पगड़ी पहनकर गुरूद्वारा गए। सिख समुदाय को गर्व है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार में सिख समुदायों की लंबित मांगों को पूरा किया गया। प्रधानमंत्री जी ने करतारपुर साहिब जाने का रास्ता खुलवाया। दशम गुरू गोविंद सिंह के शहजादों के बलिदान को “वीर बाल दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया।

 

केंद्रीय मंत्री श्री पुरी ने राहुल गांधी को याद दिलाया कि वर्ष 1984 में सिख समुदाय के खिलाफ अभियान चलाया गया था। आजाद इतिहास में पहली बार सिख समुदाय ने उस समय असुरक्षित महसूस किया था, जब उनकी जिंदगी पर खतरा मंडराया था यह तब हुआ था जब राहुल गांधी के परिवार के हाथों में देश की सत्ता थी और उनके पिता देश के प्रधानमंत्री थे। इस सिख दंगे में 3000 से ज्यादा मासूम सिख भाई-बहनों का नरसंहार किया गया था। उस समय आगजनी की गयी थी और सिखों को घरों से खींचकर जिंदा जला दिया गया था। उस वक्त कई सिख भाईयों ने जिंदा रहने के लिए अपनी पगड़ी तक उतार दी थी और दाढ़ी-बाल कटवा लिए थे। उस वक्त कई सिख भाईयों ने डर से पगड़ी पहनने छोड़ दिए थे, जबकि यह उनकी इच्छा नहीं थी। यह सब प्रमाणित सत्य है। उस वक्त राहुल गांधी के पिता और तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि “बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।“ अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की इस तरह की घटना पर कांग्रेस सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस तरह से अपनी सफाई पेश की थी।

 

श्री पुरी ने कहा कि सिखों के नरसंहार में संलिप्त लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गयी थी और लंबे समय बाद सिख दंगे के दोषियों को तब सजा हुई, जब माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार बनी। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सिख समुदाय की सभी लंबित मांगों को प्राथमिकता के साथ पूरा किया है। करतारपुर साहिब जाने का रास्ता खुलवाया। सिखों के दशम गुरू गोविंद सिंह के शहजादों के बलिदान को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया।

 

केंद्रीय मंत्री श्री पुरी ने कहा कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर देश को बदनाम करने का अभियान चला रहे हैं। वे दुनिया के समक्ष भारत की यह सच्चाई नहीं रखते हैं कि भारत में मजबूत लोकतंत्र है। भारत लोकतंत्र की जननी है। पीढियों से भारत में लोकतंत्र मजबूत हुआ है। दुनिया को सच्चाई बताने के बदले राहुल गांधी अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय को गुमराह कर रहे हैं।

 

राहुल गांधी अमेरिका में सिख समुदाय के सामने गलत नैरेटिव फैलाना चाहते हैं। कभी राहुल जी कह देते हैं कि भारत में बेरोजगारी बहुत बड़ी समस्या है, जबकि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गाँधी ने आरसएस के खिलाफ भी बयानबाजी की है। राहुल गांधी को सबसे पहले खुद पढ़-लिख कर शिक्षित होना चाहिए, ताकि उन्हें मालूम हो सके कि भारत में आरएसएस एक ऐसा संगठन है, जो देश पर जब भी मुसीबत आयी है, तब आगे बढ़कर काम किया है। राहुल गांधी को जब भी मौका मिलता है, वे देश के खिलाफ बोलते हैं। राहुल गांधी अब एक आम नागरिक नहीं हैं, बल्कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, फिर भी वे विदेशी धरती पर भारत के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। राहुल गांधी भारत की न्यायिक व्यवस्था, निर्वाचन आयोग, प्रशासनिक व्यवस्था समेत देश के सभी संवैधानिक संस्थानों के खिलाफ बोलते रहते हैं। राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के एकाउंट फ्रीज होने पर देश के प्रशासनिक तंत्र पर हमला बोला था, लेकिन उसकी सच्चाई लोगों के सामने नहीं बताई।

 

राहुल गांधी आखिर इस तरह के बयान क्यों देते रहते हैं? शायद यह इसलिए हो सकता है कि उनके सलाहकार सैम पित्रोदा कहते हैं कि राहुल गाँधी अब पप्पू नहीं रहे। श्री पुरी ने कहा कि वे पप्पू रहें या न रहें, उनको क्यों इस तरह से अलंकृत किया गया, हमें इसमें कोई रूचि नहीं, लेकिन राहुल गांधी के प्रेरणास्रोत चिंता का विषय है क्योंकि राहुल गांधी कहते हैं कि भारत एक देश नहीं है। उनके अनुसार, जो लोग नार्थ से आते हैं, वे अफगानिस्तान से आते हैं और नार्थ-ईस्ट के लोग चाइनीज के समकक्ष हैं। जिस तरह के विचार वाले लोगों के साथ राहुल गांधी रहते है, इसलिए जब राहुल गाँधी ओछी बातें करते हैं, तो आश्चर्य नहीं होता।

 

श्री पुरी ने कहा कि राहुल गांधी जब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं थे, महज सांसद थे, तब भी राहुल गांधी शब्दों का इस्तेमाल इसी तरह करते थे। पिछले कई सालों में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान को एक दूसरे से जोड़कर देखें, तो उससे स्पष्ट होता है कि राहुल गांधी को कई बातों की समझ नहीं है। कई ऐसे मुद्दे हैं, जिसमें राष्ट्र की पहचान, विविधता के साथ एकता और अखंडता के विषय शामिल होते हैं। राहुल गांधी देश की विविधता के साथ एकता और अखंडता के मुद्दों पर बहुत ही खतरनाक नैरेटिव सेट करने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी उनके इस अभियान की कड़ी निंदा करती है और उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होने देगी।

 

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