Salient points of Press Conference of Senior BJP Leader & Former Union Minister Shri Ravi Shankar Prasad


द्वारा श्री रविशंकर प्रसाद -
20-07-2023
Press Release

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

मणिपुर की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सभी मर्माहत हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वयं इस वीभत्स और अमानवीय घटना पर संज्ञान लिया है। उन्होंने बड़े ही कठोर शब्दों में इस घटना की निंदा की है और गुनाहगारों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

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भारतीय जनता पार्टी संसद के दोनो सदनों में इस मुद्दे पर बहस करना चाहती है लेकिन कांग्रेस ने सदन की कार्रवाई को ही बाधित करने का मन बनाया हुआ है। कांग्रेस सदन में चर्चा करने से भाग रही है।

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भारतीय जनता पार्टी इस मामले में कांग्रेस पार्टी से सवाल पूछती है कि इस संवेदनशील विषय पर बहस चाहते हैं या केवल संसद में हंगामा करना चाहते हैं। कांग्रेस इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करना चाहती है या अपने अहंकार की संतुष्टि करना चाहती है?

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सदन में सर्वसम्मति बनती तो वहां संवेदनशीलता को सामान्य करने में और ज्यादा मदद मिलती। पूरे देश में संदेश जाता कि ऐसे मामले पर कार्रवाई करने के लिए पूरा संसद एक स्वर में बोल रहा है।

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जब माननीय प्रधानमंत्री जी ने सुबह ही सख्ती से अपनी आवाज दी, तो उस पर देश में एक साझेदारी का संकेत जान चाहिए था। इससे मणिपुर में एक स्पष्ट संदेश जाता। लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं होने दिया। यह बहुत पीड़ादायक है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

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आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर देश के विकास की मुख्यधारा से बहुत नजदीक आया है। स्वयं बीते 9 वर्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 50 बार नॉर्थ-ईस्ट गए हैं। हमारे मंत्री लगभग 400 बार पूर्वोत्तर के दौरे पर गए हैं। नॉर्थ-ईस्ट के विकास के लिए केंद्र में अगल से मंत्रालय बनाया गया है।

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कांग्रेस पार्टी ने एक पैटर्न बना रखा है कि संसद सत्र शुरू होने से पहले कोई चीज लेकर आना और फिर सदन में हंगामा करना और फिर सदन में बहस करने से भाग जाना। इस पैटर्न को देश की जनता को बताना जरूरी है।

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बीते कई संसद सत्रों को लेकर कांग्रेस का एक पैटर्न नजर रहा है। जब भी संसद सत्र शुरू होता है तो ये लोग एक नैरेटिव सोच लेते हैं और किसी भी तरह से संसद को बाधित कर देते हैं।

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सवाल यह भी उठता है कि मई के पहले हफ्ते की घटना अचानक से कैसे संदेहास्पद परिस्थितियों में ट्विटर पर जाती है। मणिपुर की घटना शर्मनाक है लेकिन कैसे 60-70 दिनों बाद कैसे संसद सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले ऐसा वीडियो जाता है। ये बहुत ही गहरे सवाल पैदा करती है।

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कैसे ट्विटर या कोई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म देश के बेटियों की ऐसी तस्वीर दिखा जा सकता है? यह बहुत पीड़ा दायक है।

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महिलाओं के प्रति कांग्रेस का दोहरा मापदंड हैं। राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अत्याचार, दुष्कर्म और अपराध हो रहे हैं किंतु कांग्रेस पार्टी कुछ नहीं बोलती।

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सोनिया गाँधी, प्रियंका वाड्रा, राहुल गाँधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अमानवीय अत्याचार पर क्यों खामोश हैं?

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जोधपुर में एक बच्ची सहित एक ही परिवार के चार लोगों को जिंदा जला दिया गया लेकिन तो सोनिया गाँधी ने कुछ बोला, प्रियंका वाड्रा ने, राहुल गाँधी ने। किसी कांग्रेस नेता ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फोन कर कुछ कहा क्या?

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करौली रेप केस कितना दुखद है। परिवार के सामने रेप के बाद एसिड डाल कर जला दिया गया। इस पर  सोनिया गाँधी, प्रियंका वाड्रा ने कुछ बोला क्या?

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छत्तीसगढ़ में भी बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं। वहां आदिवासी का हक छीन कर दूसरों को दिया जा रहा है। वहां भ्रष्टाचार का विषय तो अलग है ही। फिर भी कांग्रेस और विपक्ष के सारे नेता चुप हैं। ऐसा क्यों?

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हम सदन में बहस का जबाव देने के लिए तैयार हैं। आप अपनी बात कहिए और हमारी बात भी सुनिए लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी बहस में रुचि नहीं रखती है।

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने आज गुरुवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और मणिपुर की घटना की निंदा करते हुए संसद सत्र को बाधित करने की साजिश करने को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि मणिपुर की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सभी मर्माहत हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वयं इस वीभत्स और अमानवीय घटना पर संज्ञान लिया है। उन्होंने बड़े ही कठोर शब्दों में इस घटना की निंदा की है और गुनाहगारों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

 

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संसद के दोनो सदनों में इस मुद्दे पर बहस करना चाहती है लेकिन कांग्रेस ने सदन की कार्रवाई को ही बाधित करने का मन बनाया हुआ है। भाजपा के लिए यह एक गंभीर विषय है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार देश की बहन-बेटियों को लेकर गंभीर और संवेदनशील है। किसी भी प्रदेश में महिलाओं के साथ ऐसी घटना घटी हो, इसके लिए सदन में चर्चा होनी चाहिए। भारतीय जनता पार्टी की ओर से लोक सभा में पीयूष गोयल जी और राज्यसभा में प्रह्लाद जोशी जी ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर मामले पर चर्चा कराने को तैयार हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी को इस मामले पर चर्चा करने से ज्यादा महत्वपूर्ण लगता है किस तरह सदन को बाधित किया जाय। कांग्रेस के लिए मणिपुर की घटना महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि उनके लिए सदन में बहस करने का क्लॉज़ महत्वपूर्ण है। सदन में सर्वसम्मति बनती तो वहां संवेदनशीलता को सामान्य करने में और ज्यादा मदद मिलती। पूरे देश में संदेश जाता कि ऐसे मामले पर कार्रवाई करने के लिए पूरी संसद एक स्वर में बोल रही है। जब प्रधानमंत्री जी ने सुबह ही सख्ती से अपनी आवाज दी, तो उस पर देश में एक साझेदारी का संकेत जान चाहिए था। इससे मणिपुर में एक स्पष्ट संदेश जाता। लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं होने दिया। यह बहुत पीड़ादायक है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर देश के विकास की मुख्यधारा से बहुत नजदीक आया है। स्वयं बीते 9 वर्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 50 बार नॉर्थ-ईस्ट गए हैं। हमारे मंत्री लगभग 400 बार पूर्वोत्तर के दौरे पर गए हैं। नॉर्थ-ईस्ट के विकास के लिए केंद्र में अगल से मंत्रालय बनाया गया है।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले में कांग्रेस पार्टी से सवाल पूछती है कि इस संवेदनशील विषय पर बहस चाहते हैं या केवल संसद में हंगामा करना चाहते हैं। कांग्रेस इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करना चाहती है या अपने अहंकार की संतुष्टि करना चाहती है? हम सभी का मानना है कि अगर इस गंभीर मामले पर सदन में चर्चा होती तो एक आम सहमति बनती और देश में सार्थक एवं रचनात्मक संदेश जाता।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से और अपेक्षा भी कैसे की जा सकती है? जब भी संसद सत्र शुरू होता है, ठीक उससे पहले कांग्रेस एक गुब्बारा छोड़ती है और फिर सदन में चर्चा करने से भाग जाती है।भी किसी विदेशी डॉक्यूमेंट्री की बात को लेकर संसद ठप्प कर दिया जाता है, कभी किसी विदेशी रिपोर्ट को लेकर संसद को ठप्प कर दिया जाता है, कभी राफेल को लेकर संसद के सत्र को ठप्प कर दिया जाता है। किसी और मुद्दे को लेकर संसद को ठप्प कर दिया जाता है। बीते कई संसद सत्रों को लेकर कांग्रेस का एक पैटर्न नजर रहा है। जब भी संसद सत्र शुरू होता है तो ये लोग एक नैरेटिव सोच लेते हैं और किसी भी तरह से संसद को बाधित कर देते हैं।

 

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक पैटर्न बना रखा है कि संसद सत्र शुरू होने से पहले कोई चीज लेकर आना और फिर सदन में हंगामा करना और फिर सदन में बहस करने से भाग जाना। इस पैटर्न को देश की जनता को बताना जरूरी है।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि मणिपुर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्थिति संभल रही है। एक अपराधी गिरफ्तार भी हुआ है। प्रधानमंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से घटना की निंदा की है। गृहमंत्री जी श्री अमित शाह जी ने भी मणिपुर के मुख्यमंत्री से इस मामले पर बातचीत की है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जी ने इस मामले पर मणिपुर के सीएम से बातचीत की। इस मामले में सख्त कार्रवाई हो रही है। लेकिन, सवाल यह भी उठता है कि मई के पहले हफ्ते की घटना अचानक से कैसे संदेहास्पद परिस्थितियों में ट्विटर पर जाती है। मणिपुर की घटना शर्मनाक है लेकिन कैसे 60-70 दिनों बाद कैसे संसद सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले ऐसा वीडियो जाता है। परिस्थितियां बहुत संदेह और संशय से भरी हैं, खासकर इस वीडियो की टाइमिंग को लेकर।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक सवाल और कि कैसे ट्विटर या कोई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म देश के बेटियों की ऐसी तस्वीर दिखा जा सकता है? यह बहुत पीड़ा दायक है, इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना है। लेकिन मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूँ कि सोनिया गाँधी, प्रियंका वाड्रा, राहुल गाँधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अमानवीय अत्याचार पर क्यों खामोश हैं? जोधपुर में एक बच्ची सहित एक ही परिवार के चार लोगों को जिंदा जला दिया गया लेकिन तो सोनिया गाँधी ने कुछ बोला, प्रियंका वाड्रा ने, राहुल गाँधी ने। सोनिया गाँधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फोन कर कुछ कहा क्या? कांग्रेस को राजस्थान की घटनाओं पर भी बोलना चाहिए था। करौली रेप केस कितना दुखद है। परिवार के सामने रेप के बाद एसिड डाल कर जला दिया गया। इस पर  सोनिया गाँधी, प्रियंका वाड्रा ने कुछ बोला क्या?

 

श्री प्रसाद ने कहा कि महिलाओं के प्रति कांग्रेस का दोहरा मापदंड हैं। राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अत्याचार, दुष्कर्म और अपराध हो रहे हैं किंतु कांग्रेस पार्टी कुछ नहीं बोलती। अगर महिलाओं की सुरक्षा लेकर कांग्रेस पार्टी को इतना ही चिंता है तो राजस्थान में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार पर क्यों नहीं बोलती? छत्तीसगढ़ को ही लीजिये, वहां भी बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं। वहां आदिवासी का हक छीन कर दूसरों को दिया जा रहा है। वहां भ्रष्टाचार का विषय तो अलग है ही। हमारे कहने का मतलब है कि आप सदन चलने दीजिए। हम सदन में बहस का जबाव देने के लिए तैयार हैं। आप अपनी बात कहिए और हमारी बात भी सुनिए लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी बहस में रुचि नहीं रखती है। एक बार मैं फिर से कहना चाहता हूँ कि मणिपुर की घटना बहुत दुखद है। सख्त कार्रवाई हो रही है और आगे भी होगी।

 

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